वक़्त अपडेट होने का है इसलिए बॉलीवुड भी बदल चुका है. अब वैसा बिलकुल भी नहीं है कि प्रोड्यूसर डायरेक्टर 'फिल्म' के नाम पर कुछ भी परोस दें और दर्शक उसे देखने के लिए भागे-भागे थियेटर की तरफ आ जाएंगे. जहां अच्छा काम हो रहा है वहां सिने प्रेमी तारीफ कर रहे हैं वहीं जो फिल्म घटिया है या फिर ऐसी फिल्म जिसकी कहानी बोझिल है उसकी जमकर आलोचना हो रही है. दौर क्योंकि बायकॉट बॉलीवुड का है और नेपोटिज्म से लेकर तमाम अलग अलग बातों को फैंस ने मुद्दा बना लिया है इसलिए सबसे ज्यादा गाज अगर किसी पर गिर रही है तो वो एक्टर्स हैं. तो क्या वाक़ई एक्टर्स जिम्मेदार हैं? या फिर फिल्म चाहे हिट हो या फ्लॉप उसका सारा ठीकरा एक्टर्स के सिर पर फोड़ देना चाहिए? एक ऐसे वक़्त में जब एक्टर्स संकट में हों, उनके बचाव में प्रियंका चोपड़ा आई हैं और उन्होंने बड़ी ही बेबाकी के साथ कई सवालों के जवाब दिए हैं. दिलचस्प ये कि अपनी बातों में प्रियंका ने क्रेडिट को आधार बनाकर बहुत बड़े सच का खुलासा इसलिए भी किया क्योंकि कहीं न कहीं अभी के वक़्त में ये उनकी मज़बूरी भी है. भले ही प्रियंका ने मजबूरी में सच बोल दिया हो लेकिन अब बॉलीवुड का उनकी बातों के बाद दो वर्गों में बंटना तय है.
इस बात में संदेह की कोई गुंजाईश नहीं है कि प्रियंका चोपड़ा भारतीय सिनेमा का वो सितारा है जो किसी परिचय की मोहताज नहीं हैं. प्रियंका जितनी सफल बॉलीवुड में हैं, क्वांटिको के साथ वो अंतरराष्ट्रीय दर्शकों को प्रभावित करने में भी कामयाब रही हैं. अभी हाल में ही प्रियंका ने एक इंटरव्यू दिया है और एक्टर्स को मिलने वाले क्रेडिट पर बात की है. प्रियंका का मानना है कि अक्सर ही किसी फिल्म के कारणवश एक्टर्स को उनके...
वक़्त अपडेट होने का है इसलिए बॉलीवुड भी बदल चुका है. अब वैसा बिलकुल भी नहीं है कि प्रोड्यूसर डायरेक्टर 'फिल्म' के नाम पर कुछ भी परोस दें और दर्शक उसे देखने के लिए भागे-भागे थियेटर की तरफ आ जाएंगे. जहां अच्छा काम हो रहा है वहां सिने प्रेमी तारीफ कर रहे हैं वहीं जो फिल्म घटिया है या फिर ऐसी फिल्म जिसकी कहानी बोझिल है उसकी जमकर आलोचना हो रही है. दौर क्योंकि बायकॉट बॉलीवुड का है और नेपोटिज्म से लेकर तमाम अलग अलग बातों को फैंस ने मुद्दा बना लिया है इसलिए सबसे ज्यादा गाज अगर किसी पर गिर रही है तो वो एक्टर्स हैं. तो क्या वाक़ई एक्टर्स जिम्मेदार हैं? या फिर फिल्म चाहे हिट हो या फ्लॉप उसका सारा ठीकरा एक्टर्स के सिर पर फोड़ देना चाहिए? एक ऐसे वक़्त में जब एक्टर्स संकट में हों, उनके बचाव में प्रियंका चोपड़ा आई हैं और उन्होंने बड़ी ही बेबाकी के साथ कई सवालों के जवाब दिए हैं. दिलचस्प ये कि अपनी बातों में प्रियंका ने क्रेडिट को आधार बनाकर बहुत बड़े सच का खुलासा इसलिए भी किया क्योंकि कहीं न कहीं अभी के वक़्त में ये उनकी मज़बूरी भी है. भले ही प्रियंका ने मजबूरी में सच बोल दिया हो लेकिन अब बॉलीवुड का उनकी बातों के बाद दो वर्गों में बंटना तय है.
इस बात में संदेह की कोई गुंजाईश नहीं है कि प्रियंका चोपड़ा भारतीय सिनेमा का वो सितारा है जो किसी परिचय की मोहताज नहीं हैं. प्रियंका जितनी सफल बॉलीवुड में हैं, क्वांटिको के साथ वो अंतरराष्ट्रीय दर्शकों को प्रभावित करने में भी कामयाब रही हैं. अभी हाल में ही प्रियंका ने एक इंटरव्यू दिया है और एक्टर्स को मिलने वाले क्रेडिट पर बात की है. प्रियंका का मानना है कि अक्सर ही किसी फिल्म के कारणवश एक्टर्स को उनके पोटेंशिअल से कहीं ज्यादा क्रेडिट मिल जाता है. प्रियंका ने ये भी कहा कि कभी कभी एक्टर्स को बहुत ज्यादा कुछ नहीं करना पड़ता क्योंकि वे केवल किसी और की स्क्रिप्ट को जीवन में लाते हैं.
