अंकिता लोखंडे और विक्की जैन की जोड़ी ने कपल रियलिटी शो स्मार्ट जोड़ी का अवार्ड अपने नाम कर लिया है. हालांकि कुछ लोगों को लग रहा है कि ये इस जीत के हकदार नहीं थे. लोगों ने एक बार फिर से अंकिता को ट्रोल करना शुरु कर दिया है.
एक ने लिखा है कि 'फालतू के शो के फालतू विनर....' एक और ने लिखा है कि 'तुम लोग यह ट्रॉफी डिजर्व ही नहीं करते हो'. वैसे अंकिता के लिए कोई नई बात नहीं है. विक्की जैन से शादी नहीं हुई तो भी और अब जब शादी हो गई है तो भी कुछ लोग को उनकी खुशियों के पीछे पड़े रहते हैं.
सुशांत सिंह राजपूत के जाने के बाद बाद ऐसा कोई मौका नहीं होता है जब लोग अंकिता को ट्रोल ना करें. चाहें वो विक्की जैन के साथ फोटो डालें. लोगों ने तो उनकी शादी पर भी अनाप-शनाप बोला. कम से कम शादी के बाद तो लोगों को अंकिता औऱ विक्की जैन के रिश्ते पर सवाल नहीं उठाना चाहिए. कोई इंसान किसी दूसरे को अपने रिश्ते का सबूत क्यों दे? आखिर कब तक अंकिता को उनके पास्ट के नाम पर कोसा जाएगा. लोगों से उनकी जीत क्यों नहीं पच रही है?
क्या अंकिता को खुश रहने का हक नहीं?
सुशांत सिंह के जाने का गम हम सभी को है लेकिन उस इंसान को कोसने से क्या फायदा जिससे सालों पहले ने रिश्ता तोड़ चुके थे. अंकिता ने कहा है कि "जितना विक्की ने सहा है शायद उनकी जगह पर मैं होती तो नहीं सह पाती. सुशांत के साथ मेरा नाम जोड़कर कितना कुछ कहा गया...लोगों ने विक्की से कहा कि वे मुझे छोड़ दें, क्योंकि मैं सुशांत के लिए अच्छी थी. कोई और लड़का होता तो कबका छोड़ कर जा चुका होता. वो तो विक्की थे जो मैं हर समय सुशांत के बारे में बात करती और ये मेरा साथ दे देते. ये बातें कोई...
अंकिता लोखंडे और विक्की जैन की जोड़ी ने कपल रियलिटी शो स्मार्ट जोड़ी का अवार्ड अपने नाम कर लिया है. हालांकि कुछ लोगों को लग रहा है कि ये इस जीत के हकदार नहीं थे. लोगों ने एक बार फिर से अंकिता को ट्रोल करना शुरु कर दिया है.
एक ने लिखा है कि 'फालतू के शो के फालतू विनर....' एक और ने लिखा है कि 'तुम लोग यह ट्रॉफी डिजर्व ही नहीं करते हो'. वैसे अंकिता के लिए कोई नई बात नहीं है. विक्की जैन से शादी नहीं हुई तो भी और अब जब शादी हो गई है तो भी कुछ लोग को उनकी खुशियों के पीछे पड़े रहते हैं.
सुशांत सिंह राजपूत के जाने के बाद बाद ऐसा कोई मौका नहीं होता है जब लोग अंकिता को ट्रोल ना करें. चाहें वो विक्की जैन के साथ फोटो डालें. लोगों ने तो उनकी शादी पर भी अनाप-शनाप बोला. कम से कम शादी के बाद तो लोगों को अंकिता औऱ विक्की जैन के रिश्ते पर सवाल नहीं उठाना चाहिए. कोई इंसान किसी दूसरे को अपने रिश्ते का सबूत क्यों दे? आखिर कब तक अंकिता को उनके पास्ट के नाम पर कोसा जाएगा. लोगों से उनकी जीत क्यों नहीं पच रही है?
क्या अंकिता को खुश रहने का हक नहीं?
