''शहीदों की चिताओं पर लगेंगे हर बरस मेले, वतन पर मरने वालों का यही बाकी निशा होगा''...अपने देश की आजादी के लिए मर मिटने वाले क्रांतिकारियों में ज्यादातर को वो सम्मान नहीं मिला है, जिसके वो हकदार थे. कुंवर सिंह, विनायक दामोदर सावरकरी, दादाभाई नौरोजी, तांतिया टोपे, के एम मुंशी, मातंगिनी हाजरा, सेनापति बापट, पोटी श्रीरामुलू, तारा रानी, कन्हैयालाल माणिकलाल मुंशी, पीर अली खान और कमलादेवी चट्टोपाध्याय जैसे कई ऐसे नाम है, जिनके बारे में हमारे इतिहासकारों ने या तो नहीं लिखा है, या फिर बहुत कम लिखा है. यही वजह है कि आजादी के दीवानों के योगदान को नई पीढ़ी नहीं जानती है.
इतिहास के पन्नों में कुछ क्रांतिकारियों के नाम दर्ज भी हैं, तो भी उनकी कहानी आधी अधूरी कही गई है. उनके बारे में सिर्फ एक घटना के प्रसंग में जिक्र किया गया है. ऐसे स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों की लिस्ट में अमर शहीद चंद्रशेखर आजाद का नाम प्रमुखता से लिया जाता है. आज उनकी अमर शहादत का दिन है. उनकी पुण्यतिथि के दिन सड़क से लेकर सोशल मीडिया तक लोग श्रद्धांजलि दे रहे हैं. देश को आजादी दिलाने के लिए अपनी शहादत देने वाले महान क्रांतिकारियों पर बॉलीवुड में बहुत कम फिल्में बनी हैं. कई क्रांतिकारी आज भी सिनेमा में गैर हाजिर हैं. इनमें से चंद्रशेखर आजाद का भी एक नाम है.
आइए चंद्रशेखर आजाद की जिंदगी पर बनी फिल्मों के बारे में जानते हैं...
1. हीरो ऑफ नेशन चंद्रशेखर आजाद
पिछले साल 25 मार्च को सिनेमाघरों में रिलीज हुई फिल्म 'हीरो ऑफ नेशन चंद्रशेखर आजाद' के बारे में बहुत कम लोग जानते हैं. इस फिल्म को दो साल के व्यापक रिसर्च के बाद कड़ी मेहनत से बनाया गया था कि अमर शहीद चंद्रशेखर आजाद की जिंदगी के उन अनछुए पहलू को दिखाया जा सके, जिसके बारे में लोग जानते नहीं हैं. लेकिन...
''शहीदों की चिताओं पर लगेंगे हर बरस मेले, वतन पर मरने वालों का यही बाकी निशा होगा''...अपने देश की आजादी के लिए मर मिटने वाले क्रांतिकारियों में ज्यादातर को वो सम्मान नहीं मिला है, जिसके वो हकदार थे. कुंवर सिंह, विनायक दामोदर सावरकरी, दादाभाई नौरोजी, तांतिया टोपे, के एम मुंशी, मातंगिनी हाजरा, सेनापति बापट, पोटी श्रीरामुलू, तारा रानी, कन्हैयालाल माणिकलाल मुंशी, पीर अली खान और कमलादेवी चट्टोपाध्याय जैसे कई ऐसे नाम है, जिनके बारे में हमारे इतिहासकारों ने या तो नहीं लिखा है, या फिर बहुत कम लिखा है. यही वजह है कि आजादी के दीवानों के योगदान को नई पीढ़ी नहीं जानती है.
इतिहास के पन्नों में कुछ क्रांतिकारियों के नाम दर्ज भी हैं, तो भी उनकी कहानी आधी अधूरी कही गई है. उनके बारे में सिर्फ एक घटना के प्रसंग में जिक्र किया गया है. ऐसे स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों की लिस्ट में अमर शहीद चंद्रशेखर आजाद का नाम प्रमुखता से लिया जाता है. आज उनकी अमर शहादत का दिन है. उनकी पुण्यतिथि के दिन सड़क से लेकर सोशल मीडिया तक लोग श्रद्धांजलि दे रहे हैं. देश को आजादी दिलाने के लिए अपनी शहादत देने वाले महान क्रांतिकारियों पर बॉलीवुड में बहुत कम फिल्में बनी हैं. कई क्रांतिकारी आज भी सिनेमा में गैर हाजिर हैं. इनमें से चंद्रशेखर आजाद का भी एक नाम है.
आइए चंद्रशेखर आजाद की जिंदगी पर बनी फिल्मों के बारे में जानते हैं...
1. हीरो ऑफ नेशन चंद्रशेखर आजाद
पिछले साल 25 मार्च को सिनेमाघरों में रिलीज हुई फिल्म 'हीरो ऑफ नेशन चंद्रशेखर आजाद' के बारे में बहुत कम लोग जानते हैं. इस फिल्म को दो साल के व्यापक रिसर्च के बाद कड़ी मेहनत से बनाया गया था कि अमर शहीद चंद्रशेखर आजाद की जिंदगी के उन अनछुए पहलू को दिखाया जा सके, जिसके बारे में लोग जानते नहीं हैं. लेकिन पर्याप्त प्रमोशन के अभाव में फिल्म बॉक्स ऑफिस पर असफल साबित हुई थी. इस फिल्म का निर्देशन धीरज मिश्र और राजा रणदीप गिरी ने किया है.
