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Updated: 11 सितम्बर, 2018 11:36 AM
श्रुति दीक्षित
श्रुति दीक्षित
  @shruti.dixit.31
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Jack Ma.. अगर आपको ये नाम पता है तो इसका मतलब आप दुनिया की सबसे बड़ी ईकॉमर्स कंपनी अलीबाबा के बारे में कुछ जानते हैं. अलीबाबा ग्रुप होल्डिंग लिमिटेड कंपनी के मालिक, फाउंडर जैक मा ने अपने रिटायरमेंट प्लान के बारे में बता दिया है. अलीबाबा से रिटयर होने के बाद कंपनी की कमान चीफ एक्जिक्यूटिव Daniel Zhang संभालेंगे. जैक मा ने ये कंपनी 1999 में शुरू की थी. उनके साथ 17 अन्य लोग भी थे और तब से लेकर आज तक जैक सिर्फ चीन में ही नहीं बल्कि दुनिया भर में एक जाना माना चेहरा बन गए. अब जैक 20 साल बाद अपनी बनाई हुई कंपनी से रिटायर हो रहे हैं. चीन में कई लोगों के रोल मॉडल बन चुके जैक अपनी सत्ता डैनियल झैंग को दे रहे हैं. हालांकि, डैनियल का चुनाव आसानी से नहीं किया था. जैक ने अपने स्टार और शेयर होल्डर्स को लिखे एक लेटर में इस बारे में जानकारी दी. 

जैक ने शिवगामी की तरह चुना अपने बाहुबली को..

जैक मा ने अपनी सत्ता के लिए उत्तराधिकारी चुनने में भी कोई कमी नहीं की है. जैक ने बिलकुल फिल्म बाहुबली की शिवगामी की तरह ही अपना उत्तराधिकारी चुना. इसके लिए जैक सालों से इसके लिए झैंग के काम पर नजर रखे हुए थे. जैसे शिवगामी ने राजा बनाने के लिए दोनों राजकुमारों को बचपने से जवानी तक प्रशिक्षण दिया था और कई चुनौतियां सामने रखी थीं, वैसे ही जैक मा भी डैनियल को उनके कंपनी ज्वाइन करने के समय से ही चुनौतियां दे रहे हैं और उनपर निगरानी रखे हुए हैं. इसके बारे में उन्होंने स्टाफ और शेयरहोल्डर्स को लिखे एक पत्र में बताया है.

जैक लिखते हैं कि जब से डैनियल झैंग जिन्हें झैंग योंग भी कहा जाता है उन्हें 2015 में चीफ एग्जिक्यूटिव बनाया गया है कंपनी ने 13 तिमाही से सिर्फ ग्रोथ ही देखी है. उनकी गणना करने की शक्ति बेहद मजबूत है और उसकी कोई तुलना नहीं. वो कंपनी के मिशन को सर्वोपर रखते हैं और उनमें ये शक्ति है कि वो क्रिएटिव बिजनेस मॉडल लागू कर सकें और नई चीज़ों का आविष्कार कर सकें.

जैक ने लिखा कि उन्होंने बहुत करीब से डैनियल के साथ 2007 से काम किया है जब उन्होंने सबसे पहले Taobao ज्वाइन की थी. जैक ने लिखा कि डैनियल बुद्धि और स्फूर्ति के मामले में सबसे तेज़ हैं और जैक खुद उनसे अपनी तुलना नहीं कर सकते हैं, लेकिन डैनियल की सोच और उनकी विनम्रता ही उन्हें सबसे प्रभावशाली लीडर बनाती है.

अलीबाबा, जैक मा, डैनियल झैंग, चीनबाएं जैक मा और दाएं डैनियल झैंग. ये दोनों एक साथ 2007 से काम कर रहे हैं

जैक ने लिखा कि डैनियल एक प्रभावशाली इंटरनेशनल बिजनेस लीडर हैं और उनका ट्रैक रिकॉर्ड काफी अच्छा रहा है. वो हमारी पूरी मैनेजमेंट टीम का संबल रहे हैं और उनसे बेहतर कोई और इंसान नहीं हो सकता जो अलीबाबा को अगले लेवल पर ले जाए.

