कोरोना संकट ने देश की अर्थव्यवस्था और लोगों के रोजगार के साथ ही फ़िल्म इंडस्ट्री को भी काफी नुकसान पहुंचाया है. बीते 5 महीने से सिनेमा हॉल बंद है और फ़िल्मों की शूटिंग भी बंद पड़ी है. ऐसे में पिछले 5 महीनों के दौरान रिलीज होने वाली सभी छोटी-बड़ी फ़िल्में नेटफ्लिक्स, अमेजन प्राइम वीडियो, डिज्नी हॉटस्टार, जी5, सोनी लिव और एरोस नाउ समेत अन्य ओटीटी प्लैटफॉर्म पर रिलीज हो रही हैं. दर्शकों के लिए तो यह फायदेमंद है, क्योंकि महीने भर के सब्सक्रिप्शन में उन्हें ढेरों फ़िल्में देखने को मिल जाता है, लेकिन फ़िल्म प्रोड्यूसर और मल्टीप्लेक्स मालिकों के लिए यह काफी नुकसानदेह है. फ़िल्में थिएटर में रिलीज हो नहीं रही हैं, ऐसे में प्रोड्यूसर और डिस्ट्रिब्यूटर्स का धंधा चौपट हो गया है. ओटीटी प्लैटफॉर्म पर अच्छी फ़िल्मों को मुंहमांगा दाम मिल नहीं पाता, ऐसे में प्रोड्यूसर के पास अपनी छोटी-बड़ी फ़िल्मों को ओटीटी प्लैटफॉर्म पर रिलीज करने के सिवा कोई विकल्प ही नहीं है.
अब अक्षय कुमार की मल्टी करोड़ बजट एक्शन फ़िल्म सूर्यवंशी और रणवीर सिंह की लीड भूमिका वाली मल्टीस्टारर फ़िल्म 83 को ओटीटी प्लैटफॉर्म पर रिलीज किए जाने से जुड़ी खबरें फैलने लगी हैं. हालांकि, इन दोनों ही फ़िल्मों में पैसा लगाने वाली प्रोडक्शन कंपनी रिलायंस एंटरटेनमेंट ने साफ किया है कि दीवाली और क्रिसमस तक कोरोना संकट का असर खत्म होने की उम्मीद है और ऐसे में मल्टीप्लेक्स खुलने के बाद इन दोनों फ़िल्मों को थिएटर में रिलीज करने का रास्ता बन जाएगा. लेकिन इस बीच ये बात भी आ रही है कि निर्देशक रोहित शेट्टी की फ़िल्म सूर्यवंशी और कबीर खान की फ़िल्म 83 के रिलीज डेट आने तक कोरोना महामारी का असर कम नहीं हुआ तो ऐसी स्थिति में प्रोड्यूसर के पास इन फ़िल्मों को ओटीटी प्लैटफॉर्म पर रिलीज करने के सिवा कोई ऑप्शन नहीं बचेगा, क्योंकि आने वाले हफ्तों में और कई फ़िल्में रिलीज होंगी और फिर सूर्यवंशी और 83 की रिलीज पर विवाद देखने को मिल सकता है.
मल्टीप्लेक्स आपके घर में...
बीते 5 महीनों में डिज्नी हॉटस्टार, नेटफ्लिक्स, अमेजन प्राइम वीडियो, जी5, सोनी लिव समेत अन्य डिजिटल प्लैटफॉर्म पर बड़े-बड़े स्टार्स की फ़िल्में रिलीज हुई हैं, जिन्हें रिस्पॉन्स भी अच्छा मिला है. दरअसल, कोरोना संकट ने बता दिया है कि ओटीटी प्लैटफॉर्म भविष्य के मल्टीप्लेक्स हैं और धीरे-धीरे मनोरंजन का जरिया मल्टीप्लेक्स से घरों में सिमट रहा है, जहां लोग आसानी से घर बैठे फर्स्ट डे, फर्स्ट शो देख सकेंगे. डिज्नी हॉटस्टार मल्टीप्लेक्स के नाम पर कई नई फ़िल्में रिलीज भी हो चुकी हैं, जिनमें दिल बेचारा, खुदा हाफिज, लूटकेस प्रमुख हैं. इस महीने और अगले महीने सड़क 2, लक्ष्मी बम, भुज और द बिग बुल जैसी फ़िल्में डिज्नी हॉटस्टार पर रिलीज होंगी, जिनमें आलिया भट्ट, संजय दत्त, अभिषेक बच्चन, अजय देवगन और अक्षय कुमार जैसे बॉलीवुड के ए-लिस्टर कलाकार एक्टिंग करते दिखेंगे.
