Google Pixel 3A खरीदने जा रहे हैं तो थोड़ा Oneplus 7 के लिए रुकिए, क्योंकि...
भारतीय मार्केट में मिड-प्रीमियम सेग्मेंट में Google Pixel 3A और OnePlus 7 के बीच कड़ी टक्कर होने वाली है. पर आसान शब्दों में अगर इन स्मार्टफोन्स के बारे में पढ़ें तो कौन सा बेहतर साबित हो सकता है?
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2019 में फ्लैगशिप स्मार्टफोन्स एक नई परिभाषा गढ़ रहे हैं. इनोवेशन और फीचर्स के नाम पर पहले जहां गूगल, एपल, सैमसंग जैसी कंपनियों के फोन आधे लाख से भी ऊपर रहते थे वो अब सस्ते होने लगे हैं. इसे चीनी कंपनियों का डर कह लीजिए या फिर तरक्की, लेकिन स्मार्टफोन मार्केट अब पहले से ज्यादा अस्थिर हो गया है. बाजार में कुकुरमुत्ते की तरह नई वैराइटी के स्मार्टफोन्स आ रहे हैं और इनमें अंतर बहुत ज्यादा नहीं रह गया है. पर अगर किसी बेहतर फ्लैगशिप फोन के लिए थोड़ा ज्यादा पैसा खर्च करना हो तो क्या लिया जाए.
हाल ही में भारतीय मार्केट में दो बड़े फोन लॉन्च हुए हैं. ये हैं गूगल के फ्लैगशिप फोन जो मिड-प्रीमियम रेंज में आते हैं. ये हैं Google Pixel 3a और 3a XL. गूगल पिक्सल की बात करते ही हमारी आंखों के सामने 70 हज़ार रुपए घूमने लगते हैं, लेकिन अगर गूगल के इस फोन की कीमत 39,999 रुपए से शुरू हो रही है तो सोचने वाली बात है. पर यहां एक पेंच भी है. गूगल पिक्सल 3a के ग्राहकों के लिए एक नया फोन भी 14 मई को लॉन्च होने जा रहा है. ये फोन है OnePlus 7. वनप्लस कंपनी के बाकी सभी फोन्स भारतीय मार्केट में हिट रहे हैं और जैसा कि उसका प्राइस रेंज होता है
Google Pixel 3A और Pixel 3A XL फीचर्स के मामले में काफी कुछ एक जैसे-
गूगल पिक्सल 3A और 3A XL की बात करें तो दोनों ही फोन स्पेसिफिकेशन के मामले में लगभग एक जैसे हैं. XL जैसा की नाम समझ आ रहा है वो फोन स्क्रीन साइज में बड़ा है. डिस्प्ले की बात करें तो स्क्रीन रेजोल्यूशन और डेप्थ भी काफी कुछ एक जैसी ही है.
ऑक्टा कोर प्रोसेसर के साथ आने वाले इन दोनों ही फोन्स में 2.0 GHz का Kryo 360 प्रोसेसर है. 4GB रैम और कोई एक्सटर्नल मेमोरी नहीं है. एंड्रॉयड 9.0 पाई ऑपरेटिंग सिस्टम दोनों में ही है. साथ ही, इनमें सिंगल रियर कैमरा लेंस दिया गया है. सेल्फी कैमरा 8 मेगापिक्सल है. पर गूगल का पिक्सल फ्लैगशिप कैमरा है और ये बिलकुल अंधेरे में भी इस्तेमाल किया जा सकता है. लाइटिंग और कैमरा फीचर्स को लेकर ग्राहकों को इस फोन से कोई दिक्कत नहीं होगी. यहां तक कि इसे 35000 की रेंज वाला सबसे बेस्ट कैमरा फोन कहा जा रहा है.
गूगल पिक्सल 3A और 3A XL में अंतर
दोनों में अहम अंतर बैटरी और स्क्रीन साइज का है. 3A की बैटरी 3000 mAh पावर की है और 3A XL की बैटरी 3700 mAh पावर की है. बाकी फीचर्स में NFC, हेडफोन जैक, फिंगरप्रिंट स्कैनर आदि सब कुछ अन्य फ्लैगशिप फोन्स की तरह ही है. इनके लुक को आकर्षक बनाया गया है. ब्लैक, व्हाइट और पर्पल रंगों में इन्हें लॉन्च किया गया है.
जहां 3A की कीमत 39,999 रुपए से शुरू हो रही है, वहीं दूसरी ओर 3A XL की कीमत 44,999 रुपए से शुरू हो रही है.
