कोरोना महामारी की वजह से हिंदी फिल्म इंडस्ट्री को बहुत आर्थिक नुकसान हुआ है. लॉकडाउन की वजह से सिनेमाघर महीनों तक बंद रहे और फिल्मों की रिलीज अटकी रही. इस विषम हालात में बॉलीवुड एक्टर अक्षय कुमार की फिल्म 'बेल बॉटम' की बॉक्स ऑफिस पर रिलीज़ आशा की किरण की तरह नजर आई है. रंजीत एम तिवारी निर्देशित फिल्म 'बेल बॉटम' दूसरे लॉकडाउन के समाप्त होने के बाद सिनेमाघरों में रिलीज होने वाली पहली हिंदी फिल्म है, जिसने फिल्म इंडस्ट्री की झिझक को तोड़ा है. उन फिल्म मेकर्स को हिम्मत दी है, जो सिनेमाघरों में अपनी फिल्में रिलीज करने से डर रहे थे. क्योंकि एक तरफ महाराष्ट्र में सिनेमाघरों को अभी भी बंद रखा गया है, तो दूसरी तरफ अन्य जगहों पर थियेटर में 50 फीसदी से अधिक सीट न भरने की शर्त पर ही खोलने की अनुमति दी गई है.
फिल्म 'बेल बॉटम' के सिनेमाघरों में रिलीज किए जाने से पहले अभिनेता अक्षय कुमार ने खुद कहा था कि उन्हें पता है कि इस वक्त सिनेमाघरों में फिल्म रिलीज करना सबसे बड़ा रिस्क है, एक चुनौती है, लेकिन यदि आपने जीवन में रिस्क नहीं उठाया है, तो आपने क्या किया है? इसलिए हमने तय किया कि हम रिस्क लेकर अपनी फिल्म को थियेटर में रिलीज करेंगे. यह एक जुआ है और किसी को यह जुआ खेलना था. ये सच है कि ये जुआ ही था, जिसमें फिल्म मेकर्स को आर्थिक तौर पर भले ही नुकसान हुआ है, लेकिन इसके दूरगामी परिणाम मिले हैं. इस फिल्म की रिलीज ने निश्चित रूप से फिल्म निर्माताओं और दर्शकों में विश्वास की भावना पैदा करने में सफलता हासिल की है, जो अभी तक किसी न किसी वजह से डरे हुए थे. इसकी वजह से एक बार फिर सिनेमा कारोबार शुरु हुआ है.
फिल्म बेल बॉटम की कमाई अभी तक कितनी है?
जहां तक फिल्म बेल...
कोरोना महामारी की वजह से हिंदी फिल्म इंडस्ट्री को बहुत आर्थिक नुकसान हुआ है. लॉकडाउन की वजह से सिनेमाघर महीनों तक बंद रहे और फिल्मों की रिलीज अटकी रही. इस विषम हालात में बॉलीवुड एक्टर अक्षय कुमार की फिल्म 'बेल बॉटम' की बॉक्स ऑफिस पर रिलीज़ आशा की किरण की तरह नजर आई है. रंजीत एम तिवारी निर्देशित फिल्म 'बेल बॉटम' दूसरे लॉकडाउन के समाप्त होने के बाद सिनेमाघरों में रिलीज होने वाली पहली हिंदी फिल्म है, जिसने फिल्म इंडस्ट्री की झिझक को तोड़ा है. उन फिल्म मेकर्स को हिम्मत दी है, जो सिनेमाघरों में अपनी फिल्में रिलीज करने से डर रहे थे. क्योंकि एक तरफ महाराष्ट्र में सिनेमाघरों को अभी भी बंद रखा गया है, तो दूसरी तरफ अन्य जगहों पर थियेटर में 50 फीसदी से अधिक सीट न भरने की शर्त पर ही खोलने की अनुमति दी गई है.
फिल्म 'बेल बॉटम' के सिनेमाघरों में रिलीज किए जाने से पहले अभिनेता अक्षय कुमार ने खुद कहा था कि उन्हें पता है कि इस वक्त सिनेमाघरों में फिल्म रिलीज करना सबसे बड़ा रिस्क है, एक चुनौती है, लेकिन यदि आपने जीवन में रिस्क नहीं उठाया है, तो आपने क्या किया है? इसलिए हमने तय किया कि हम रिस्क लेकर अपनी फिल्म को थियेटर में रिलीज करेंगे. यह एक जुआ है और किसी को यह जुआ खेलना था. ये सच है कि ये जुआ ही था, जिसमें फिल्म मेकर्स को आर्थिक तौर पर भले ही नुकसान हुआ है, लेकिन इसके दूरगामी परिणाम मिले हैं. इस फिल्म की रिलीज ने निश्चित रूप से फिल्म निर्माताओं और दर्शकों में विश्वास की भावना पैदा करने में सफलता हासिल की है, जो अभी तक किसी न किसी वजह से डरे हुए थे. इसकी वजह से एक बार फिर सिनेमा कारोबार शुरु हुआ है.