डैनियल की देखरेख में ही अलीबाबा ने Youku Tudou जैसी कई सारी कंपनियों का अधिग्रहण किया है. और अब अलीबाबा डैनियल की ही देखरेख में रिटेल सेक्टर में भी आगे बढ़ रही है. डैनियल की लीडरशिप में ही अलीबाबा ने 421 बिलियन डॉलर का मार्केट कैप पूरा कर लिया और यही कारण है कि जैक मा ने डैनियल को चुना.

डैनियल के चुनाव में पिछले साल के कंपनी के सालाना ग्लोबल शॉपिंग फेस्टिवल की सेल्स ने भी योगदान दिया. पिछले साल 11 नवंबर को हुए इस शॉपिंग फेस्टिवल में कंपनी ने 24 घंटों के भीतर ही 25 बिलियन का कारोबार किया.

अलीबाबा के कई ईकॉमर्स प्लेटफॉर्म हैं. इसमें Alibaba.com, Taobao, Tmall and AliExpress, Tmall और AliExpress शामिल हैं. डैनियल ने Taobao, Tmall और Alibaba.com तीन कंपनियों में तो काम किया ही है. साथ ही वो अलीबाबा ग्रुप के कई पार्टनर हैं. जहां जैक मा भी अलीबाबा ग्रुप के लाइफटाइम पर्टनर रहेंगे वहीं, अलीबाबा ग्रुप असल में 36 पर्टनरों के साथ काम करता है. जो इसके सीनियर मैनेजमेंट का हिस्सा हैं. डैनियल अब अलीबाबा ग्रुप के चेयरमैन बनेंगे. इसमें मूवी मेकिंग फर्म अलीबाबा पिक्चर्स, क्लाउड कंप्यूटिंग फर्म अलीबाबा क्लाउड, फाइनेंशियल सर्विसेज फर्म एएनटी फाइनेंशियल आदि शामिल हैं.

अब कुछ बातें जैक मा और डैनियल झैंग के बारे में भी जान लीजिए. अलीबाबा के पुराने और नए दोनों ही चेयरमैन अपनी-अपनी तरह से बहुत दिलचस्प हैं. एक ने 30 बार रिजेक्शन झेला है तो दूसरे ने कभी असफलता देखी ही नहीं. 

आज़ाद और निरंकुश व्यक्ति- डैनियल झैंग..

डैनियल झैंग अलीबाबा के चीफ एक्जिक्यूटिव हैं. डैनियल ने सबसे पहले 2007 में अलीबाबा की सब्सीडरी कंपनी Taobao ज्वाइन की थी. वो कंपनी में चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर के पद पर आए थे. उसके अगले साल ही अपने काम के कारण उन्हें प्रमोशन दे दिया गया और वो चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर बन गए. 2011 में डैनियल को फिर से प्रमोशन मिला और वो Tmall.com के प्रेसिडेंट बन गए. Tmall.com कंपनी टाओबाओ की ही एक कंज्यूमर शॉपिंग कंपनी थी. 2013 में डैनियल को अलीबाबा ग्रुप का चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर बना दिया गय. 2015 में सीईओ बने अब वो एक साल के अंदर कंपनी के चेयरमैन के पद पर आ जाएंगे जहां अभी जैक मा हैं. डैनियल ने अपने करियर में कभी असफलता नहीं देखी. जहां तक जानकारी है वहां तक डैनियल अपनी जिंदगी का हर पड़ाव बड़ी आसानी से पार करते गए. 

अलीबाबा, जैक मा, डैनियल झैंग, चीनडैनियल को अलीबाबा के सभी कर्मचारी आज़ाद और निरंकुश व्यक्ति के रूप में जानते हैं

अलीबाबा कंपनी का एक उसूल है जैसे ही कोई नया कर्मचारी अलीबाबा से जुड़ता है वो अपने लिए कोई निकनेम चुनता है. डैनियल को अलीबाबा के 86000 कर्मचारी न ही बॉस कहते हैं, न ही झैंग और न ही डैनियल. सभी कर्मचारी डैनियल को xiaoyaozi के नाम से जानते हैं यानी यानी 'आज़ाद और निरंकुश व्यक्ति.' डैनियल ने अमेरिका के ब्लैक फ्राइडे की तरह चीन में Single's Day की शुरुआत की और इसे चीन का सबसे बड़ा शॉपिंग का त्योहार माना जाता है. 

70 मील साइकल चलाने से लेकर 2639 अरब की संपत्ती कमाने तक जैक मा..

