अभिषेक शर्मा के निर्देशन में बनी राम सेतु दिवाली (25 अक्टूबर) पर रिलीज के लिए तैयार है. फिल्म में अक्षय कुमार, जैकलीन फर्नांडीज, नुसरत भरूचा, नासर और सत्या देव अहम भूमिकाओं में हैं. फिल्म की कहानी एक आर्कियोलॉजिस्ट के इर्द गिर्द घूमती है जो राम सेतु के एग्जिस्टेंस पर भरोसा करता है. राम सेतु को लेकर तमाम तरह की राजनीति है और उसे नस्ट करने की भी धमकियां मिली हैं. ऐसे में आर्कियोलॉजिस्ट को सरकार की तरह से टास्क मिलता है कि वह राम सेतु की प्राचीनता को सिद्ध करे. हालांकि यह एक तरह का ट्रैप भी है. ट्रेलर से यही पता चलता है कि अक्षय ने आर्कियोलॉजिस्ट की भूमिका निभाई है जो अपनी टीम के साथ रामायण से जुड़ी गुत्थियों को सुलझाते नजर आते हैं. फिल्म थ्रिलर मसाले में तमाम मैजूदा संदर्भों को लेकर बनाई गई है. यह कैसी बनी है- देखने वाली बात होगी.
बॉलीवुड फिल्मों के लिए पिछले कुछ महीने बर्बाद नजर आए हैं. चूंकि फिल्म दिवाली के मौके पर आ रही है- तो चार चीजें बॉक्स ऑफिस पर फिल्म के पक्ष में कारोबारी धमाका कर सकती हैं. आइए जानते हैं कि वे चार चीजें क्या हैं जिससे मेकर्स अच्छे कारोबार की उम्मीद कर सकते हैं.
1. फिल्म की कहानी और विषय
फिल्म की कहानी रोचक है. हालांकि एक तबका लंबे वक्त से रामायण की कहानी को मिथकीय मानता रहा है बावजूद भारत के साथ एशिया के तमाम देशों में सात हजार साल पहले राम के होने को लेकर लोग भरोसा करते हैं. उन्हें देवता की तरह पूजते हैं. रामायण में दर्ज तमाम स्थान और चीजें भी नजर आती हैं. एक समय तक राम सेतु के अस्तित्व को खारिज किया जाता था लेकिन तकनीकी की वजह से कुछ वैज्ञानिक अनुसंधानों में पता चला कि भारत को श्रीलंका से जोड़ने वाले किसी पुल जैसी चीज का अस्तित्व है. नासा ने भी इस बारे में काफी...
अभिषेक शर्मा के निर्देशन में बनी राम सेतु दिवाली (25 अक्टूबर) पर रिलीज के लिए तैयार है. फिल्म में अक्षय कुमार, जैकलीन फर्नांडीज, नुसरत भरूचा, नासर और सत्या देव अहम भूमिकाओं में हैं. फिल्म की कहानी एक आर्कियोलॉजिस्ट के इर्द गिर्द घूमती है जो राम सेतु के एग्जिस्टेंस पर भरोसा करता है. राम सेतु को लेकर तमाम तरह की राजनीति है और उसे नस्ट करने की भी धमकियां मिली हैं. ऐसे में आर्कियोलॉजिस्ट को सरकार की तरह से टास्क मिलता है कि वह राम सेतु की प्राचीनता को सिद्ध करे. हालांकि यह एक तरह का ट्रैप भी है. ट्रेलर से यही पता चलता है कि अक्षय ने आर्कियोलॉजिस्ट की भूमिका निभाई है जो अपनी टीम के साथ रामायण से जुड़ी गुत्थियों को सुलझाते नजर आते हैं. फिल्म थ्रिलर मसाले में तमाम मैजूदा संदर्भों को लेकर बनाई गई है. यह कैसी बनी है- देखने वाली बात होगी.
बॉलीवुड फिल्मों के लिए पिछले कुछ महीने बर्बाद नजर आए हैं. चूंकि फिल्म दिवाली के मौके पर आ रही है- तो चार चीजें बॉक्स ऑफिस पर फिल्म के पक्ष में कारोबारी धमाका कर सकती हैं. आइए जानते हैं कि वे चार चीजें क्या हैं जिससे मेकर्स अच्छे कारोबार की उम्मीद कर सकते हैं.
