भ्रष्टाचार पर नजर रखने वाली संस्था ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल इंडेक्स के 2021 के रिपोर्ट के अनुसार भारत 40 अंक के साथ 85 नंबर पर स्थित है. साल 2020 में भी भारत को 40 नंबर ही मिले थे, लेकिन रैंकिंग 86 थी. इस तरह पिछले 6 साल के आंकड़ों पर नजर डालें तो भारत 9 पायदान नीचे आया है. यानी इन आंकड़ों की माने तो भारत में भ्रष्टाचार कम हुआ है, लेकिन झारखंड में एक आईएएस अफसर के यहां से हुई करोड़ों रुपए की बरामदगी इन आंकड़ों की पोल खोल रही है.
झारखंड की खान सचिव पूजा सिंघल और उसके करीबियों के खिलाफ हुई प्रवर्तन निदेशालय की कार्रवाई के बाद करीब 19 करोड़ रुपए कैश बरामद हुए हैं. आलम ये था कि बेड के नीचे छुपाए गए इन पैसों को गिनने के लिए मशीन तक मंगानी पड़ी. इतना ही नहीं कार्रवाई के दौरान करीब 150 करोड़ की संपत्ति के दस्तावेज भी मिले हैं. इस मामले के खुलासे के बाद यह तो साफ हो गया है कि नोटबंदी के बाद भ्रष्टाचार पर अंकुश के चाहे जितने भी दावे कर लिए जाएं, स्थिति ढा़क के तीन पात ही है.
फिल्मों ने समय-समय पर समाज की समस्याओं को बड़े पर्दे पर दिखाया है. बाल विवाह, दहेज प्रथा से लेकर ऊंच-नीच, छुआछूत और जाति प्रथा को फिल्मों के जरिए समाज के लिए कलंक बताया गया है. इसी तरह अपने देश में हुए घोटालों और भ्रष्टाचार के बड़े मामलों में फिल्मों के जरिए दिखाया गया है. चाहे वो हर्षद मेहता का शेयर घोटाला हो या फिर तेलगी का स्टंप घोटाला. एक पर बिग बुल नामक फिल्म बन चुकी है, तो दूसरे पर फिल्म बनाने का ऐलान हो चुका है.
4000 करोड़ रुपए का शेयर घोटला करने वाले हर्षद मेहता की करतूतों पर एक वेब सीरीज स्कैम 1992 भी बन चुकी है, जिसे वूट पर स्ट्रीम किया गया है. इसी तरह अजय देवगन की फिल्म रेड में भ्रष्टाचारियों के खिलाफ कार्रवाई को बहुत ही शानदार तरीके से दिखाया गया है. इस फिल्म को देखने के बाद समझ में आता है कि भ्रष्ट लोग किस तरह से अपने पैसों को अपने घरों में छुपाते हैं. उनके पैसे छुपाने के तरीकों को देखकर दर्शक हैरान रह जाते हैं. लेकिन हमारी जांच एजेंसियां इन...
भ्रष्टाचार पर नजर रखने वाली संस्था ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल इंडेक्स के 2021 के रिपोर्ट के अनुसार भारत 40 अंक के साथ 85 नंबर पर स्थित है. साल 2020 में भी भारत को 40 नंबर ही मिले थे, लेकिन रैंकिंग 86 थी. इस तरह पिछले 6 साल के आंकड़ों पर नजर डालें तो भारत 9 पायदान नीचे आया है. यानी इन आंकड़ों की माने तो भारत में भ्रष्टाचार कम हुआ है, लेकिन झारखंड में एक आईएएस अफसर के यहां से हुई करोड़ों रुपए की बरामदगी इन आंकड़ों की पोल खोल रही है.
झारखंड की खान सचिव पूजा सिंघल और उसके करीबियों के खिलाफ हुई प्रवर्तन निदेशालय की कार्रवाई के बाद करीब 19 करोड़ रुपए कैश बरामद हुए हैं. आलम ये था कि बेड के नीचे छुपाए गए इन पैसों को गिनने के लिए मशीन तक मंगानी पड़ी. इतना ही नहीं कार्रवाई के दौरान करीब 150 करोड़ की संपत्ति के दस्तावेज भी मिले हैं. इस मामले के खुलासे के बाद यह तो साफ हो गया है कि नोटबंदी के बाद भ्रष्टाचार पर अंकुश के चाहे जितने भी दावे कर लिए जाएं, स्थिति ढा़क के तीन पात ही है.