सुशांत सिंह के जाने का गम हम सभी को है लेकिन उस इंसान को कोसने से क्या फायदा जिससे सालों पहले ने रिश्ता तोड़ चुके थे. अंकिता ने कहा है कि "जितना विक्की ने सहा है शायद उनकी जगह पर मैं होती तो नहीं सह पाती. सुशांत के साथ मेरा नाम जोड़कर कितना कुछ कहा गया...लोगों ने विक्की से कहा कि वे मुझे छोड़ दें, क्योंकि मैं सुशांत के लिए अच्छी थी. कोई और लड़का होता तो कबका छोड़ कर जा चुका होता. वो तो विक्की थे जो मैं हर समय सुशांत के बारे में बात करती और ये मेरा साथ दे देते. ये बातें कोई लड़का शायद नहीं झेल पाता, लेकिन विक्की ने मुझसे कभी कोई सवाल नहीं किया. साल 2016 में सुशांत के साथ ब्रेकअप होने के बाद मैं दो साल सिंगल रही. उसके बाद मैंने विक्की को 2018 में डेट करना शुरु किया था."
सुशांत सिंह के नाम पर किया गया टॉर्चर
जब अभिनेता गुजर गए तो लोगों ने अंकिता से सफाई मांगी. उनका कहना था कि अंकिता सुशांत के लिए सबसे अच्छी थीं. उन्हें उनके साथ रहना चाहिए था. अगर वे साथ होती तो सुशांत को कुछ नहीं होता. कई बार उन्हें इसके लिए ट्रोल किया गया. जबकि हकीकत ये थी कि दोनों का रिश्ता कबका खत्म हो चुका था. वे इन मौकों पर कई बार टूट चुकी थीं. कई बार उन्होंने लोगों का सामना भी किया. इस हाल में अगर उन्हें सुशांत देखते तो उन्हें भी दुख होता.
हर बार सुशांत सिह वाला एंगल कब तक?
अंकिता के केस में यह देखने को मिलता है कि बात कोई भी हो, सुशांत सिंह के नाम पर अलग बना दिया जाता है. लोग अंकिता की हर बात में रुचि लेते हैं क्योंकि उन्हें सुशांत सिंह वाला एंगल निकालना होता है. अंकिता अब किसी के घर की बहू हैं, किसी की पत्नी हैं तो क्या अब भी लोग उन्हें सुशांत सिंह की प्रॉपर्टी समझते हैं?
क्या अंकिता को खुश रहने का हक नहीं, क्या वे बिन शादी के विधवा की तरह रहतीं वो भी जो रिश्ता बना ही नहीं. अंकिता को हर बार सुशांत के पूर्व प्रेमिका के रूप में क्यों दिखाया जाता है? ऐसा लगता है कि कई ट्रोलर्स तो प्लानिंग भी कर रहे होंगे कि इस खुशी के मौके पर अंकिता को किस तरह से परेशान किया जाए.
आखिर लोग अंकिता से चाहते क्या हैं? क्या वे काम करना छोड़ दें? क्या वे अकेले जिंदगी बिताएं? लेकिन अंकिता आखिर ऐसा क्यों करें? क्या एक लड़की को ब्रेकअप के बाद खुश होने का अधिकारी नहीं? किसका पास्ट नहीं होता? समाज के लोग हमेशा लड़की को ही क्यों टारगेट करत हैं? वो मूवऑन न करें, वो शादी न करे, वो रोती रहे ना है?
भले ही अंकिता ने 6 साल सुशांत के साथ रिलेशन में रहने के बाद ब्रेकअफ कर लिया था लेकिन कुछ लोगों के दिमाग से ये बात जाती ही नहीं है. यही वजह है जो बार-बार अंकिता को सुशांत सिंह के नाम से ट्रोल किया जाता है. जिन दो लोगों का रिश्ता जीते जी ही खत्म हो गया हो उन रिश्ते के नाम पर अंकिता को प्रताड़ित करने का क्या मतलब है?
यह बात का खुलासा अंकिता पहले ही कर चुकी है कि ब्रेकअप के 4-5 सालों बाद भी वो सुशांत के संपर्क में नहीं थीं. दो लोगों के बीच में क्या हुआ था वो किसी तीसरे को पता नहीं है तो फिर अपनी भड़ास अपने पास तक रखिए. खैर, ऐसे लोगों को जवाब तो अंकिता ने अपने स्मार्ट जोड़ी आवार्ड से दे ही दिया है. खुद जीयो और अंकिता को भी जीने दो.
इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.