2-3 दिसंबर 1984 की वो दरमियानी रात भला कौन भूल सकता है. वो रात इतिहास की सबसे बड़ी त्रासदी की गवाह बनी थी. इस दिन सरकारी आंकड़ों में तो 5000, लेकिन हकीकत में 16000 से ज्यादा लोग मारे गए थे. करीब 6 लाख लोग सीधे तौर पर प्रभावित हुए थे. हर तरफ चीख-पुकार थी. कोहराम मचा हुआ था. जी हां, हम बात कर रहे हैं, भोपाल गैस त्रासदी के बारे में, जिसकी आज 37वीं बरसी (Bhopal Gas Tragedy Day) है. इस दिन यूनियन कार्बाइड इंडिया लिमिटेड के प्लांट से मिथाइलआइसो सायनाइट गैस के रिसाव होने से हजारों लोग हमेशा के लिए मौत की नींद सो गए. इस खौफनाक मंजर की निशानी आज तक यहां मौजूद है. इस हादसे को दुनिया के इतिहास की भीषणतम औद्योगिक त्रासदी में से एक माना जाता है.
भोपाल गैस त्रासदी की इस विभिषिका को दिखाने के लिए यशराज फिल्म के बैनर तले एक वेब सीरीज 'द रेलवे मैन' (The Railway Men) बनाई जा रही है. इसकी शूटिंग एक दिसंबर से शुरू हो चुकी है. इसका पहला पोस्टर आज गैस त्रासदी की बरसी के दिन सोशल मीडिया पर शेयर किया गया है. इस वेब सीरीज में आर माधवन, केके मेनन, दिव्येंदु शर्मा और बाबिल खान लीड रोल में हैं. बाबिल खान दिवंगत अभिनेता इरफान खान के बेटे हैं. यशराज फिल्म्स ने कहा, "भोपाल गैस त्रासदी दुनिया की सबसे बुरा इंडस्ट्रियल एक्सिडेंट है, जिसने 37 साल पहले शहर में आई इस त्रासदी के बाद से कई लोगों पर असर हुआ है. हमारा प्रॉजेक्ट इस त्रासदी के उन गुमनाम हीरोज को हमारी श्रद्धांजलि है, जिन्होंने बदकिस्मती भरी उस रात हजारों जान बचाई.''
इन 5 हिंदी फिल्मों को देखकर याद आ जाएगा भोपाल त्रासदी का खौफनाक मंजर...
1. फिल्म- भोपाल...
2-3 दिसंबर 1984 की वो दरमियानी रात भला कौन भूल सकता है. वो रात इतिहास की सबसे बड़ी त्रासदी की गवाह बनी थी. इस दिन सरकारी आंकड़ों में तो 5000, लेकिन हकीकत में 16000 से ज्यादा लोग मारे गए थे. करीब 6 लाख लोग सीधे तौर पर प्रभावित हुए थे. हर तरफ चीख-पुकार थी. कोहराम मचा हुआ था. जी हां, हम बात कर रहे हैं, भोपाल गैस त्रासदी के बारे में, जिसकी आज 37वीं बरसी (Bhopal Gas Tragedy Day) है. इस दिन यूनियन कार्बाइड इंडिया लिमिटेड के प्लांट से मिथाइलआइसो सायनाइट गैस के रिसाव होने से हजारों लोग हमेशा के लिए मौत की नींद सो गए. इस खौफनाक मंजर की निशानी आज तक यहां मौजूद है. इस हादसे को दुनिया के इतिहास की भीषणतम औद्योगिक त्रासदी में से एक माना जाता है.
भोपाल गैस त्रासदी की इस विभिषिका को दिखाने के लिए यशराज फिल्म के बैनर तले एक वेब सीरीज 'द रेलवे मैन' (The Railway Men) बनाई जा रही है. इसकी शूटिंग एक दिसंबर से शुरू हो चुकी है. इसका पहला पोस्टर आज गैस त्रासदी की बरसी के दिन सोशल मीडिया पर शेयर किया गया है. इस वेब सीरीज में आर माधवन, केके मेनन, दिव्येंदु शर्मा और बाबिल खान लीड रोल में हैं. बाबिल खान दिवंगत अभिनेता इरफान खान के बेटे हैं. यशराज फिल्म्स ने कहा, "भोपाल गैस त्रासदी दुनिया की सबसे बुरा इंडस्ट्रियल एक्सिडेंट है, जिसने 37 साल पहले शहर में आई इस त्रासदी के बाद से कई लोगों पर असर हुआ है. हमारा प्रॉजेक्ट इस त्रासदी के उन गुमनाम हीरोज को हमारी श्रद्धांजलि है, जिन्होंने बदकिस्मती भरी उस रात हजारों जान बचाई.''
इन 5 हिंदी फिल्मों को देखकर याद आ जाएगा भोपाल त्रासदी का खौफनाक मंजर...
1. फिल्म- भोपाल एक्सप्रेस (Bhopal Express)
रिलीज डेट- 2 दिसंबर 1999
स्टारकास्ट- के.के मेनन, नसीरूद्दीन शाह, विजय राज, नेत्रा रघुरामन और जीनत अमान
डायरेक्टर- महेश मिथाई
साल 1999 में रिलीज हुई फिल्म 'भोपाल एक्सप्रेस' इतिहास की सबसे बड़ी गैस त्रासदी पर आधारित है. इसके निर्देशक महेश मथाई हैं, जिन्होंने दो नए नविवाहित जोड़ों के नजरिए से इस हादसे की कहानी को दर्शाया है. उनकी जिंदगी भोपाल गैस त्रासदी के बाद बिल्कुल बदल जाती है. फिल्म में केके मेनन, नसीरुद्दीन शाह, विजय राज, नेत्रा रघुरामन और जीनत अमान जैसे कलाकारों ने काम किया है. इसकी कहानी विज्ञापन फिल्म निर्माता प्रसून पांडे और उनके भाई पीयूष पांडे ने लिखी थी. फिल्म का संगीत शंकर-एहसान-लॉय की तिकड़ी ने तैयार किया था. 'भोपाल एक्सप्रेस' इस गैस कांड पर बनी अब तक की सबसे चर्चित फिल्म है.
