अल्लू अर्जुन (Allu Arjun) में कुछ तो ऐसी बात है जो लोग उन्हें इतना पसंद करते हैं. वहीं 'पुष्पा: द राइज' फिल्म के बाद जनता तो इनकी दिवानी है. बॉलीवुड की बात करें तो शायद ही ऐसा कोई अभिनेता हो, जिसने पैसों के लिए नशे का प्रचार ना किया हो. अब सवाल यह है कि क्या बॉलीवुड वाले इस तरह के ऐड के लिए मना करते, वो भी जिसके लिए उन्हें करोड़ों मिल रहे हों?
अल्लू अर्जुन सिर्फ फिल्मों में ही नशा करते दिखते हैं, रियल लाइफ में वे इन चीजों से कोसों दूर रहते हैं. वहीं बॉलीवुड के कुछ दिग्गज भले ही फिल्मों में साफ सुथरे दिखते हैं लेकिन असल जिंदगी में वे नशे में डूब रहते हैं.
साउथ इंडस्ट्री के ट्रेड एनालिस्ट मनोबाला विजयबालन ने अपने ट्विटर पर यह जानकारी दी है. विजयबालन ने कहा है कि, अल्लू को अपने उसूलों को पालन करने के लिए बधाई. इस साउथ स्टार ने पहले भी तंबाकू कंपनी के विज्ञापन का ऑफर ठुकरा दिया था.
सोचिए जिस नशे का ऐड करके बॉलीवुड के दिग्गज करोड़ों कमाते हैं, उसी तरह के प्रचार को करने से अल्लू आखिर क्यों बार-बार मना कर देते हैं?
असल में अल्लू नहीं चाहते कि उनके चाहने वाले लोग प्रचार देखकर इन चीजों का इस्तेमाल करके अपनी जिंदगी तबाह कर लें. नशा करने की आदत से वे भले ही सबको रोक नहीं सकते, लेकिन नशे के प्रचार से तो वे खुद को रोक ही सकते हैं
अल्लू अर्जुन का कहना है कि "मैं अपने फैंस के बीच किसी भी गलत चीज का पचार नहीं करना चाहता. मैं खुद भी तम्बाकू का सेवन नहीं करता हूं. मैं नहीं...
अल्लू अर्जुन (Allu Arjun) में कुछ तो ऐसी बात है जो लोग उन्हें इतना पसंद करते हैं. वहीं 'पुष्पा: द राइज' फिल्म के बाद जनता तो इनकी दिवानी है. बॉलीवुड की बात करें तो शायद ही ऐसा कोई अभिनेता हो, जिसने पैसों के लिए नशे का प्रचार ना किया हो. अब सवाल यह है कि क्या बॉलीवुड वाले इस तरह के ऐड के लिए मना करते, वो भी जिसके लिए उन्हें करोड़ों मिल रहे हों?
अल्लू अर्जुन सिर्फ फिल्मों में ही नशा करते दिखते हैं, रियल लाइफ में वे इन चीजों से कोसों दूर रहते हैं. वहीं बॉलीवुड के कुछ दिग्गज भले ही फिल्मों में साफ सुथरे दिखते हैं लेकिन असल जिंदगी में वे नशे में डूब रहते हैं.
साउथ इंडस्ट्री के ट्रेड एनालिस्ट मनोबाला विजयबालन ने अपने ट्विटर पर यह जानकारी दी है. विजयबालन ने कहा है कि, अल्लू को अपने उसूलों को पालन करने के लिए बधाई. इस साउथ स्टार ने पहले भी तंबाकू कंपनी के विज्ञापन का ऑफर ठुकरा दिया था.
सोचिए जिस नशे का ऐड करके बॉलीवुड के दिग्गज करोड़ों कमाते हैं, उसी तरह के प्रचार को करने से अल्लू आखिर क्यों बार-बार मना कर देते हैं?
असल में अल्लू नहीं चाहते कि उनके चाहने वाले लोग प्रचार देखकर इन चीजों का इस्तेमाल करके अपनी जिंदगी तबाह कर लें. नशा करने की आदत से वे भले ही सबको रोक नहीं सकते, लेकिन नशे के प्रचार से तो वे खुद को रोक ही सकते हैं
अल्लू अर्जुन का कहना है कि "मैं अपने फैंस के बीच किसी भी गलत चीज का पचार नहीं करना चाहता. मैं खुद भी तम्बाकू का सेवन नहीं करता हूं. मैं नहीं चाहता कि लोग नशे की लत में पड़े."
इसके उलट बॉलीवुड में सदी के महानायक अमिताभ बच्चन तो पिछली साल ही 'कमला पसंद' पान मसाला के विज्ञापन में अभिनेता रणवीर सिंह के साथ नजर आ चुके हैं. लोगों ने जब उनके इस ऐड को देखा तो वे हैरान रह गए थे. लोगों को लगा कि भला उन्हें ऐसी क्या पैसों की जरूरत आ गई जो वो पान मसाला को प्रमोट करने लगे.
इसके पहले बॉलीवुड के 'बादशाह' शाहरुख खान और 'एक्शन किंग' अजय देवगन भी एक साथ विमल पान मसाला ब्रांड (बोलो जुबां केसरिया) का विज्ञापन करते हुए नजर आए थे. विमल से तो अजय देवगन का नाता तो काफी पुराना है, लेकिन शाहरुख खान इससे पहली बार जुड़े थे. बॉलीवुड के दबंग सलमान खान भी राजश्री इलायची तंबाकू ब्रैंड के विज्ञापन में नजर आ चुके हैं.
इसके पहले सैफ अली, आमिर खान, गोविंदा और अक्षय कुमार भी पान बहार तो बाबा इलायची के ऐड में नजर आ चुके हैं. कई अभिनेताओं ने तो सोडा के नाम पर शराब को प्रमोट किया है.
असल में असली हीरो अल्लू अर्जुन की तरह ही होते हैं, जो सिर्फ अपने बारे में नहीं बल्कि दूसरों की भलाई के बारे में भी सोचते हैं. पैसा कमाना जरूरी है, लेकिन समाज में गलत संदेश देकर कमाया हुआ पैसा किस काम का?
अभिनेताओं के पान मलासा और शराब के विज्ञापन का असर उन लोगों पर पड़ता है, जो उन्हें अपना आदर्श मानकर उनके जैसा बनने की कोशिश करते हैं. कुछ कम दिमाग लड़के तो हर तरह से इन एक्टर्स की कॉपी करते हैं, इस तरह वे नशे के आदि होकर अपनी जिंदगी के साथ खिलवाड़ करते हैं.
अब आप सोचिए कि क्यों लोग बॉलीवुड से चिढ़े हुए हैं और क्यों साउथ सिनेमा से प्यार करने लगे हैं. अब लोगों की नजर में कौन हीरो होगा और कौन जीरो...? बॉलीवुड वालों को कुछ तो इस पैन स्टार से सीखना चाहिए. जो खुद ना तो नशा करता है औऱ ना ही नशे का प्रचार करता है. जो आसमान की उंचाई पर पहुंचने के बाद भी अपनी संस्कृति का पालन करते हुए जमीन से जुड़ा है.
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