600 सिनेमाघरों में करीब 1000 स्क्रीन्स पर अगर बॉलीवुड की कोई फिल्म पहले दिन 2.75 से 3.25 करोड़ की कमाई करे तो क्या उसे बेहतरीन कहा जा सकता है? वह भी तब जब फिल्म के टिकट 250 से बहुत कम सिर्फ 75 रुपये में बेंचे गए हों और फिल्म का बजट भी 10 करोड़ के आसपास हो. हां, 10 करोड़ के बजट में बनी फिल्म वह भी 'ब्रह्मास्त्र' से उलट बिना तामझाम भरे प्रमोशन के बाद सिर्फ हिंदी बेल्ट से पहले दिन 3 करोड़ से ज्यादा कमाई निकाले तो उसे ईमानदारी से ब्लॉकबस्टर मान लेना चाहिए. हम आर बाल्की के लेखन निर्देशन में आई 'चुप: रिवेंज ऑफ़ द आर्टिस्ट' के बारे में बात कर रहे हैं.
सनी देओल और दुलकर सलमान स्टारर फिल्म ने टिकट खिड़की पर अपेक्षाओं से कहीं बेहतर प्रदर्शन करते नजर आ रही है. 400 करोड़ से ज्यादा बजट में बनी ब्रह्मास्त्र से चुप के कमाई की तुलना की जाए तो समझ में आता है कि आर बाल्की की फिल्म करण जौहर के निर्माण में आई फिल्म से कितने गुना ज्यादा ताकतवर है. इंडियन एक्सप्रेस की एक ट्रेड रिपोर्ट के मुताबिक़ ब्रह्मास्त्र को पहले दिन 5000 से ज्यादा सिनेमाघरों में रिलीज किया गया था. तमाम रिपोर्ट्स का अनुमान है कि देशभर में पैन इंडिया रिलीज हुई फिल्म को कई हजार स्क्रीन्स पर दिखाया गया. बावजूद देसी बॉक्स ऑफिस पर फिल्म पहले दिन मात्र 36 करोड़ का अनुमानित कलेक्शन निकाल पाई थी. जबकि टिकटों की कीमत भी बहुत ज्यादा थी.
पहले दिन चुप की कमाई हर लिहाज से उल्लेखनीय
चुप ने मात्र 600 सिनेमाघरों में 1000 स्क्रीन्स पर शोकेसिंग के जरिए ही पहले दिन अपने बजट का लगभग 30 प्रतिशत से ज्यादा लागत निकाल ली है. पहले दिन की कमाई 3.06 करोड़ है. यदि फिल्म का बजट 10 करोड़ माना जाए. अगर फ़िल्म का बजट इससे दोगुना...
600 सिनेमाघरों में करीब 1000 स्क्रीन्स पर अगर बॉलीवुड की कोई फिल्म पहले दिन 2.75 से 3.25 करोड़ की कमाई करे तो क्या उसे बेहतरीन कहा जा सकता है? वह भी तब जब फिल्म के टिकट 250 से बहुत कम सिर्फ 75 रुपये में बेंचे गए हों और फिल्म का बजट भी 10 करोड़ के आसपास हो. हां, 10 करोड़ के बजट में बनी फिल्म वह भी 'ब्रह्मास्त्र' से उलट बिना तामझाम भरे प्रमोशन के बाद सिर्फ हिंदी बेल्ट से पहले दिन 3 करोड़ से ज्यादा कमाई निकाले तो उसे ईमानदारी से ब्लॉकबस्टर मान लेना चाहिए. हम आर बाल्की के लेखन निर्देशन में आई 'चुप: रिवेंज ऑफ़ द आर्टिस्ट' के बारे में बात कर रहे हैं.
सनी देओल और दुलकर सलमान स्टारर फिल्म ने टिकट खिड़की पर अपेक्षाओं से कहीं बेहतर प्रदर्शन करते नजर आ रही है. 400 करोड़ से ज्यादा बजट में बनी ब्रह्मास्त्र से चुप के कमाई की तुलना की जाए तो समझ में आता है कि आर बाल्की की फिल्म करण जौहर के निर्माण में आई फिल्म से कितने गुना ज्यादा ताकतवर है. इंडियन एक्सप्रेस की एक ट्रेड रिपोर्ट के मुताबिक़ ब्रह्मास्त्र को पहले दिन 5000 से ज्यादा सिनेमाघरों में रिलीज किया गया था. तमाम रिपोर्ट्स का अनुमान है कि देशभर में पैन इंडिया रिलीज हुई फिल्म को कई हजार स्क्रीन्स पर दिखाया गया. बावजूद देसी बॉक्स ऑफिस पर फिल्म पहले दिन मात्र 36 करोड़ का अनुमानित कलेक्शन निकाल पाई थी. जबकि टिकटों की कीमत भी बहुत ज्यादा थी.
