हिंदी फिल्म इंडस्ट्री की तरह यहां काम करने वाले सितारों की हालत भी खराब है. आमिर से लेकर सलमान खान तक, अजय देवगन से लेकर अक्षय कुमार तक, हर किसी की फिल्म बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप होती जा रही है. इस दौरान सबसे अधिक सदमा किसी को लगा है तो वो अक्षय कुमार है. हर साल तीन से चार फिल्में करने वाले अक्षय की, इस साल रिलीज हुई चार फिल्में बुरी तरह फ्लॉप हो चुकी हैं. इसे मेगा बजट फिल्म 'सम्राट पृथ्वीराज' भी शामिल है, जो 180 करोड़ रुपए बजट में बनी थी. इन सबके बावजूद अक्षय कुमार विज्ञापन की दुनिया के बेताज बादशाह बने हुए हैं. हालही में जारी एक रिपोर्ट में उनके टीवी पर सबसे देखा जाने वाला फिल्म स्टार बताया गया है.
टैम की ताजा रिपोर्ट (जनवरी-जून 2022) के मुताबिक सभी चैनलों को मिलाकर अभिनेता अक्षय कुमार औसतन 37 घंटे प्रतिदिन नजर आते हैं. इस तरह विज्ञापनों के जरिए अभिनेता टीवी पर सबसे ज्यादा देखे जा रहे हैं. उनके बाद दूसरे स्थान पर अमिताभ बच्चन और तीसरे स्थान पर आलिया भट्ट का नाम है. इस रिपोर्ट के मुताबिक, अमिताभ सभी चैनलों को मिलाकर औसतन 18 घंटे और आलिया 14 घंटे टीवी पर प्रतिदिन दिखाए जा रहे हैं. इस रिपोर्ट से ये साफ हो रहा है कि विज्ञापनदाताओं और दर्शकों के बीच अक्षय कुमार शीर्ष पसंद बने हुए हैं. सामाजिक कार्यों में आगे बढ़कर अपनी भूमिका निभाने वाले अक्षय की सकारात्मक छवि ही उनके पक्ष में काम करती है.
चाहे लोगों को जागरूक करने वाले विज्ञापन हो या फिर किसी प्राकृतिक आपदा के समय आर्थिक सहयोग, अक्षय कुमार को बॉलीवुड के बाकी कलाकारों में सबसे आगे देखा गया है. कोरोना महामारी के दौरान ही उन्होंने 25 करोड़ रुपए प्रधानमंत्री आपदा राहत कोष में दान किए थे. इसके अलावा व्यक्तिगत स्तर पर...
हिंदी फिल्म इंडस्ट्री की तरह यहां काम करने वाले सितारों की हालत भी खराब है. आमिर से लेकर सलमान खान तक, अजय देवगन से लेकर अक्षय कुमार तक, हर किसी की फिल्म बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप होती जा रही है. इस दौरान सबसे अधिक सदमा किसी को लगा है तो वो अक्षय कुमार है. हर साल तीन से चार फिल्में करने वाले अक्षय की, इस साल रिलीज हुई चार फिल्में बुरी तरह फ्लॉप हो चुकी हैं. इसे मेगा बजट फिल्म 'सम्राट पृथ्वीराज' भी शामिल है, जो 180 करोड़ रुपए बजट में बनी थी. इन सबके बावजूद अक्षय कुमार विज्ञापन की दुनिया के बेताज बादशाह बने हुए हैं. हालही में जारी एक रिपोर्ट में उनके टीवी पर सबसे देखा जाने वाला फिल्म स्टार बताया गया है.
टैम की ताजा रिपोर्ट (जनवरी-जून 2022) के मुताबिक सभी चैनलों को मिलाकर अभिनेता अक्षय कुमार औसतन 37 घंटे प्रतिदिन नजर आते हैं. इस तरह विज्ञापनों के जरिए अभिनेता टीवी पर सबसे ज्यादा देखे जा रहे हैं. उनके बाद दूसरे स्थान पर अमिताभ बच्चन और तीसरे स्थान पर आलिया भट्ट का नाम है. इस रिपोर्ट के मुताबिक, अमिताभ सभी चैनलों को मिलाकर औसतन 18 घंटे और आलिया 14 घंटे टीवी पर प्रतिदिन दिखाए जा रहे हैं. इस रिपोर्ट से ये साफ हो रहा है कि विज्ञापनदाताओं और दर्शकों के बीच अक्षय कुमार शीर्ष पसंद बने हुए हैं. सामाजिक कार्यों में आगे बढ़कर अपनी भूमिका निभाने वाले अक्षय की सकारात्मक छवि ही उनके पक्ष में काम करती है.