प्रियंका चोपड़ा का फंडा एकदम क्लियर हे - एक्टर्स 'कुछ नहीं करते'
प्रियंका चोपड़ा, जो हाल ही में अपनी भारत यात्रा के कारण सुर्खियों में थीं, ने कहा है कि वह उस सफलता का बहुत अधिक श्रेय नहीं ले सकती हैं जो एक प्रोजेक्ट पर काम करते समय अभिनेताओं के 'कुछ नहीं' करने के कारण मिली है. प्रियंका ने कहा है कि कलाकार केवल एक स्क्रिप्ट और दूसरों द्वारा गाए गए लिप-सिंक गीतों का अनुसरण करते हैं.
अपने इंटरव्यू में प्रियंका ने इस बात पर भी बल दिया कि वर्तमान समय में ज्यादातर एक्टर्स फिल्मों की मार्केटिंग में भूमिका निभाते हैं. हो सकता है कि बतौर दर्शक प्रियंका की बातें आपको थोड़ा विचलित करें और आप उनपर संदेह जताएं. तो आइये कुछ और बात करने से पहले उस इंटरव्यू को समझ लिया जाए.
टीवी पर्सनालिटी जेनिस सिक्वेरा से बात करते हुए प्रियंका ने कहा कि, हम किसी और के शब्दों को कहते हैं, हम उस स्क्रिप्ट पर काम कर रहे हैं जो किसी और के द्वारा लिखी गई है, हम लिप-सिंक कर रहे हैं और ऐसे गाने गा रहे हैं जो किसी और की आवाज़ में हैं. हम ऐसे डांस स्टेप्स कर रहे हैं जिन्हें किसी और ने कोरियोग्राफ किया है. हम मार्केटिंग कर रहे हैं. यहां सवाल किसी और से पूछे जाते हैं. हम किसी और के कपडे पहनते हैं. हमारे मेक अप से लेकर बालों की स्टाइलिंग तक हर काम किसी दूसरे द्वारा किया गया होता है. इतनी बातों के बाद प्रियंका ने प्रश्न उठाया कि मैं खुद क्या कर रही हूं
क्रेडिट पर प्रियंका अपना पक्ष रख चुकी हैं जाहिर है उनकी बातें कुछ लोगों को अच्छी लगेंगी तो वहीं ऐसे भी लोग होंगे जो पूर्ण या आंशिक रूप से उनसे असहमत होंगे. ऐसे में एक बड़ा सवाल ये है कि आखिर प्रियंका द्वारा इस बात को कहने की जरूरत क्या थी? कारण वहीं है जिसका जिक्र हमने ऊपर किया. जैसा दौर चल रहा है बायकॉट बॉलीवुड का ट्रेंड जोरों पर है. फिल्म कैसी भी हो भले ही उसका डायरेक्टर और स्क्रिप्ट राइटर कोई भी हो लेकिन फिल्म का विरोध करने वाले लोगों को सिर्फ एक्टर ही दिखाई दे रहा है.
उपरोक्त बातों को अगर उदाहरण के जरिये समझना हो तो हम हालिया रिलीज फिल्म लाल सिंह चड्ढा का रुख कर सकते हैं. फिल्म कैसी रही हो? इसमें कौन था? इसे निर्देशित किसने किया इससे किसी को कोई मतलब नहीं था. फिल्म में आमिर खान थे और फिल्म का विरोध होना था. हो गया. उसके बाद बॉक्स ऑफिस पर जैसा हाल फिल्म का हुआ उसपर कुछ बहुत ज्यादा कहने की जरूरत नहीं है.
फिल्म की दुर्दशा को लेकर आप किसी ऐसे व्यक्ति का रुख कीजिये जिसे फिल्मों की कोई समझ न हो तो वो भी यही कहेगा कि फिल्म की बर्बादी के जिम्मेदार आमिर ही हैं. ऐसे में जिस तरह प्रियंका सामने आई हैं और क्रेडिट को लेकर उन्होंने अपनी बात कही है साफ़ है कि अपनी बातों से वो एक्टर्स को बचाना चाह रही हैं.
बहरहाल, क्योंकि बहुत दिनों के बाद प्रियंका का कोई बयां सामने आया है तो ऐसा भी है कि विदेश जाने के बाद प्रियंका बिल्कुल खाली हैं. वर्क फ्रंट पर प्रियंका महत्वपूर्ण दौर से गुजर रही हैं. देसी गर्ल को आखिरी बार 2021 में कीनू रीव्स अभिनीतThe Matrix Resurrections में देखा गया था. प्रियंका जल्द ही हमें रोमांटिक ड्रामा लव अगेन में दिखाई देंगी जिसका शीर्षक पहले इट्स ऑल कमिंग बैक टू मी था, जिसे जेम्स सी स्ट्रॉस ने लिखा और निर्देशित किया था है.
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