1. फिल्म की कहानी और विषय
फिल्म की कहानी रोचक है. हालांकि एक तबका लंबे वक्त से रामायण की कहानी को मिथकीय मानता रहा है बावजूद भारत के साथ एशिया के तमाम देशों में सात हजार साल पहले राम के होने को लेकर लोग भरोसा करते हैं. उन्हें देवता की तरह पूजते हैं. रामायण में दर्ज तमाम स्थान और चीजें भी नजर आती हैं. एक समय तक राम सेतु के अस्तित्व को खारिज किया जाता था लेकिन तकनीकी की वजह से कुछ वैज्ञानिक अनुसंधानों में पता चला कि भारत को श्रीलंका से जोड़ने वाले किसी पुल जैसी चीज का अस्तित्व है. नासा ने भी इस बारे में काफी काम किया. हालांकि यह प्राकृतिक है या मानव निर्मित- इसे लेकर पर्याप्त मतभेद भी हैं. मगर रामेश्वरम से श्रीलंका तक एक सेतु का अस्तित्व नजर आता है. श्रीलंका पर निर्णायक अभियान से पहले रामेश्वरम में श्रीराम द्वारा भगवान शिव को जहां पूजा गया वह मंदिर भी है. यह 12 ज्योतिर्लिंग में शुमार है. रामायण में कहा गया कि लंका अभियान के दौरान भगवान राम की सेना ने नल-नील नाम के वानरों की मदद से समुद्र पर पुल बनाया था. और भी बहुत सारी जगहें, गणनाएं और देशकाल के सबूत मिलते हैं.
राम सेतु की कहानी पहली नजर में द विंची कोड की याद दिलाती है. टॉम हैंक्स की फिल्म में भी जीसस से जुड़ी एक गुत्थी को सुलझाने की कोशिश दिखाई गई है मौजूदा संदर्भों में. द विंची कोड को बहुत बेहतरीन तरीके से बनाया गया था और यह हॉलीवुड की बेशुमार कामयाबी पाने वाली फिल्मों में शामिल रही है. अगर अक्षय की रामसेतु में वैसा ही थ्रिलिंग एलिमेंट रहा तो दर्शकों को बहुत पसंद आएगी. वैसे भी राम सेतु भारतीय जनमानस में व्यापक रूप से स्वीकार और दिलचस्पी का विषय है. कारोबारी लिहाज से फिल्म के लिए यह एक बहुत बड़ा प्लस पॉइंट साबित हो सकता है. हो सकता है कि फिल्म रिलीज होने के साथ राम सेतु के अस्तित्व पर बहस हो. अगर ऐसा हुआ भी तो यह फिल्म के लिए फायदेमंद ही साबित होगा. यह तय है.
2. लंबा त्योहारी वीकएंड
फिल्म दिवाली के मौके पर मंगलवार के दिन 25 अक्टूबर को रिलीज होगी. वैसे दिवाली का जश्न 23 अक्टूबर से ही शुरू हो जाता है. 24 अक्टूबर को दिवाली की छुट्टी है. उससे पहले धनतेरस है. 23 से 26 अक्टूबर तक त्योहारी जश्न रहता है. यानी फिल्म को मंगलवार से रविवार तक पांच दिनों का लंबा चौड़ा त्योहारी वीकएंड मिलेगा. दिवाली की छुट्टियों के बाद रेगुलर वीक एंड. निश्चित ही कारोबारी लिहाज से फिल्म को फायदा मिल सकता है और फैमिली ऑडियंस बड़े पैमाने पर सिनेमाघरों का रुख कर सकती है.
3. कोविड के बाद पहला बड़ा त्योहारी जश्न
कोरोना की वजह से पिछले दो साल के दौरान लगभग सभी त्योहारों- होली, दिवाली, ईद और क्रिसमस पर महामारी का बुरा साया नजर आया. महामारी की वजह से कई सारे प्रतिबंध थे. इस वजह से सिनेमाघरों और तमाम कारोबार पर नकारात्मक असर नजर आया. लेकिन दो साल बाद यह पहला बड़ा त्योहार है जब किसी तरह का सार्वजनिक प्रतिबंध नहीं है और लोग त्योहारी मूड में नजर आ रहे हैं. करवाचौथ पर दिखे कारोबारी बूम ने दिवाली को लेकर उम्मीद से भर दिया है.
4. दिवाली ने बॉलीवुड को कभी निराश नहीं किया
दिवाली बॉलीवुड के लिए सबसे बड़ा कारोबारी इवेंट है. दिवाली पर रिलीज बॉलीवुड फिल्मों ने सिनेमाघरों को कभी निराश नहीं किया है. यहां तक कि पिछले साल कोरोना को लेकर सिनेमाघरों में 50 प्रतिशत दर्शक क्षमता और कुछ इलाकों में थियेटर बंद रहने के बावजूद दिवाली पर आई अक्षय कुमार की फिल्म सूर्यवंशी ने जबरदस्त कारोबार किया था. पिछले साल इसी दौरान तमिल में आई रजनीकांत की अन्नाथे ने भी रिकॉर्डतोड़ कारोबार किया था. बॉलीवुड फिल्मों का इतिहास देखें तो ज्यादातर ब्लॉकबस्टर दिवाली रिलीज ही हैं. दिवाली का ट्रेंड और मौजूदा माहौल साफ़ संकेत दे रहा कि राम सेतु एक बड़ी हिट साबित नहो सकती है.
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