बात बीते दिनों की है World Tourism Day के मद्देनजर अमेज़न प्राइम ने एक प्रमोशनल वीडियो डाला था. वीडियो में विजुअल्स के साथ साथ वॉइस ओवर था जिसमें मिर्जापुर की 'खूबियों' का वर्णन करते हुए बताया गया था कि,' यहां हवाओं में कस्तूरी नहीं कारतूस की महक है. कोयल से ज्यादा कबूतरों की चहक है. होली में गाल पर अलग तरह का भाईचारा छप जाता है. शादियों में बैंड, बाजे वाला नहीं, बिन बुलाया बाराती बैंड बजाता है. कब तक रहोगे बोरियत के सुर में. कुछ दिन तो गुज़ारो मिर्जापुर में.' भले ही कहानी के सभी पात्र और घटनाएं काल्पनिक हों लेकिन तभी मान लिया गया था कि विवाद गहराएगा और अब जबकि मिर्जापुर का सीजन 2 (Mirzapur Season 2) हमारे बीच आ गया है कहीं न कहीं तब के पूर्वानुमान आज सही साबित होते नजर आ रहे हैं.
सांसद अनुप्रिया पटेल ने यदि सीएम योगी से मिर्जापुर वेब सीरीज की शिकायत की है तो उसमें कुछ गलत नहीं है सीजन 1 के बाद मिर्जापुर का सीजन 2 हमारे सामने है. सीजन 2 के मद्देनजर विवादों की शुरुआत तो बहुत पहले हुई थी लेकिन जिस तरह 'मिर्जापुर 2' के खिलाफ अब मिर्जापुर की सांसद अनुप्रिया पटेल खुल कर सामने आई हैं . साफ है कि शहर के किसी आम नागरिक की तरह अनुप्रिया पटेल ने भी मिर्जापुर 2 का रिव्यू किया है और उन्हें अमेजन प्राइम की इस चर्चित वेब सीरीज यानी OTT पर तहलका मचाने वाली चर्चित सीरीज मिर्जापुर सीजन 2 से सख्त आपत्ति है.
सांसद अनुप्रिया पटेल ने सीरीज के कंटेंट पर ऐतराज जताया है. उन्होंने इसकी जांच और कार्रवाई की मांग की है. अनुप्रिया ने एक ट्वीट किया है जिसमें उन्होंने कहा है कि सीरीज के माध्यम से मिर्ज़ापुर को बदनाम किया जा रहा है.
गौरतलब है कि पूर्व केंद्रीय मंत्री और मिर्ज़ापुर की सांसद अनुप्रिया पटेल सीरीज के निर्माता निर्देशक द्वारा मिर्जापुर की छवि खराब करने से बहुत नाराज हैं., उन्होंने ट्वीट किया है और कहा है कि सीरीज के माध्यम से मिर्ज़ापुर को बदनाम किया जा रहा है और जातीय वैमनस्यता फैलाई जा रही है. अनुप्रिया ने कहा कि मिर्ज़ापुर सांसद होने के नाते हम इस सीरीज की जांच और इस पर कार्रवाई करने की मांग करते हैं.
ट्वीट के हवाले से अनुप्रिया पटेल ने लिखा कि एक तरफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मदद से मिर्ज़ापुर अनवरत विकासरत है लेकिन मिर्जापुर वेब सीरिज के माध्यम से हमारे जनपद को बदनाम करने की साजिश रची जा रही है. साथ ही जातीय वैमनस्यता की दीवार भी खड़ी की जा रही है. ट्वीट में अनुप्रिया ने इस सीरीज की जांच और इसपर कार्रवाई की मांग की है.
मामले में दिलचस्प बात ये है कि चाहे वो मिर्ज़ापुर का सीजन 1 रहा हो या फिर ये सीजन2 दोनों की रिलीज के साथ ही आलोचकों ने इस बात पर बल दिया था कि अमेजन प्राइम की लोकप्रिय सीरीज मिर्जापुर 2 में जिस तरह का कंटेंट परोसा गया वैसा इतिहास तो मिर्जापुर का कभी रहा है नहीं. और साथ ही न तो कभी इस रूप में मिर्जापुर का क्राइम ही बाहर आया.
भले ही एक जमाने में कुख्यात दस्यु फूलन देवी मिर्ज़ापुर से सांसद रहीं हों लेकिन तब भी मिर्जापुर का ऐसा वर्णन नहीं हुआ जैसा अमेजन प्राइम ने अपनी इस सीरीज के जरिये दर्शाया. मिर्जापुर पूर्णतः धार्मिक स्थल है जहां पर स्थित विंध्याचल धाम भारत के प्रमुख हिन्दू तीर्थ स्थलों में से एक है. बात त्योहारों की हो तो नवरात्र में यहां लाखो श्रद्धालु मां के दर्शन करने आते है. इसके अतिरिक्त, यहां सीताकुण्ड, लाल भैरव मंदिर, मोती तालाब, टांडा जलप्रपात, विल्डमफ़ाल झरना, तारकेश्वर महादेव, महा त्रिकोण, शिव पुर, चुनार किला, गुरूद्वारा गुरू दा बाघ और रामेश्वर, देवरहा बाबा आश्रम आदि के लिए प्रसिद्ध है.
बहरहाल जो जगह इतनी धार्मिक हो वहां के लोगों का अपने शहर के नाम को यूं बदनाम होते देखना सांसद अनुप्रिया पटेल क्या किसी भी व्यक्ति को आहत कर सकता है. अनुप्रिया पटेल ने शिकायत की है देखना दिलचस्प रहेगा कि इस शिकायत पर शासन, प्रशासन के अलावा यूपी के मुखिया योगी आदित्यनाथ और स्वयं प्रधानमंत्री का क्या रुख रहता है? और साथ ही वो इस पर कोई एक्शन लेते हैं या फिर अपनी सांसद की बातों को सिरे से नकार देते हैं.
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