जलियावाला बाग़ में 10 अप्रैल 1919 के दिन निहत्थों पर अमानवीय गोलीबारी ब्रिटिश इंडिया की एक ऐसी दुर्दांत घटना है जिसका तत्कालीन समाज-राजनीति पर गहरा असर पड़ा. असर इतना प्रभावी था कि महज एक घटना की वजह से समूचा देश गुस्से की आग में जल उठा और कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक एक सूत्र में बंध गया. और आगे जाकर 1947 में स्वतंत्रता संग्राम की लड़ाई निर्णायक साबित हुई. 1857 के बाद पहली बार देश की क्रांतिकारी धारा में कई युवा स्वतंत्रता सेनानी अंग्रेजों को उसी की भाषा में सबक सिखाने के लिए आगे आए. इन्हीं में से एक पंजाब के अमर शहीद उधम सिंह भी थे. जलियावाला बाग़ का बदला लेने के लिए उधम सिंह इग्लैंड पहुंचे और वहां माइकल ओ डायर की हत्या कर देश के लिए शहादत चुनी.
विकी डोनर, मद्रास कैफे और पीकू जैसी उम्दा फ़िल्में बना चुके शूजित सरकार अब उनकी अमर प्रेरक कहानी "सरदार उधम" परदे पर ला रहे हैं. सरदार उधम इसी महीने 15 अक्टूबर को अमेजन प्राइम वीडियो पर एक्सक्लूसिव स्ट्रीम होगी. विक्की कौशल ने उधम सिंह की भूमिका निभाई है. हाल ही में मेकर्स ने फिल्म का ट्रेलर जारी किया है जिसे खूब पसंद किया जा रहा है. ट्रेलर को कुछ ही घंटों में 17 मिलियन से ज्यादा व्यूज मिल चुके हैं. दर्शकों का फीडबैक भी बढ़िया आ रहा है. इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि स्वतंत्रता सेनानियों की कहानी देखने के लिए दर्शकों में काफी दिलचस्पी है. सरदार उधम को आने में अभी वक्त है. लेकिन देशभक्ति से ओतप्रोत स्वतंत्रता सेनानियों की कहानी देखने की इच्छा रखने वाले दर्शकों के लिए बॉलीवुड की कई फ़िल्में ओटीटी और इंटरनेट के दूसरे प्लेटफॉर्म पर मौजूद हैं. उधम सिंह से पहले इन फिल्मों को जरूर देखना चाहिए.
1) सरदार भगत सिंह
अमर शहीद सरदार भगत सिंह ऐसे क्रांतिकारी हैं जिन्हें केंद्र में रखकर बॉलीवुड ने...
जलियावाला बाग़ में 10 अप्रैल 1919 के दिन निहत्थों पर अमानवीय गोलीबारी ब्रिटिश इंडिया की एक ऐसी दुर्दांत घटना है जिसका तत्कालीन समाज-राजनीति पर गहरा असर पड़ा. असर इतना प्रभावी था कि महज एक घटना की वजह से समूचा देश गुस्से की आग में जल उठा और कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक एक सूत्र में बंध गया. और आगे जाकर 1947 में स्वतंत्रता संग्राम की लड़ाई निर्णायक साबित हुई. 1857 के बाद पहली बार देश की क्रांतिकारी धारा में कई युवा स्वतंत्रता सेनानी अंग्रेजों को उसी की भाषा में सबक सिखाने के लिए आगे आए. इन्हीं में से एक पंजाब के अमर शहीद उधम सिंह भी थे. जलियावाला बाग़ का बदला लेने के लिए उधम सिंह इग्लैंड पहुंचे और वहां माइकल ओ डायर की हत्या कर देश के लिए शहादत चुनी.
