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Updated: 27 अगस्त, 2021 10:41 PM
ज्योति गुप्ता
ज्योति गुप्ता
  @jyoti.gupta.01
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अफगानिस्तान की हालात किसी से छिपी नहीं है. तालिबान कब्जे के बाद दिन प्रति दिन स्थितियां बदतर होती जा रही हैं. वहां कोई सुरक्षित नहीं है. कभी पत्रकार की पिटाई कर दी जा रही है तो कभी किसी महिला को गोली मार दी जा रही.

कभी किसी लड़की को जबरदस्ती घर से उठा लिया जा रहा है तो कभी पढ़ने जाने पर मारा जा रहा है. हम और आप यहां बैठकर कल्पना मात्र कर सकते हैं. इस दर्द को वही समझ सकता है जिसके सिर बीत रही है.

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अब तक अफगानिस्तान ने सैकड़ों लोग दूसरे देशों में शरण ले चुके हैं. काफी लोग भारत भी पहुंचे हैं. कई लोगों ने अपना दर्द बयां किया है कि कैसे वहां महिलाओं के साथ दुर्व्यहार हो रहा है. कैसे लोग जान बचाने के लिए छिपते फिर रहे हैं. 

तालिबान कब्जे के बाद हालात इतने खराब हैं कि किसी तरह लोग अफगानिस्तान से निकलकर सुरक्षित जगहों पर जा रहे हैं. बड़ी संख्या में लोग पलायन कर रहे हैं. इसी बीच काबुल में इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर दो बड़े धमाके हुए. जिसमें सैकड़ों लोगों की जान गईं. इसके बाद तो लोग और ज्यादा सहमे हुए हैं. 

ऐसे में अफगान की अभिनेत्री मलिशा हीना खान ने अपनी तकलीफ साझा की है. मलिशा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का शुक्रिया अदा करने के साथ ही कहा है कि भारत विश्व के कई इलाकों से बहुत ज्यादा सुरक्षित देश है.

मलिशा ने कहा कि अफगानिस्तान में मेरे परिवार के चार लोगों को जान ले ली गई. मरने वालों में मेरे चाचा भी शामिल हैं. वे अफगानिस्तान सरकार के परिवहन मंत्रालय में काम करते थे. इसके साथ ही मेरे दो कजन को भी मार डाला. 

मलिशा के अनुसार, उनके परिवार के लोग कार से जा रहे थे. उसी वक्त तालिबान की फायरिंग की वजह से उसमें धमाका हो गया. मलिशा हीना खान ने अपने ट्वीट में लिखा है कि “हम बहुत भाग्यशाली हैं कि भारत में रह रहे हैं. पीएम नरेंद्र मोदी का धन्यवाद."

मलिशा ने बताया कि उनके परिवार के 5-6 लोग अभी भी अफगानिस्तान में ही फंसे हुए हैं. वे लोग किसी तरह तालिबान से छिपकर रह रहे हैं ताकि उनकी जान बच सके. मलिशा की बातों ने तालिबान के झूठ को बेनकाब कर दिया है. तालिबान ने कहा कि हमसे लोगों को डरने की जरूरत नहीं है, लेकिन वहां से भागे लोग हर रोज उनके झूठ से परदा हटा रहे हैं.

दूसरी तरफ कुछ भारत के लोग तालिबान का समर्थन कर रहे हैं, काश उनके आंखों से पट्टी हटती और वे समझ पाते कि वे अपने देश भारत में कितना आजाद हैं, दूसरे लोगों को तो समझ आ गया लेकिन यहां के लोगों को कब समझ आएगा? 

लेखक

ज्योति गुप्ता ज्योति गुप्ता @jyoti.gupta.01

लेखक इंडिया टुडे डि़जिटल में पत्रकार हैं. जिन्हें महिला और सामाजिक मुद्दों पर लिखने का शौक है.

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