हिंदी फिल्म संगीत ने लगातार दो ऐसे शीर्ष पुरुष खो दिए हैं जिनकी भरपाई कभी संभव नहीं. भारत रत्न लता मंगेशकर के बाद मंगलवार देर रात हिंदी सिनेमा के मशहूर संगीतकार बप्पी लाहिड़ी का भी निधन हो गया. वे 69 साल के थे. उन्हें काफी समय से स्वास्थ्य संबंधी दिक्कते थीं. करीब एक महीने से मुंबई के क्रिटिकेयर अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था. हालांकि चिकित्सकों की तमाम कोशिशों के बावजूद उन्हें बचाया नहीं जा सका. अस्पताल के मुताबिक़ बप्पी लाहिड़ी के निधन की वजह ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एप्निया नाम की बीमारी है. यह नींद से जुड़ी एक गंभीर बीमारी है है जो म्यूजिशियन के लिए जानलेवा साबित हुई.
इससे पहले दिग्गज संगीतकार कोरोना की चपेट में भी आए थे. उनके निधन की अफवाह भी उड़ी. हालांकि तब इलाज के बाद उन्हें बचा लिया गया था. बप्पी लाहिड़ी ने दो दशक से ज्यादा वक्त तक हिंदी सिनेमा के संगीत क्षेत्र में राज किया. खासकर 80 और 90 के दशक में नई उम्र के संगीत प्रेमियों में उनकी धुनों का एक अलग ही रुतबा था. उन्हें अलग तरह के संगीत निर्माण के लिए याद किया जाना चाहिए. बॉलीवुड में एक समय बप्पी दा का संगीत सफलता की गारंटी बन गया था. वैसे तो बप्पी दा के फिल्मों की सैकड़ों लोकप्रिय धुनें आज भी चाव से सुनी जाती हैं मगर कुछ फ़िल्में उनके करियर में मील का पत्थर साबित हुईं. इन फिल्मों के गीतों ने अपने समय के सभी रिकॉर्ड रिकॉर्ड ध्वस्त कर दिए थे. बप्पी लाहिड़ी बतौर संगीतकार पिछले कुछ सालों से ज्यादा सक्रिय नहीं थे.
अलग तरह की धुनों ने बप्पी दा को रॉकस्टार जैसा रुतबा दिया. उन्हें सोने के गहने पहनने का भी बहुत शौक था. यह संगीत के अलावा ताउम्र उनकी खास पहचान बनी रही. बप्पी दा ने अपने करियर में कई गाने भी गाए. साल 2011 में...
हिंदी फिल्म संगीत ने लगातार दो ऐसे शीर्ष पुरुष खो दिए हैं जिनकी भरपाई कभी संभव नहीं. भारत रत्न लता मंगेशकर के बाद मंगलवार देर रात हिंदी सिनेमा के मशहूर संगीतकार बप्पी लाहिड़ी का भी निधन हो गया. वे 69 साल के थे. उन्हें काफी समय से स्वास्थ्य संबंधी दिक्कते थीं. करीब एक महीने से मुंबई के क्रिटिकेयर अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था. हालांकि चिकित्सकों की तमाम कोशिशों के बावजूद उन्हें बचाया नहीं जा सका. अस्पताल के मुताबिक़ बप्पी लाहिड़ी के निधन की वजह ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एप्निया नाम की बीमारी है. यह नींद से जुड़ी एक गंभीर बीमारी है है जो म्यूजिशियन के लिए जानलेवा साबित हुई.
इससे पहले दिग्गज संगीतकार कोरोना की चपेट में भी आए थे. उनके निधन की अफवाह भी उड़ी. हालांकि तब इलाज के बाद उन्हें बचा लिया गया था. बप्पी लाहिड़ी ने दो दशक से ज्यादा वक्त तक हिंदी सिनेमा के संगीत क्षेत्र में राज किया. खासकर 80 और 90 के दशक में नई उम्र के संगीत प्रेमियों में उनकी धुनों का एक अलग ही रुतबा था. उन्हें अलग तरह के संगीत निर्माण के लिए याद किया जाना चाहिए. बॉलीवुड में एक समय बप्पी दा का संगीत सफलता की गारंटी बन गया था. वैसे तो बप्पी दा के फिल्मों की सैकड़ों लोकप्रिय धुनें आज भी चाव से सुनी जाती हैं मगर कुछ फ़िल्में उनके करियर में मील का पत्थर साबित हुईं. इन फिल्मों के गीतों ने अपने समय के सभी रिकॉर्ड रिकॉर्ड ध्वस्त कर दिए थे. बप्पी लाहिड़ी बतौर संगीतकार पिछले कुछ सालों से ज्यादा सक्रिय नहीं थे.
