एक पुलिसवाले की जिंदगी बहुत कठिन होती है. हर वक्त अपराध और अपराधियों के पीछे भागते रहने की वजह से उनकी निजी जिंदगी लगभग बर्बाद हो जाती है. घर पर पत्नी कोसती है कि समय नहीं देते, बेटा दूर होने लगता है, क्योंकि पिता के प्यार से मरहूम रहता है. कई बार तो जिस विभाग के लिए सबकुछ दांव पर लगाकर एक पुलिसकर्मी काम करता है, वो भी उसे शक की निगाहों से देखने लगती है. छोटी सी चूक हुई नहीं कि सस्पेंड कर दिया जाता है. एक पुलिस अफसर की ऐसी ही जिंदगी पर आधारित वेब सीरीज 'अभय' की तीसरा सीजन ओटीटी प्लेटफॉर्म जी5 पर स्ट्रीम हो रहा है.
जी स्टूडियोज के बैनर तले बनी इस वेब सीरीज का निर्देशन केन घोष ने किया है. इसकी कहानी सुधांशु शर्मा, दीपत्क दास, श्रीनिवास अबरोल, शुभम शर्मा और अपर्णा नादिग ने मिलकर लिखी है. इसमें कुणाल खेमू, विजय राज, राहुल देव, तनुज विरवानी, दिव्या अग्रवाल, आशा नेगी और निधि सिंह जैसे कलाकार अहम किरदारों में है. पिछले दो सीजन में इस वेब सीरीज की कहानी लोगों को बहुत पसंद आई है. अब तीसरा सीजन रिलीज हो चुका है. इसमें अभिनेता कुणाल खेमू सुपर कॉप के अवतार में हैं. दोनों सीजन की तरह तीसरे में भी वो सीरियल किलर्स द्वारा किए गए अपराध की गुत्थी सुलझा रहे हैं.
वेब सीरीज 'अभय 3' की रिलीज होने के बाद सोशल मीडिया पर दर्शकों ने इसके बारे में अपनी प्रतिक्रिया देनी शुरू कर दी है. लोग अभिनेता कुणाल खेमू के जबरदस्त अभिनय की तारीफ करते हुए उनका अबतक बेहतरीन परफॉर्मेंस बता रहे हैं. उनका कहना है कि पिछले दो सीजन तो अपने शानदार कहानी की वजह से हिट रहे हैं, लेकिन तीसरा सीजन कुणाल के अभिनय के लिए याद किया जाएगा. सुपर कॉप के किरदार में उन्होंने जान डाल दी है. उनके साथ...
एक पुलिसवाले की जिंदगी बहुत कठिन होती है. हर वक्त अपराध और अपराधियों के पीछे भागते रहने की वजह से उनकी निजी जिंदगी लगभग बर्बाद हो जाती है. घर पर पत्नी कोसती है कि समय नहीं देते, बेटा दूर होने लगता है, क्योंकि पिता के प्यार से मरहूम रहता है. कई बार तो जिस विभाग के लिए सबकुछ दांव पर लगाकर एक पुलिसकर्मी काम करता है, वो भी उसे शक की निगाहों से देखने लगती है. छोटी सी चूक हुई नहीं कि सस्पेंड कर दिया जाता है. एक पुलिस अफसर की ऐसी ही जिंदगी पर आधारित वेब सीरीज 'अभय' की तीसरा सीजन ओटीटी प्लेटफॉर्म जी5 पर स्ट्रीम हो रहा है.
जी स्टूडियोज के बैनर तले बनी इस वेब सीरीज का निर्देशन केन घोष ने किया है. इसकी कहानी सुधांशु शर्मा, दीपत्क दास, श्रीनिवास अबरोल, शुभम शर्मा और अपर्णा नादिग ने मिलकर लिखी है. इसमें कुणाल खेमू, विजय राज, राहुल देव, तनुज विरवानी, दिव्या अग्रवाल, आशा नेगी और निधि सिंह जैसे कलाकार अहम किरदारों में है. पिछले दो सीजन में इस वेब सीरीज की कहानी लोगों को बहुत पसंद आई है. अब तीसरा सीजन रिलीज हो चुका है. इसमें अभिनेता कुणाल खेमू सुपर कॉप के अवतार में हैं. दोनों सीजन की तरह तीसरे में भी वो सीरियल किलर्स द्वारा किए गए अपराध की गुत्थी सुलझा रहे हैं.