2. फिल्म- भोपाल: ए प्रेयर फॉर रेन (Bhopal: A Prayer For Rain)
रिलीज डेट- 5 दिसंबर 2014
स्टारकास्ट- मार्टिन शीन, मिशा बर्टन, काल पेन, राजपाल यादव और तनिष्ठा चटर्जी
डायरेक्टर- रवि कुमार
साल 2014 में रिलीज हुई फिल्म 'भोपाल: ए प्रेयर फॉर रेन' में भोपाल के उस फैक्ट्री में काम करने वाले मजदूर के नजरिए से त्रासदी को पेश किया गया है, जिसमें गैस का रिसाव हुआ था. इसमें देसी कलाकारों के साथ-साथ हॉलीवुड एक्टर्स ने भी काम किया है. इसमें हॉलीवुड कलाकार मार्टिन शीन, मिशा बर्टन, काल पेन और भारतीय कलाकार राजपाल यादव और तनिष्ठा चटर्जी ने काम किया है. यह फिल्म भोपाल गैस त्रासदी से जुड़े कानूनी पहलू या इंसाफ को नहीं बल्कि फिल्म घटना को दर्शाती है. इस फिल्म के रिसर्च से लेकर फाइनल प्रिंट तक मेकर्स को सात साल का समय लगा गया था.
3. फिल्म- भोपाली (Bhopali)
रिलीज डेट- 23 जनवरी 2011
स्टारकास्ट- साइबा बाबू, सलमा बाबू, राशिदा बी, हजारा बी, नफीसा बी, बैरी कैसटलमैन, नॉम चॉमोस्की और चरना धिंगरा
डायरेक्टर- वैन मैक्सिमिलियन और कार्लसन
ईश्वर है तो वो कहां है? भोपाल गैस कांड के समय ईश्वर कहां था? जब लोग गैस के चलते मर रहे थे तब ईश्वर कहां था? ये उस 'भोपाली' के सवाल हैं, जिसने 2-3 दिसंबर 1984 की दरमियानी रात भोपाल गैस त्रासदी में अपने परिवार को खो दिया. ये भोपाली कोई और नहीं बल्कि गैस पीड़ित संजय वर्मा हैं और अपने जैसे लाखों लोगों के लिए न्याय की लड़ाई लड़ने वाले सामाजिक कार्यकर्ता भी हैं. फीचर डॉक्यूमेंट्री फिल्म 'भोपाली' भोपाल गैस त्रासदी से प्रभावित ऐसे ही लोगों की कहानी कहती है. इस फिल्म के निर्देशक वान मैक्सीमिलेन कार्लसन हैं. वे कार्लसन लॉस एंजिल्स के जानेमाने फिल्म निर्माता और सिनेमेटोग्राफर हैं. फिल्म को कई अवार्ड मिल चुके हैं.
4. फिल्म- संभावना (Sambhavna)
रिलीज डेट- साल 2012
डायरेक्टर- जोसेफ मेलन
'संभावना' एक डॉक्युमेंट्री फिल्म है. इसे फिल्मकार जोसेफ मेलन ने भोपाल गैस त्रासदी पर बनाया था. इसमें दिखाया गया था कि एक तरफ डॉउ केमिकल ने भोपाल के निर्दोष लोगों के प्रति अपने उत्तरदायित्व से मुंह मोड़ लिया था. वहीं, संभावना क्लीनिक जैसे छोटे से अस्पताल ने हजारों पीड़ितों को मुफ्त में उपचार और चिकित्सा देकर मानवीयता की मिसाल पेश की थी. इस डॉक्युमेंट्री फिल्म को इंग्लैंड की लिवरपूल यूनिवर्सिटी के दो मेडिकल छात्रों द्वारा शूट किया गया था. निर्देशक जोसेफ मालोन ने दो महीने की अवधि में भोपाल में रहकर वहां के पीड़ितों के साथ बातचीत की और साल 2012 में 20 मिनट की डॉक्यूमेंट्री फिल्म को ऑनलाइन रिलीज किया था.
5. फिल्म वन नाइट इन भोपाल (One Night in Bhopal)
रिलीज डेट- साल 2004
डायरेक्टर- बीबीसी
साल 2004 में बीबीसी ने भोपाल गैस त्रासदी के ऊपर डॉक्यूमेन्ट्री फिल्म 'वन नाइट इन भोपाल' बनाई थी. फिल्म में भोपाल गैस त्रासदी के दर्द को पीड़ितों की जुबानी ही पर्दे पर दर्शाया गया है. इसमें उन लोगों को दिखाया गया है जिन्होंने आपदा को प्रत्यक्ष रूप से देखा था. उस रात पीड़ितों द्वारा सामना की गई अकल्पनीय भयावहता के बारे में उनके चौंकाने वाले बयान सुनकर हर किसी का दिल दहल जाता है. डॉक्यूमेन्ट्री फिल्म में दिखाया गया है कि कैसे लोग उस फैक्ट्री के लगने के बाद अपने सुखद भविष्य की तलाश में थे, लेकिन उन्हें नहीं पता था कि उनके जीवन में ये काली रात भी आएगी और उनकी जिंदगी की हमेशा-हमेशा के लिए बदल जाएगी.
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