रियलिटी शो 'बिग बॉस' के 16वें सीजन के 9 सप्ताह पूरे हो चुके हैं. इन 63 दिनों में बिग बॉस के घर में कई रंग दिखे हैं. कभी किसी को गुस्साते देखा गया है, तो कभी किसी को खाने के लिए लड़ते हुए देखा गया है. कभी किसी को प्यार दुलार करते देखा गया है, तो कभी किसी को अपने घरवालों को याद करके आंसू बहाते भी देखा गया है. हर सीजन की इस बार भी बिग बॉस के कंटेस्टेंट्स अपनी भावनाओं को जाहिर करने में पीछे नहीं दिख रहे हैं. यही वजह है कि दर्शकों के अलग-अलग पसंदीदा कंटेस्टेंट बन गए हैं.
जो कंस्टेंट जिसकी पसंद है, वो उसको घर से बेघर होने से बचाने के लिए वोट भी करता है. उसके लिए सोशल मीडिया पर कैंपेन भी करता है. इन सबके बीच एक कंटेस्टेंट अपनी अलग जगह बनाने में कामयाब होता दिख रहा है. वो जिस तरह से किसी भी मुद्दे पर अपनी बेबाक राय रखता है, जिस तरह से सच का साथ देता है, दोस्ती निभाता है, उसे देखकर लोग उसे सच्चा इंसान कहने लगे हैं. झूठ की बुनियाद पर खड़े बिग बॉस के खेल में इस तरह के व्यक्तित्व को हमेशा से ही लोगों का समर्थन मिलता रहा है.
जी हां, हम टीवी एक्टर शिव ठाकरे के बारे में बात कर रहे हैं, जिन्होंने बहुत कम समय में प्रतियोगियों की भीड़ में अपनी अलग जगह बना ली है. उनका स्वभाव, उनका व्यवहार और उनका बेबाक अंदाज लोगों को बहुत पसंद आ रहा है. यही वजह है कि शिव ठाकरे को बिग बॉस की ट्रॉफी का प्रबल दावेदार माना जा रहा है. महाराष्ट्र के अमरावती जैसे छोटे शहर में पैदा हुए शिव ठाकरे को शुरूआती दिनों में न्यूजपेपर तक बेचना पड़ा था. उनके पिता शहर में ही पान की एक दुकान चलाते थे, जिनकी आय सीमित थी.
शिव ठाकरे को डांस का बहुत शौक था. यही वजह है कि उन्होंने एक डांस एकेडमी भी खोली थी. यहां सारा खर्च निकालने के बाद वो 10 हजार रुपए तक बचा लेते थे. इतने में उनका और परिवार का खर्च जैसे-तैसे चल जाता था. इसी बीच उन्होंने एमटीवी रोडिज राइजिंग स्टार का ऑडिशन दिया. साल 2017 में इसमें उनका सिलेक्शन हो गया. एमटीवी रोडिज के बाद उनको 'बिग बॉस मराठी' के सीजन 2 में...
रियलिटी शो 'बिग बॉस' के 16वें सीजन के 9 सप्ताह पूरे हो चुके हैं. इन 63 दिनों में बिग बॉस के घर में कई रंग दिखे हैं. कभी किसी को गुस्साते देखा गया है, तो कभी किसी को खाने के लिए लड़ते हुए देखा गया है. कभी किसी को प्यार दुलार करते देखा गया है, तो कभी किसी को अपने घरवालों को याद करके आंसू बहाते भी देखा गया है. हर सीजन की इस बार भी बिग बॉस के कंटेस्टेंट्स अपनी भावनाओं को जाहिर करने में पीछे नहीं दिख रहे हैं. यही वजह है कि दर्शकों के अलग-अलग पसंदीदा कंटेस्टेंट बन गए हैं.
जो कंस्टेंट जिसकी पसंद है, वो उसको घर से बेघर होने से बचाने के लिए वोट भी करता है. उसके लिए सोशल मीडिया पर कैंपेन भी करता है. इन सबके बीच एक कंटेस्टेंट अपनी अलग जगह बनाने में कामयाब होता दिख रहा है. वो जिस तरह से किसी भी मुद्दे पर अपनी बेबाक राय रखता है, जिस तरह से सच का साथ देता है, दोस्ती निभाता है, उसे देखकर लोग उसे सच्चा इंसान कहने लगे हैं. झूठ की बुनियाद पर खड़े बिग बॉस के खेल में इस तरह के व्यक्तित्व को हमेशा से ही लोगों का समर्थन मिलता रहा है.