फिल्मों ने समय-समय पर समाज की समस्याओं को बड़े पर्दे पर दिखाया है. बाल विवाह, दहेज प्रथा से लेकर ऊंच-नीच, छुआछूत और जाति प्रथा को फिल्मों के जरिए समाज के लिए कलंक बताया गया है. इसी तरह अपने देश में हुए घोटालों और भ्रष्टाचार के बड़े मामलों में फिल्मों के जरिए दिखाया गया है. चाहे वो हर्षद मेहता का शेयर घोटाला हो या फिर तेलगी का स्टंप घोटाला. एक पर बिग बुल नामक फिल्म बन चुकी है, तो दूसरे पर फिल्म बनाने का ऐलान हो चुका है.
4000 करोड़ रुपए का शेयर घोटला करने वाले हर्षद मेहता की करतूतों पर एक वेब सीरीज स्कैम 1992 भी बन चुकी है, जिसे वूट पर स्ट्रीम किया गया है. इसी तरह अजय देवगन की फिल्म रेड में भ्रष्टाचारियों के खिलाफ कार्रवाई को बहुत ही शानदार तरीके से दिखाया गया है. इस फिल्म को देखने के बाद समझ में आता है कि भ्रष्ट लोग किस तरह से अपने पैसों को अपने घरों में छुपाते हैं. उनके पैसे छुपाने के तरीकों को देखकर दर्शक हैरान रह जाते हैं. लेकिन हमारी जांच एजेंसियां इन घोटालेबाजों से अधिक तेज हैं.
1. फिल्म- रेड
रिलीज डेट- 16 मार्च, 2018
कहां देख सकते हैं- डिज्नी प्लस हॉटस्टार
साल 2018 में रिलीज़ हुई क्राइम ड्रामा फिल्म 'रेड' का निर्देशन राजकुमार गुप्ता ने किया है. इसमें अजय देवगन, इलियाना डीक्रूज़, सानंद वर्मा और सौरभ शुक्ला जैसे कलाकार अहम किरदारों में हैं. फिल्म में अजय देवगन एक इनकम टैक्स अफसर अमय पटनायक के किरदार में हैं, जो ताऊजी (सौरभ शुक्ला) के घर पर छापा मारकर करोड़ों रुपए बरामद करता है. इसे इनकम टैक्स रेड पर बनी पहली फिल्म बताया जाता है, जो कि सच्ची घटना पर आधारित है. दरअसल, साल 1980 में कानपुर में कांग्रेस विधायक सरदार इंद्र सिंह के घर इनकम टैक्स का छापा पड़ा था. इसमें करीब 420 करोड़ रुपए का काला धन और सोना बरामद हुआ था. इस रेड में मिले पैसों को गिनने के लिए 45 लोग की टीम लगाई गई थी, जिन्होंने 18 घंटे तक लगातार काउंटिंग का काम किया था. इस रेड में शामिल इनकम टैक्स अफसरों की सुरक्षा के लिए 200 पुलिसकर्मी लगाए गए थे. इस फिल्म को लोगों ने बहुत ज्यादा पसंद किया था, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि 42 करोड़ रुपए बजट में बनी इस फिल्म ने 155 करोड़ रुपए कमाई की थी.
