ट्विटर पर ब्रह्मास्त्र के खिलाफ जारी कैम्पेन लगभग आमिर खान की लाल सिंह चड्ढा की तरह ही बहुत व्यापक और मजबूत है. रणबीर कपूर-आलिया भट्ट स्टारर फिल्म अगले महीने 9 सितंबर को रिलीज होगी. मगर रिलीज से बहुत पहले ही सोशल मीडिया पर करण जौहर के धर्मा प्रोडक्शन की अयान मुखर्जी निर्देशित फिल्म से जुड़े तमाम हैशटैग ट्विटर पर टॉप ट्रेंड में दिख रहे. विरोध कितना मजबूत है इसका अंदाजा सिर्फ इसी बात से लगाया जा सकता है कि #BoycottBrahmastra #Brahmastra #RanbirKapoor #AliaBhatt और #BoycottBollywood पर लाखों की संख्या में ट्वीट, रीट्वीट और प्रतिक्रियाएं आ रही हैं.
अब तमाम ट्रेंड पर आ रही प्रतिक्रियाओं को खंगाला जाए तो ब्रह्मास्त्र को लेकर लोगों की 'चार्जशीट' तगड़ी है और आरोपों की फेहरिस्त भी बहुत लंबी चौड़ी. लगभग वैसी ही वैसे ही पुरानी चीजें सामने आ रही हैं जिस तरह आमिर की लाल सिंह चड्ढा को लेकर दिखी थी. आइए जानते हैं सोशल मीडिया पर लोग किन वजहों से ब्रह्मास्त्र का विरोध कर रहे हैं और लाल सिंह चड्ढा, लाइगर के बाद बॉलीवुड निर्माता और स्टार्स की ब्रह्मास्त्र को नहीं देखने की अपील कर रहे हैं. ये दूसरी बात है कि फिल्म और उससे जुड़े क्रू का तमाम आरोपों से कोई लेना देना नहीं. मगर पर्ची उनके सिर फाड़ी जा रही.
तमाम ट्रोल्स ग्रुप भी सक्रिय हैं. वैसे किसी फिल्म का इस तरह विरोध किया जाना ठीक नहीं है. आइए लोगों द्वारा लगाए गए आरोपों पर बात करते हैं.
#1. आलिया भट्ट के परिवार की वजह से
आलिया भट्ट के परिवार से जुड़े तमाम आरोपों को लेकर ब्रह्मास्त्र का विरोध किया जा रहा है. आलिया, महेश भट्ट और सोनी राजदान की पत्नी हैं. महेश भट्ट पर हिंदू फोबिक होने के आरोप लग रहे हैं. उनके तमाम बयान चर्चाओं में हैं. महेश भट्ट की कई तस्वीरें भी वायरल हैं जिसके जरिए यह बताने की कोशिश की जा रही है कि वह मुस्लिम परस्त हैं. उनकी एक तस्वीर भगोड़े इस्लामिक स्कॉलर जाकिर नाइक के साथ की भी है.
मां सोनी राजदान की वजह से भी आलिया की फिल्म को निगेटिव कैम्पेन का सामना...
ट्विटर पर ब्रह्मास्त्र के खिलाफ जारी कैम्पेन लगभग आमिर खान की लाल सिंह चड्ढा की तरह ही बहुत व्यापक और मजबूत है. रणबीर कपूर-आलिया भट्ट स्टारर फिल्म अगले महीने 9 सितंबर को रिलीज होगी. मगर रिलीज से बहुत पहले ही सोशल मीडिया पर करण जौहर के धर्मा प्रोडक्शन की अयान मुखर्जी निर्देशित फिल्म से जुड़े तमाम हैशटैग ट्विटर पर टॉप ट्रेंड में दिख रहे. विरोध कितना मजबूत है इसका अंदाजा सिर्फ इसी बात से लगाया जा सकता है कि #BoycottBrahmastra #Brahmastra #RanbirKapoor #AliaBhatt और #BoycottBollywood पर लाखों की संख्या में ट्वीट, रीट्वीट और प्रतिक्रियाएं आ रही हैं.
अब तमाम ट्रेंड पर आ रही प्रतिक्रियाओं को खंगाला जाए तो ब्रह्मास्त्र को लेकर लोगों की 'चार्जशीट' तगड़ी है और आरोपों की फेहरिस्त भी बहुत लंबी चौड़ी. लगभग वैसी ही वैसे ही पुरानी चीजें सामने आ रही हैं जिस तरह आमिर की लाल सिंह चड्ढा को लेकर दिखी थी. आइए जानते हैं सोशल मीडिया पर लोग किन वजहों से ब्रह्मास्त्र का विरोध कर रहे हैं और लाल सिंह चड्ढा, लाइगर के बाद बॉलीवुड निर्माता और स्टार्स की ब्रह्मास्त्र को नहीं देखने की अपील कर रहे हैं. ये दूसरी बात है कि फिल्म और उससे जुड़े क्रू का तमाम आरोपों से कोई लेना देना नहीं. मगर पर्ची उनके सिर फाड़ी जा रही.
तमाम ट्रोल्स ग्रुप भी सक्रिय हैं. वैसे किसी फिल्म का इस तरह विरोध किया जाना ठीक नहीं है. आइए लोगों द्वारा लगाए गए आरोपों पर बात करते हैं.