फिल्म बेल बॉटम की कमाई अभी तक कितनी है?
जहां तक फिल्म बेल बॉटम की कमाई की बात है, तो फिल्म ने अभी तक कुल 27 करोड़ का बॉक्स ऑफिस कलेक्शन किया है. फिल्म ने पहले दिन गुरुवार को 2.75 करोड़ रुपए के बॉक्स ऑफिस कलेक्शन के साथ शुरुआत की थी. इसके बाद शुक्रवार और शनिवार को क्रमश: 2.60 करोड़ और 3 करोड़ रुपए कमाए, लेकिन रक्षा बंधन पर उछाल आया और फिल्म ने रविवार को 4.40 करोड़ रुपए का कलेक्शन किया. इस तरह फिल्म का कुल वीकेंड कलेक्शन 12.75 करोड़ रुपए हो गया. फिल्म की वर्ल्डवाइड बॉक्स ऑफिस कलेक्शन 26.66 करोड़ रुपए बताया जा रहा है. ये रकम अक्षय कुमार की किसी भी फिल्म के लिए बहुत ही कम है. रिलीज के पहले दो दिन में ही उनकी फिल्में इतने पैसे कमा लेती हैं. ऐसे में बॉक्स ऑफिस के भरोसे अक्षय कुमार की फिल्म बेल बॉटम अपनी लागत तक नहीं निकाल पाई है.
अक्षय कुमार की फिल्मों से क्या उम्मीदें रहती हैं?
फिल्म बिजनेस एक्सपर्ट गिरीश जौहर के अनुसार, एक सामान्य परिदृश्य में बेल बॉटम बॉक्स ऑफिस पर पहले ही दिन 20 करोड़ रुपए का कारोबार आसानी से कर सकती थी. उम्मीद से कम कलेक्शन के बावजूद उनका मानना है कि बेल बॉटम ने 'डीसेंट कलेक्शन' किया है. उन्होंने कहा, 'लोग इस फिल्म की कमाई को बॉक्स ऑफिस के नजरिए से देख रहे होंगे, इसलिए उन्हें यह कम आंकड़ा लग सकता है, जो कि है भी. लेकिन फिल्म इंडस्ट्री के नजरिए से देखा जाए, तो इस फिल्म ने ठप्प पड़े कारोबार को फिर से शुरू करने का काम किया है. इसकी वजह से एक बार फिर से सिनेमाघर खुले, फिल्म की मार्केटिंग शुरू हुई और फिल्म को विदेशों में रिलीज करने जैसी कई गतिविधियां शुरू हुई हैं.' फिल्म ट्रेड एक्सपर्ट कोमल नाहटा ने वर्तमान हालात में फिल्म के पहले दिन 7 करोड़ रुपए कलेक्शन की भविष्यवाणी की थी.
महाराष्ट्र के बंद सिनेमाघरों ने कैसे प्रभावित किया?
महाराष्ट्र में अभी तक सिनेमाघरों को खोलने की अनुमति नहीं मिली है. हिंदी फिल्म के कारोबार का लगभग 30 प्रतिशत हिस्सा केवल महाराष्ट्र से आता है. ऐसे में इस वक्त रिलीज फिल्म अपने कारोबार का एक बड़ा हिस्सा पहले ही खो दे रही है. यही वजह है कि 'सूर्यवंशी', 83, 'बंटी और बबली 2' और 'ब्रह्मास्त्र' जैसी कई बड़ी फिल्में तैयार होने के बावजूद अभी रिलीज नहीं हो रही है. जैसे ही महाराष्ट्र में सिनेमाघरों को खोलने की अनुमति मिलती है, फिल्मों की रिलीज की लाइन लग जाएगी. हालांकि, अक्षय कुमार ने इन तमाम बाधाओं के बाद भी अपनी फिल्म रिलीज कर दी, जिसे फिल्म इंडस्ट्री एक अच्छे संकेत के रूप में देख रही है. क्योंकि इसकी रिलीज के बाद अमिताभ बच्चन स्टारर 'चेहरे' रिलीज़ हुई. इसके अलावा दो हॉलीवुड फिल्म मार्वल स्टूडियो की सुपरहीरो फिल्म 'शांग ची एंड द लीजेंड ऑफ द टेन रिंग्ज' और हॉलीवुड अभिनेता विन डीजल की फिल्म 'फास्ट एंड फ्यूरियस 9' भी रिलीज हुई. तीनों फिल्मों ने वीकेंड पर कुल 21 करोड़ रुपए का बॉक्स ऑफिस कलेक्शन किया है.
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