ये फिल्में ओटीटी प्लैटफॉर्म पर रिलीज हुई हैं
डिज्नी हॉटस्टार ही नहीं, बल्कि नेटफ्लिक्स, जी5, सोनी लिव और अमेजन प्राइम वीडियो पर बॉलीवुड की कई बड़ी फ़िल्में रिलीज हो चुकी हैं, जिसमें गुंजन सक्सेना, रात अकेली है, बुलबुल, क्लास ऑफ 83, शकुंतला देवी, यारा, मी रक़सम, परीक्षा समेत अन्य हैं. ये सभी फ़िल्में थिएटर में रिलीज होतीं, लेकिन कोरोना संकट काल में थिएटर बंद होने के कारण इन्हें डिजिटल प्लैटफॉर्म पर रिलीज किया गया. नेटफ्लिक्स पर आने वाले समय में बॉलीवु़ड की कई और बड़ी फ़िल्में रिलीज हो रही हैं, जिनमें तोरबाज, लूडो, डॉली किट्टी और वो चमकते सितारे, एके वर्सेस एके समेत कई अन्य फ़िल्में हैं. इन फ़िल्मों का दर्शकों को बेसब्री से इंतजार है. दरअसल, कोरोना ने बॉलीवुड को हकीकत दिखा दी है कि आने वाले समय में जब लोगों के घरों में बड़ी स्क्रीन वाली टीवी होगी, तो वह अपने घर में ही नई-नई फ़िल्में देखना पसंद करेंगे और उनकी पसंद का जरिया बनेंगे डिजिटल प्लैटफॉर्म्स. ऐसे में मल्टीप्लेक्स जाकर फ़िल्में देखने का चलन प्रभावित तो होगा ही.
डिजिटल प्लैटफॉर्म्स की बल्ले-बल्ले
अब जबकि बॉलीवुड या अन्य फ़िल्म इंडस्ट्री की बड़ी-बड़ी फ़िल्में ओटीटी प्लैटफॉर्म पर रिलीज हो रही हैं तो आने वाले समय में बड़े-बड़े स्टार्स की फ़िल्मों को सीधे डिजिटल प्लैटफॉर्म पर देखकर ताज्जुब तो नहीं ही होगा. अब तो नेटफ्लिक्स हो या डिज्नी हॉटस्टार समेत अन्य डिजिटल प्लैटफॉर्म, लाखों सब्सक्राइबर्स के दम पर ये बड़ी फ़िल्में भी करोड़ों में खरीद रही हैं और अपने प्लैटफॉर्म पर रिलीज कर रही हैं. एक रिपोर्ट की मानें तो दिवंगत सुशांत सिंह राजपूत की आखिरी फ़िल्म दिल बेचारा को प्रीमियर के वक्त यानी फर्स्ट डे, फर्स्ट शो करीब 10 करोड़ लोगों ने देखा. ऐसें में फ़िल्म का वैल्यू उस समय 1000 करोड़ रुपये था. हालांकि, ये अनुमान है और इस खबर पर किसी ट्रेड एनालिस्ट या फिल्म एक्सपर्ट के साथ ही प्रॉफिट कमाने वाले प्रोड्यूसर की मंजूरी नहीं है, पर इस आंकड़े से डिजिटल प्लैटफॉर्म के पावर और महत्ता का पता चलता है.
कोरोना ने लोगों की पसंद बदल दी
जिस तरह लोग मोबाइल पर ही खबरें और फ़िल्में देखने लगे हैं, ऐसे में आने वाले समय में बिल्कुल ऐसा हो सकता है कि मोबाइल ही मल्टीप्लेक्स बन जाए और लोग घर बैठे आसानी से नई-नई फ़िल्में देख लें. दुनिया और लोगों की पसंद के साथ ही लाइफस्टाइल में भी काफी तेजी से परिवर्तन हो रहा है. ऐसे में 5 साल बाद दुनिया कैसी होगी, इसका भी कोई अंदाजा नहीं लगा सकता. ऐसे में मनोरंजन के साधनों में भी परिवर्तन तो होगा ही. कोरोना के बाद दुनिया ऐसे ही बदल गई है. हालांकि, इन सबके बीच एक बात जो व्यक्तिगत तौर पर लगती है कि सिनेमा देखने का असली मजा को मल्टीप्लेक्स में ही है. मोबाइल, लैपटॉप या टीवी स्क्रीन पर बड़ी फ़िल्में देखने में उतना मजा नहीं आता. उम्मीद है कि आने वाले समय में सूर्यवंशी और 83 जैसी फ़िल्में थिएटर में रिलीज होंगी और उन्हें खूब दर्शक मिलेंगे. ऐसा नहीं हुआ तो डिजिटल प्लैटफॉर्म तो है ही. घर वालों के साथ धूम-धड़ाके का मजा लेंगे.
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