जी हां, हम टीवी एक्टर शिव ठाकरे के बारे में बात कर रहे हैं, जिन्होंने बहुत कम समय में प्रतियोगियों की भीड़ में अपनी अलग जगह बना ली है. उनका स्वभाव, उनका व्यवहार और उनका बेबाक अंदाज लोगों को बहुत पसंद आ रहा है. यही वजह है कि शिव ठाकरे को बिग बॉस की ट्रॉफी का प्रबल दावेदार माना जा रहा है. महाराष्ट्र के अमरावती जैसे छोटे शहर में पैदा हुए शिव ठाकरे को शुरूआती दिनों में न्यूजपेपर तक बेचना पड़ा था. उनके पिता शहर में ही पान की एक दुकान चलाते थे, जिनकी आय सीमित थी.
शिव ठाकरे को डांस का बहुत शौक था. यही वजह है कि उन्होंने एक डांस एकेडमी भी खोली थी. यहां सारा खर्च निकालने के बाद वो 10 हजार रुपए तक बचा लेते थे. इतने में उनका और परिवार का खर्च जैसे-तैसे चल जाता था. इसी बीच उन्होंने एमटीवी रोडिज राइजिंग स्टार का ऑडिशन दिया. साल 2017 में इसमें उनका सिलेक्शन हो गया. एमटीवी रोडिज के बाद उनको 'बिग बॉस मराठी' के सीजन 2 में हिस्सा लेने का मौका मिला. वहां उन्होंने लोगों का दिल जीत लिया. इतना ही नहीं इस सीजन के विजेता भी बने थे.
आइए शिव ठाकरे की 4 खूबियों के बारे में जानते हैं, जो उनको बिग बॉस की विजेता बना सकती हैं...
1. यारों के यार हैं शिव ठाकरे
शिव ठाकरे दोस्ती निभाना जानते हैं. वह हमेशा उनके साथ खड़े रहते हैं जो उनके सबसे करीब होते हैं. जब उनके दोस्त सुम्बुल तौकीर के खिलाफ बिग बॉस के सभी कंटेस्टेंट्स हो गए थे, उस वक्त भी शिव उनके साथ मजबूती से खड़े रहे थे. इसी तरह जब उनकी साथी निमृत कौर अहलूवालिया डिप्रेशन में चली गई थीं, तब वो हर वक्त उनके आसपास रहा करते थे. यहां तक कि जब प्रियंका चाहर चौधरी और अंकित गुप्ता में झगड़ा हुआ तो वो उनकी मदद के लिए सबसे पहले आगे आए थे. उनके बीच सुलह कराया था.
2. घर में सबसे ज्यादा एंटरटेनिंग
बिग बॉस के घर में सबसे ज्यादा लोकप्रिय वही प्रतियोगी होता है, जो घरवालों और दर्शकों का मनोरंजन करता है. याद कीजिए राहुल महाजन को, जिनकी मासूम हरकतें लोगों को खूब पसंद आती थीं. उनकी हंसी, उनका लोगों के साथ बर्ताव, लोगों का खूब मनोरंजन करता था. यही वजह है कि वोटिंग के समय उनको सबसे वोट मिले थे. इतना ही नहीं बिग बॉस का विनर बनने के बाद भी उनकी देशव्यापी पहचान बनी थी. उसी तरह शिव ठाकरे भी अपने व्यवहार से घरवालों को खुश रखते हैं. हर किसी का मनोरंजन करते हैं.
3. गेम के लिए इंसानियत नहीं भूलते हैं
बिग बॉस अपने कंटेस्टेंट्स को व्यस्त रखने के लिए अक्सर गेम खिलाते रहते हैं. इन्हीं गेम्स के आधार पर नंबर दिए जाते हैं, जिनके जरिए कंटेस्टेंट को राशन सहित अन्य सामान उपलब्ध कराए जाते हैं. गेम के दौरान अक्सर प्रतियोगियों को लड़ते हुए देखा गया है. कई बार जीतने के लिए कुछ प्रतियोगी इंसानियत तक भूल जाते हैं. लेकिन शिव ठाकरे इस मामले में बहुत अलग हैं. वो निष्पक्ष होकर खेलने की कोशिश करते हैं. किसी भी रूप में मानवता को नहीं भूलते हैं. जब भी किसी को जरूरत होती है तो वह हमेशा वहां होते हैं.
4. भावनात्मक पक्ष दिखाने से नहीं डरते
सच्चा इंसान अक्सर भावुक होता है. क्योंकि उसके दिल में किसी के लिए कोई कल-छपट नहीं होता, इसलिए वो अक्सर अपनी भावनाओं को जाहिर कर देता है. बिग बॉस के घर में शिव ठाकरे भी कभी भी अपने भावनात्मक पक्ष को दिखाने से नहीं डरते हैं. उनको कई एपिसोड में रोते हुए देखा गया है. हालांकि, घर के कुछ सदस्य उनको दिमाग वाला मानते हैं. लेकिन शिव का कहना है, ''सभी को लगता है कि मैं दिमाग से खेलता हूं, लेकिन मेरे घरवालों को पता है कि मैं दिल की सुनता हूं, इन लोगों के सामने तो मैं रो भी नहीं सकता.''
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