चाहे लोगों को जागरूक करने वाले विज्ञापन हो या फिर किसी प्राकृतिक आपदा के समय आर्थिक सहयोग, अक्षय कुमार को बॉलीवुड के बाकी कलाकारों में सबसे आगे देखा गया है. कोरोना महामारी के दौरान ही उन्होंने 25 करोड़ रुपए प्रधानमंत्री आपदा राहत कोष में दान किए थे. इसके अलावा व्यक्तिगत स्तर पर उन्होंने बड़ी संख्या में लोगों की मदद की थी. यही बातें अक्षय की छवि को मजबूत बनाती हैं. इतना ही नहीं अक्षय कुमार अपनी पत्नी ट्विंकल खन्ना के साथ कुल विज्ञापनों का 50 फीसदी अकेले करते हैं. इस मामले में तीन कपल का नाम प्रमुख है. इस लिस्ट में अमिताभ-जया बच्चन दूसरे स्थान पर और रणबीर कपूर-आलिया भट्ट का नाम तीसरे स्थान पर है.
टैम की ये रिपोर्ट अक्षय कुमार को बहुत राहत पहुंचाने वाली है. कहते हैं ना कि जब खराब दौर चल रहा हो तो एक छोटी सी खुशी भी बहुत सुख पहुंचाती है. अभिनेता वैसे भी अपने आने वाली फिल्म 'राम सेतु' की रिलीज की तैयारी में लगे हुए हैं. इस साल फिल्म 'बच्चन पांडे', 'सम्राट पृथ्वीराज', 'रक्षा बंधन' और 'कटपुतली' के फ्लॉप होने के बाद उनको 'राम सेतु' से बहुत उम्मीदें हैं. लेकिन बॉलीवुड बायकॉट के इस दौर में फिल्मों की सफलता की गारंटी नहीं है. ऐसे में उनके लिए आई एक सकारात्मक खबर उनके अंदर ऊर्जा का संचार करने का काम कर सकती है. इसके जरिए वो पूरे कॉन्फिडेंस के साथ अपने फिल्म का प्रचार-प्रसार कर सकते हैं. 'राम सेतु' दिवाली के मौके पर 25 अक्टूबर को रिलीज होने जा रही है. 'रामसेतु' की कामयाबी ही अक्षय कुमार के करियर की दशा और दिशा तय करने वाली है. यदि ये फिल्म भी फ्लॉप हुई तो अभिनेता संकट में फंस जाएंगे.
बताते चलें कि विज्ञापन जगत में बॉलीवुड सितारों का सबसे ज्यादा दखल होता है. वर्तमान समय में दिखाए जाने वाले कुल विज्ञापनों में 80 फीसदी फिल्मी कलाकार हैं. विज्ञापनों की दुनिया बहुत बड़ी है. हम जिस युग में जी रहे है, उसमे विज्ञापन की बहुत ज्यादा अहमियत है. किसी भी देश की अर्थव्यवस्था का एक बड़ा हिस्सा विज्ञापनों पर ही निर्भर करता है. विज्ञापन अक्सर टीवी, रेडियो, न्यूजपेपर, वेब साइट और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर देखने को मिलते है. विज्ञापन का मतलब किसी भी वस्तु, उत्पाद, और सेवाओं को ग्राहकों तक पहुंचाना होता है. विज्ञापन की पहुंच व्यापक है. इसकी शक्ति ही है कि 20 रुपए में एक बोतल पानी खरीद कर लोग आसानी से पी जाते हैं.
कपड़े, जूते, बैग आदि डेली यूज के सामान को भी लोग ब्रैंड वैल्यू के हिसाब से खरीदते हैं. जिस ब्रांड की वैल्यू जितनी ज्यादा होती है, उसकी कीमत उतनी ज्यादा होती है. ब्रांड वैल्यू बनाने में विज्ञापन का बहुत बड़ा रोल होता है. विज्ञापन वही अच्छा माना जाता है, जिसमें जितना बड़ा सेलिब्रिटी होता है. यही वजह है कि इसमें फिल्मी सितारों का दखल सबसे ज्यादा होता है. इसके बाद विज्ञापनों में क्रिकेट खिलाड़ियों को मौका मिलता है. जो खिलाड़ी जितना अधिक फॉर्म में होता है, उसके हिस्से उतने अधिक विज्ञापन होते हैं. कई ब्रांड जो क्रिकेट को प्रोत्साहित करते हैं, वो भी इन खिलाड़ियों से अपने विज्ञापन कराते हैं. इतना ही उनको अपना ब्रांड एम्बेसडर भी बनाते हैं.
इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.