X
Login
You agree to our privacy and cookie policy while login to our website.
Login With Facebook
iChowk
Aaj Tak
বাংলা
Aaj Tak Campus
GNTTV
Lallantop
India Today
Business Today
Cosmopolitan
Harper's Bazaar
Reader's Digest
Northeast
Malayalam
Sports Tak
Crime Tak
Astro Tak
Gaming
Brides Today
Ishq FM
सियासत
समाज
संस्कृति
स्पोर्ट्स
सिनेमा
सोशल मीडिया
इकोनॉमी
ह्यूमर
टेक्नोलॉजी
वीडियो
लॉगिन करें
मोबाइल नंबर
(+91)
Submit
or
You agree to our privacy and cookie policy while login to our website.
*
OTP डालें
OTP फिर भेजें
OTP फिर भेजें
Submit
New
अपनी स्टोरी, कविता या कहानी साझा करें...
चर्चा में
महाराष्ट्र
औरंगजेब
ज्ञानवापी मस्जिद
कांग्रेस
राहुल गांधी
योगी आदित्यनाथ
यूपी विधानसभा चुनाव 2022
रूस यूक्रेन विवाद
नरेंद्र मोदी
पंजाब चुनाव
उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2022
अखिलेश यादव
ओमिक्रॉन वेरिएंट
ममता बनर्जी
कोरोना वायरस
अफगानिस्तान
ऑक्सीजन
पश्चिम बंगाल चुनाव 2021
कोरोना वैक्सीन
किसान आंदोलन
भारत-चीन
अमित शाह
प्रियंका गांधी
टीम इंडिया
विराट कोहली
अरविंद केजरीवाल
अरुण जेटली
संस्कृति
| 6-मिनट में पढ़ें
लोकेन्द्र सिंह राजपूत
@5745259062180641
सांस्कृतिक राष्ट्रत्व में है अलगाव की समस्या का समाधान
हमारी उदारता, संवदेनशीलता, मानवता के साथ ही सहिष्णुता का मूल कारण हमारी सांस्कृतिक विरासत है. वर्तमान चुनौतियों को देखते हुए और गौरवमयी भविष्य के लिए भारत और भारतीयता के हित में आज की राजनीति के केंद्र में सांस्कृतिक राष्ट्रत्व को लाने की आवश्यकता है.
समाज
| 1-मिनट में पढ़ें
Udayvir Singh
एक कविता- देश की धरोहर युवा
इस कविता में युवाओं को सफलाता पाने के उपायों और देश के लिए उनकी जिम्मेदारी तथा मन को कंट्रोल करने के बारे मे बताया गया है.
समाज
| 2-मिनट में पढ़ें
Jyoti Verma
@3229341330666291
जब बटुकेश्वर दत्त ने क्रांति के प्रचार के लिए विधानसभा में फेंके थे बम
महान क्रांतिकारी बटुकेश्वर दत्त की जयंती पर जानिये उन्होंने भगत सिंह के साथ मिलकर विधानसभा में बम क्यों फेका?
सियासत
| बड़ा आर्टिकल
कौशलेंद्र प्रताप सिंह
@2342512585887517
अब दलीय सरकारों से देश की जनता का उत्थान नहीं होगा, होना होता तो अब तक हो जाता
हिंदुस्तान का हर नौजवान किसी न किसी विचारधारा के रोग से ग्रसित है. क्या उस विचारधारा से गांव के गरीब के जीवन में अमूल-चूल परिवर्तन हुआ? बेटियों से बलात्कार तब भी होता था और आज ज्यादा हो रहा है? भ्रष्टाचार तब छुप छुपा के था आज खुल्लम खुल्ला हो रहा है, पुलिस तब भी कहर बरपाती थी, आज फ़र्ज़ी मुकदमों में फ़साती है, तब जातिवाद न के बराबर था और आज जाति ही सबकुछ है.
स्पोर्ट्स
| 4-मिनट में पढ़ें
कुमार विवेक
@5348576095262528
टीम इंडिया की हार का विश्लेषण: टीम चयन और योजनाओं का अभाव
टीम इंडिया (Team India) की ये हार पहले से तय दिख रही थी. पाकिस्तान (Pakistan) से हम पहला मैच हारते-हारते जीते थे. उसके बाद के मैच कमजोर टीमों के खिलाफ थे, जिन्हें आप जीत गए. लेकिन, उन मैचों का भी सूक्ष्म विश्लेषण करेंगे. तो, पाएंगे कि वहां भी हमारा प्रदर्शन क्षमता के अनुरूप नहीं था.
सियासत
| 3-मिनट में पढ़ें
देवेश त्रिपाठी
@devesh.r.tripathi
अब सर्वे में भारत से ज्यादा सुरक्षित निकला पाकिस्तान! आखिर ये सर्वे हो किस पर रहे हैं
दुनिया के सबसे सुरक्षित देशों की जानकारी के लिए हुए सर्वे में पाकिस्तान (Pakistan) भारत से भी आगे है. गैलप लॉ एंड ऑर्डर इंडेक्स (Gallup Law & Order Index) के हिसाब से भारत (India) से ज्यादा सुरक्षित जगह पाकिस्तान है. आतंकियों की पनाहगाह के नाम से मशहूर पाकिस्तान के लिए ये सम्मान से कम नहीं है. लेकिन, भारत के खिलाफ ऐसी साजिशें क्यों हो रही हैं?
समाज
|
एक अलग नज़रिया
| 4-मिनट में पढ़ें
ज्योति गुप्ता
@jyoti.gupta.01
पुर्तगाल में भारतीय गर्भवती की मौत, स्वास्थ्य मंत्री ने इस्तीफा देकर सबक दिया है
पुर्तगाल की राजधानी लिस्बन में भारतीय मूल की 34 साल की गर्भवती महिला की मौत हो गई, क्योंकि वहां के सबसे बड़े अस्पताल सांता मारिया ने उसे जगह नहीं दी. उसे दिल का दौरा पड़ा और वह दूसरे अस्पताल पहुंचने से पहले ही दुनिया छोड़ गई...
समाज
|
एक अलग नज़रिया
| बड़ा आर्टिकल
ज्योति गुप्ता
@jyoti.gupta.01
पीएम मोदी ने 2014 से 2022 तक लाल किले के भाषणों में महिलाओं के लिए क्या कहा, जानिए...
पीएम नरेंद्र मोदी ने स्वतंत्रता दिवस के अपने भाषण (PM Modi Independence Day Speech) में देश की महिलाओं के लिए कहा कि 'किसी न किसी वजह से हमारे अंदर यह सोच आ गई है कि हम अपनी बोली से, अपने व्यवहार से और अपने कुछ शब्दों से महिलाओं का अनादर करते हैं." जानिए साल 2014 से लेकर 2022 तक देश की औरतों के लिए पीएम ने क्या-क्या कहा है...
सोशल मीडिया
|
एक अलग नज़रिया
| 4-मिनट में पढ़ें
ज्योति गुप्ता
@jyoti.gupta.01
रूसी सैनिक जंग जीतने के लिए इतना नीचे गिए गए, यूक्रेनी महिलाओं को मैसेज कर दे रहे गंदे ऑफर
रूसी सैनिकों को मसखरी और रोमांस कैसे सूझ रहा है? वे सोशल मीडिया के जरिए यूक्रेनी महिलाओं को गंदे मैसेज भेजकर मिलने का ऑफर दे रहे हैं. जवाब में यूक्रेनी महिला सैनिकों ने भी कमर कस ली है. वे गंदे मैसेज भेजने वालों को बेहतरीन तरीके से सबक सिखा रही हैं.