प्रियंका ईमानदार हैं, खुद ही बता देंगी हाल-ए-शिमला
प्रियंका गांधी वाड्रा. गांधी परिवार की बेटी हैं. पीएम बनने से पहले मोदी ने कहा था देश की बेटी हैं. 'देश की बेटी' आज देश के निशाने पर है, वो भी एक मामूली और तुच्छ जमीन के लिए - देश के लिए शर्म की बात है!
-
Total Shares
प्रियंका गांधी वाड्रा. नाम तो सुना होगा आप सब ने! गांधी परिवार की बेटी हैं. पीएम बनने से पहले मोदी ने कहा था देश की बेटी हैं. 'देश की बेटी' आज देश के निशाने पर है, वो भी एक मामूली और तुच्छ जमीन के लिए - देश के लिए शर्म की बात है!
एक तरफ देश में बेटी बचाओ आंदोलन की 'लहर' चल रही है. सेल्फी आयोजन का दौर शुरू हो चुका है तो दूसरी तरफ 'देश की बेटी' के ही खिलाफ षड्यंत्र रचे जा रहे हैं. क्या यह वही भारतवर्ष है, जहां बेटियां लक्ष्मी मानी जाती हैं? यह हमारे लिए तो गर्व की बात होनी चाहिए कि प्रियंका गांधी वाड्रा महिला होने के बावजूद (शेख हसीना की माफिक) इतनी सक्षम हुईं कि शिमला में जमीन खरीदीं. घर बना रही हैं.
अपनी मां सोनिया गांधी के साथ शिमला वाले घर का जायजा लेतीं प्रियंका गांधी |
लेकिन नहीं! कुछ RTI कार्यकर्ताओं को सुर्खियों में रहने की आदत होती है. देश में न जाने कितनी महिलाएं जमीन खरीदती हैं, खरीद रही हैं (रजिस्ट्री कराके घर का बजट बिगड़ने से बचाती हैं). लेकिन RTI डाला गया प्रियंका के मामले में. कारण स्पष्ट है. सब नाम कमाने के चक्कर में किया जा रहा है. हालांकि, उन्हें जरा भी अंदाजा नहीं है कि प्रियंका पुराने जमाने की बेटी नहीं हैं. नए जमाने की तेज-तर्रार बेटी हैं. अगर उनके पति भी कुछ गलत करेंगे तो भी वह चुप नहीं बैठेंगी. खुद सामने आकर देश को उस गलती के बारे में बताएंगीं. लेकिन रॉबर्ट वाड्रा कुछ गलती करें तब न! बिलावजह थोड़े ही न अपने पति को बदनाम करेंगीं!
आपको याद दिला दूं कि प्रियंका गांधी वाड्रा इतनी साहसी महिला हैं कि शिमला में बन रहे अपने नए आशियाने का मुआयना करने जाते समय उन्होंने सुरक्षा भी नहीं लीं. लेनी भी नहीं चाहिए. लेकिन जमीन तो जमीन है. इससे संबंधित रहस्य बरकरार रहना चाहिए. तरह-तरह की 'नजर' के लोग रहते हैं यहां. ऐसे ही किसी के कह देने भर से या RTI डाल देने से अपनी जमीन की 'हकीकत' थोड़े ही बता देंगीं! ऊपर से हिमाचल प्रदेश सूचना आयोग का यह कहना कि प्रियंका गांधी वाड्रा द्वारा शिमला के पास खरीदी गई जमीन के बारे में 10 दिनों के अंदर विवरण जारी किया जाए, एकदम 'तानाशाही' है. इन्हें शायद मालूम नहीं कि वह 'देश की बेटी' हैं. नौकरी कर रहे हैं, लेकिन 'हकीकत' से बेखबर हैं. अब कल को आपका ट्रांसफर कर दिया जाएगा तो फिर न चिल्लाइएगा कि राज्य की कांग्रेसी सरकार ने बदला लिया. अब भाई सरकार तो सरकार है. मांई-बाप है. उसे तो पता है न कि 'देश की बेटी' कौन है!
इस पूरे मामले की शुरुआत वहां से होती है, जब प्रियंका गांधी वाड्रा ने राज्य सरकार को अपने वकील के जरिये कहा था कि सुरक्षा के लिहाज से शिमला वाली जमीन के विवरण गोपनीय रखे जाएं। यह 'हक' है उनका. कल को जमीन पर किसी की बुरी नजर लग जाए तो! लोकेशन से जु़ड़ी सुरक्षा का मसला तो है ही नहीं. वह तो सब ने देखा है. गूगल पर पड़ा हुआ है. खतरा 'बुरी नजर' से है.
इस 'देश-व्यापी' खतरे को देखते हुए हम सबको देश की बेटी की 'जमीन-निजता' का ख्याल रखना चाहिए. वैसे भी जैसा मैंने ऊपर कहा, मॉडर्न महिला हैं प्रियंका. कुछ भी गलत होगा तो खुद ही न सिर्फ हिमाचल प्रदेश सूचना आयोग को बल्कि देश को उस गलती के बारे में बताएंगी, माफी मांगेंगी. आमीन!!!
आपकी राय