वेब सीरीज 'अभय 3' की रिलीज होने के बाद सोशल मीडिया पर दर्शकों ने इसके बारे में अपनी प्रतिक्रिया देनी शुरू कर दी है. लोग अभिनेता कुणाल खेमू के जबरदस्त अभिनय की तारीफ करते हुए उनका अबतक बेहतरीन परफॉर्मेंस बता रहे हैं. उनका कहना है कि पिछले दो सीजन तो अपने शानदार कहानी की वजह से हिट रहे हैं, लेकिन तीसरा सीजन कुणाल के अभिनय के लिए याद किया जाएगा. सुपर कॉप के किरदार में उन्होंने जान डाल दी है. उनके साथ दिव्या अग्रवाल और विजय राज की एक्टिंग भी वेब सीरीज को बेहतरीन बनाने में अहम योगदान दे रही है. विजय राज जब भी आते हैं, हमेशा की त छा जाते हैं.
ट्विटर पर एक यूजर लिखते हैं, ''वेब सीरीज अभय की तीसरे सीजन में दिव्या अग्रवाल ने अद्भुत और अविश्वसनीय अभिनय किया है. उनका एटीट्यूड गजब का लगता है. हरलीन के किरदार में तो उन्होंने आग ही लगा दी है. उनकी परफॉर्मेंस देखकर जलन होने लगती है. अभी तो ये शुरूआत है, दिव्या बहुत आगे जाने वाली हैं.'' एक दूसरे यूजर ने लिखा है, ''मैंने जी5 पर वेब सीरीज अभय का तीसरा सीजन देखा, जिसके बाद मैं कह सकता हूं कि ये बेस्ट क्राइम थ्रिलर सीरीज़ है. इसे बहुत कम आंका गया है. कुणाल खेमू के साथ कलाकारों की पूरी टीम ने बेहतरीन परफॉर्म किया है. मास्टरमाइंड केन घोष को एक और बेस्ट सीरीज़ देने के लिए बधाई.''
आइए वेब सीरीज 'अभय 3' के बारे में दूसरे यूजर्स की पोस्ट भी देखते हैं...
बताते चलें कि इस वेब सीरीज में कुणाल खेमू ने स्पेशल टास्क फोर्स के बहादुर अफसर अभय प्रताप सिंह का किरदार किया है. इस सीजन में वो नई मुश्किलों का सामना करता है. एक न्यूज एंकर सोनम खन्ना (आशा नेगी) की रहस्यमयी मौत हो जाती है. इस केस में पुलिस के शक की सुई अभय प्रताप सिंह पर घूमने लगती हैं. उसकी जूनियर पुलिस अफसर खुशबू (निधि सिंह) अभय से पूछताछ करती है, जो कि उसके लिए किसी सदमे से कम नहीं होता. उधर, शहर में एक के बाद एक हत्याएं होती रहती हैं.
कुछ समय बाद में पता चलता है कि शहर में आत्मा मुक्ति के नाम पर कई लोगों की जान की बलि ली जा रही है. ये सारी हत्याएं अनंत (विजय राज) के इशारे पर हो रही हैं, जिसका मानना है कि अच्छे कर्म करने वालों को मुक्ति मिलनी चाहिए. मासूम लोगों की जिंदगी लेने वाले अनंत को लोग मृत्यु के नाम से भी जानते हैं. हालांकि, मृत्यु ये काम अकेला नहीं कर सकता है. इसलिये वो अपने पापी काम के लिये अवतार (राहुल देव) और निधि (विद्या मालवडे) का सहारा लेता है. विजय राज का किरदार रहस्यमयी है.
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