तुषार जलोटा के निर्देशन में बनी सोशल कॉमेडी 'दसवीं' आज से ओटीटी पर स्ट्रीम हो रही हैं. इसे नेटफ्लिक्स के साथ-साथ जियो सिनेमा पर भी स्ट्रीम किया जा रहा है. अभिषेक बच्चन, निमरत कौर और यामी गौतम स्टारर फिल्म को लेकर पिछले कई दिनों से चर्चा थी. असल में इसे दिनेश विजान प्रोडक्शन ने बनाया है जो इससे पहले हिंदी मीडियम, स्त्री, बाला, मिमी, लुका छुपी जैसी आधा दर्जन सुपरहिट सोशल कॉमेडी बना चुके हैं. दसवीं का ट्रेलर लोगों को पसंद आया था. अब जब फिल्म आ चुकी है तो सोशल मीडिया पर इससे जुड़े रिएक्शन देखने को मिलने लगे हैं. प्रतिक्रियाओं में फिल्म की बुनावट पर बात हो रही है.
हालांकि ट्विटर पर अभी दसवीं का जो ट्रेंड दिख रहा है उसे बहुत मजबूत नहीं कह सकते. फिल्म आज ही रिलीज हुई है. हो सकता है कि अभी ट्रेंड बेहतर होने में थोड़ा वक्त लगे. एक यूजर ने दसवीं को रियलिस्टिक ड्रामा बताते हुए लिखा- क्या शानदार फिल्म है. अभिषेक बच्चन और टीम निश्चित ही बधाई की पात्र है. ट्विटर पर यूजर रिव्यू में दर्जनों प्रतिक्रियाएं देखने को मिल जाएंगी जिसमें फिल्म की तारीफ़ है. एक ने तो इसे बेस्ट एंटरटेनर तक करार दिया. यूजर ने लिखा- "यह वो फिल्म है जो आपको एक पल के लिए भी बोर नहीं करती."
प्रतिक्रियाओं के आधार पर माना जा सकता है कि लोगों को फिल्म का मनोरंजक पक्ष पसंद आ रहा है. कई यूजर्स ने अभिषेक को उनके जाट नेता गंगाराम चौधरी के लिए जमकर सराहा है. उनके कई सीन्स साझा किए जा रहे. यूजर्स को निमरत कौर और यामी गौतम का भी काम बेहतर लगा है. तुषार जलोटा के निर्देशन की भी तारीफ़ है. मगर ऐसी कोई ख़ास प्रतिक्रिया नहीं दिखी जिसमें लोगों ने इसे मस्ट वॉच मूवी या ब्लॉकबस्टर बताया हो. कुछ को तो फिल्म में कई दृश्य और...
तुषार जलोटा के निर्देशन में बनी सोशल कॉमेडी 'दसवीं' आज से ओटीटी पर स्ट्रीम हो रही हैं. इसे नेटफ्लिक्स के साथ-साथ जियो सिनेमा पर भी स्ट्रीम किया जा रहा है. अभिषेक बच्चन, निमरत कौर और यामी गौतम स्टारर फिल्म को लेकर पिछले कई दिनों से चर्चा थी. असल में इसे दिनेश विजान प्रोडक्शन ने बनाया है जो इससे पहले हिंदी मीडियम, स्त्री, बाला, मिमी, लुका छुपी जैसी आधा दर्जन सुपरहिट सोशल कॉमेडी बना चुके हैं. दसवीं का ट्रेलर लोगों को पसंद आया था. अब जब फिल्म आ चुकी है तो सोशल मीडिया पर इससे जुड़े रिएक्शन देखने को मिलने लगे हैं. प्रतिक्रियाओं में फिल्म की बुनावट पर बात हो रही है.
हालांकि ट्विटर पर अभी दसवीं का जो ट्रेंड दिख रहा है उसे बहुत मजबूत नहीं कह सकते. फिल्म आज ही रिलीज हुई है. हो सकता है कि अभी ट्रेंड बेहतर होने में थोड़ा वक्त लगे. एक यूजर ने दसवीं को रियलिस्टिक ड्रामा बताते हुए लिखा- क्या शानदार फिल्म है. अभिषेक बच्चन और टीम निश्चित ही बधाई की पात्र है. ट्विटर पर यूजर रिव्यू में दर्जनों प्रतिक्रियाएं देखने को मिल जाएंगी जिसमें फिल्म की तारीफ़ है. एक ने तो इसे बेस्ट एंटरटेनर तक करार दिया. यूजर ने लिखा- "यह वो फिल्म है जो आपको एक पल के लिए भी बोर नहीं करती."