#1. आलिया भट्ट के परिवार की वजह से
आलिया भट्ट के परिवार से जुड़े तमाम आरोपों को लेकर ब्रह्मास्त्र का विरोध किया जा रहा है. आलिया, महेश भट्ट और सोनी राजदान की पत्नी हैं. महेश भट्ट पर हिंदू फोबिक होने के आरोप लग रहे हैं. उनके तमाम बयान चर्चाओं में हैं. महेश भट्ट की कई तस्वीरें भी वायरल हैं जिसके जरिए यह बताने की कोशिश की जा रही है कि वह मुस्लिम परस्त हैं. उनकी एक तस्वीर भगोड़े इस्लामिक स्कॉलर जाकिर नाइक के साथ की भी है.
मां सोनी राजदान की वजह से भी आलिया की फिल्म को निगेटिव कैम्पेन का सामना करना पड़ रहा है. खासकर सोनी राजदान का वह बयान खूब वायरल हो रहा जिसमें उन्होंने पाकिस्तान चले जाने को बेहतर करार दिया था.
मुंबई पर खौफनाक आतंकी हमलों में अहम किरदार रहे आतंकी डेविड हेडली के साथ भट्ट परिवार के पुराने कनेक्शन को लेकर भी आलिया की फिल्म पर निशाना साधा जा रहा है. महेश भट्ट का बेटा और आलिया का भाई राहुल, डेविड का दोस्त था. और उसने कहा था वह कभी डेविड हेडली में अपने पिता की छवि देखता था. हालांकि राहुल ने यह भी बताया था कि उसे पहले नहीं पता था कि डेविड आतंकवादी है.
इस्लामिक पत्रकार और संघ और भाजपा के खिलाफ अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर हमेशा आवाज उठाने वाली राणा अयूब को भी भट्ट परिवार की ओर से कथित फंड देने के आरोप भी सामने आ रहे हैं. तमाम ट्रेंड में एक फोटो खूब वायरल है जिसमें आलिया उनकी सौतेली बड़ी बहन पूजा भट्ट और राणा अयूब नजर आ रही हैं. राणा एक सोफे पर बैठी हैं जबकि दोनों बहाने उनके पीछे खड़ी होकर मुस्कुरा रही हैं.
इनके अलावा हाल ही में आलिया का वह बयान भी खूब वायरल है जिसमें अभिनेत्री ने कहा था कि अगर हम पसंद नहीं हैं तो हमें देखते ही क्यों हो. इस तरह के ढेरो बयान हैं जिनकी वजह से आलिया और उनकी फिल्म ब्रह्मास्त्र नहीं देखने की अपील की जा रही है.
#2. रणबीर कपूर की वजह से
बॉलीवुड के विरोध में यह भी देखने को मिल रहा था कि हिंदी सिनेमा में पंजाबी परिवारों खासकर मौजूदा पाकिस्तान से आने वाले लोगों की कथित मनमानी भी एक मुद्दा है. लोगों का आरोप है कि इन पंजाबी परिवारों ने सिनेमा पर अपने वर्चस्व का दुरुपयोग किया है. रणबीर कपूर का खानदान भी बॉलीवुड के दिग्गज परिवारों में शुमार है जो मूलत: पेशावर से है. कई लोग पंजाबी वर्चस्व को ख़त्म करने के लिए ब्रह्मास्त्र को नहीं देखने की अपील कर रहे हैं.
रणबीर के इंटरव्यू का एक वीडियो बहुत वायरल है. असल में इंटरव्यू में रणबीर अपने पसंदीदा व्यंजनों के बारे में बता रहे हैं. एक्टर कह रहे हैं कि उन्हें मटन, पाया, बीफ, रेड बीफ पसंद है. यहां तक कि वो बीफ के दीवाने हैं. बीफ के बहाने ब्रह्मास्त्र का विरोध किया जा रहा है.
ब्रह्मास्त्र का विरोध करने के लिए पीके के भी कुछ विजुअल का सहारा लिया जा रहा है. असल में धार्मिक पाखंड पर प्रहार करने वाली पीके के क्लाइमैक्स में आमिर खान के साथ रणबीर कपूर भी नजर आए थे. कथित तौर पर देवी देवताओं का मजाक उड़ाने वाला बताते हुए इसकी आलोचना की जा रही है.
अभी कुछ दिन पहले ब्रह्मास्त्र से एक विजुअल सामने आया था जिसमें रणबीर जूते पहनकर घंटा बजाते नजर आए थे. मंदिर में कथित किसिंग सीन की तस्वीरें भी साझा कर हिंदू विरोधी स्टार्स की फिल्म ना देखने की अपीलें हो रही हैं.
#3. करण जौहर की वजह से
ब्रह्मास्त्र को करण जौहर के बैनर धर्मा प्रोडक्शन ने बनाया है. स्वाभविक रूप से उनकी वजह से भी फिल्म का तगड़ा विरोध हो रहा है. हिंदी, त्योहारों और भारतीय संस्कृति को लेकर करण जौहर के बयानों के मीम्स साझा हो रहे.
उन्हें बॉलीवुड में नेपोटिज्म का सबसे बड़ा मठाधीश करार दिया जा रहा है. सुशांत सिंह राजपूत जैसे तमाम एक्टर्स का करियर तबाह करने वाला बताया जा रहा है. करण जौहर पर पाकिस्तान परस्ती का आरोप लग रहा और कहा जा रहा कि 'माई नेम इज खान' जैसी फिल्मों के जरिए उन्होंने हमेशा इस्लाम के अच्छे और मानवीय चेहरे को परोसा है. जबकि फिल्मों में हिंदूफोबिक नजर आते हैं और ऐसी चीजों को फिल्मों के जरिए खूब बढ़ावा दिया है जो भारत और भारतीय संस्कृति का विरोध करती हैं या फिर मजाक उड़ाती हैं.
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