Oneplus 7 और 7 Pro के कुछ लीक हुए फीचर्स-
उम्मीद की जा रही है कि वनप्लस 7 का स्क्रीन साइज 6.40 इंच का होगा और वनप्लस 7 प्रो का स्क्रीन साइज 6.70 इंच का होगा. यहां भी असल अंतर स्क्रीन साइज और बैटरी का होगा. 7 में जहां 3700 mAh पावर की बैटरी आ सकती है वहीं 7 प्रो में 4000 mAh पावर की बैटरी आएगी. हालांकि, लीक हुए फीचर्स ये भी बताते हैं कि 7 प्रो में रियर कैमरा के मामले में तीन लेंस होंगे और 7 में सिर्फ दो.
Oneplus की लॉन्चिंग से पहले लीक हुई तस्वीरथोड़ा सा भी साइज और बैटरी पावर बढ़ने से फोन की कीमत में जमीन आसमान का अंतर हो सकता है. वनप्लस के मामले में 7 की कीमत 39,999 हज़ार रुपए से शुरू हो सकती है और 7 प्रो की कीमत 49,999 रुपए से शुरू हो सकती है. इन दोनों फोन्स में और क्या अंतर है ये तो लॉन्चिंग के बाद ही पता चलेगा.
OnePlue 7 और OnePlue 7 Pro के लीक हुए फीचर्स-
- दोनों ही स्मार्चफोन्स में 48 मेगापिक्सल का रियर कैमरा लेंस पावर होगा और ये इस रेंज में आने वाले कई फ्लैगशिप फोन्स के लिए बेहद खतरनाक फीचर साबित हो सकता है. खास तौर पर भारतीय मार्केट में क्योंकि कैमरा पावर देखकर लोग इनकी ओर आकर्षित होते हैं.
- वनप्लस 7 प्रो में ट्रिपल कैमरा सेटअप होगा जिसमें एक 48 मेगापिक्सल का सोनी का लेंस होगा. ये लेंस OIS (ऑप्टिकल इमेट स्टेबिलाइजेशन) के लिए भी होगा जो फोटो को ब्लर होने से रोकता है. दूसरा लेंस 16 मेगापिक्सल का वाइड एंगल सेंसर और तीसरा 8 मेगापिक्सल का फोकल लेंथ सेंसर होगा. यहीं 7 में सोनी वाला लेंस तो होगा ही जो 48 मेगापिक्सल की पावर देगा, दूसरा लेंस वाइड एंगल होगा.
- दोनों में सेल्फी के लिए पावरफुल कैमरा होगा.
- डुअल सिम सेटअप होगा.
- स्टोरेज ऑप्शन में 6 GB रैम के साथ 128GB और 256GB के वेरिएंट और 12 GB रैम के साथ 256GB स्टोरेज वेरिएंट मिलेगा.
- फिंगरप्रिंट सेंसर, NFC और अन्य कनेक्टिविटी ऑप्शन पहले से थोड़े बेहतर होंगे.
ये चारों फोन्स देखने-सुनने में तो बहुत अच्छे लग रहे हैं, लेकिन अगर खरीदने की बात आए तो कौन सा चुनना बेहतर रहेगा? वैसे तो अभी वनप्लस फोन लॉन्च नहीं हुए हैं तो इनका असली रिव्यू और फीचर्स का लेखा-जोखा नहीं लिखा जा सकता है, लेकिन हमारे सामने गूगल के 3A और 3A XL जरूर हैं.
Google Pixel 3A और Pixel 3A XL को लेकर फैसला लेने से पहले ये जान लें-
इन फोन्स के साथ सॉफ्टवेयर सपोर्ट सबसे बेहतरीन है और गूगल के होने के कारण टाइम पर सॉफ्टवेयर अपडेट भी मिलती रहेगी. साथ ही, क्योंकि ये गूगल के अपने फोन हैं तो Bloatware (फैक्ट्री द्वारा फोन में डाले गए एप्स जिनका काम ज्यादा नहीं होता, लेकिन बहुत मेमोरी खर्च कर लेते हैं.) की समस्या कम होगी. जहां तक कैमरा की बात है तो कम मेगापिक्सल के कारण घबराना नहीं चाहिए क्योंकि गूगल पिक्सल में लेंस क्वालिटी भी मायने रखती है. हेडफोन जैक भी है और क्योंकि इसमें सॉफ्टवेयर को लेकर कोई छेड़छाड़ नहीं की गई है और गूगल का अपना इंटरफेस है इसलिए बैटरी बैकअप भी अच्छा है.
