गोलगप्पे वाले से प्यार की कहानी पर टिंडर को तो खुश होना ही था!
उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के मिर्ज़ापुर में लॉक डाउन के दौरान एक लड़की गोलगप्पे खाते कहते गोलगप्पे वाले के प्यार की गिरफ्त में आ गयी और उसके साथ फरार हो गयी लड़की को भले ही पुलिस ने बरामद कर परिवारवालों के हवाले कर दिया हो. मगर इस मामले को देखकर इतना तो क्लियर है कि वाक़ई गोलगप्पे में बड़ी शक्ति होती है.
-
Total Shares
दुनिया में दो तरह के लोग हैं. पहले वो जिन्हें सच्चा प्यार (True Love) नहीं मिलता. दूसरे वो जिन्हें अच्छे गोल गप्पे (Golgappa) की तलाश रहती है. दोनों ही कंडीशन ऐसी हैं जब आदमी दर दर भटकने पर मजबूर है. सच्चा प्यार और अच्छा गोलगप्पा होने को तो ये दो बिल्कुल विपरीत बातें हैं मगर तब क्या? जब एक ही जगह पर व्यक्ति को दोनों मिल जाए. यूपी के मुर्ज़ापुर (Mirzapur) में कुछ ऐसा ही हुआ है. एक लड़की थी दीवानी सी. गोलगप्पे पर वो मरती थी. जहां भी उसे गोलगप्पे का ठेला दिखता उसके कदम ख़ुद ब ख़ुद रुक जाते. वो गोलगप्पे खाती और फिर एक दिन अपने गोल गप्पे खाने की आदत के कारण लड़की कुछ इस तरह चर्चा में आयी कि आज उसे और उसकी गोलगप्पा खाने की आदत को लेकर सोशल मीडिया पर बातों का दौर शुरू हो गया है.
बात इसी लॉक डाउन की है.इस लॉकडाउन पीरियड में मिर्ज़ापुर में एक लड़की को एक गोलगप्पे वाले का गोलगप्पा खिलाने का अंदाज कुछ यूं भाया कि लड़की ने गोल गप्पे खाते खाते न सिर्फ उसे अपना दिल दिया बल्कि उसके साथ भागने का भी प्लान कर लिया. खैर मामले में पुलिस ने तत्परता दिखाई और लड़की को बरामद करके उसके घर वालों को सौंप दिया है.
मामले में दिलचस्प बात ये है कि लोक लाज के डर से लड़की के घर वालों ने किसी तरह की कोई शिकायत नहीं दर्ज कराई है.
गोलगप्पे के चलते जो मिर्ज़ापुर में हुआ उसने पूरे सोशल मीडिया को हैरत में डाल दिया (प्रतीकात्मक फोटो)
इस पूरे मामले में जो कहानी निकल कर आई है वो अपने आप में दिलचस्प है. दरअसल, मिर्जापुर के कछवा में चाट की शौकीन एक लड़की रोज गोलगप्पा खाने के लिए गोलगप्पे वाले के पास जाती थी. बताया जाता है कि लड़की को उस जगह का गोलगप्पा खूब अच्छा लगता था.फिर एक दिन उसने गोलगप्पे वाले से अपने मन की बात कह दी शायद गोलगप्पे वाले को भी उसी पल का इंतज़ार था सामने से मिले ऑफर को उसने भी ठुकराया नहीं और हां कर अपनी दुकानबंद कर दी और लड़की को लेकर अपने साथ झांसी चला गया.
अच्छा बात जंगल की आग की तरह फैल चुकी थी. गोलगप्पे और उसे खिलाने के अंदाज ने क्रांति कर दी थीइसलिए लड़के के अपने घर पहुंचने से पहले ही पुलिस लड़के के घर पहुंच गई थी. पुलिस ने लड़की कोलड़के के घर से बरामद कर लिया और उसके परिवारवालों के सुपुर्द कर दिया. हालांकि लड़की के परिवारवालों की ओर से कोई तहरीर न देने की वजह से मुकदमा दर्ज नहीं किया गया.
लड़की को बरामद कर भले ही पुलिस अपनी पीठ थपथपा रही ही मगर जिस तरह का ये मामला है और जैसे लड़की गोलगप्पे वाले के प्रेम में पागल हुई इसने उस बात को चरितार्थ करके जमीन पर उतार दिया जो एक फ़िल्म में भारतीय सिनेमा में विलेन की छवि रखने वाले गुलशन ग्रोवर ने कही थी. फ़िल्म में अपने गुल्लू भाई भी गोलगप्पे के हद से ज्यादा दीवाने थे और हर दूसरे डायलॉग में यही कहते पाए जाते थे कि जिंदगी का असली मजा तो खट्टे में है.
मामला ट्विटर पर भी खूब सुर्खियां बटोर रहा है. मशहूर डेटिंग ऐप टिंडर ने भी मामले के मद्देनजर ट्वीट किया है और गोलगप्पे के ठेले की एक तस्वीर ट्वीट करते हुए कहा है कि यही तो सच्चा प्यार है.
True love https://t.co/4QzcSm0xDi
— Tinder India (@Tinder_India) August 9, 2020
बहरहाल, मुद्दा लड़की का भागना नहीं है. मुद्दा है उसका चाट वाले के साथ भागना. हो सकता है भागते वक़्त लड़की ने सोचा हो चाट वाले के साथ भागकर जहां एक तरफ उसे खाने को घर के गोलगप्पे मिलेंगे तो वहीं उसे सच्चा प्यार भी मिलेगा. यानी वो एक पंथ के साथ दो काज कर लेगी. खैर अब जबकि लड़की अपने घर आ गई है तो कहा यही जा सकता है कि एक बड़ी ही क्यूट स्टोरी बनते बनते रह गयी.
वहीं बात अगर चाट वाले कि हो तो चाट वाला भी किसी से कम नहीं था उसने कर्म किया जिसका उसे फल मिला. लेकिन होनी को कुछ और मंजूर था उसकी चाट सही ढंग से बन न पाई और एक खूबसूरत ही प्रेम कहानी अपने अंजाम तक पहुंचते पहुंचते रह गयी. बाकी इस पूरे मामले ने हमें गोलगप्पे की कीमत समझाकर ये बता दिया है कि चाहे लड़का हो या लड़की किसी को भी गोलगप्पे को हलके में नहीं लेना चाहिए. एक गोलगप्पा इंसान की पूरी ज़िन्दगी बदल सकता है.
ये भी पढ़ें -
भारत-चीन तनाव के बीच ह्वेनसांग के आंसुओं की क़ीमत कौन समझेगा?
मां सीता से बड़ा फ़ेमिनिस्ट शायद ही कोई हुआ हो!
Depression तो सर्जिकल स्ट्राइक वाले मेजर माइक टेंगो ने झेला था...
आपकी राय