एक तरफ आर्यन खान को बेल (Aryan Khan bail) मिल गई तो दूसरी तरफ उनकी तुलना वेदांत माधवन से की जा रही है. असल में तुलना दोनों की परवरिश को लेकर है. लोगों का कहना है कि कोई भी माता-पिता यही चाहेंगे कि उनका बेटा वेदांत माधवन जैसा बने. यह एक ऐसा रस है जो हमारे समाज के लोगों में कूट-कूट भरा हुआ है.
बचपन में हमारे भी माता-पिता हमारी तुलना पड़ोस के बबलू या बिट्टू से तो कर ही देते थे कि, देखो दोनों एक ही स्कूल में पढ़ते हो लेकिन उसके गणित में 90 नंबर आए हैं और तुम्हारा 40 का आंकड़ा ही पार नहीं होता. इन दोनों की तुलना को भी इंटरनेट पर कुछ इस तरह ही की जा रही है.
असल में ड्रग्स केस में आर्यन खान को जमानत मिल गई है. यह उनके परिवार के लिए बड़ी खुशी की बात है. एक पिता होने के नाते शाहरुख खान ने आज राहत की सांस ली होगी. बच्चों की खुशी से ही माता-पिता की खुशियां जुड़ी होती हैं. कई सारे फैमिली सेलिब्रेशन मिस करने के बाद खुशी इस बात की है कि अब आर्यन दिवाली और अपने पिता शाहरुख खान का बर्थ डे खुशी-खुशी अपने बंगले मन्नत में मना सकेंगे.
दूसरी ओर इनसब के बीच परवरिश और संस्कार को लेकर शाहरुख खान को खूब कोसा गया और आर माधवन की तारीफ की गई. क्या कोई माता-पिता चाहता है कि उसका बच्चा बिगड़ जाए? आर्यन खान की तुलना सबसे ज्यादा आर. माधवन के बेटे वेदांत के साथ की गई.
कुछ दिनों पहले जब आर्यन खान को जेल हुई तो लोगों ने आर. माधवन और उनके बेटे वेदांत की फोटो शेयर करते हुए आर्यन खान को संस्कारों की नसीहत दे डाली. उनका कहना था कि ये होता है संस्कार और ये होती है परवरिश. जो बोओगे वही तो काटोगे. हालांकि शाहरुख खान का नाम कभी भी इस तरह की विवादो में ना रहा लेकिन बेटे की गलती की सजा तो पिता को भुगतनी ही...
एक तरफ आर्यन खान को बेल (Aryan Khan bail) मिल गई तो दूसरी तरफ उनकी तुलना वेदांत माधवन से की जा रही है. असल में तुलना दोनों की परवरिश को लेकर है. लोगों का कहना है कि कोई भी माता-पिता यही चाहेंगे कि उनका बेटा वेदांत माधवन जैसा बने. यह एक ऐसा रस है जो हमारे समाज के लोगों में कूट-कूट भरा हुआ है.
बचपन में हमारे भी माता-पिता हमारी तुलना पड़ोस के बबलू या बिट्टू से तो कर ही देते थे कि, देखो दोनों एक ही स्कूल में पढ़ते हो लेकिन उसके गणित में 90 नंबर आए हैं और तुम्हारा 40 का आंकड़ा ही पार नहीं होता. इन दोनों की तुलना को भी इंटरनेट पर कुछ इस तरह ही की जा रही है.
असल में ड्रग्स केस में आर्यन खान को जमानत मिल गई है. यह उनके परिवार के लिए बड़ी खुशी की बात है. एक पिता होने के नाते शाहरुख खान ने आज राहत की सांस ली होगी. बच्चों की खुशी से ही माता-पिता की खुशियां जुड़ी होती हैं. कई सारे फैमिली सेलिब्रेशन मिस करने के बाद खुशी इस बात की है कि अब आर्यन दिवाली और अपने पिता शाहरुख खान का बर्थ डे खुशी-खुशी अपने बंगले मन्नत में मना सकेंगे.
दूसरी ओर इनसब के बीच परवरिश और संस्कार को लेकर शाहरुख खान को खूब कोसा गया और आर माधवन की तारीफ की गई. क्या कोई माता-पिता चाहता है कि उसका बच्चा बिगड़ जाए? आर्यन खान की तुलना सबसे ज्यादा आर. माधवन के बेटे वेदांत के साथ की गई.
कुछ दिनों पहले जब आर्यन खान को जेल हुई तो लोगों ने आर. माधवन और उनके बेटे वेदांत की फोटो शेयर करते हुए आर्यन खान को संस्कारों की नसीहत दे डाली. उनका कहना था कि ये होता है संस्कार और ये होती है परवरिश. जो बोओगे वही तो काटोगे. हालांकि शाहरुख खान का नाम कभी भी इस तरह की विवादो में ना रहा लेकिन बेटे की गलती की सजा तो पिता को भुगतनी ही पड़ती है.
अब दोबारा से यह तुलना तेज हो गई है क्योंकि वेदांत माधवन ने एक बार फिर से अपने माता पिता और देश का नाम रोशन किया है. वेदांत एक बेहतरीन स्वीमर हैं. उन्होंने बेंगलुरु में हुई 47वें जूनियर नेशनल एक्वाटिक चैंपियनशिप में वेदांत ने 7 नेशनल मेडल जीते हैं. जिसमें चार सिल्वर मेडल और तीन ब्रोन्ज मेडल जीते हैं. अब ऐसे बेटे पर किसी भी पिता का सीना गर्व से चौड़ा हो जाएगा. बाद से ही फैंस आर माधवन को बधाईयां दे रहे हैं और उनकी परवरिश की तारीफ कर रहे हैं. इसके साथ ही वे आर्यन खान को कोस रहे हैं.
दरअसल, बॉलीवुड एक्टर आर माधवन हमेशा से अपनी सादगी के लिए जाने जाते हैं. वे बॉलावुड में होने वाली पार्टियों से दूर रहते हैं और वही समय अपने परिवार को देते हैं. वह अपने परिवार की तस्वीरें फैंस के साथ शेयर करते रहते हैं. दूसरी तरफ आर्यन खान ने यह कहा था कि पापा इतने व्यस्त रहते हैं कि उनसे मिलने के लिए इंतजार करना पड़ता है. वहीं शाहरुख खान ने एक साक्षात्कार में मजाक ही माजक में कहा था कि मैं चाहता हूं कि मेरा बेटा बड़ा होकर ड्रग्स ले. हालांकि यह महज एक जोक था.
हम यह नहीं कहते कि आर्यन खान आरोपी हैं, हम तो बस वही बता रहे हैं जो इन दिनो सोशल मीडिया पर लोग कह रहे हैं. लोगों का कहना है कि एक वेदांत है जो मेडल जीत रहा दूसरा नशे की गलियों में खो रहा.
वहीं आर्यन खान की बेल की खभर मिलने पर आर. माधवन ने ट्वीट कर लिखा है कि, ‘शुक्र है भगवान का, एक पिता होने के नाते मैं राहत महसूस कर रहा हूं. उम्मीद है सारी अच्छी और पॉजिटिव चीजें हों.’
लोग वेदांत को असली सोना बता रहे हैं. अब समय का ऐसा संयोग है कि आर्यन खान से तुलना होना लाजिमी है...यही तो मानव स्वभाव है! हम उम्मीद करते हैं कि आर्यन खान कुछ ऐसी करेंगे जिससे उनके पिता शाहरुख खान को भी उनपर गर्व होगा, बल्कि यह एहसास तो हर पिता के नसीब में होना चाहिए.
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