विकी डोनर, मद्रास कैफे और पीकू जैसी उम्दा फ़िल्में बना चुके शूजित सरकार अब उनकी अमर प्रेरक कहानी "सरदार उधम" परदे पर ला रहे हैं. सरदार उधम इसी महीने 15 अक्टूबर को अमेजन प्राइम वीडियो पर एक्सक्लूसिव स्ट्रीम होगी. विक्की कौशल ने उधम सिंह की भूमिका निभाई है. हाल ही में मेकर्स ने फिल्म का ट्रेलर जारी किया है जिसे खूब पसंद किया जा रहा है. ट्रेलर को कुछ ही घंटों में 17 मिलियन से ज्यादा व्यूज मिल चुके हैं. दर्शकों का फीडबैक भी बढ़िया आ रहा है. इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि स्वतंत्रता सेनानियों की कहानी देखने के लिए दर्शकों में काफी दिलचस्पी है. सरदार उधम को आने में अभी वक्त है. लेकिन देशभक्ति से ओतप्रोत स्वतंत्रता सेनानियों की कहानी देखने की इच्छा रखने वाले दर्शकों के लिए बॉलीवुड की कई फ़िल्में ओटीटी और इंटरनेट के दूसरे प्लेटफॉर्म पर मौजूद हैं. उधम सिंह से पहले इन फिल्मों को जरूर देखना चाहिए.
1) सरदार भगत सिंह
अमर शहीद सरदार भगत सिंह ऐसे क्रांतिकारी हैं जिन्हें केंद्र में रखकर बॉलीवुड ने सबसे ज्यादा फ़िल्में बनाई हैं. अंग्रेजों ने भगत सिंह को मात्र 23 वर्ष की आयु में फांसी की सजा सुनाई थी. भगत के जीवन पर बनी फिल्मों की संख्या करीब सात से ज्यादा है. शहीद-ए-आजाद-भगत सिंह के रूप में अमर शहीद के जीवन पर 1954 में पहली फिल्म बनी थी. मोहम्मद रफ़ी की आवाज में "सरफरोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है" दरअसल इसी फिल्म का गाना है. वक्त बीतने के बावजूद सदाबहार बना हुआ है.
दूसरी फिल्म 1963 में आई थी शहीद भगत सिंह. शम्मी कपूर ने मुख्य भूमिका निभाई थी. 1963 में एक और फिल्म आई शहीद. मनोज कुमार ने मुख्य भूमिका निभाई और यह सर्वाधिक लोकप्रिय साबित हुई. इन फिल्मों के अलावा 2002 में शहीद-ए-आजम (सोनू सूद), शहीद (बॉबी देओल) और द लीजेंड ऑफ़ भगत सिंह (अजय देवगन) प्रमुख रूप से शामिल हैं. एक ही साल में आई तीनों फिल्मों में से अजय देवगन की फिल्म खूब लोकप्रिय हुई. कई फ़िल्में ओटीटी और यूट्यूब पर मौजूद हैं.
2) मंगल पांडे
1857 में अंग्रेजों के खिलाफ विद्रोह के नायक रहे शहीद मंगल पांडे पर बॉलीवुड ने फिल्म बनाई. मंगल पांडे की मुख्य भूमिका किसी और ने नहीं बॉलीवुड के सबसे उम्दा अभिनेताओं में शुमार आमिर खान ने निभाई. फिल्म में 57 के विद्रोह में मंगल पांडे की जांबाज कहानी दिखाई गई है. फिल्म के कुछ गाने काफी पॉपुलर हुए मगर फिल्म बॉक्स ऑफिस पर कमाई के मामले में कमाल नहीं दिखा पाई. अमीर की फिल्म ओटीटी पर मिल जाएगी.
3) रानी लक्ष्मीबाई
1857 के विद्रोह की एक और नायिका झांसी की रानी लक्ष्मीबाई के जीवन पर भी कुछ फ़िल्में बनी हैं. सोहराब मोदी की झांसी की रानी पहली फिल्म थी जिसे 1953 में बनाया गया था. यह उस जमाने में बनी बहुत महंगी फिल्म थी जिसका बजट करीब 60 लाख रुपये बताया जाता है. साल 2019 में कंगना रनौत की मणिकर्णिका द क्वीन ऑफ झांसी भी उन्हीं की कहानी पर बनी फिल्म है. यह बॉक्स ऑफिस पर भी काफी सफल साबित हुई थी. 1857 के विद्रोह पर बनी कई और फिल्मों में भी रानी लक्ष्मीबाई की कहानी को दिखाया गया है.