प्रतिक्रियाओं के आधार पर माना जा सकता है कि लोगों को फिल्म का मनोरंजक पक्ष पसंद आ रहा है. कई यूजर्स ने अभिषेक को उनके जाट नेता गंगाराम चौधरी के लिए जमकर सराहा है. उनके कई सीन्स साझा किए जा रहे. यूजर्स को निमरत कौर और यामी गौतम का भी काम बेहतर लगा है. तुषार जलोटा के निर्देशन की भी तारीफ़ है. मगर ऐसी कोई ख़ास प्रतिक्रिया नहीं दिखी जिसमें लोगों ने इसे मस्ट वॉच मूवी या ब्लॉकबस्टर बताया हो. कुछ को तो फिल्म में कई दृश्य और कहानी का मकसद बेमतलब लगा है. फिलहाल की प्रतिक्रियाओं से एक राय बनानी हो तो आप इसे "ठीकठाक फिल्म" कह सकते हैं.
दसवीं के लिए अभिषेक की तरह ही तारीफ़ बटोर रहे हैं कवि कुमार विश्वास
शायद कम लोगों को पता हो कि "कोई दीवाना कहता है" जैसी मशहूर कविता लिखने वाले कुमार विश्वास ने ही दसवीं की स्क्रिप्ट और संवाद लिखे हैं. कुमार विश्वास एक ऐसी हस्ती हैं जो सोशल मीडिया पर सेलिब्रिटी जैसा ही रुतबा रखते हैं. लोग फिल्म के लिए उनकी तारीफ़ कर रहे हैं. ट्विटर पर ऐसी दर्जनों प्रतिक्रियाएं देखने को मिल रही हैं जिसमें फिल्म देखने के पीछे लोग उन्हें भी वजह गिना रहे हैं. हरियाणवी लहजे में फिल्म के कई संवाद लोगों की चर्चा का विषय बने हुए हैं. जाहिर सी बात है कि ऐसा कहने वाले तमाम लोग कुमार विश्वास के प्रशंसक ही होंगे. वैसे कई लोग अलग भी हैं. ऐसा लगता है कि वे कुमार विश्वास के नाम की वजह से ही फिल्म की आलोचना भी कर रहे हैं.
मीडिया क्रिटिक्स में क्या है
जहांतक मुख्यधारा के समीक्षाओं की बात है- कुछ पहलुओं को छोड़कर समीक्षकों ने दसवीं को बहुत बेहतर नहीं पाया है. हमारी सहयोगी वेबसाइट इंडिया टुडे ने दसवीं में अभिषेक के काम को तो बेहतर पाया, मगर उन्हें लिखाई, खासकर स्टोरी से शिकायत भी है. इंडिया टुडे ने पांच में से दो पॉइंट देकर रेट किया है. इसी तरह फिल्म वेबसाइट "कोईमोई" ने भी जूनियर बच्चन के काम की तारीफ़ की. पर ढाई पॉइंट में रेट कर फिल्म के मकसद को लेकर कन्फ्यूजन की बात कही है. टाइम्स ऑफ़ इंडिया और बॉलीवुड हंगामा ने भी फिल्म को महज ढाई पॉइंट में रेट किया है. ऐसा हाल अन्य समीक्षाओं का भी है.
IMDb पर भी सन्नाटा?
फ़िल्मी डेटाबेस के लिए मशहूर IMDb पर दसवीं को लेकर जो माहौल दिख रहा है उसे निश्चित ही निराशाजनक कहा जा सकता है. खबर लिखे जाने तक महज 60 यूजर्स ने फिल्म को रेट और रिव्यू किया है. वह भी 10 में से 7.9. बहुत संभावना है कि यह रेट आगे बेहतर हो. बावजूद के कहने में संकोच नहीं करना चाहिए कि हाल फिलहाल जितनी फ़िल्में सीधे ओटीटी पर रिलीज हुईं हैं- उनमें दसवीं को सबसे खराब इंगेजमेंट मिल रहा है. पिछले साल दिनेश विजान की ही मिमी जब रिलीज हुई थी, IMDb पर ढेरों यूजर्स ने प्रतिक्रियाएं व्यक्त की थीं. यूजर रेट और समीक्षाओं से लगा था कि इसने दर्शकों को कितना प्रभावित किया.
इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.