सच कहा गया है, परिवर्तन प्रकृति का नियम है. उसी तरह समय कभी एक जैसा नहीं रहता है. किसी भी पल कुछ भी हो सकता है. इसलिए हमें अच्छे दिनों में अहंकार नहीं करना चाहिए और विपरीत परिस्थितियों में धैर्य नहीं खोना चाहिए. धैर्य रखने वालों को एक न एक दिन सफलता जरूर मिलती है. शायद इसी धैर्य की वजह से अब बॉलीवुड के सुपरस्टार अक्षय कुमार के दिन बहुरने लगे हैं. कई शुभ संकेत इस ओर इशारा कर रहे हैं कि खिलाड़ी कुमार एक बार फिर सफलता एक्सप्रेस पर सवार होकर अपने करियर को एक नई ऊंचाई देने वाले हैं. इस बदलाव की शुरूआत इस वक्त की सबसे विवादास्पद फिल्म 'ओएमजी 2' की बेहतरीन सफलता के साथ हो चुकी है. इस फिल्म की रिलीज से पहले इसका जिस तरह से विरोध हो रहा था, उसे देखकर यही लग रहा था कि फिल्म बॉक्स ऑफिस पर डिजास्टर साबित हो जाएगी.
'ओएमजी 2' की असफलता के साथ ही अक्षय कुमार का करियर हमेशा के लिए खत्म हो जाएगा. क्योंकि पिछले दो साल से वो लगातार असफलता का स्वाद चख रहे हैं. उनकी आखिरी हिट 'सूर्यवंशी' थी, जो कि साल 2021 में रिलीज हुई थी. उसके बाद लगातार आठ फिल्में बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप हो चुकी हैं. इसमें कई बड़े बजट की फिल्में तो डिजास्टर साबित हुई हैं. इनमें 'अतरंगी रे', 'बच्चन पांडे', 'सम्राट पृथ्वीराज', 'कठपुतली', 'राम सेतु', 'एन एक्शन हीरो' और 'सेल्फी' जैसी फिल्मों का नाम शामिल है. लगातार फ्लॉप हो रही फिल्मों की वजह से फिल्म मेकर्स का अक्षय कुमार पर से विश्वास उठता जा रहा था. यही वजह है कि कई बड़े बजट की फिल्में डिब्बाबंद हो गईं. इसमें 'गोरखा' जैसी फिल्म का नाम भी शामिल है. ऐसे में यदि 'ओएमजी 2' भी फ्लॉप हो जाती, तो यकीन कीजिए अक्षय के सितारे गर्दिश में जाने तय थे.
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सच कहा गया है, परिवर्तन प्रकृति का नियम है. उसी तरह समय कभी एक जैसा नहीं रहता है. किसी भी पल कुछ भी हो सकता है. इसलिए हमें अच्छे दिनों में अहंकार नहीं करना चाहिए और विपरीत परिस्थितियों में धैर्य नहीं खोना चाहिए. धैर्य रखने वालों को एक न एक दिन सफलता जरूर मिलती है. शायद इसी धैर्य की वजह से अब बॉलीवुड के सुपरस्टार अक्षय कुमार के दिन बहुरने लगे हैं. कई शुभ संकेत इस ओर इशारा कर रहे हैं कि खिलाड़ी कुमार एक बार फिर सफलता एक्सप्रेस पर सवार होकर अपने करियर को एक नई ऊंचाई देने वाले हैं. इस बदलाव की शुरूआत इस वक्त की सबसे विवादास्पद फिल्म 'ओएमजी 2' की बेहतरीन सफलता के साथ हो चुकी है. इस फिल्म की रिलीज से पहले इसका जिस तरह से विरोध हो रहा था, उसे देखकर यही लग रहा था कि फिल्म बॉक्स ऑफिस पर डिजास्टर साबित हो जाएगी.
'ओएमजी 2' की असफलता के साथ ही अक्षय कुमार का करियर हमेशा के लिए खत्म हो जाएगा. क्योंकि पिछले दो साल से वो लगातार असफलता का स्वाद चख रहे हैं. उनकी आखिरी हिट 'सूर्यवंशी' थी, जो कि साल 2021 में रिलीज हुई थी. उसके बाद लगातार आठ फिल्में बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप हो चुकी हैं. इसमें कई बड़े बजट की फिल्में तो डिजास्टर साबित हुई हैं. इनमें 'अतरंगी रे', 'बच्चन पांडे', 'सम्राट पृथ्वीराज', 'कठपुतली', 'राम सेतु', 'एन एक्शन हीरो' और 'सेल्फी' जैसी फिल्मों का नाम शामिल है. लगातार फ्लॉप हो रही फिल्मों की वजह से फिल्म मेकर्स का अक्षय कुमार पर से विश्वास उठता जा रहा था. यही वजह है कि कई बड़े बजट की फिल्में डिब्बाबंद हो गईं. इसमें 'गोरखा' जैसी फिल्म का नाम भी शामिल है. ऐसे में यदि 'ओएमजी 2' भी फ्लॉप हो जाती, तो यकीन कीजिए अक्षय के सितारे गर्दिश में जाने तय थे.
