बॉलीवुड में फिल्म कोई भी बने तुलना चाहते ना चाहते हॉलीवुड से हो ही जाती है, और उसकी अहम वजह भी है. जिस क़िस्म की टेक्नोलॉजी और बजट हॉलीवुड के पास है, बॉलीवुड में अभी तक वो पूरी तरह से मुमकिन नहीं हुआ है. हां, कुछ बडे स्टार्स जैसे सलमान खान, शाहरुख खान, आमिर या रितिक की फिल्मों में हॉलीवुड के स्टेंडर्ड की खुशबू जरूर दिखती है. मगर असल से ज्यादा वो कई बार नकल लगती है. लेकिन बॉलीवुड को अपना स्तर ऊंचा करना होगा वरना वो दिन दूर नहीं जब हॉलीवुड की फिल्म, बॉलीवुड की फिल्म के साथ फ़्राइडे को रिलीज तो होगी लेकिन जनता हॉलीवुड की फिल्म को ही चुनेगी. इसका सबसे बड़ा सबूत है इस हफ़्ते रिलीज हुई फिल्म Avengers: Infinity War (एवेंजर्स: इनफिनिटी वॉर) का box office collection.
अब तक की सबसे बड़ी ओपनिंग रही 'एवेंजर्स: इनफिनिटी वॉर'
हॉलीवुड के सुपर स्टार रॉबर्ट डाउनी जुनियर की इस फिल्म ने पहले दिन 40.13 करोड का बिजनेस किया और दूसरे दिन की कमाई रही 39.1 करोड़, यानी दो दिन की कमाई रही 79.23 करोड़.
इससे पहले किसी भी हॉलीवुड फिल्म ने दो दिन में इतनी कमाई नहीं की थी. ये अपने आप में हॉलीवुड फिल्मों की फैन फॉलोइंग दर्शाता है और इससे ये भी पता चलता है कि भाषा कोई भी हो, रुकावट नहीं बन सकती. आज की तारीख में हॉलीवुड की फिल्म हर भाषा में डब होती है, तो जो दर्शक अंग्रेज़ी नहीं समझते वो भी एवेंजर्स हिंदी डबिंग में देख सकते हैं. दो साल पहले बॉलीवुड में जॉन फेवरू की फिल्म "जंगल बुक" ने दस दिन में सौ करोड़ की कमाई की थी.
इससे पहले किसी भी हॉलीवुड फिल्म ने दो दिन में इतनी कमाई नहीं की थी
बॉलीवुड फिल्म इंडस्ट्री में इस बात का एहसास है कि हॉलीवुड की फिल्मों से कारोबार पर गहरा असर पड़ेगा. हाल में अमिताभ बच्चन ने अपनी अगली रिलीज 102 Not out के एक प्रमोशनल इवेंट के दौरान बताया था कि 93 में पहली बार एक हॉलीवुड स्टूडियो ने उनसे कहा था कि "आप लोग बेहतर फिल्में बनाना शुरू कर दीजिये वरना वो दिन दूर नहीं जब हॉलीवुड, बॉलीवुड को टेकओवर कर लेगा". अमिताभ बच्चन के मुताबिक आज की जेनेरेशन के स्टार्स को इस बात का पूरा एहसास है और यही वजह है कि वो टेक्नोलॉजी पर बाकायदा ध्यान देने लगे हैं. हॉलीवुड की तुलना में बॉलीवुड फिल्म का बजट टेक्नोलॉजी को लेकर बहुत कम है, लेकिन अच्छी कहानी के साथ बॉलीवुड की फिल्म सामने हों तो हॉलीवुड को टक्कर दी जा सकती है.
हॉलीवुड की कमर्शियल फिल्मों की फैन फॉलोइंग बॉलीवुड में बढ़ती जा रही है. "Fast and the furious" सीरीज, जंगल बुक(2016), जुरासिक वर्ल्ड(2015), अवतार(2009), एवेंजर्स: एज ऑफ अल्ट्रान(2015), स्पाईडरमैन 3(2007), अमेजिंग स्पाईडरमैन(2012), दा अमेजिंग स्पाइडरमैन 2 (2015), लाइफ़ ऑफ पाई (2012). फिल्में तो और भी हैं लेकिन ये कुछ फिल्मों के नाम बॉलीवुड को चेतावनी देने के लिये काफी हैं. ऐसा नहीं है कि हमारे यहां अच्छी फिल्में नहीं बनतीं, लेकिन संख्या कम है. कहानी से ज्यादा पैकेजिंग पर ध्यान दिया जाता है और वो बहुत बड़ी कमज़ोरी है. सिर्फ बड़े स्टार की हाज़िरी से कुछ नहीं होता जब तक कहानी में दम नहीं होगा बात नहीं बनेगी.
हॉलीवुड की टेक्नोलॉजी हमेशा बॉलीवुड पर भारी रही है
जरूरी नहीं है कि हर फिल्म सौ करोड़ का कारोबार करे तो ही वो हिट कहलाई जाएगी. छोटी फिल्में भी हिट हो सकती हैं अगर 5 करोड की लागत की फिल्म 30 करोड़ कमाती है तो वो भी हिट है. बाकी बड़े स्टार्स की फिल्मों के लिये चैलेंज बडा है क्योंकि सलमान, शाहरुख की फिल्मों का बजट ही सौ करोड़ का होता है, ऐसे में इन फिल्मों को कम से कम दो सौ करोड़ का बिजनेस तो करना ही होगा. और इनके दर्शक वही हैं जो हॉलीवुड की फिल्मों को भी पसंद करते हैं, ऐसे में अगर हॉलीवुड फिल्मों की तादाद बढ़ गई तो बॉलीवुड के स्टार्स और उनकी फिल्मों को भारी नुक्सान झेलना पड़ेगा और बकौल अमिताभ बच्चन के इसका एक ही उपाय है बेहतर फिल्में बनाना और व्यवसाय को बेहद संजीदगी से लेना, वरना अभी तो ये पहली बार हुआ कि 2018 की अबतक की सबसे बड़ी ओपनिंग एवेंजर्स: इनफिनिटी वॉर को मिली है, ये बात आगे भी हॉलीवुड दोहराएगा. और इससे पहले कि ऐसा कुछ हो, बॉलीवुड को कमर कस लेनी चाहिये क्योंकि ये सच है अमेरिकन स्टूडियोज ने इंग्लैंड, जर्मनी जैसे देशों का मार्केट भी खत्म कर दिया है.
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