The Lion King: आर्यन खान की लॉन्चिंग किश्तों में क्यों?
फिल्मी सितारों के बच्चे जब पहली बार फिल्मी दुनिया में कदम रखते हैं तो उनके लिए शानदार लॉन्चिंग की जाती है. ऐसे में शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान का इस तरह फिल्मों में कदम रखना थोड़ा अजीब लगता है. आर्यन खान के लिए शाहरुख खान के इस फैसले की वजह क्या हो सकती है?
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बॉलीवुड के रिवाजों में से एक है स्टार किड्स की लॉन्चिंग. एक स्टार किड जब फिल्मी दुनिया में कदम रखता है तो उसके लिए जो तैयारी की जाती है वो बहुत खास होती है. लेकिन शाहरुख खान ने अपने बेटे की लॉन्चिंग फिल्मों में करी भी है और नहीं भी. शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान की आवाज तो थिएटर तक पहुंच गई है, लेकिन चेहरा नहीं. कह सकते हैं कि Shahrukh Khan ने अभी सिर्फ Aryan Khan की आवाज को लॉन्च किया है, बेटे को लॉन्च करना बाकी है.
90 के दशक की सबसे चर्चित और सुपरहिट एनिमेटेड फिल्म थी 'The Lion King' जिसे दोबारा नए रूप में पर्दे पर लाया गया है. डिजनी की इस लाइव-एक्शन फिल्म 'द लॉयन किंग' के हिंदी वर्जन में शाहरुख खान ने किंग मुफासा और उनके बेटे आर्यन ने सिंबा के किरदार को अपनी आवाज दी है.
The lion king के मुख्य किरदारों को आवाज शाहरुख और उनके बेटे ने दी है
लेकिन ऐसा क्यों कि बॉलीवुड पर राज करने वाले बादशाह को अपने बेटे को यहां किश्तों में लाना पड़ रहा है. फिल्मी सितारों के बच्चे जब पहली बार फिल्मी दुनिया में कदम रखते हैं तो उसे 'ब्रेक' नहीं 'लॉन्च' कहते हैं. और जितना एट्रैक्टिव ये शब्द है उतनी ही शानदार होती है सितारों के बच्चों की लॉन्चिंग.
राकेश रौशन ने बेटे ऋतिक को लॉन्च करने के लिए कहो न प्यार है बनाई थी. ऋषि कपूर के बेटे रणबीर कपूर की लॉन्चिंग बुई संजय लीला भंसाली जैसे बड़े डायरेक्टर की भव्य फिल्म सांवरिया से. डेविड धवन के बेटे वरुण धवन की लॉन्चिंग करण जौहर की बड़ी फिल्म स्टूडेंट ऑफ द इयर से हुई थी. अनिल कपूर के बेटे हर्षवर्धन कपूर की लॉन्चिंग भी एक बड़े बजट की फिल्म मिर्जिया से की गई थी. कहने का मतलब ये है कि जितना बड़ा सितारा, उसके बेटे के लिए उतनी ही खास फिल्म. ऐसे में शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान का इस तरह फिल्मों में कदम रखना थोड़ा अजीब लगता है. आर्यन खान के लिए शाहरुख खान के इस फैसले की वजह क्या हो सकती है?
1. शाहरुख का डर
हर पिता अपने बच्चे के करियर के लिए डरता है. बॉलीवुड का इतिहास रहा है कि एक कामयाब स्टार का बेटा अपने पिता की तरह कामयाब नहीं हो पाता. जो मुकाम अमिताभ बच्चन को मिला वो कभी अभिषेक बच्चन को नहीं मिल सका. अनिल कपूर के बेटे हर्षवर्धन कपूर भी तमाम कोशिशों के बावजूद चल नहीं पा रहे. एक डर इस बात का भी हो सकता है. दूसरा, शाहरुख खान की पिछली कुछ फिल्मों ने भी खास नहीं किया है. 'फैन', 'रईस', 'जब हैरी मेट सेजल', 'डियर जिंदगी' और 'जीरो' जैसी फिल्में शाहरुख खान के गिरते ग्राफ की तरफ इशारा करती हैं. हो सकता है कि शाहरुख डरते हों कि इसका असर कहीं आर्यन की लॉन्चिंग पर भी न पड़ जाए.
