आज लेडी रणधीर कपूर यानी करिश्मा का जन्मदिन है. करिश्मा के बारे में बात करते ही सामने आती है वो चुलबुली सी लड़की जिसने एक्टिंग की दुनिया में नाम कमाया. कपूर खानदान की वो चिराग जिसे अपने दम पर नाम कमाया. कपूर खानदान की होने के बाद भी करिश्मा कपूर को अपनी पहचान बनाने में काफी संघर्ष करना पड़ा. धीरे-धीरे स्ट्रगल के साथ करिश्मा ने वो कर दिखाया था जो कोई और नहीं कर सका. करिश्मा कपूर वो नाम बना जिसने कपूर खानदान की पहली सुपर हिट हिरोइन होने का गौरव हासिल किया. करिश्मा से पहले सिर्फ संजना कपूर ने ही फिल्मों में काम किया था, लेकिन वो भी ज्यादा नाम नहीं हासिल कर पाईं. कपूर खानदान की पहली महिला स्टार का खिताब तो करिश्मा के नाम ही है. करिश्मा ने अपने फिल्मी सफर में ये बता दिया कि सिर्फ स्टार किड होने से ही कुछ नहीं होता बल्कि मेहनत से ही आगे बढ़ते हैं.
कैसे पड़ा लेडी रणधीर कपूर नाम..
करिश्मा कपूर की शुरुआती फिल्म के बाद लोग उन्हें लेडी रणधीर कपूर कहकर चिढ़ाते लगे, उन्हें लड़के जैसी शक्ल वाली हिरोइन कहा जाता था, लेकिन करिश्मा को देखें तो ये साबित होता है कि उन्होंने कभी इन तानों की परवाह नहीं की. करिश्मा कपूर ने ये साबित कर दिया कि वे बेहद खूबसूरत अदाकारा हैं.
फिल्म प्रेम कैदी (1991) से उन्होंने अपने फिल्मी करियर की शुरुआत की थी. करिश्मा को बॉबी देओल के साथ लांच करने की योजना बनाई जा रही थी, लेकिन बॉबी की फिल्म शुरू होने में वक्त था इसलिए करिश्मा ने इंतजार करना ठीक नहीं समझा और प्रेम कैदी की. ये वो दौर था जब हिरोइनों के लिए फिल्मों में करने को कुछ ज्यादा होता नहीं था. न इस दौर में 50-70-80 के दशक वाली बात थी कि हिरोइन को 'मदर इंडिया' और 'चालबाज़' बना दिया जाए और न ही इस दौर में आज जैसा खुलापन था जो हिरोइनों को कोई खास रोल करने की...
आज लेडी रणधीर कपूर यानी करिश्मा का जन्मदिन है. करिश्मा के बारे में बात करते ही सामने आती है वो चुलबुली सी लड़की जिसने एक्टिंग की दुनिया में नाम कमाया. कपूर खानदान की वो चिराग जिसे अपने दम पर नाम कमाया. कपूर खानदान की होने के बाद भी करिश्मा कपूर को अपनी पहचान बनाने में काफी संघर्ष करना पड़ा. धीरे-धीरे स्ट्रगल के साथ करिश्मा ने वो कर दिखाया था जो कोई और नहीं कर सका. करिश्मा कपूर वो नाम बना जिसने कपूर खानदान की पहली सुपर हिट हिरोइन होने का गौरव हासिल किया. करिश्मा से पहले सिर्फ संजना कपूर ने ही फिल्मों में काम किया था, लेकिन वो भी ज्यादा नाम नहीं हासिल कर पाईं. कपूर खानदान की पहली महिला स्टार का खिताब तो करिश्मा के नाम ही है. करिश्मा ने अपने फिल्मी सफर में ये बता दिया कि सिर्फ स्टार किड होने से ही कुछ नहीं होता बल्कि मेहनत से ही आगे बढ़ते हैं.
कैसे पड़ा लेडी रणधीर कपूर नाम..
करिश्मा कपूर की शुरुआती फिल्म के बाद लोग उन्हें लेडी रणधीर कपूर कहकर चिढ़ाते लगे, उन्हें लड़के जैसी शक्ल वाली हिरोइन कहा जाता था, लेकिन करिश्मा को देखें तो ये साबित होता है कि उन्होंने कभी इन तानों की परवाह नहीं की. करिश्मा कपूर ने ये साबित कर दिया कि वे बेहद खूबसूरत अदाकारा हैं.
फिल्म प्रेम कैदी (1991) से उन्होंने अपने फिल्मी करियर की शुरुआत की थी. करिश्मा को बॉबी देओल के साथ लांच करने की योजना बनाई जा रही थी, लेकिन बॉबी की फिल्म शुरू होने में वक्त था इसलिए करिश्मा ने इंतजार करना ठीक नहीं समझा और प्रेम कैदी की. ये वो दौर था जब हिरोइनों के लिए फिल्मों में करने को कुछ ज्यादा होता नहीं था. न इस दौर में 50-70-80 के दशक वाली बात थी कि हिरोइन को 'मदर इंडिया' और 'चालबाज़' बना दिया जाए और न ही इस दौर में आज जैसा खुलापन था जो हिरोइनों को कोई खास रोल करने की भूमिका दें.
इस समय भी करिश्मा ने 'फिज़ा' और 'जुबैदा' जैसी फिल्में की जिन्हें न सिर्फ तब बल्कि अब भी सराहा जाता है. करिश्मा ने कॉमेडी फिल्मों में भी अपना झंडा गाड़ा. डेविड धवन के लिए तो जैसे करिश्मा और गोविंदा की जोड़ी हिट ही हो गई थी. राजा बाबू के बाद कुली नंबर वन, हीरो नंबर वन, जुड़वां, बीवी नंबर 1, दुल्हन हम ले जाएंगे जैसी कई हिट फिल्में करिश्मा ने दी.
पर सबसे ज्यादा चर्चित रही करिश्मा की फिल्म राजा हिंदुस्तानी जिसमें करिश्मा कॉमेडी नहीं बल्कि सैड मूड में थीं. दिल तो पागल है फिल्म में करिश्मा ने जलन भरी एक्टिंग भी की जिस फिल्म को काफी सराहना मिली.
बोल्ड एंड ब्यूटीफुल..
करिश्मा ने कभी भी बोल्ड छवि से परहेज़ नहीं किया. फिल्म राजा हिंदुस्तानी में करिश्मा ने पहली बार आमिर के साथ लिप लॉक किया. इसकी चर्चा आज भी होती है. गोविंदा के साथ 'सरकाई लो खटिया' गाने को लेकर भी उन्हें कई लोगों ने टोका, लेकिन वो गाना भी बना और आज उस गाने को कल्ट स्टेटस भी मिल चुका है.
करिश्मा कपूर वो जिंदादिल अभिनेत्री रही हैं जिन्होंने अपनी पर्सनल और प्रोफेश्नल दोनों ही लाइफ में काफी स्ट्रगल किया है, लेकिन फिर भी उनके जज्बे को कुछ भी कम नहीं कर पाया.
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