पाउट के लिए प्रैक्टिस और पेशेंस चाहिए, करीना से पहले ट्यूशन लें जयदीप
पाउट करना कोई बच्चों का खेल नहीं बल्कि कला है. जिसके लिए प्रैक्टिस और पेशेंस चाहिए, इस बात को कोई समझे न समझे लेकिन एक्टर करीना कपूर जरूर समझती हैं. करीना ने भले ही सेट पर एक्टर जयदीप अहलावत को पाउट करना सिखा दिया हो लेकिन अभी उसे सीखने में जयदीप को वक़्त लगेगा.
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पाउट जानते हैं? समझते हैं? बात वात तो होती रहेगी. पहिले एक कहानी हो जाए. विषय बोरिंग नहीं है इसलिए मजा आने की पूरी गारंटी. तो कहानी के अनुसार, एक लड़की थी दीवानी सी अपने कॉलेज के दिनों से ही 'अच्छे खाने, पर वो मरती थी. खाती जमकर थी मगर 'मोटे' होने की कल्पना से, हद से ज़्यादा वो डरती थी. अब लड़की एक प्राइवेट बैंक में, नौकरी करती है और 'लंच आर' में भरे मन से सैलेड खा डाइटिंग करती है. हर किसी की ज़िंदगी में तूफान आते हैं तो एक दिन उसके लिए (हां वही अब सैलेड खाने वाली लड़की) रिश्ता आया. लड़के ने उसकी फ़ोटो थी मांगी. उसकी मम्मी ने फोटोग्राफर बुलवाया. फ़ोटो लेते वक़्त फोटोग्राफर ने कहा 'मैडम! से चीज़'
मैडम यानी लड़की पक्की वाली डाइटिंग पर थी, बोल पड़ी...'नहीं भइया I Will Not say Cheese, it's so unhealthy. I will only say Oats ओट्स कहते ही फ़ोटो क्लिक हो गयी और लड़के के पास भेज दी गई.
एक्टर जयदीप अहलावत को भले ही करीना ने पाउट सीखा दिया हो लेकिन खेल में अभी वो कच्चे हैं
तो मित्रों इस घटना के बादजिन लड़कियों ने ओट्स कहकर फ़ेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम पर फ़ोटो पोस्ट की समाज ने उसे "पाउट वाली फ़ोटो' का नाम देकर फैशन उद्योग में एक नयी इबारत की रचना की.
आप कुछ ज्यादा भावुक हों इससे पहले ये जान लीजिए कि उपरोक्त कहानी सिर्फ कहानी है. इसका किसी भी जीवित मृत व्यक्ति से कोई संबंध नहीं है. बावजूद इसके किसी के साथ कहीं कुछ 19-20 हो गया तो उसे महज इत्तेफ़ाक़ कहा जाएगा. इत्तेफ़ाक़ से याद आया ये पाउट पुराण सिर्फ इसलिए शुरू हुआ क्यों कि इंटरनेट पर एक तस्वीर वायरल हुई है.
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तस्वीर में करीना कपूर खान हैं और पाताललोक फेम एक्टर जयदीप अहलावत हैं. जैसा कि फोटू में दिख रहा दोनों पाउट कर रहे हैं. बताया जा रहा है कि पाउट कैसे किया जाता है इसकी ट्रेनिंग करीना ने जयदीप को दी थी और जयदीप भी इतने महान न केवल उन्होंने ट्रेनिंग ली बल्कि करीना के साथ पाउट भी किया.
करीना एक्टिंग में कैसी हैं? अच्छी हैं या औसत हैं जनता इस बात को बखूबी जानती है. ऐसे में जब बात पाउट की हो तो करीना के मामले में परफेक्शन दिख रहा हो वहीं जो मुंह जयदीप ने बनाया है ऐसा लग रहा है कि किसी करेला या टिंडे न खाने वाले ने अपनी नई नवेली बीवी के हाथ से बने पहले खाने में करेला खाया और जो बेमन से बीवी की तारीफ कर रहा है.
मैटर सच में सिंपल है.पाउट करना कोई बच्चों का खेल नहीं बल्कि कला है जिसके लिए प्रैक्टिस चाहिए और पेशेंस भी. करीना को देखें तो साफ हो जाता है कि पूरे पेशेंस के साथ उन्होंने इसकी प्रैक्टिस की है जबकि जयदीप इस मामले में अभी कच्ची गोलियां ही खेल रहे हैं.
जयदीप अच्छे एक्टर हैं. अब जबकि वो पाउट करके महापाप के भागी बन ही चुके हैं तो हम उनसे बस इतना ही कहेंगे कि इस मुए पाउट को करने से हेमा 'हेलेन' और शिलपा 'सुजैंन' नहीं बन जाती. हां एक बात और ये कथन पूर्णतः उनपर लागू होता है करीना पर नहीं.
जाते जाते एक बात और सुन ही लीजिए.सोशल मीडिया के भचभचाते कमोड पर बैठे लोगों के लिए सेल्फ़ी ही शावर है, पाउट ही टॉयलेट पेपर है. इसलिए अगर जयदीप पाउट कर ही रहे हैं तो अभी और प्रैक्टिस करें यूं भी कहा यही गया है ये प्रैक्टिस ही है जो इंसान को परफेक्ट बनाती है.
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