2. बाप-बेटे की आवाज एक जैसी होना भी समस्या
आर्यन की आवाज़ काफी हद तक शाहरुख खान की आवाज से मिलती है. एक बार सुनने में लगता है कि शाहरुख खान ही बोल रहे हों. लोगों में इस बात को लेकर काफी रोमांच है कि पिता और पुत्र की आवाज एक जैसी है. लेकिन यही समानता आर्यन की कमजोरी भी बन सकती है. वो इसलिए क्योंकि आवाज एक सी होने का मतलब ये नहीं कि आर्यन अपनी आवाज में वही सोज भी लेकर आएं जो शाहरुख की आवाज में है. दर्शक आर्यन से शाहरुख जैसी ही उम्मीदें लगाएंगे. और अगर आर्यन उसपर खरे न उतरे तो ये उनके लिए अच्छा नहीं होगा.
पहले सुनिए शाहरुख की आवाज
और अब शाहरुख के बेटे आर्यन की आवाज
3. Lion King की कामयाबी आर्यन की कामयाबी नहीं
The Lion King डिजनी की कामयाब कृति है, और जब ये एनिमेटिड फिल्म पुर्दे पर आई थी तो इसने कामयाबी के कई रिकॉर्ड तोड़े थे. इसे दो बार रिलीज किया गया था और बाद में इसे सीरीज़ के रूप में टीवी पर भी दिखाया गया था. 'द जंगल बुक' बना चुके निर्देशक Jon Favreau ने ही इसे बनाया है जिनकी खासियत ये है कि एनिमेटेड होते हुए भी फिल्म के जानवर असली ही दिखाई देते हैं. इस फिल्म को सुपर हिट होने से तो कोई रोक ही नहीं सकता. क्योंकि इस बार एनिमेशन नहीं असकी कामयाबी ही इसकी गारंटी है. ऐसे में शाहरुख खान The Lion King की कामयाबी को आर्यन की कामयाबी कैसे बता पाएंगे?
4. बच्चों को अनुभवी बनाना चाहते हैं शाहरुख
हर बाप की तरह शाहरुख खान के मन में भी अपने बच्चों के भविष्य लिए बहुत सी उम्मीदें होंगी. लेकिन इतने बड़े स्टार के लिए जरा भी मुश्किल नहीं होगी आर्यन खान या सुहाना को लॉन्च करना. आर्यन 21 के हैं और सुहाना 19 की, लेकिन शाहरुख खान के बच्चे अभी तक फिल्मों में नहीं दिखे. शाहरुख ने उनकी पढ़ाई को एक्टिंग से ऊपर रखा. और पढ़ाई के बाद हो सकता है कि शाहरुख अपने बच्चों को फिल्मी दुनिया की बारीकियां सिखाना चाहते हों. सिर्फ आवाज से लोगों को कैसे बांधा जा सकता है ये शहरुख आर्यन को समझाना चाहते हों. जाहिर है इसके लिए शाहरुख ने आर्यन का वॉयस ओवर की बारीकियां सिखाई होंगी, उतार चढ़ाव सिखाए होंगे. इसे फिल्मों के कदम रखने से पहले की तैयारी कह सकते हैं.
शाहरुख खान पहले बच्चों को सिखाना चाहते हैं
5. The Lion King के जरिये कल का अनुमान लगा रहे हैं शाहरुख
इस फिल्म के जरिए शाहरुख खान ये आंक सकते हैं कि आर्यन का स्वागत करने के लिए बॉलीवुड और दर्शक कितने तैयार हैं. यानी इस फिल्म की पॉपुलैरिटी और आर्यन की पॉपुलैरिटी का ग्राफ ये तय करेगा कि लोग आर्यन खान को लेकर भी क्या उतने ही एक्साइटेड हैं जितना कि शाहरुख खान को लेकर रहते हैं. हो न हो इससे शाहरुख खान लोगों का मिजाज जान सकते हैं और उसी हिसाब से आने वाले समय में बेटे की लॉन्चिंग की तैयारी कर सकते हैं.
भारत में फिल्म पहले ही दिन 10.75 करोड़ रुपए कमा चुकी है. यानी देखा जाए तो शाहरुख के बेटे आर्य खान की पहली फिल्म को एक जबरदस्त ओपनिंग मिली है. शाहरुख खान को डरने की जरूरत नहीं. क्योंकि अभी तो सिर्फ आवाज लॉन्च हुई है, पिक्चर अभी बाकी है मेरे दोस्त...
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