अब कंगाल बनाने के लिए आ रहा है खतरनाक वायरस
वानाक्राई अटैक का पता चलने के बाद रिसर्चर्स ने पाया कि इसके साथ एक और वायरस अटैक हुआ है. जो सबसे खतरानाक है.
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भारत में भी साइबर अटैक की शुरुआत हो चुकी है. साइबर अटैक ने पूरी दुनिया की नाक में दम करके रखा है. अब उसका निशाना भारत है. जहां साइबर अटैक होने का खतरा सबसे ज्यादा है. ऑनलाइन रेस्टोरेंट डिस्कवरी और फूड डिलिवरी सर्विस जोमेटो ( Zomato ) ने इस बात का खुलासा किया है कि 1 करोड़ 70 लाख यूजर्स के रिकॉर्ड्स उनके डाटाबेस से चोरी हो गए हैं. चोर हुई इंफोर्मेशन में यूजर्स की ईमेल एड्रेस और हैशेड पासवर्ड शामिल हैं.
कंपनी के अनुसार जोमेटो यूजर्स ( Zomato users ) को तत्काल ही अपना पासवर्ड बदल लेना चाहिए. यानी जिनके भी जोमेटो में अकाउंट बनाया था. उसकी जानकारी आपके अलावा साइबर क्रिमिनल्स के पास भी है. वो जब चाहें आपके अकाउंट का गलत तरीके से इस्तेमाल कर सकता है.
पूरी दुनिया में तहलका मचाने वाले रैन्समवेयर 'वानाक्राई' ( Ransomeware wannacry ) के बाद अब एक नए वायरस का पता चला है. वानाक्राई अटैक का पता चलने के बाद 'प्रूफपॉइंट' के रिसर्चर्स ने पाया कि इसके साथ एक और वायरस अटैक हुआ है. इस कंप्यूटर सिक्यॉरिटी फर्म में रिसर्चर निकलस गोडियर ने कहा कि इस वायरस का नाम नाम Adylkuzz है. साथ ही उन्होनें कहा कि यह वायरस उन्ही हैकिंग टूल्स का इस्तेमाल करता है, जिसकी पहचान एनएसए ने की है.
नया वायरस न सिर्फ खामोशी से काम करता है बल्कि इसे बनाने का मकसद भी अलग है. शोधकर्ताओं की मानें तो इस नए वायरस को बनाने का मकसद भी अलग है. यह वायरस वर्चुअल करंसी मोनिरो की माइन को प्रभावित करता है और सारी करंसी को वायरस बनाने वालों के पास ट्रांसफर कर देता है. मोनिरो और बिटक्वाइन जैसी वर्चुअल करंसीज ट्रांजैक्शंस को रिकॉर्ड करने के लिए वॉलन्टियर्स के कंप्यूटर्स को इस्तेमाल करती हैं. इसके लिए जिन कंप्यूटर्स को इस्तेमाल किया जाता है उसे माइन कहते हैं.
इंडिया में हुआ अटैक तो...
भारत में बिटक्वाइन और मोनिरो जैसी वर्चुअल करंसीज का चलन नहीं है. ऐसे में माना जा रहा है कि इसका असर भारत में नहीं पड़ेगा. लेकिन डर ये भी है कि मोबाइल वॉलेट और इंटरनेट बैंकिंग में जो भारतीय रुपया रखा है वो निकला नहीं तो एक तरीके से वो भी वर्चुअल करंसी ही हुई. ऐसे में Adylkuzz यहां डाका डाल सकता है.
वानाक्राय साइबर अटैक ने कई देशों को अपना शिकार बनाया. उनमें ब्रिटेन की नेशनल हैल्थ सर्विस, यूएस की पैकेज डिलिवरी सर्विस, स्पैनिश टेलिकॉम टेलिफोनिका, जर्मनी की डच बेह्न रेल नेटवर्क शामिल हैं. लेकिन Adylkuzz नाम का वायरस चुपके से कंप्यूटर में आएगा और धीरे-धीरे सबकुछ उड़ा ले जाएगा.
प्रूफप्रिंट ने अपने ब्लॉग में लिखा है कि इस वायरस का अटैक होने पर विंडोज़ रिसोर्सेज को ऐक्सेस करने में दिक्कत आती है, साथ ही सर्वर और कंप्यूटर की परफॉर्मेंस घट जाती है. इन संकेतों को बहुत से कंप्यूटर यूजर्स तुरंत नोटिस कर सकते हैं. यह चुपके से काम करता है, इसलिए Adylkuzz अटैक साइबर क्रिमिनल्स के लिए बहुत फायदेमंद है. यह इन्फेक्टेड यूजर से चुपके से पैसे कमाता रहता है. कुल मिलाकर ये नया वायरस आपको सिर्फ रुलाएगा नहीं बल्कि धीरे-धीरे आपको कंगाल भी कर देगा.
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