फिल्म में अहमद कबीर शादान, रितु सूद, जरीना वहाब, रजा मुराद, कविता ठाकुर, प्राची वोहरा, प्रदीप काबरा, पुनीत अग्रवाल लीड रोल में हैं. चंद्रशेखर आजाद की जिंदगी पर जो भी चुनिंदा फिल्में बनी हैं, उनमें इस फिल्म ने अपनी अलग जगह बनाई है, क्योंकि ये पूरी तरह आजाद की जिंदगी पर आधारित है और इसकी शूटिंग प्रयागराज, बनारस और लखनऊ जैसे रीयल लोकेशन पर हुई है. यदि आप देशभक्ति फिल्मों को देखना पसंद करते हैं तो आपके लिए ये एक बढ़िया फिल्म साबित हो सकती है.
2. शहीद चंद्रशेखर आजाद
साल 2020 में रिलीज हुई फिल्म 'शहीद चंद्रशेखर आजाद' का निर्देशन राजेश मित्तल ने किया है. फिल्म में रिशभ राज, अनिल धवन, अर्जुन माथुर, देवदत्त बुधोलिया, अनिल धवन और वरुण माथुर लीड रोल में हैं. फिल्म की पटकथा खुद निर्देशक राजेश मित्तल ने लिखी है. अब तक 39 से ज्यादा फिल्मों को बना चुके राजेश ने दो फिल्मों क्रांतिकारियों पर बनाई हैं. इनमें झारखंड के क्रांतिकारी बिरसा मुंडा पर 'बिरसा द ब्लैक आयरन मैन' और दूसरी फिल्म झांसी की रानी लक्ष्मीबाई के जीवन पर आधारित है. इन फिल्मों ने इन महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के जीवन के अनछुए पहलूओं को दिखाने की कोशिश की है, जिसकी हर तरफ प्रशंसा हुई है. इस फिल्म की ज्यादातर शूटिंग लखनऊ में हुई है.
3. शहीद
साल 1965 में रिलीज हुई देशभक्ति फिल्म 'शहीद' का निर्देशन एस राम शर्मा ने किया है. इसमें मनोज कुमार ने भगत सिंह का रोल किया है. वहीं 'उपकार', 'परिवार' और 'क्रांति' जैसी फिल्मों में काम कर चुके अभिनेता मनमोहन ने अमर शहीद चंद्रशेखर आजाद की भूमिका निभाई थी. उनके साथ कामिनी कौशल, प्राण, निरूपा रॉय, प्रेम चोपड़ा और अनवर हुसैन जैसे कलाकार भी अहम भूमिकाओं में हैं. इस फिल्म का संगीत प्रेम धवन द्वारा तैयार किया गया था, जिसमें कई गीत स्वतंत्रता सेनानी राम प्रसाद बिस्मिल द्वारा लिखे गए थे. इसी फिल्म से मनोज कुमार की देशभक्ति फिल्मों का सिलसिला शुरू हुआ था. इसके बाद उपकार (1967), पूरब और पश्चिम (1970) और क्रांति (1981) रिलीज हुई थी. फिल्म में
4. 23 मार्च 1931 शहीद
अजय देवगन की फिल्म 'द लीजेंड ऑफ भगत सिंह' जिस दिन रिलीज हुई उसी दिन बॉबी देओल की फिल्म '23 मार्च 1931: शहीद' भी रिलीज हुई. इस फिल्म में बॉबी देओल ने भगत सिंह की भूमिका निभाई है, तो उनके बड़े भाई सनी देओल ने चंद्र शेखर आजाद की भूमिका निभाई है. गुड्डू धनोआ के निर्देशन में बनी इस फिल्म में बॉबी और सनी के साथ अमृता सिंह, राहुल देव, सुरेश ओबेरॉय, शक्ति कपूर और दिव्या दत्ता भी अहम रोल में थे. फिल्म में फिल्म का गाना 'मेरा रंग दे बसंती...' बहुत मशहूर हुआ था.
5. द लेजेंड ऑफ भगत सिंह
साल 2002 मे भगत सिंह अचानक चर्चाओं में आ गए थे. इस साल उनके जीवन के ऊपर एक दो नहीं बल्कि पांच फिल्में बनाकर रिलीज की गई थीं. इसमें तीन फिल्में प्रमुख थी, जिनमें 'द लीजेंड ऑफ भगत सिंह' का नाम सबसे ज्यादा चर्चा में था. इस फिल्म में अजय देवगन ने भगत सिंह का रोल किया है, तो अखिलेंद्र मिश्रा ने आजाद की भूमिका निभाई है. उनके साथ सुशांत सिंह, अखिलेंद्र मिश्रा, राज बब्बर, सुनील ग्रोवर और फरीदा जलाल जैसे कलाकार भी अहम किरदारों में हैं. इस फिल्म को राजकुमार संतोषी ने निर्देशित किया है.
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