जैक मा की कहानी के बारे में देखेंगे तो यकीनन लगेगा कि वो किसी फिल्म की स्टोरी है. जैक ने अंग्रेजी बहुत कम उम्र में ही सीखनी शुरू कर दी थी. अपने घर से 70 मील साइकल चलाकर वो टूरिस्ट को टूर देते थे और अपनी अंग्रेजी को और बेहतर बनाने के लिए वो उनसे बात करते थे.

कॉलेज जाने के लिए भी जैक को बहुत मुश्किल हुई. चीनी एंट्रेंस एग्जाम क्लियर करने के लिए जैक ने 4 साल मेहनत की और 4 बार परीक्षा दी. इसके बाद उन्होंने अपना बीए अंग्रेजी में 1988 में क्लियर किया. इसके बाद शुरू हुई जैक की असली परीक्षा. उन्होंने 30 अलग-अलग कंपनियों में नौकरी के लिए अप्लाई किया और हर बार वो रिजेक्ट हुए. पुलिस की नौकरी के लिए भी जैक ने कोशिश की और उनसे कहा गया कि उनमें कोई हुनर नहीं हैं.

यहां तक कि KFC के लिए भी उन्होंने नौकरी का आवेदन भरा . 24 लोगों ने आवेदन दिया था और 23 सिलेक्ट हो गए सिर्फ वही नहीं हो पाए. 10 बार उन्होंने हार्वर्ड बिजनेस स्कूल के लिए अप्लाई किया, लेकिन हर बार रिजेक्ट हुए.

आज़ाद और निरंकुश व्यक्तिजैक मा 30 जगह से नौकरी के लिए रिजेक्ट हुए, 10 बार हार्वर्ड स्कूल से रिजेक्ट हुए और 4 बार चीनी यूनिवर्सिटी से

1994 में जैक ने इंटरनेट के बारे में सुना, 1995 में अमेरिका जाकर इसके बारे में देखा. बियर के बारे में जाना और उन्हें खयाल आया कि इसमें से कुछ भी चीन में नहीं है. इसके बाद जैक ने चीन के लिए एक वेबसाइट बनाई जिसे 'चाइना पेज' कहा गया. वेबसाइट लाइव होने के 3 घंटे के अंदर ही जैक के पास कई चीनी इन्वेस्टर के फोन आए जो इसके बारे में जानना चाहते थे. जैक और उनकी पत्नी कैथी ने पैसे इकट्ठे किए और अपनी पहली कंपनी बनाई. इसके बाद तीन साल में जैक ने 5 लाख चीनी युआन कमा लिए थे. उसे बंद कर 1998-99 तक जैक ने एक इंफोर्मेशन टेक्नोलॉजी कंपनी में काम किया था जिसे China International Electronic Commerce Center ने स्थापित किया था. 1999 में उस कंपनी को छोड़ जैक ने अलीबाबा की स्थापना की और बस बाकी तो इतिहास ही है.

फोर्ब्स पत्रिका के अनुसार अगस्त 2018 तक जैक की संपत्ती 2639 अरब रुपए हो चुकी है. अलीबाबा की सालाना कमाई लगभग 250 अरब युआन (40 अरब डॉलर) है.

अब जैक इतनी मेहनत कर रिटायर हो रहे हैं.

जैक के बारे में एक बात बहुत प्रसिद्ध है कि वो अपना रास्ता खुद बनाते हैं और लोगों को प्रेरित करने के लिए वो बहुत बेहतरीन बातें कहते हैं.

जैक ने कहा था कि , 'हमेशा अकलमंद लोगों का लीडर एक बेवकूफ व्यक्ति ही होना चाहिए. अगर सभी वैज्ञानिक टीम में होंगे तो एक मजदूर ही उन्हें रास्ता दिखा सकता है. उसके सोचने का तरीका अलग होगा और अगर कोई अलग तरह से सोचता है तो जीतने की गुंजाइश ज्यादा होती है.'

उम्मीद है कि डैनियल झैंग भी जैक मा की ही तरह अलीबाबा कंपनी को नई ऊंचाइयों तक ले जाएंगे.

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श्रुति दीक्षित श्रुति दीक्षित @shruti.dixit.31

लेखक इंडिया टुडे डिजिटल में पत्रकार हैं.

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