अजय देवगन डिजनी प्लस हॉटस्टार में एक बार फिर वर्दी में नजर आ रहे हैं. हालांकि उन्होंने इस बार इंडियन एयरफ़ोर्स की वर्दी पहनी है. दरअसल, भुज द प्राइड ऑफ इंडिया में अजय स्क्वैड्रन लीडर विजय कार्णिक की भूमिका में हैं. फिल्म आज से डिजनी प्लस हॉटस्टार पर स्ट्रीम हो रही है. कोरोना महामारी की वजह से भुज को सिनेमाघरों में रिलीज नहीं किया जा सका. वैसे भुज से पहले अजय कई बार सेना के जवान या फिर पुलिस अफसर की वर्दी में नजर आ चुके हैं. भुज से पहली बार यह हो रहा है कि एक्टर वायुसेना अफसर की भूमिका में दिख रहे हैं. इसमें कोई शक नहीं कि एक्टर वर्दी में अच्छे लगते हैं. उन्होंने जब भी स्क्रीन पर वर्दी पहनी दर्शकों को लाजवाब कर दिया.
लोगों ने उनका कॉप लुक फॉलो किया है. गंगाजल और सिंघम में अजय के मूंछों और गॉगल स्टाइल में दिख चुका है. ये इस बात का भी सबूत है कि दर्शकों पर अजय के किरदारों का कितना असर रहा है. अब भुज पर लोगों की नजर रहेगी. देखना होगा कि अक्षय भुज से कितना प्रभावित करते हैं. आइए जानते हैं भुज से पहले अजय ने कब कब खाकी वर्दी पहनी.
प्रकाश झा के निर्देशन में अजय देवगन ने गंगाजल की थी. इसमें एक्टर ने आईपीएस अफसर अमित कुमार की भूमिका निभाई थी. गंगाजल का बैकड्रॉप बिहार है. फिल्म की कहानी सच्ची घटनाओं से प्रेरित है. साल 2003 में फिल्म रिलीज हुई थी. मगर राजनीतिक विवादों में भी फंस गई. लालू यादव के साले साधू यादव के समर्थकों ने फिल्म के खिलाफ हिंसक प्रदर्शन भी किया था. दरअसल, फिल्म में साधू यादव नाम का मुख्य विलेन है. आरोप लगा कि किरदार साधू यादव से प्रेरित है. साधू का लुक लालू यादव से प्रेरित दिखता है.
पुलिस अफसर की भूमिका में अजय देवगन की सिंघम बहुत लोकप्रिय हुई थी. रोहित शेट्टी के निर्देशन में बनी फिल्म...
अजय देवगन डिजनी प्लस हॉटस्टार में एक बार फिर वर्दी में नजर आ रहे हैं. हालांकि उन्होंने इस बार इंडियन एयरफ़ोर्स की वर्दी पहनी है. दरअसल, भुज द प्राइड ऑफ इंडिया में अजय स्क्वैड्रन लीडर विजय कार्णिक की भूमिका में हैं. फिल्म आज से डिजनी प्लस हॉटस्टार पर स्ट्रीम हो रही है. कोरोना महामारी की वजह से भुज को सिनेमाघरों में रिलीज नहीं किया जा सका. वैसे भुज से पहले अजय कई बार सेना के जवान या फिर पुलिस अफसर की वर्दी में नजर आ चुके हैं. भुज से पहली बार यह हो रहा है कि एक्टर वायुसेना अफसर की भूमिका में दिख रहे हैं. इसमें कोई शक नहीं कि एक्टर वर्दी में अच्छे लगते हैं. उन्होंने जब भी स्क्रीन पर वर्दी पहनी दर्शकों को लाजवाब कर दिया.
लोगों ने उनका कॉप लुक फॉलो किया है. गंगाजल और सिंघम में अजय के मूंछों और गॉगल स्टाइल में दिख चुका है. ये इस बात का भी सबूत है कि दर्शकों पर अजय के किरदारों का कितना असर रहा है. अब भुज पर लोगों की नजर रहेगी. देखना होगा कि अक्षय भुज से कितना प्रभावित करते हैं. आइए जानते हैं भुज से पहले अजय ने कब कब खाकी वर्दी पहनी.
प्रकाश झा के निर्देशन में अजय देवगन ने गंगाजल की थी. इसमें एक्टर ने आईपीएस अफसर अमित कुमार की भूमिका निभाई थी. गंगाजल का बैकड्रॉप बिहार है. फिल्म की कहानी सच्ची घटनाओं से प्रेरित है. साल 2003 में फिल्म रिलीज हुई थी. मगर राजनीतिक विवादों में भी फंस गई. लालू यादव के साले साधू यादव के समर्थकों ने फिल्म के खिलाफ हिंसक प्रदर्शन भी किया था. दरअसल, फिल्म में साधू यादव नाम का मुख्य विलेन है. आरोप लगा कि किरदार साधू यादव से प्रेरित है. साधू का लुक लालू यादव से प्रेरित दिखता है.
