लाइगर फ़िल्म फ़्लॉप है. उसका बाईकॉट से कोई लेना देना नहीं है. कहानी सड़ी हुई होगी तो फ़िल्म किसी का बाप भी हिट नहीं करवा सकता. और ब्रह्मास्त्र भी फ़्लॉप करेगी क्योंकि उसकी कहानी में कुछ नया नहीं है ऊपर से फ़िल्म बनते-बनते ही पुरानी ही गयी है. आलिया भट्ट के खाते में काफ़ी टाइम बाद फ़्लॉप आएगी, कपूर साहेब तो फ़्लॉप के शहंशाह हैं ही. उन्हें कोई फ़र्क़ नहीं पड़ता. वैसे अचानक ये बात नहीं लिख रही हूं. Netflix पर एक फ़िल्म है Hit: The First Case, राजकुमार राव की. किसी ने सजेस्ट नहीं किया, न इसका प्रमोशन दिखा. कल रात सर्फ़ करते हुए अचानक ये फ़िल्म दिख गयी. राजकुमार राव थे तो प्ले कर लिया और फिर लगभग दो घंटे की फ़िल्म एक सिटिंग में देख डाली. फ़िल्म सिनेमा हाल में रिलीज़ हुई थी या नहीं मुझे नहीं पता. हां, अगर सस्पेन्स पसंद है तो हिंदी के लिहाज़ से ये एक अच्छी फ़िल्म है जो देखी जा सकती.
इन फैक्ट्स के पीछे जितनी भी हिंदी फ़िल्म आयीं और फ़्लॉप की हैं उन सबसे बेहतर है ये फ़िल्म. ये फ़िल्म देखिए. एक गति है इस फ़िल्म में. अन्त और बेहतर हो सकता था फिर भी ये फ़िल्म देखी जा सकती है. राजकुमार राव का होना अब भी विश्वसनीय है कि उनकी फ़िल्म अच्छी होगी ही. और एक चीज़ देखिए अब बॉलीवुड वालों को समझना होगा कि भाई ओटीटी प्लेटफ़ॉर्म की वजह से दुनिया में बन रही तमाम फ़िल्म या सीटों भारत का दर्शक दे रहा है, तो ख़ाली देखेगा ही नहीं तुलना भी करेगा न.
तो जब ऑनलाइन प्लेफ़ॉर्म पर बढ़िया सिनेमा और सीरिज़ उपलब्ध है तो सिनेमा हॉल में वही मार-धाड़, रोना-गाना देखने कोई क्यों जाएगा. कहिए आप ही. एक और चीज़ जाते जाते बताना चाहूंगी कि पिछले दिनों ट्वीटर पर एक क्लिप घूम रहा...
लाइगर फ़िल्म फ़्लॉप है. उसका बाईकॉट से कोई लेना देना नहीं है. कहानी सड़ी हुई होगी तो फ़िल्म किसी का बाप भी हिट नहीं करवा सकता. और ब्रह्मास्त्र भी फ़्लॉप करेगी क्योंकि उसकी कहानी में कुछ नया नहीं है ऊपर से फ़िल्म बनते-बनते ही पुरानी ही गयी है. आलिया भट्ट के खाते में काफ़ी टाइम बाद फ़्लॉप आएगी, कपूर साहेब तो फ़्लॉप के शहंशाह हैं ही. उन्हें कोई फ़र्क़ नहीं पड़ता. वैसे अचानक ये बात नहीं लिख रही हूं. Netflix पर एक फ़िल्म है Hit: The First Case, राजकुमार राव की. किसी ने सजेस्ट नहीं किया, न इसका प्रमोशन दिखा. कल रात सर्फ़ करते हुए अचानक ये फ़िल्म दिख गयी. राजकुमार राव थे तो प्ले कर लिया और फिर लगभग दो घंटे की फ़िल्म एक सिटिंग में देख डाली. फ़िल्म सिनेमा हाल में रिलीज़ हुई थी या नहीं मुझे नहीं पता. हां, अगर सस्पेन्स पसंद है तो हिंदी के लिहाज़ से ये एक अच्छी फ़िल्म है जो देखी जा सकती.
इन फैक्ट्स के पीछे जितनी भी हिंदी फ़िल्म आयीं और फ़्लॉप की हैं उन सबसे बेहतर है ये फ़िल्म. ये फ़िल्म देखिए. एक गति है इस फ़िल्म में. अन्त और बेहतर हो सकता था फिर भी ये फ़िल्म देखी जा सकती है. राजकुमार राव का होना अब भी विश्वसनीय है कि उनकी फ़िल्म अच्छी होगी ही. और एक चीज़ देखिए अब बॉलीवुड वालों को समझना होगा कि भाई ओटीटी प्लेटफ़ॉर्म की वजह से दुनिया में बन रही तमाम फ़िल्म या सीटों भारत का दर्शक दे रहा है, तो ख़ाली देखेगा ही नहीं तुलना भी करेगा न.
तो जब ऑनलाइन प्लेफ़ॉर्म पर बढ़िया सिनेमा और सीरिज़ उपलब्ध है तो सिनेमा हॉल में वही मार-धाड़, रोना-गाना देखने कोई क्यों जाएगा. कहिए आप ही. एक और चीज़ जाते जाते बताना चाहूंगी कि पिछले दिनों ट्वीटर पर एक क्लिप घूम रहा था जिसमें कोई बता रहा था कि कैसे बॉलीवुड की फ़िल्म में हिंदुओं को सिर्फ़ और सिर्फ़ प्रॉपगेंडा के तहत ग़लत लाइट में दिखाया गया. जैसे दबंग में छेदी सिंह किसी को मारने जाने से पहले हनुमान जी की पूजा कर रहा है.
मदर इंडिया में लाला बलात्कार करने कोशिश करने से पहले कोई मंत्र बोल रहा है. ऐसे बहुत सारे उदाहरण उन सज्जन ने दिया था और कहीं न कहीं मैं सहमति रखती हूं कि बहुत बारीकी से हिंदू धर्म, देवी-देवता और हिंदी बोलने वालों का मज़ाक़ बॉलीवुड उड़ाता आया है. अब जब बॉयकॉट करना लोगों ने शुरू किया है तो लोग बाक़ी की चीज़ें भी नोटिस करने लगे हैं.
अब आप हिंदुओं का अपमान करके हिंदुओं को ही अपनी फ़िल्म नहीं बेच पाएंगे. वक़्त बदल रहा है प्लीज़ अपना अप्रोच भी बदलिए, नहीं तो वो दिन दूर नहीं जब बॉलीवुड के स्टार के दरवाज़ों पर ताला लटका मिलेगा. कुछ अच्छा और नया लाइए तब दर्शक आपको अपनाएगा. बाक़ी मेरी सुहानभूति ब्रह्मास्त्र के साथ है. फ़िल्म तो फ़्लॉप करेगी ही. चलिए आप लोग HIT फ़िल्म देखिए अगर मन हो तो नहीं तो House Of Dragon का नया एपिसोड आ गया है वो देख लीजिए. शर्तिया मज़ा आएगा!
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