वो बातें जो Bitcoin के बारे में आम लोगों को पता होनी चाहिए...
बिटक्वाइन के निवेशक इस समय करोड़ों में खेल रहे हैं. भारत से भी कई लोग इसमें निवेश करने के बारे में सोच रहे हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि आखिर ये है क्या, इसमें निवेश कैसे करते हैं, ये कहां रखा जाता है या कैसे मिलेगा बिटक्वाइन?
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अगर आपने अभी तक बिटक्वाइन का नाम नहीं सुना तो ये बहुत चकित करने वाली बात है. पिछले एक साल में जिस तरह बिटक्वाइन करंसी ने तरक्की की है उस तरह से तो शायद अमेरिका ने भी नहीं की होगी.
बिटक्वाइन की कीमत 11000 डॉलर तक हो गई है. इसमें इन्वेस्टमेंट करने वाले इतने अमीर हो गए हैं कि अब इसके बारे में आम लोगों को जानकारी लेना जरूरी है...
क्या है बिटक्वाइन...
ये एक तरह की डिजिटल करंसी है जिसे 2009 में बनाया गया था. इसे बनाने वाले का नाम भी नहीं पता और वो फेक नेम सातोशी नाकामोटो के नाम से काम कर रहा था.
इससे पेमेंट करने में कोई ट्रांजैक्शन फीस नहीं लगती. आपको अपना पर्सनल नाम और डिटेल्स देने की भी जरूरत नहीं और अब ज्यादा से ज्यादा लोग इसे इस्तेमाल करने लगे हैं. पीज्जा, ब्यूटी पार्लर आदि में ये इस्तेमाल होती है. क्योंकि इस करंसी में पैसे के लेनदेन में नाम की जरूरत नहीं होती इसलिए ये फिरौती के रूप में भी मांगी जाने लगी है.
कितने हैं ये...
बिटक्वाइन की सप्लाई कम ही है ये सिर्फ 21 मिलियन हैं. अभी तक 16.7 मिलियन बिटक्वाइन ही रिलीज किए गए हैं. 12.5 नए बिटक्वाइन हर 10 मिनट में रिलीज होते हैं और इस प्रोसेस को ही माइनिंग कहा जाता है. हर मिनट ग्लोबल कम्प्यूटर नेटवर्क जटिल पहेलियों को हल करने में लगे होते हैं ताकि बिटक्वाइन मिल सकें.
माइनिंग...
एक बिटक्वाइन को माइन करने के लिए जटिल गणित की पहेलियां हल करनी होती हैं. इसी तरह से बिटक्वाइन बनते हैं. इसे हल करने वाले को 25 बिटक्वाइन दिए जाते हैं.
कहां रखते हैं बिटक्वाइन...
बिटक्वाइन किसी तरह के डिजिटल वॉलेट में स्टोर किए जाते हैं. जो या तो क्लाउड पर या फिर यूजर के कम्प्यूटर में स्टोर रहता है. ये वॉलेट एक तरह का वर्चुअल बैंक होता है जो ग्राहकों को बिटक्वाइन खरीदने और बेचने की इजाजत देता है. या तो इससे सामान खरीदा जा सकता है या फिर अपने पैसे को सुरक्षित रखा जा सकता है. बिटक्वाइन वॉलेट का इंश्योरेंस नहीं होता.
बिटक्वाइन सर्वर को हैक किया जा सकता है, या फिर ऐसा भी हुआ है कि कंपनियां ग्राहकों के बिटक्वाइन लेकर चली गई हों. अगर ये पर्सनल कम्प्यूटर में रखा है तो हो सकता है कि आप गलती से इन्हें डिलीट कर दें या फिर कोई वायरस इन्हें खराब कर दे.
कितनी मेहनत...
बिटक्वाइन को निकालने के लिए यानि माइनिंग के लिए जो मेहनत लगती है वो काफी ज्यादा है. एक बिटक्वाइन ट्रांजैक्शन में एक कम्प्यूटर 215 किलोवॉट प्रति घंटे के हिसाब से बिजली की खपच करता है. कुल मिलाकर 3 लाख बिटक्वाइन ट्रांजैक्शन हर दिन होते हैं और ये एक अमेरिकी घर के पूरे हफ्ते की बिजली खपत से भी ज्यादा है.
सबसे छोटा...
एक बिटक्वाइन का सबसे छोटा यूनिट होता है एक सातोशी.. इसे इसके रचियता के नाम पर बनाया गया है. एक सातोशी एक बिटक्वाइन का 1 करोड़वां हिस्सा होता है. इसका मतलब अभी के एक्सचेंज रेट को देखा जाए तो एक सातोशी मतलब $0.0001 होगा.
बिटक्वाइन से बने करोड़पति...
बिटक्वाइन ने किसी भी सेंट्रल बैंक द्वारा जारी की गई मुद्रा से बेहतर तरक्की की है. सिर्फ 2014 में ही ये खराब प्रदर्शन में रहा था. अगर किसी ने 1000 डॉलर के बिटक्वाइन 2013 में खरीदे थे और उन्हें अभी तक बेचा नहीं था तो अब वो 80 मिलियन डॉलर के आस-पास होंगे.
चोरी...
हैकर्स और कर्मचारियों द्वारा लगभग 9 लाख 80 हजार बिटक्वाइन अभी तक चुराए जा चुके हैं. इसकी कीमत लगभग 10 बिलियन डॉलर होगी.
मार्केट...
अभी तक जितने भी बिटक्वाइन रिलीज किए गए हैं उनकी कुल कीमत लगभग 190 बिलियन डॉलर है. ये डिजनी के मार्केट कैप से ज्यादा है.
कहां से खरीदेंगे...
कई मार्केट ट्रेडिंग कंपनियां बिटक्वाइन बेचती हैं. इसे ऑनलाइन खरीदा जा सकता है, लेकिन अब बहुत सी फेक कंपनियां भी इसकी ट्रेडिंग कर रही हैं और इससे नुकसान भी हो सकता है. इसलिए इन्वेस्टमेंट से पहले कंपनी का बैकग्राउंड जांच लें. अभी तक Mt. Gox नाम सबसे बड़ा बिटक्वाइन एक्सचेंज है.
भविष्य का क्या...
बिटक्वाइन का भविष्य अधर में ही है. सरकारें इसपर टैक्स लगाने और इसके गैरकानूनी इस्तेमाल जैसे विषयों पर चर्चा कर रही हैं. ये भी नहीं पता कि ये करंसी कब क्रैश हो जाए. पर जैसा भी है फिलहाल तो जिसके पास बिटक्वाइन है वो मालामाल है.
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