इन विषम परिस्थितियों और लोगों की तमाम आलोचनाओं का सामना करने के बावजूद अक्षय कुमार अपने काम में लगे रहे. इस दौरान उनको कई फिल्मों से बाहर भी किया गया. कई फिल्में जिनमें वो लीड रोल कर चुके थे, उनके सीक्वल से बाहर करने की कोशिश की गई, लेकिन अक्की जरा भी विचलित नहीं हुए. कल्ट क्लासिक कॉमेडी फिल्म 'हेराफेरी' के तीसरे पार्ट से तो उनको लगभग निकाल जा चुका था. उनकी जगह कार्तिक आर्यन को कास्ट किए जाने की चर्चा थी. लेकिन उनके धैर्य का सुखद परिणाम मिला और मेकर्स को मजबूरन उन्हें उनके किरदार में वापस लेना पड़ा. फिलहाल वो परेश रावल और सुनील शेट्टी के साथ 'हेराफेरी 3' की शूटिंग कर रहे हैं. इस बीच उन्हें जिस एक सफलता की दरकार थी, उसे फिल्म 'ओएमजी 2' ने पूरा कर दिया है. एक बार फिर उनके पक्ष में सकारात्मक माहौल बनना शुरू हो गया है.
सबसे बड़ी बात ये कि अपनी फिल्मों में लगातार एक जैसी भूमिका करने की वजह से आलोचना का शिकार हो रहे अक्षय कुमार 'ओएमजी 2' में बहुत प्रभावी लगे हैं. इस फिल्म में उनका किरदार बहुत छोटा है, लेकिन जितने देर भी वो स्क्रीन पर दिखाई देते हैं, दर्शकों का मनमोह लेते हैं. सही मायने में उन्होंने अपने किरदार में जान डाल दी है. इसके साथ ही ये संदेश भी दे दिया है कि अभी उनके अंदर का कलाकार खत्म नहीं हुआ है. यही वजह है कि जब कॉमेडी फिल्म 'वेलकम' के तीसरे पार्ट का ऐलान हुआ है, तो उसमें अक्षय कुमार को एक बार फिर कास्ट किया गया है. इससे पहले फिल्म के दूसरे पार्ट में उनकी जगह जॉन अब्राहम को लिया गया था. लेकिन इस बार वो अभिनेता संजय दत्त और अरशद वारसी के साथ मुख्य भूमिका में नजर आएंगे. ये फिल्म अगले साल क्रिसमस पर रिलीज की जाएगी. बहुत जल्द शूटिंग शुरू होगी. अक्षय कुमार ज्यादातर सामाजिक समस्याओं पर आधारित फिल्में करने के लिए जाने जाते हैं. यही वजह है कि कुछ लोग उनको राष्ट्रवादी अभिनेता भी कहते हैं. लेकिन उनके आलोचक उनकी नागरिकता को लेकर हमेशा उनकी आलोचना करते रहे हैं. सोशल मीडिया पर उनको ट्रोल किया जाता रहा है. यहां तक कि लोग उन्हें 'कैनेडियन कुमार' कहकर भी बुलाते रहे हैं. एक बार खुद अक्षय ने एक इंटरव्यू में कहा था, "भारत मेरे लिए सबकुछ है. मैंने जो भी कमाया, यहां रहकर कमाया है. मैं खुद को खुशनसीब मानता हूं कि मुझे लौटाने का मौका मिला है. मुझे खराब लगता है जब लोग मेरी नागरिकता पर सवाल खड़े करते हैं. सबसे ज्यादा मुझे यह खराब लगता है जब लोग मुझे कैनेडियन कुमार कहकर बुलाते हैं." अब अक्षय कुमार को भारत की नागरिकता मिल गई है. 15 अगस्त के दिन खुद उन्होंने सोशल मीडिया पर इसका ऐलान किया है.
इससे पहले अक्षय कुमार के पास कनाडा की नागरिकता थी, लेकिन उनको नागरिकता अधिनियम, 1955 की धारा 5(1) (जी) के तहत भारतीय नागरिकता दे दी गई है. जाहिर सी बात है कि उनकी नागरिकता को लेकर आलोचना करने वालों के मुंह अब हमेशा के लिए सिल जाएंगे. खिलाड़ी कुमार शान से कह सकेंगे कि वो हिंदुस्तानी हैं. उन्होंने ट्वीटर पर लिखा भी है, ''दिल और सिटीजनशिप दोनों हिंदुस्तानी. स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं. जय हिंद.'' इन पंक्तियों से एक्टर की खुशी का अंदाजा लगाया जा सकता है. इन सबके अलावा वो रूपहले पर्दे के साथ छोटे पर्दे के भी सुपरस्टार माने जाते हैं. टैम की एक रिपोर्ट में उनके टीवी पर सबसे देखा जाने वाला फिल्म स्टार बताया गया था. उसके मुताबिक, सभी चैनलों को मिलाकर अभिनेता अक्षय कुमार औसतन 37 घंटे प्रतिदिन नजर आते हैं. इस तरह विज्ञापनों के जरिए अभिनेता टीवी पर सबसे ज्यादा देखे जाते हैं.
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