मधुर भंडारकर की 'इंदु सरकार' का ट्रेलर क्या रिलीज हुआ, हंगामा हो गया. कांग्रेस प्रवक्ता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने फिल्म में कांग्रेस नेता जैसे किरदार दिखाने को लेकर भर्त्सना की थी. जवाबी हमले में मधुर ने कहा, 'पूरी फिल्म देखे बिना वे ऐसा कैसे कह सकते हैं.' रिपोर्टों पर यकीन करें तो सेंसर बोर्ड के अध्यक्ष पहलाज निहलानी का कहना है, 'अभी तक फिल्म में किसी भी नेता का नाम नहीं लिया गया है. आपातकाल पर फिल्म देखकर मुझे खुशी है. यह हमारे राजनैतिक इतिहास पर काला धब्बा है.'
यह तो एक बानगी भर है. आने वाले दिनों में बॉलीवुड ऐसे विवादों से लबरेज रहने वाला है क्योंकि अनुपम खेर मनमोहन सिंह पर लिखी गई किताब 'द एक्सिडेंटल प्राइम मिनिस्टर' पर फिल्म बना रहे हैं, और इसे लेकर सुगबुगाहट शुरू हो गई है. यही नहीं, डायरेक्टर निखिल आडवाणी ने कुछ समय पहले 'ऑपरेशन ब्लू स्टार' पर फिल्म बनाने का फैसला किया था. लेकिन अब वे इस इरादे को छोड़ चुके हैं, वजह- उनसे कहा गया कि इस प्रोजेक्ट के बाद तुम देश में रह नहीं पाओगे. लेकिन वे कुछ गर्मागर्म करना चाहते हैं सो अब उनका इरादा बटला हाउस मुठभेड़ पर फिल्म बनाने का है. और इसके लिए वे सैफ से बात भी कर रहे हैं.
पहले भी बॉलीवुड राजनैतिक विषयों पर फिल्मों की तपिश झेल चुका है. राजीव गांधी की हत्या पर 'मद्रास कैफे' (2013), 2002 के गोधरा दंगों पर 'परज़ानिया'(2007), 1984 के सिख दंगों पर 'अमु' (2005), गुलजार की 'आंधी' (1975 में बनी इस फिल्म की लीड कैरेक्टर को इंदिरा गांधी से प्रेरित बताने पर हंगामा हुआ था) और फूलन देवी के जीवन पर बनी 'बैंडिट क्वीन' (1996) कुछ मिसालें हैं. कोई भी...
मधुर भंडारकर की 'इंदु सरकार' का ट्रेलर क्या रिलीज हुआ, हंगामा हो गया. कांग्रेस प्रवक्ता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने फिल्म में कांग्रेस नेता जैसे किरदार दिखाने को लेकर भर्त्सना की थी. जवाबी हमले में मधुर ने कहा, 'पूरी फिल्म देखे बिना वे ऐसा कैसे कह सकते हैं.' रिपोर्टों पर यकीन करें तो सेंसर बोर्ड के अध्यक्ष पहलाज निहलानी का कहना है, 'अभी तक फिल्म में किसी भी नेता का नाम नहीं लिया गया है. आपातकाल पर फिल्म देखकर मुझे खुशी है. यह हमारे राजनैतिक इतिहास पर काला धब्बा है.'
यह तो एक बानगी भर है. आने वाले दिनों में बॉलीवुड ऐसे विवादों से लबरेज रहने वाला है क्योंकि अनुपम खेर मनमोहन सिंह पर लिखी गई किताब 'द एक्सिडेंटल प्राइम मिनिस्टर' पर फिल्म बना रहे हैं, और इसे लेकर सुगबुगाहट शुरू हो गई है. यही नहीं, डायरेक्टर निखिल आडवाणी ने कुछ समय पहले 'ऑपरेशन ब्लू स्टार' पर फिल्म बनाने का फैसला किया था. लेकिन अब वे इस इरादे को छोड़ चुके हैं, वजह- उनसे कहा गया कि इस प्रोजेक्ट के बाद तुम देश में रह नहीं पाओगे. लेकिन वे कुछ गर्मागर्म करना चाहते हैं सो अब उनका इरादा बटला हाउस मुठभेड़ पर फिल्म बनाने का है. और इसके लिए वे सैफ से बात भी कर रहे हैं.
पहले भी बॉलीवुड राजनैतिक विषयों पर फिल्मों की तपिश झेल चुका है. राजीव गांधी की हत्या पर 'मद्रास कैफे' (2013), 2002 के गोधरा दंगों पर 'परज़ानिया'(2007), 1984 के सिख दंगों पर 'अमु' (2005), गुलजार की 'आंधी' (1975 में बनी इस फिल्म की लीड कैरेक्टर को इंदिरा गांधी से प्रेरित बताने पर हंगामा हुआ था) और फूलन देवी के जीवन पर बनी 'बैंडिट क्वीन' (1996) कुछ मिसालें हैं. कोई भी डायरेक्टर किसी भी मंशा से फिल्म बनाए लेकिन दर्शकों को इतिहास में झांकने का मौका मिलेगा. वैसे, कामयाबी सिर्फ उसी को मिलेगी जो मनोरंजन और संदेश का संतुलन बिठा पाएगा.
आपातकाल, 1975
मिलन लूथरिया की 'बादशाहो' और मधुर भंडारकर की 'इंदु सरकार' की पृष्ठभूमि इसी दौर की है. अजय देवगन की 'बादशाहो' ऐक्शन थ्रिलर है तो 'इंदु सरकार' सोशल ड्रामा है.
पोखरण परीक्षण, 1998
राजीव गांधी की हत्या पर आधारित 'मद्रास कैफे' बनाने वाले जॉन अब्राहम का विषय परमाणु परीक्षण है. निर्माताओं का कहना है कि फिल्म इस परीक्षण से जुड़े लोगों को ट्रिब्यूट है.
द एक्सिडेंटल प्राइम मिनिस्टर, 2014
संजय बारू की विवादास्पद किताब पर अनुपम खेर फिल्म बनाने की तैयारी में हैं. उनके मनमोहन सिंह के लुक ने अपनी ओर ध्यान भी खींचा है. बारू पूर्व पीएम के मीडिया एडवाइजर रह चुके हैं. फिल्म की स्क्रिप्ट पर काम चल रहा है.
बटला हाउस एनकाउंटर, 2008
डायरेक्टर निखिल आडवाणी यूपीए सरकार के दौरान के इस विवादास्पद एनकाउंटर पर फिल्म बना सकते हैं. इसमें सैफ अली खान इंस्पेक्टर मोहन चंद शर्मा के रोल में दिख सकते हैं.
कश्मीर समस्या
कश्मीर में अशांति का दौर कायम है और मेघना गुलजार की अगली फिल्म घाटी केंद्रित हो सकती है. खबरों पर यकीन करें तो आलिया भट्ट लीड रोल में होंगी.
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