पर अगर इन फोन्स में खराबी की बात करें तो सबसे पहले तो भारतीय मार्केट में इस बात को लेकर ही इस फोन को नकारा जा सकता है कि इसमें डुअल सिम नहीं है. भारत में डुअल सिम फोन का चलन ज्यादा है और जियो के आने के बाद से तो ये ज्यादा ही बढ़ गया है. इसमें फ्रंट फेसिंग स्पीकर्स की कमी भी अखरेगी क्योंकि ऐसे में फोन नीचे रखकर गाने बजाना थोड़ा मुश्किल हो जाएगा.
आउट ऑफ द बॉक्स देखें तो कीमत इसकी अभी भी ज्यादा है. गूगल के नाम को छोड़ दिया जाए तो इस रेंज में बेहतरीन स्मार्टफोन्स मिल सकते हैं. साथ ही, सिर्फ 4GB रैम ऑप्शन कम हैं और इसे यकीनन फोन के सबसे खराब फीचर्स में से एक कहा जाएगा. आज के जमाने में भले ही फोन कितना भी तेज़ क्यों न हो, लेकिन 6GB रैम और 128 GB मेमोरी ऑप्शन बेहतर विकल्प लगेंगे. खास तौर पर तब जब इस फोन में एक्सटर्नल मेमोरी की सुविधा नहीं हो. अब इतना महंगा फोन कोई 1 साल के लिए तो खरीदेगा नहीं (खास तौर पर भारतीय मार्केट में.) ऐसे में अगर मैं कहूं कि अगले साल तक लगभग सभी फ्लैगशिप फोन्स 6GB रैम के साथ आएंगे तो गलत नहीं होगा. ये तकनीक बहुत जल्दी फेज आउट हो सकती है.
सबसे बेहतरीन कैमरा कम दाम में चाहिए तो Pixel 3A और 3A XL खरीदिए-
गूगल पिक्सल 3A और 3A XL में लाख कमियां हो सकती हैं, लेकिन जो बात सबसे बेहतरीन है वो है इसका कैमरा. कैमरा लेंस के साथ जिस तरह से गूगल ने अपना AI बनाया है उस हिसाब से देखें तो यकीनन पिक्सल अपनी रेंज में सबसे बेहतरीन कैमरा फोन कहलाएगा. भले ही वनप्लस में 48 मेगापिक्सल का कैमरा आए, लेकिन वो पिक्सल से कहीं न कहीं पीछे रह सकता है. हालांकि, पूरा कैमरा रिव्यू करने के बाद ही असली क्वालिटी समझ आएगी, लेकिन यकीन मानिए पिक्सल का फ्लैगशिप कैमरा अगर इस सस्ते फोन में मिल रहा है तो ये बुरी डील नहीं हो सकती है. इसका नाइट साइट फीचर रात के अंधेरे में या एकदम अंधेरे कमरे में जरा सी लाइट का इस्तेमाल भी फोटो बनाने के लिए कर सकता है.
क्यों मिड-प्रीमियम रेंज के ग्राहकों को Oneplus 7 का इंतजार करना चाहिए?
सबसे पहली बात तो जितने भी स्पेसिफिकेशन लीक हुए हैं वो यकीनन बेहद आकर्षक लग रहे हैं. जो भी समस्याएं गूगल पिक्सल 3A और 3A XL में हैं वो वनप्लस पूरी कर सकता है. हां, असल तुलना लॉन्च के बाद दोनों फोन को एक साथ रखने पर ही समझ आएगी. गूगल की बात करें तो ये कीमत के हिसाब से भले ही कम हो सकता है, लेकिन फीचर्स के हिसाब से भी इसमें कई चीज़ें नहीं हैं. डिजाइन, पावर, स्पीड और भारी-भरकम स्पेसिफिकेशन की चाहत रखने वालों को वनप्लस का इंतजार करना चाहिए.
कुल मिलाकर Oneplus में इतने फीचर्स तो हैं ही कि उसके मार्केट में आने का इंतजार किया जाए. वनप्लस फोन लीक हुए फीचर्स के हिसाब से तो अपने रेंज सेग्मेंट में बेहतरीन फोन समझ आ रहा है. अगर गूगल पिक्सल पर दिल आ गया है तब भी थोड़े दिन का इंतरजार कर दोनों फोन की तुलना करना ज्यादा बेहतर विकल्प हो सकता है.
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