पुलिस अफसर की भूमिका में अजय देवगन की सिंघम बहुत लोकप्रिय हुई थी. रोहित शेट्टी के निर्देशन में बनी फिल्म में एक्टर ने दिलेर पुलिस इंस्पेक्टर बाजीराव सिंघम की भूमिका निभाई थी. अजय का किरदार बहुत दमदार था. कई संवाद और सीन आजतक दर्शकों की जुबान पर चढ़े हुए हैं. इन्हीं में से एक संवाद- "अता माझी सटकली" है. सिंघम में अजय के अपोजिट काजल अग्रवाल थीं. फिल्म में बाजीराव सिंघम भ्रष्ट राजनेता जयकांत शिकरे से मोर्चा लेता नजर आया था. 2011 में आई सिंघम ने बॉक्स ऑफिस पर जबरदस्त कामयाबी हासिल की थी.
सिंघम की सफलता से प्रेरित होकर रोहित शेट्टी ने सुपरकॉप सीरीज को आगे बढ़ाने का फैसला लिया और सिंघम रिटर्न के रूप में सीक्वल बनाया. साल 2014 में आई सिंघम रिटर्न ने भी जबरदस्त कामयाबी हासिल की. अजय बाजीराव के ही किरदार में थे. हालांकि इस बार फिल्म की कहानी में बाजीराव ढोंगी और भ्रष्टाचारी बाबाजी यानी सत्यराज चंदर (अमोल गुप्ते) के सिंडिकेट से मोर्चा लेता नजर आया. एक बार फिर पुलिस अफसर के रूप में एक्टर के पावर पैक्ड एक्शन और संवादों ने दर्शकों का जमकर मनोरंजन किया..
साल 2008 में रोहित शेट्टी ने अजय को लेकर एक और फिल्म बनाई थी संडे. फिल्म की कहानी हालांकि मिस्ट्री कॉमेडी थी मगर एक्टर का किरदार पुलिस अफसर राजदीप रंधावा का था. अजय के साथ अरशद वारसी, इरफान खान और आयशा टकिया मुख्य भूमिकाओं में थीं. फिल्म की कहानी मनोरंजक थी बावजूद इसने गंगाजल या सिंघम की तरह बहुत कामयाबी नहीं हासिल की.
बहुत लोगों को याद नहीं होगा मगर साल 2005 में अक्षय कुमार के साथ अजय देवगन की एक फिल्म आई थी इंसान. फिल्म में एक्टर ने अजित राठौर का किरदार निभाया था. जबकि अक्षय ऑटो रिक्शा ड्राइवर अमजद की भूमिका में थे. ये विशुद्ध एक्शन फिल्म थी जिसमें ईशा देओल, लारा दत्ता और तुषार कपूर भी अहम भूमिकाओं में थे. के सुभाष के निर्देशन में बनी फिल्म बॉक्स ऑफिस पर असफल साबित हो गई थी.
दीवाने साल 2000 में आई थी. ये रक रोमांटिक ड्रामा थी. दीवाने में अजय का डबल रोल था. उनका एक किरदार पुलिस अफसर विशाल का था. अजय के अपोजिट उर्मिला मातोंडकर थीं. अनीस बज्मी की लिखी कहानी अच्छी थी मगर हैरी बावेजा के निर्देशन में बनी फिल्म को दर्शकों ने हाथोंहाथ नहीं लिया. बॉक्स ऑफिस पर फिल्म ने औसत बिजनेस किया था. पुलिस अफसर के अलावा एक्टर ने भुज से पहले सेना के जवान का किरदार भी निभाया और खूब प्रभावित किया.
बॉबी देओल के साथ आई टैंगो चार्ली को बहुत से दर्शक अजय देवगन की वजह से भी याद करते हैं. टैंगो चार्ली हकीकत में वार फिल्म ही है जो बॉबी देओल को केंद्र में रखकर बनाई गई थी. अजय ने बीएसएफ जवान हवलदार मोहम्मद अली की भूमिका निभाई है. मोहम्मद अली की अगुवाई में बीएसएफ के जवान देश के अंदर आतंकियों, अलगाववादियों और माओवादियों से मोर्चा लेते नजर आ रहे हैं. जवान के रूप में ऑपरेशन लीड करते अजय ने खूब प्रभावित किया था हालांकि फिल्म बॉक्स ऑफिस पर औसत साबित हुई थी.
एलओसी कारगिल 1999 में पाकिस्तान से हुई कारगिल जंग पर बनी थी. फिल्म का निर्देशन जेपी दत्ता ने किया था. अजय देवगन ने गोरखा राइफल्स के जवान कैप्टन मनोज पांडे की भूमिका निभाई थी. मनोज ने कारगिल की जंग में अदभुत शौर्य दिखाया था और बटालिक सेक्टर में पाकिस्तानी घुसपैठियो से लोहा लेते हुए मात्र 24 साल की आयु में शहीद हो गए थे. हकीकत में एलओसी कारगिल तत्कालीन जंग में शहीद कई जवानों की सामूहिक कहानी है. मनोज के किरदार में अजय ने बेहतरीन काम किया था.
जमीन साल 2003 में आई एक्शन थ्रिलर फिल्म है जिसका निर्देशन रोहित शेट्टी ने किया था. फिल्म की कहानी कंधार विमान अपहरण से प्रेरित है. अजय देवगन ने कर्नल रणवीर सिंह राणावत की दमदार भूमिका निभाई थी. अजय के साथ अभिषेक बच्चन भी बड़ी भूमिका में थे. विमान अपहरण के बाद दोनों कंधार जाते हैं और यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकालकर सामने लाते हैं. फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर ठीकठाक बिजनेस किया था.
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