मोदी सरकार की तारीफों का पुल बांधने वाले अक्षय कुमार की पत्नी ट्विंकल खन्ना ने लखीमपुर खीरी मामले और आर्यन खान ड्रग केस की तुलना कोरियन सीरीज स्क्विड गेम से की है. एक तरह से आर्यन मामले में यह सीधे-सीधे वैसा ही सवाल है जैसा कि कुछ मोदी विरोधी सितारे करते रहते हैं. अक्षय कुमार की पत्नी के नाते ट्विंकल के सवाल थोड़े से हैरान करने वाले हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ़ का कोई भी मौका नहीं चूकने वाले अक्षय कुमार को ना जाने कितनी मर्तबा इस बाते के लिए ट्रोल होना पड़ा है. मगर उन्होंने कभी भी पीएम के प्रति आभार जताने का कोई भी बड़ा मौका नहीं गंवाया है. आज जब देश ने 100 करोड़ टीकाकरण का लक्ष्य पार कर लिया तब भी अक्षय ने उपलब्धि का श्रेय मोदी को देते हुए उनकी तारीफ़ की. प्रधानमंत्री को टैग करते हुए ट्वीट में उन्होंने लिखा- भारत के लिए अविश्वसनीय रूप से गर्व का दिन है क्योंकि हमने 100 करोड़ टीकाकरण के मील का पत्थर पार कर लिया है. नरेंद्र मोदी जी और हर एक फ्रंटलाइन वर्कर को असंख्य धन्यवाद. जो दूसरे देश सोच भी नहीं सकते वो कर दिखाया. गर्व है.
स्वाभाविक रूप से अक्षय के ट्वीट पर भी मिलीजुली प्रतिक्रियाएं हैं जिसमें समर्थक तारीफ़ कर रहे हैं और विरोधी सत्ता का चाटुकार और तमाम दूसरे मिलते-जुलते विशेषण दे रहे हैं. अक्षय राजनीतिक चीजों पर प्रतिक्रियाएं भले ना दें लेकिन मोदी से "नजदीकी" का मौका नहीं चूकते. मोदी के दोनों कार्यकाल में इसके असंख्य उदाहरण हैं. अक्षय की पत्नी ट्विंकल खन्ना का स्टैंड देखें तो अजीब तरह का विरोधाभास नजर आता है. बॉलीवुड में ऐसा विरोधाभास यूनिक है. अक्षय-ट्विंकल के अलावा एक हद तक अमिताभ बच्चन और जया बच्चन की जोड़ी में भी यही विरोधाभास है मगर जया बच्चन की पार्टी पक्षधरता में उनका स्टैंड वाजिब दिखता है. अमिताभ लगभग अक्षय की तरह हैं और संवेदनशील मुद्दों पर चुप ही रहते हैं. तारीफ करने में संकोच नहीं करते. वे कभी भी आलोचक नजर नहीं आए हैं. जया, मोदी को लेकर विरोधी नेता के रूप में ही दिखती हैं. समाजवादी पार्टी की राज्यसभा सांसद होने के तौर पर यह स्वाभाविक भी है कि वो तमाम मुद्दों पर खुलकर मोदी सरकार की आलोचना करें.
अक्षय तारीफ़ करते हैं और ट्विंकल क्या साधती हैं फिर?
अक्षय का मामला थोड़ा अलग है और वे चाहे जितनी भी मोदी की तारीफ़ कर लें ट्विंकल के कई सवालों पर बहस होगी ही क्योंकि अब तक ट्विंकल की पार्टी पॉलिटिक्स या वैचारिक पक्षधरता साफ़ नहीं हुई है. बॉलीवुड में एक ताकतवर धड़े और उससे बाहर आर्यन खान ड्रग केस- राजनीतिक रूप से भी पक्ष-विपक्ष का अखाड़ा बन चुका है. अक्षय कुमार की संवेदनाएं शाहरुख के साथ जरूर होंगी, बावजूद उन्होंने अब तक दूसरे फ़िल्मी सितारों की तरह सार्वजनिक रूप से इसका प्रदर्शन तो नहीं ही किया है. अक्षय को सार्वजनिक इजहार के नफा-नुकसान मालूम हैं. हो सकता है कि रणनीतिक रूप से भी अक्षय ने मामले में चुप रहना, बोलने से ज्यादा बेहतर समझा हो. दूसरी तरफ अक्षय की पत्नी ने आर्यन केस में लगभग स्वरा भास्कर जैसा स्टैंड लिया है जो भाजपा नेताओं और सरकार के खिलाफ तीखी आलोचना के लिए बदनाम हैं. आर्यन मामले को सरकारी उत्पीडन बताया जा रहा है. ट्विंकल ने भी सांकेतिक तौर पर इसे बिल्कुल वैसा ही माना है. ट्विंकल ने अपने एक ब्लॉग में कोरियन ड्रामा "स्क्विड गेम" के एक एपिसोड से आर्यन खान ड्रग केस की तुलना करते हुए इसे स्क्विड गेम का देसी वर्जन बताया. मीडिया रिपोर्टिंग पर जमकर गुस्सा निकाला. सरकारी कार्रवाई को "भेदभावपूर्ण" बताया.