अलग तरह की धुनों ने बप्पी दा को रॉकस्टार जैसा रुतबा दिया. उन्हें सोने के गहने पहनने का भी बहुत शौक था. यह संगीत के अलावा ताउम्र उनकी खास पहचान बनी रही. बप्पी दा ने अपने करियर में कई गाने भी गाए. साल 2011 में भी उन्होंने काफी वक्त बाद द डर्टी पिक्चर में 'उ ला ला उ ला..." गाया था जो कई महीनों तक चार्टबीट में टॉप पर रहा.
बप्पी लाहिड़ी के करियर में अरमान, नमक हलाल, शराबी, कसम पैदा करने वाले की, तोहफा, आज का अर्जुन, नया कदम, आँगन की कली, डिस्को डांसर, हथकड़ी, मास्टर जी, हिम्मतवाला, जस्टिस चौधरी, मकसद, कमांडो, सैलाब जैसी फिल्मों में मशहूर गाने कम्पोज करने के लिए जाना जाता है. इसमें से कई फ़िल्में बॉलीवुड के इतिहास की ब्लॉकबस्टर हैं और उनकी सफलता में संगीत के अहम योगदान को खारिज नहीं किया जा सकता.
आइए बप्पी के 10 गानों के बारे में जानते हैं जिसने उन्हें सुपरस्टार बना दिया
1) आई एम ए डिस्को डांसर
यह गाना डिस्को डांसर फिल्म का है जिसे मिथुन चक्रवर्ती के ऊपर फिल्माया गया था. बप्पी लाहिड़ी ने खुद इसे गाया था.
2) दे दे प्यार दे प्यार दे
यह गाना शराबी फिल्म का है जो अमिताभ बच्चन के ऊपर फिल्माया गया था. इसे किशोर कुमार ने गाया था. फिल्म में इसी गाने का फीमेल वर्जन भी है जिसे आशा भोंसले ने गाया था. वैसे शराबी म्यूजिकल हिट थी जिसके सभी गाने लोकप्रिय हुए.
3) नैनों में सपना सपने में सजना
यह गाना हिम्मतवाला फिल्म का है जिसे जितेन्द्र के ऊपर फिल्माया गया था. इसे किशोर कुमार और लता मंगेशकर ने गाया था. हिम्मतवाला के और सभी गाने भी खूब हिट हुए थे.
4) पग घुँघरू बांध मीरा नाची थी
यह गाना नमक हलाल फिल्म का है जिसे अमिताभ बच्चन के ऊपर फिल्माया गया था और किशोर कुमार ने गाया था. नमक हलाल का आज रपट जाए, जवानी जानेमन, और थोड़ी सी जो पी ली है भी जबरदस्त हिट हुए थे.
5) मुझको ए जिंदगी
यह सैलाब का गाना है. इसे आशा भोंसले और अमित कुमार ने गाया था.
6) गुटुर गुटुर
यह दलाल फिल्म का गाना है. इसे कुमार शानू, बप्पी लाहिड़ी, अलका याज्ञनिक, इला अरुण ने मिलकर गाया था. गाना बहुत हिट हुआ था. हालांकि इसके बोल को लेकर अश्लीलता के आरोप भी लगे.
7) ओ लाल दुपट्टे वाली
आंखे फिल्म का यह गाना अपने समय का हिट नंबर था. इसे कुमार शानू, सुदेश भोंसले, कविता कृष्णमूर्ति और अलका याज्ञनिक ने गाया था.
8) तम्मा तम्मा लोगे
यह गाना थानेदार फिल्म का जिसे संजय दत्त के ऊपर फिल्माया गया था. इसे अनुराधा पौडवाल के साथ खुद बप्पी लाहिड़ी ने गाया था.
9) चलते चलते
यह चलते चलते फिल्म का गाना है जिसे किशोर कुमार ने गाया था. फिल्म में किशोर की आवाज में इसी गाने का सैड वर्जन भी बहुत पॉपुलर हुआ था.
10) शीशे की उम्र
यह गाना प्रेम प्रतिज्ञा फिल्म का जिसे किशोर कुमार ने गाया था और मिथुन चक्रवर्ती के ऊपर फिल्माया गया था.
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