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चंदन कुमार
chandank.journalist
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ह्यूमर
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चंदन कुमार
@ChandanK.Journalist
‘कुत्ते-कमीने’ बोलना छोड़ दें... चले जाएंगे जेल!
जन्म के आधार पर हो या न हो, कुत्ते का भी सामाजिक वर्गीकरण उसके मालिक की हैसियत के हिसाब से तय कर दी जाती है. और कभी-कभी तो कुत्ते की हैसियत जीते-जागते इंसान से ज्यादा हो जाती है!!!
समाज
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चंदन कुमार
@ChandanK.Journalist
दाग अच्छे हैं... इसीलिए बाजार में बिक रहा कौमार्य
अपने देश में दाग अच्छे हैं कह कर सर्फ एक्सेल बेचा जाता है... जर्मनी विकसित देश है, यानी हमसे एक कदम आगे! वहां भी दाग बेचा जा रहा है लेकिन एक कदम आगे बढ़कर - कौमार्य के नाम पर!!!
सियासत
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चंदन कुमार
@ChandanK.Journalist
राम मंदिर पर बवाल... और जम्मू-कश्मीर में 80 मंदिर ध्वस्त
मंदिर-मस्जिद करना अगर धार्मिकता है तो मंदिरों का तोड़ा जाना अपराध. इस पर राजनीति हो या न हो लेकिन अपराधी को कानून की जद में लाना सरकार की जिम्मेदारी बनती है.
इकोनॉमी
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चंदन कुमार
@ChandanK.Journalist
सरकार योजना लाती है... फेल होने के लिए!
अभी केंद्र में 'अच्छे दिन आएंगे' वाली सरकार है, जबकि दिल्ली में 'आम आदमी' की सरकार. क्या डीडीए की अगली आवासीय योजना आम आदमी के लिए अच्छे दिन लाएगी या फिर से वो इसे लौटाने पर मजबूर होंगे...
इकोनॉमी
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चंदन कुमार
@ChandanK.Journalist
पर्यावरण प्रदूषण: विकसित और विकासशील नजरिया
पर्यावरण प्रदूषण को रोकने के लिए विकसित देशों को अपने हिस्से की ईमानदारी चुकानी चाहिए. जिस सुख-सुविधा की प्राप्ति वे कर चुके हैं, उन चीजों को भोगने का हक अन्य विकासशील देशों को भी है.
सियासत
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चंदन कुमार
@ChandanK.Journalist
सोनिया की तरफदारी करने वाली ममता बनर्जी के नाम चिट्ठी
आपने जिन सीनियर नेताओं को कोर्ट और जेल से छूट की बात कही है, तो यह जान लें कि इस तरह की किसी भी छूट पर सबसे पहला हक आपका है. आप और लालू यादव ज्यादा सीनियर हैं...
ह्यूमर
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चंदन कुमार
@ChandanK.Journalist
पादुका पुराण: संसद से सड़क तक
तरक्की का न तो कोई तय रास्ता होता है, न ही इसकी राह आसान होती है. लेकिन तरक्की तो जरूरी है, तो किया क्या जाए? उम्मीद की किरण पुडुचेरी में दिखी है - वी. नारायण सामी के हाथों...
सियासत
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चंदन कुमार
@ChandanK.Journalist
राजनीति के आगे कोर्ट कभी सुप्रीम नहीं हो सकती
कांग्रेसी नेताओं के पुरखों ने जेल में रहते हुए कई ग्रंथों की रचना तक कर डाली, देश को आजाद कराया... लेकिन क्या कारण है कि आज के नेता जेल जाने से डरने लगे हैं...
समाज
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चंदन कुमार
@ChandanK.Journalist
नमाज इतनी जरूरी कि क्लास छोड़कर अदा की जाए?
जरा सोचिए अगर हर धर्म के लोग अपने-अपने अनुसार प्रार्थना, नमाज, प्रेयर के लिए हर एक दिन छुट्टी लेने लगें तो क्या होगा? क्या स्थिति हास्यास्पद नहीं हो जाएगी...
स्पोर्ट्स
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चंदन कुमार
@ChandanK.Journalist
एशेज 2005: धोखे से इंग्लैंड ने हराया था ऑस्ट्रेलिया को!
90 के दशक के बाद से लेकर अब तक ऐसा कोई टेस्ट सीरीज नहीं हुआ, जिसने रोमांच के मामले में 2005 के एशेज को पीछे छोड़ने का माद्दा रखा हो. अब यह विवादों में है क्योंकि...
समाज
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चंदन कुमार
@ChandanK.Journalist
बीफ फेस्टिवल: भारत में सहिष्णुता का आईना
हैदराबाद की उस्मानिया यूनिवर्सिटी में 10 दिसंबर को बीफ फेस्टिवल होने वाला है... मतलब सहिष्णुता-असहिष्णुता अभी कुछ और दिन हमें 'डराने' वाली है.
समाज
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चंदन कुमार
@ChandanK.Journalist
मदरसों में नहीं होते फरिश्ते... करते हैं यौन शोषण!
धर्म की चादर बहुत मोटी होती है. और बहुत गंदी भी. तभी ऐसे तर्क सामने आ पाते हैं - मदरसे में फरिश्ते नहीं होते, इंसान होते हैं... उनमें भी सामाजिक बुराइयां होती हैं!!!