iPhone के विज्ञापन में घड़ी हमेशा 9.41 बजे का समय क्यों दिखती है?
क्या आप जानते हैं एप्पल के किसी भी विज्ञापन में मोबाइल या टैबलेट पर हमेशा 9.41 बजा ही क्यों दिखाई देता है? अगर आपने कभी इस पर गौर नहीं किया तो अब करिए. आइए बताते हैं आपको एप्पल के कुछ ऐसे ही फैक्ट्स के बारे में.
-
Total Shares
एप्पल का मोबाइल बाजार में आते ही उसकी चर्चा शुरू हो जाती है और लोग उसे लेने के लिए लाइनें तक लगाकर खड़े रहते हैं, लेकिन एप्पल के कुछ ऐसे फैक्ट हैं, जिनके बारे में बहुत ही कम लोग जानते हैं. 1 अप्रैल को एप्पल कंपनी 42 साल की हो गई. इसी मौके पर आज हम आपको बताने जा रहे हैं एप्पल से जुड़े कुछ ऐसे फैक्ट, जिनके बारे में शायद आपको पता भी नहीं होगा. जैसे कि क्या आप जानते हैं एप्पल के किसी भी विज्ञापन में मोबाइल या टैबलेट पर हमेशा 9.41 बजा ही क्यों दिखाई देता है? अगर आपने कभी इस पर गौर नहीं किया तो अब करिए. आइए बताते हैं आपको एप्पल के कुछ ऐसे ही फैक्ट्स के बारे में.
1- एप्पल मोबाइल के विज्ञापन में हमेशा दिखता है 9.41 बजे का समय
एप्पल के मोबाइल या टैबलेट के विज्ञापन में उस पर हमेशा 9.41 बजा हुआ इसलिए दिखता है क्योंकि यही वो समय है जब 2010 में एप्पल ने अपना पहला आईपैड रिलीज किया था. खैर आपको बता दें कि जब एप्पल ने 2007 में अपना पहला फोन रिलीज किया था तो उस समय घड़ी में 9.42 बजे थे, जिसके चलते तब हर विज्ञापन में 9.42 बजे का इस्तेमाल किया जाता था, लेकिन 2010 के बाद हर विज्ञापन में 9.41 बजे का इस्तेमाल किया जाने लगा. एक नजर एप्पल की वेबसाइट पर डालिए, आपको ये फैक्ट वहां दिखाई दे जाएगा.
2- नए कर्मचारियों से पहले नकली प्रोजेक्ट पर कराते हैं काम
जब भी कोई नया शख्स एप्पल में हायर किया जाता है तो उसे सीधे असली प्रोजेक्ट पर नहीं लगाया जाता. कुछ समय तक उसे नकली प्रोजेक्ट पर काम कराया जाता है और जब कंपनी को उस पर भरोसा हो जाता है तो फिर उसे असली प्रोजेक्ट में शामिल किया जाता है. गोपनीयता के चलते ही आज एप्पल ने इतना बड़ा मुकाम हासिल किया है, ऐसे में कंपनी का ये रवैया सफलता के राज को दिखाता है.
3- एप्पल कंप्यूटर के पास सिगरेट पीने से रद्द हो जाएगी वारंटी
इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता है कि आपका एप्पल कंप्यूटर वारंटी में है या नहीं. अगर आपने अपने एप्पल कंप्यूटर के पास सिगरेट पिया तो आपके कंप्यूटर की वारंटी रद्द हो जाएगी. बहुत से सिगरेट पीने वाले लोगों ने कई फोरम पर यह शिकायत की है कि जब वह अपने कंप्यूटर को रिपेयरिंग के लिए ले गए तो उनके कंप्यूटर को खोलने से ही मना कर दिया गया. उन्होंने सिगरेट से निकलने धुएं (second hand smoke) को लेकर स्वास्थ्य की परेशानी का हवाला देते हुए ऐसा किया. एप्पल मानता है कि सिगरेट के धुएं में पाया जाने वाला निकोटीन OSHA की लिस्ट में एक खतरनाक पदार्थ बताया गया है और एप्पल के कर्मचारी इसका शिकार नहीं हों. दरअसल, जब कोई कंप्यूटर के पास सिगरेट पीता है तो उसका धुएं सीपीयू के अंदर भी जाता है, जिसके कण और टार आपको उसमें लगे मिलेंगे.
4- कंपनी में हर वक्त तैयार रहते हैं कारपेंटर
एप्पल में गोपनीयता और कुछ नया करने पर कितना जोर दिया जाता है, इसका अंदाजा आपको कंपनी के अंदर कारपेंटर्स को देखकर ही लग जाएगा. जैसे ही कोई किसी नए और गोपनीय प्रोजेक्ट पर काम करना शुरू करता है, वैसे ही जरूरत के अनुसार कारपेंटर्स से उसकी डेस्क के आसपास एक दीवार बना दी जाती है. इस दरवाजे में सुरक्षा दरवाजा लगा दिया जाता है और उन खिड़कियों को बंद कर दिया जाता है, जिनमें पारदर्शी शीशे लगे होते हैं. इसके बाद कर्मचारी अपना काम पहले की तरह ही कर सकता है, लेकिन पहले से कहीं अधिक सुरक्षा में.
5- एप्पल नाम रखा, क्योंकि स्टीव जॉब्स को पसंद थे सेब
एप्पल कंपनी स्टीव जॉब्स और स्टीव वोजनिक ने शुरू की थी. स्टीव जॉब्स ने ही एप्पल नाम रखने की सलाह दी थी, जिसके दो कारण हैं. पहला ये कि उन्हें एप्पल यानी सेब खाना पसंद है और दूसरा ये कि वह चाहते थे नाम बेहद आसान हो, जिसे लोग आसानी से याद रख सकें. वहीं अगर आप सोच रहे हैं कि इसके लोगों में सेब को एक तरफ से खाए जाने का निशान क्यों है तो इसका लोगो डिजाइन करने वाले Rob Janoff ने आपके सवाल का जवाब दिया है. उन्होंने कहा है कि ऐसा इसलिए किया गया ताकि यह पता चल सके कि वह एप्पल यानी सेब है ना कि कोई चैरी.
ये भी पढ़ें-
आ गया वो मोबाइल app जो दूसरों के व्हाट्सएप में झांकता है
आपकी राय