4) सुभाषचंद्र बोस
सुभाषचंद्र बोस ऐसे क्रांतिकारी स्वतंत्रता सेनानी हैं जिनके जीवन पर बॉलीवुड में काफी काम नजर आता है. रमेश सहगल के निर्देशन में 1950 में आई समाधि काफी अहम फिल्म है जिसमें सुभाषचंद्र बोस की विचारधारा को प्रमुखता से दिखाया गया है. फिल्म की कहानी में सुभाष हैं मगर केंद्र में उनके द्वारा स्थापित आजाद हिंद फ़ौज का एक सैनिक है जिसकी भूमिका अशोक कुमार ने निभाई है. सुभाष बाबू के जीवन को केंद्र में रखकर 1966 में आई पहली फिल्म सुभाष चंद्र है. हालांकि फिल्म बंगाली में है मगर ये भारतीय सिनेमा का एक क्लासिक है. पीयूष बोस ने निर्देशन किया है. नेताजी के जीवन पर बॉलीवुड की सबसे अहम फिल्म साल 2005 में आई श्याम बेनेगल की नेताजी सुभाषचंद्र बोस : द फॉरगेटन हीरो है. सचिन खेडेकर ने सुभाष की मुख्य भूमिका निभाई थी.
साल 2019 में आई गुमनामी सुभाष के जीवन पर आधारित सबसे अहम फिल्म है. हालांकि यह फिल्म भी बंगाली में बनी है. फिल्म की कहानी उन सिद्धांतों पर है जिसमें कहा जाता है कि प्लेन क्रैश की खबर के बाद सुभाष बाबू ने गुमनामी बाबा के रूप में जीवन व्यतीत किया. प्रसेनजीत ने सुभाषचंद्र की भूमिका निभाई है. हालांकि बोस : डेड/अलाइव एक वेब सीरीज है जो साल 2017 में सामने आया था, मगर सुभाष के जीवन पर सबसे बेहतरीन काम में से एक है. जी 5 पर आई सीरीज की कहानी उस थियरी पर है जिसमें कहा जाता है कि प्लेन क्रैश में सुभाष बाबू की मौत हुई ही नहीं थी. राजकुमार राव ने सुभाषचंद्र की उम्दा भूमिका निभाई है.
5. महात्मा गांधी
महात्मा गांधी के जीवन पर देश और विदेश में का फ़िल्में बनी हैं. कुछ फ़िल्में सीधे-सीधे महात्मा के जीवन पर आधारित हैं जबकि कुछ की कहानी में महात्मा का सन्दर्भ लिया गया है. गांधी के जीवन पर सबसे बड़ी फिल्म हॉलीवुड ने बनाई है. साल 1982 में आई गांधी बेमिसाल फिल्म है. निर्देशन रिचर्ड एटिनबरो का है. बेन किंग्सले ने गांधी की भूमिका निभाई है. माना जाता है कि इस फिल्म ने भी गांधी के जीवन दर्शन का व्यापक प्रचार प्रसार किया.
श्याम बेनेगल के निर्देशन में साल 1996 में आई द मेकिंग ऑफ़ महात्मा महत्वपूर्ण फिल्म है. फिल्म की कहानी बहुत यूनिक है जिसने लोगों का ध्यान बटोरा. साल 2007 में आई गांधी माई फादर महात्मा और उनके बेटे हीरालाल गांधी के बीच के संबंधों को लेकर बनी है. अक्षय खन्ना ने गांधी के बेटे की भूमिका निभाई है. रिलीज के बाद फिल्म पर काफी चर्चा हुई थी.
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