पहले दिन चुप की कमाई हर लिहाज से उल्लेखनीय
चुप ने मात्र 600 सिनेमाघरों में 1000 स्क्रीन्स पर शोकेसिंग के जरिए ही पहले दिन अपने बजट का लगभग 30 प्रतिशत से ज्यादा लागत निकाल ली है. पहले दिन की कमाई 3.06 करोड़ है. यदि फिल्म का बजट 10 करोड़ माना जाए. अगर फ़िल्म का बजट इससे दोगुना भी माना जाए तो भी बॉलीवुड फिल्मों के लिहाज से यह उल्लेखनीय कमाई है. खासबात यह भी है कि टिकटों के दाम भी तो मात्र 75 रुपये था. कुल मिलाकर बाल्की की थ्रिलर ड्रामा के लिए दर्शकों में एक जनमत बना दिख रहा है. और इसका फायदा फिल्म को हो तरह है.
यह जनमत का ही असर है कि चुप ने पहले दिन एडवांस टिकटों को बेंचने के मामले में बॉलीवुड और दक्षिण की तमाम बड़ी फिल्मों को पीछे छोड़ दिया. बॉलीवुड हंगामा के मुताबिक़ चुप ने रिलीज के दिन लगभग चार लाख के आसपास एडवांस में टिकटों को बेंचने में सफलता हासिल की. इस तरह फिल्म ब्रह्मास्त्र के बाद एडवांस में सबसे ज्यादा टिकट बेंचने वाली दूसरी फिल्म बन चुकी है. चुप ने इस मामले में रनवे 34, जर्सी, जयेशभाई जोरदार, भूल भुलैया 2, जुग जुग जियो, गंगूबाई काठियावाड़ी, द कश्मीर फाइल्स, आरआरआर, लाइगर और सम्राट पृथ्वीराज जैसी ना जाने कितनी बड़ी फिल्मों को पछाड़ दिया है.
चुप की भारी डिमांड, बढ़ाई जा रही सिनेमाघरों की संख्या
इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट की मानें तो फिल्म को लेकर जनमत इतना जबरदस्त है कि भारी डिमांड के बाद चुप के थियेटर्स की संख्या 600 से 800 तक बढ़ा दी गई है. साफ़ है कि चुप का सीधा असर दो हफ़्तों से सिनेमाघरों पर कब्जा बनाने वाली ब्रह्मास्त्र पर असर डालेगी. जिस तरह फिल्म के लिए दर्शक निकल रहे हैं एग्जीबिटर्स को स्क्रीन्स की संख्या बढ़ानी पड़ेगी. वैसे दूसरे दिन के लिए भी एडवांस बुकिंग में मूवी देखने वालों की पहली पसंद के रूप में चुप का स्पष्ट रुझान दिख रहा है. आईचौक ने दिल्ली एनसीआर जैसे मल्टीप्लेक्स में फिल्म के अलग अलग शोज की एडवांस बुकिंग चेक की तो सभी शोज लगभग हाउसफुल नजर आ रहे हैं.
चुप के लिहाज से यह बहुत अच्छा संकेत है. हालांकि टिकटों के दाम दूसरे दिन बढ़ा दिए गए हैं. पहले दिन नेशनल सिनेमा डे की वजह से टिकटों की दरें कम रखी गई थीं. नोएडा में कुछ मल्टीप्लेक्स का हाल जानना चाहें तो यहं क्लिक कर बुक माई शोज पर चुप का हाल खुद चेक कर सकते हैं.
जिस तरह दूसरे दिन चुप की एडवांस बुकिंग हो रही है और टिकटों के दाम बढ़ गए हैं, फिल्म का कलेक्शन में जबरदस्त उछाल नजर आने वाला है. चुप की कमाई कुछ इस तरह भी सामने आ सकती है जो ट्रेड विश्लेषकों की हैरानी का विषय बन जाए. फिल्म को लेकर माहौल बन चुका है. चुप के बिजनेस पर नजर रहनी चाहिए.
इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.