2. फिल्म- द बिग बुल
रिलीज डेट- 8 अप्रैल, 2021
कहां देख सकते हैं- डिज्नी प्लस हॉटस्टार
फिल्म 'द बिग बुल' ओटीटी प्लेटफॉर्म डिज़्नी प्लस हॉटस्टार पर रिलीज हो गई है. इसमें बॉलीवुड एक्टर अभिषेक बच्चन और एक्ट्रेस इलियाना डिक्रूज के साथ सोहम शाह, निखिल दत्ता, वरुण शर्मा, चंकी पांडे, कुमुद मिश्रा और लेखा प्रजापति मुख्य भूमिकाओं में हैं. इस फिल्म को अजय देवगन ने आनंद पंडित, विक्रांत शर्मा और कुमार मंगत पाठक के साथ मिलकर प्रोड्यूस किया है. 'द बिग बुल' स्टॉक ब्रोकर हर्षद मेहता द्वारा किए गए 4000 के शेयर घोटाले की कहानी से प्रेरित है. इसलिए फिल्म में असली किरदारों के नाम भी बदल दिए गए हैं. इसमें हर्षद मेहता के किरदार का नाम हेमंत शाह है. इस रोल को अभिषेक बच्चन ने निभाया है. उनके बात करने का तरीका, घूमना, बोलना, चलना, उनका घमंड, आत्मविश्वास, हाव-भाव और बॉडी लैंग्वेज, सबकुछ ऐसा है, जैसे लगता है कि हर्षद मेहता खुद रुपहले पर्दे पर जीवंत हो उठे हो. अपने देश में भ्रष्टाचार किस तरह से अपनी गहरी जड़े जमा रहा था, किस तरह से शेयर ब्रोकर से लेकर राजनीतिक लोग इसमें शामिल थे, किस तरह से मीडिया ने घोटालों का पर्दाफाश किया है, इसे जानने के लिए फिल्म देखनी चाहिए.
3. फिल्म- गब्बर इज बैक
रिलीज डेट- 1 मई, 2015
कहां देख सकते हैं- नेटफ्लिक्स और वूट
फिल्म 'गब्बर इज बैक' को केवल 'गब्बर' के नाम से भी जाना जाता है. इस एक्शन फिल्म के निर्देशक कृष है और निर्माता संजय लीला भंसाली हैं. फिल्म में अक्षय कुमार और श्रुति हासन के साथ सुमन तलवार, सुनील ग्रोवर और जयदीप अहलावत अहम रोल में हैं. करीना कपूर भी कैमियो रोल में दिखाई दी हैं. यह फिल्म साल 2002 की तमिल फिल्म 'रमन्ना' की हिंदी रीमेक है, जिसे ए आर मुरुगादॉस ने निर्देशित किया गया था. इसका नाम साल 1975 की हिट हिंदी फिल्म 'शोले' के खलनायक गब्बर सिंह पर रखा गया है. फिल्म में अभिनेता अक्षय कुमार भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ते हुए दिखाई देते हैं. जो सरकारी अफसर भ्रष्टाचार करता है, उसे खुद मौत की सजा सुना देते हैं. इस फिल्म में पुलिस के समानांतर गब्बर की अपनी टीम होती है, जो ऐसे भ्रष्टाचारी लोगों की सूचना देती रहती है और वो उनको मौत के घाट उतारता रहता है. इस तरह लोग भ्रष्टाचार करने से भी डरने लगते हैं. फिल्म अन्त में बहुत ही अच्छा मैसेज देती है कि यदि देश में कोई भ्रष्टाचार करे ही न तो किसी गब्बर को पैदा होने की जरुरुत ही नहीं होगी.
4. फिल्म- उंगली
रिलीज डेट- 28 नवंबर 2014
कहां देख सकते हैं- नेटफ्लिक्स
साल 2014 में रिलीज हुई क्राइम ड्रामा फिल्म उंगली का निर्देशन रेंसिल डी स्लिवा ने किया है. फिल्म में मुख्य भूमिका में इमरान हाश्मी, रणदीप हुड्डा, कंगना रनौत, नेहा धूपिया, अंगद बेदी, नील भुपलम और संजय दत्त हैं. भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई में बनाई गई ये अलग की तरह की फिल्म है, जिसमें अनोखे तरीके से एक गैंग भ्रष्टाचार के खिलाफ अपनी लड़ाई लड़ता है, लेकिन कानून की नजर वो सब गलत है. अभिनेता इमरान हाशमी के किरदार की अगुवाई में एक गैंग बनाया जाता है, जिसका नाम उंगली होता है. उस गैंग के लोग भ्रष्टाचार में शामिल अफसरों और नेताओं के काम में उंगली करते हैं और इस तरह उनके काले कारनामों का पर्दाफाश करते हैं. संजय दत्त इसमें एक पुलिसवाले की भूमिका में हैं.
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