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Updated: 31 अगस्त, 2015 06:37 PM
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पिछले कुछ सालों में अपनी खूबियों के चलते एप्पल आईफोन पूरी दुनिया में सबसे पसंदीदा गैजेट बनने में कामयाब हुआ है. टेक्नॉलजी की दुनिया में आईफोन साल का सबसे मुनाफे वाला कंज्यूमर गुड्स आइटम रहा क्योंकि इसकी बेहतरीन डिजाइन, क्वालिटी कैमरा और स्टेट ऑफ द आर्ट यूजर इंटरफेस का कोई मुकाबला नहीं रहा. हालांकि, पिछले कुछ सालों में एंड्रॉएड टेक्नॉलजी से इसे कड़ी चुनौती मिल रही है और कुछ क्षेत्रों में तो एंड्रॉएड स्मार्टफोन आईफोन को लगातार पिछाड़ रहा है. सितंबर में एप्पल नया वर्जन आईफोन 6एस लांच करने जा रही है और एंड्रॉयड की चुनौती से निपटने के लिए एप्पल को इन पांच अहम सुधारों की जरूरत है.

1. आईफोन की सबसे बड़ी कमजोरी इसकी बैटरी है. यह न सिर्फ साइज में छोटी है बल्कि इसे चार्ज करने में भी अधिक समय लगता है. लिहाजा, एप्पल को कोशिश करनी होगी कि वह अपने नए प्रोडक्ट की बैटरी लाइफ में कम से कम 40 फीसदी तक इजाफा करे और इसके साथ ही इसकी चार्जिंग में लगने वाले समय को कम किया जा सके. इसके अलावा, वायलेस चार्जिंग की सुविधा इसे बेहतरीन प्रोडक्ट बना देगी.

2. लांच से पहले अफवाहों का बाजार गर्म है कि नए मॉडल में एप्पल 12 मेगा पिक्सेल का कैमरा दे रहा है. अगर ऐसा हुआ तो यह एक महत्वपूर्ण अपडेट होगा. हालांकि, मोबाइल इस्तेमाल में सेल्फी और फेसटाइम कॉल की बढ़ती पॉप्युलैरिटी को देखते हुए एप्पल को नए मॉडल के फ्रंट कैमरे के रेजोलेयूशन में खासा इजाफा करना होगा.

3. बाजार में यह भी चर्चा का विषय बना हुआ है कि नए आईफोन में एप्पल फोर्स टच डिस्प्ले टेक्नॉलजी ला रही है. हालांकि कुछ लोगों का मानना है कि सेफायर क्रिस्टेल का ग्लास कवर नए आईफोन के लिए गेमचेंजर फीचर हो सकता है. सेफायर क्रिस्टेल के ग्लास कवर से युक्त इस फोन के गिरने पर डिस्प्ले स्क्रीन टूटने की समस्या नहीं रह जाएगी.

4. सोनी एक्सपीरिया के स्मार्टफोन और मोटो जी जैसे कुछ सस्ते फोन आजकल वॉटर रेजिस्टेंट फोन ऑफर कर रहे हैं. इस दिशा में एप्पल को भी कदम उठाना चाहिए. लिहाजा, साल 2015 एप्पल के लिए उम्मीदों से भरा रहेगा और शायद ऐसा सुनने को न मिले कि पानी में गिरने से आईफोन खराब हो गया.

5. मोबाइल यूजर्स को उम्मीद रहेगी कि आईफोन के नए मॉडल से आईट्यून्स बाहर कर दिया जाए. दरअसल एप्पल परिवार में आईट्यून्स के इस्तेमाल के लिए कहा जाता है कि यह 21वीं सदी का सबसे अलोकप्रिय सॉफ्टवेयर है. हालांकि, इसकी उम्मीद कम है कि एप्पल नए मॉडल से इस सॉफ्टवेयर को बाहर करे लेकिन इतना साफ है कि एप्पल यूजर्स को आईट्यून्स मुक्त फोन ज्यादा रास आएगा.

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