इस एप से करें सब्जी-भाजी वाले का डिजिटल भुगतान
ये एप दावा करता है इसके जरिये आप अपने स्टाफ के अकाउंट में सीधा पैसा जमा करा पाएंगे और उनके पास अगर स्मार्टफोन न भी हो तो भी वो इस सुविधा का लाभ उठा सकते हैं.
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देशभर की मीडिया में डिजिटल वालेट और ऑनलाइन पेमेंट जैसे शब्द आजकल खूब सुनाई दे रहें हैं. अखबारों में बड़े-बड़े विज्ञापन आ रहें हैं. कई कंपनियों ने डिजिटल पेमेंट को निःशुल्क कर दिया है. लेकिन एक मुसीबत है- ये सब ई-वालेट सिर्फ स्मार्टफोन पर काम करते हैं. पर देश की बहुसंख्यक जनता के पास अभी भी स्मार्टफोन नहीं हैं और संभवतः आप के सब्ज़ीवाले या काम वाली बाई के पास भी न हो और इस वजह से डिजिटल भुगतान उनके लिए बेकार साबित हो रहा है. एक स्टार्टअप ने अब इस पर ध्यान दिया है. Servd नाम के इस स्टार्टअप ने ऐसे लोगों को ये सुविधा मुहैया करने के लिए एक एप लांच किया है.
फिलहाल पुणे में एक पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर लांच हुआ है ये एप |
सर्व्ड के सीईओ जतिन अग्रवाल का कहना है कि इस एप के जरिये आप अपने स्टाफ के अकाउंट में सीधा पैसा जमा करा पाएंगे और उनके पास अगर स्मार्टफोन न भी हो तो भी वो इस सुविधा का लाभ उठा पाएंगे.
तरीका आसान है. सर्व्ड का एप डाउनलोड करके अपने स्टाफ को रजिस्टर करवाएं. इसके लिए नाम, फोन नंबर और आधार नंबर की जरूरत होगी. फिर हिंदी में या किसी और क्षेत्रीय भाषा में उनको एक एसएमएस आएगा. उसके अनुसार कुछ जानकारी भरनी होगी जैसे कि उनका वेतन, छुट्टियां, इत्यादि. इस स्टेप के बाद सर्व्ड से आपके स्टाफ को फोन जायेगा जो एप के बारे में उन्हें पूरी जानकारी देंगे और उनके बैंक अकाउंट को इससे जोड़ने में मदद करेंगे. सिर्फ यही नहीं अगर उनके पास बैंक अकाउंट नहीं है तो सर्व्ड उनको बैंक खाता खोलने में मदद भी करेगा.
एप के जरिये अपने स्टाफ के अकाउंट में सीधा पैसा जमा कराया जा सकता है |
सर्व्ड का उद्देश्य आपका काम आसान करना है. इसके साथ ही इस एप के ज़रिये आप अपने स्टाफ के प्रेजेंट और एब्सेंट दिन का भी हिसाब रख सकते हैं और अपने इलाके में मौजूद दूसरे स्टाफ के बारे में भी जान पाएंगे. आपके स्टाफ के लिए भी ये एप लाभदायक साबित होगा- उनके पास उनकी आमदनी का रिकॉर्ड होगा जिससे उनको आगे चलकर बैंकों से लोन मिलने में आसानी होगी. भविष्य में सर्व्ड ऐसे सारे कामगारों को सस्ते दर पर लोन मुहैया कराने की सोच रहा है.
सर्व्ड नोटबंदी के कुछ दिनों के भीतर ही अपना एप बाजार में लाया जो अब तक 700 से ज्यादा बार डाउनलोड हो चुका है. ये एप अभी पुणे में एक पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर लांच हुआ है और इसके 100 से ज़्यादा प्रोग्रामों पर अभी भी काम चल रहा है और फिलहाल आईफोन के एप-स्टोर और एंड्राइड फ़ोन के प्ले-स्टोर से डाउनलोड के लिए उपलब्ध है.
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