ब्लॉग पोस्ट का लिंक साझा करते हुए ट्विंकल ने सोशल पोस्ट में कहा- भारत में हम अपने खुद के वर्जन का स्क्विड गेम खेल रहे हैं. ट्विंकल ने जो ब्लॉग पोस्ट साझा किया है उसमें स्क्विड गेम के सभी एपिसोड्स की कहानी को हालिया घटनाओं से तुलना की है. लखीमपुर खीरी और आर्यन खान ड्रग मामला भी है जिसे लेकर भाजपा सरकार निशाने पर है. एक एपिसोड से आर्यन केस की तुलना करते हुए लिखा- सभी खिलाड़ियों को दस मार्बल दिए जाते हैं. सभी को गेम खेलते हुए अपने विरोधी से मार्बल छीननी है. लेकिन एपिसोड (स्क्विड गेम्स) में एक मजबूत खिलाड़ी को जबरदस्ती मार्बल गंवाने पर विवश कर दिया जाता है. जब मैं शाहरुख के बेटे की न्यूज पढ़ती हूं तो मुझे लगता है कि मेरे भी मार्बल खो गए हैं. उसका दोस्त सिर्फ 6 ग्राम चरस लिए हुए था, लेकिन आर्यन के पास ऐसी कोई चीज होने का सबूत नहीं है. बावजूद लड़के को आर्थर जेल में दो हफ्तों से सड़ाया जा रहा है. ट्विंकल जिसे यहां लड़का बता रही हैं उसकी उम्र 23 साल है.
साफ़ समझा जा सकता है कि ट्विंकल की प्रतिक्रिया आर्यन या ऐसे कई हालिया मामलों में बीजेपी सरकारों की प्रशासनिक व्यवस्था पर ही सवाल उठा रहे हैं. पति-पत्नी में विरोधाभास हो सकते हैं, लेकिन अक्षय और ट्विंकल के मामले में पता नहीं क्यों तमाम चीजें बार-बार ध्यान खींचती हैं. कहीं ऐसा तो नहीं कि अक्षय अपने सपोर्टर और सरकार साध रहे हैं जबकि उनकी पत्नी विपक्ष में गुंजाइश बनाते हुए बॉलीवुड के मजबूत धड़े को साधकर रखना चाहती हैं. अक्षय पर आरोप लगते हैं कि वो दक्षिणपंथी और प्रोपगेंडा फ़िल्में कर रहे हैं जिससे बीजेपी और उसकी सरकार को फायदा पहुंच रहा है. वहीं पति अक्षय की कई फ़िल्में ट्विंकल एक प्रोड्यूसर के तौर पर बनाती हैं. क्या बॉलीवुड का ये विरोधाभास दिलचस्प नहीं है?
चलते चलते स्क्विड गेम के बारे में भी जान लीजिए
यह कोरियन ड्रामा सीरीज है जो सितंबर में स्ट्रीम हो रहा है. सीरीज की कहानी कर्ज़ और नाकामी से लाचार लोगों को तगड़े ईनाम का लालच देकर गेम खेलने के लिए ललचाया जाता है. खेल का आयोजन एकदम खुफिया जगह पर हो रहा है. इसे हथियारबंद नकाबपोश संचालित कर रहे हैं. खेल इंडिविजुअल और टीम लेवल के हैं. गेम में सिर्फ एक विनर निकल सकता है. ये जानलेवा खेल है जहां हारने वाले को मौत भी मिलती है. पैसों के लिए लोग किसी भी हद तक जाने को तैयार दिखते हैं. उन्हें परवाह नहीं कि इससे किसी की मौत भी हो सकती है. लाचार लोग यह खेल अमीरों के मनोरंजन के लिए खेल रहे हैं. हालांकि खेल में किसी भी वक्त स्किप करने का विकल्प है. यह सीरीज दुनियाभर में खूब पॉपुलर है और इसे अब तक करीब दस करोड़ से भी ज्यादा लोग देख चुके हैं.
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