इन कामों के लिए कभी न इस्तेमाल करें क्रेडिट कार्ड.. पड़ेगा महंगा
कई बार आपको जहां डेबिट कार्ड का इस्तेमाल करना होता है वहां आप गलती से क्रेडिट कार्ड स्वैप करवा देते हैं और इससे आपका नुकसान ही होता है. तो चलिए जानते हैं कहां-कहां आपको क्रेडिट कार्ड स्वैप नहीं करवाना चाहिए...
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अगर आप क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल करते हैं तो शायद आप भी लगातार बढ़ रहे टैक्स और एक्स्ट्रा चार्ज से परेशान होंगे. कई बार आपको जहां डेबिट कार्ड का इस्तेमाल करना होता है वहां आप गलती से क्रेडिट कार्ड स्वैप करवा देते हैं और इससे आपके क्रेडिट कार्ड का बिल बढ़ने की जगह और कुछ नहीं होता. तो चलिए आज जानते हैं कि किन जगहों पर क्रेडिट कार्ड के इस्तेमाल से बचना चाहिए.
1. छोटे खर्च के लिए...
ये भले ही आपको काफी सुविधाजनक लगे कि एक कॉफी डेट या छोटे डिनर के लिए या बिग बजार जैसे किसी स्टोर से छोटी शॉपिंग करते समय क्रेडिट कार्ड स्वाइप कर दिया जाए, लेकिन ये सही नहीं होगा. पहली बात तो ये कि हर छोटी जगह पर क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल आपको जरूरत से ज्यादा खर्च करने के लिए प्रेरित कर सकता है और दूसरी बात ये कि कई बार क्रेडिट कार्ड को तय लिमिट से कम में स्वाइप करने पर आपको प्रोसेसिंग फीस 2% से ज्यादा देनी पड़ सकती है. यानि आपको टैक्स बिल पर तो लगेगा ही साथ ही स्वाइप करने के वक्त भी एक्स्ट्रा चुकाना पड़ेगा.
2. किसी भी तरह के कर्ज के पेमेंट के लिए...
अगर आपने कोई कर्ज लिया है, कोई लोन है या किसी अन्य क्रेडिट कार्ड का बिल है और आपके पास उस महीने कैश की कमी है तो उस पेमेंट के लिए क्रेडिट कार्ड के इस्तेमाल से भी आपको बचना चाहिए. इससे होता ये है कि आप अपने कर्ज पर टैक्स देते हैं, फिर आप अपने क्रेडिट कार्ड के बिल पर टैक्स देते हैं और अगर आप एक बार में क्रेडिट कार्ड का बिल नहीं चुका पाए तो आप फिर दोबारा टैक्स देते हैं. साथ ही इससे आपकी क्रेडिट वैल्यू पर भी असर पड़ता है.
3. क्रेडिट कार्ड से कैश निकालना ...
अगर आपके क्रेडिट कार्ड में कैश एडवांस का ऑप्शन है तो भूलकर भी उसे इस्तेमाल करने से बचें. न ही आप क्रेडिट कार्ड के जरिए डेबिट कार्ड अकाउंट में पैसे डालने की सोचें. इससे होता ये है कि जो इंट्रेस्ट आप आम तौर पर चुकाते हैं उससे दुगना और कई जगह तीगुना इंट्रेस्ट देना होता है. जितना भी पैसा आपने निकाला होगा उसपर 24 से 48% तक का इंट्रेस्ट लग जाएगा.
4. मेडिकल बिल...
अक्सर मेडिकल बिल इतना होता है कि क्रेडिट कार्ड से पेमेंट हो ही जाती है. अगर मेडिकल बिल कम है तो आप उसे डेबिट कार्ड या चेक से देने की कोशिश करें. क्रेडिट कार्ड से भी अगर दे रहे हैं तो वन गो में पेमेंट करें और क्रेडिट कार्ड का बिल जल्द चुकाने की कोशिश करें. अगर ऐसा नहीं करेंगे और मेडिकल बिल क्रेडिट कार्ड की ईएमआई पर रखेंगे तो आपका इंट्रेस्ट जरूरत से ज्यादा बढ़ जाएगा. कोशिश ये करें कि कोई भी मेडिकल बिल एक या दो बार में पूरा चुका दें.
5. हाउसहोल्ड बिल...
बिजली, पानी, फोन आदि का बिल अगर आप क्रेडिट कार्ड से देते हैं तो ये आदत फौरन बंद कर दें. इस आदत के चक्कर में आप जरूरत से ज्यादा इंट्रेस्ट हर महीने चुकाने को मजबूर हो जाएंगे. इन बिल्स को डेबिट कार्ड के भरोसे छोड़ दें और ऑटो पेमेंट डेबिट कार्ड से ही करें.
6. पेट्रोल भरवाने के लिए...
पेट्रोल को वैसे तो जीएसटी के दायरे से बाहर रखा गया है, लेकिन क्रेडिट कार्ड का टैक्स तो है. अगर आप डेबिट कार्ड से पेट्रोल खरीदते हैं तो भी आपके लिए आसान होगा, लेकिन अगर आप क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल करते हैं तो उसपर जीएसटी लगेगा. आप पेट्रोल खरीदेंगे वो आपके क्रेडिट कार्ड बिल में जुड़ेगा फिर आपके आउटस्टैंडिंग अमांउट पर 18% टैक्स लगेगा. तो अगर आपको पेट्रोल क्रेडिट कार्ड से भरवाने की आदत है तो उसे थोड़ा बदल लीजिए.
7. टैक्स...
अगर आप अपने क्रेडिट कार्ड से प्रॉपर्टी टैक्स आदि देते हैं तो पहले तो लिमिट खत्म होती है आपके क्रेडिट की और दूसरे आपके क्रेडिट स्कोर को भी नुकसान होता है. मतलब आपको लोन लेने आदि में दिक्कत होगी.
8. किसी भी तरह की डाउन पेमेंट...
घर, गाड़ी या कुछ और.. किसी भी तरह की डाउन पेमेंट को क्रेडिट कार्ड से देने से बचें. आप ईएमआई क्रेडिट कार्ड पर ले सकते हैं (हालांकि, डेबिट कार्ड पर लेना ज्यादा सही होगा फिर भी क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल कर सकते हैं), लेकिन डाउन पेमेंट के लिए अगर आप क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल करते हैं तो इससे आपका डेबिट इनकम रेशो बदल जाएगा और आपके क्रेडिट स्कोर पर भी असर पड़ेगा.
वैसे तो क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल गाहे-बगाहे हो ही जाता है, लेकिन फिर भी शॉपिंग आदि में करें, घर के बिल, टैक्स, पेट्रोल जैसी चीजों के लिए ये कार्ड न निकालें.
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