अपने दमदार अभिनय से दर्शकों के दिलों में अपनी खास जगह बनाने वाली कंगना रनौत अपने बेबाक बोल की वजह से अक्सर विवादों में रहती हैं. यही वजह है कि उनको कंट्रोवर्सी क्वीन का खिताब मिला हुआ है. अभी कुछ दिन पहले ही राष्ट्रपति भवन में आयोजित पद्म अवॉर्ड सेरेमनी में कंगना को पद्मश्री अवॉर्ड दिया गया था. कला के क्षेत्र में उनके योगदान को देखते हुए भारत के चौथे सबसे सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार से सम्मानित किया गया. उनके फैंस अभी इस सम्मान की खुशी मना ही रहे थे कि उन्होंने एक विवादित बयान देकर सनसनी फैला दी है. उनके बयान की वजह से सड़क से लेकर सोशल मीडिया तक बवाल हो रहा है.
दरअसल, बॉलीवुड एक्ट्रेस कंगना रनौत एक निजी चैनल के कार्यक्रम में भारत के स्वतंत्रता संग्राम के बारे में सावरकर, लक्ष्मीबाई और नेताजी बोस को याद करते हुए कहा था, ''ये लोग जानते थे कि खून बहेगा, लेकिन यह हिंदुस्तानी खून नहीं होना चाहिए. वे इसे जानते थे. बेशक, उन्हें एक पुरस्कार दिया जाना चाहिए. वह आजादी नहीं थी, वो भीख थी. हमें 2014 में असली आजादी मिली है.'' इस बयान के जरिए कंगना साबित करना चाहती थी कि साल 2014 में नरेंद्र मोदी की सरकार आने के बाद ही देश को कई समस्याओं से आजादी मिली है. उनका बयान सीधा बीजेपी और मोदी का समर्थन था. ऐसे में विपक्षी दल कांग्रेस की नाराजगी लाजमी है.
कंगना रनौत के बयान पर नाराजगी प्रकट करते हुए महिला कांग्रेस की कार्यकारी अध्यक्षा नेटा डिसूजा ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को चिट्ठी लिखकर कहा कि कंगना ने स्वतंत्रता सेनानियों का अपमान किया है. स्वतंत्रता आंदोलन का भी मजाक उड़ाया है. ऐसे में कंगना पर कार्रवाई करते हुए उनसे पद्मश्री वापस लिया जाए. इसके अलावा आम...
अपने दमदार अभिनय से दर्शकों के दिलों में अपनी खास जगह बनाने वाली कंगना रनौत अपने बेबाक बोल की वजह से अक्सर विवादों में रहती हैं. यही वजह है कि उनको कंट्रोवर्सी क्वीन का खिताब मिला हुआ है. अभी कुछ दिन पहले ही राष्ट्रपति भवन में आयोजित पद्म अवॉर्ड सेरेमनी में कंगना को पद्मश्री अवॉर्ड दिया गया था. कला के क्षेत्र में उनके योगदान को देखते हुए भारत के चौथे सबसे सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार से सम्मानित किया गया. उनके फैंस अभी इस सम्मान की खुशी मना ही रहे थे कि उन्होंने एक विवादित बयान देकर सनसनी फैला दी है. उनके बयान की वजह से सड़क से लेकर सोशल मीडिया तक बवाल हो रहा है.
दरअसल, बॉलीवुड एक्ट्रेस कंगना रनौत एक निजी चैनल के कार्यक्रम में भारत के स्वतंत्रता संग्राम के बारे में सावरकर, लक्ष्मीबाई और नेताजी बोस को याद करते हुए कहा था, ''ये लोग जानते थे कि खून बहेगा, लेकिन यह हिंदुस्तानी खून नहीं होना चाहिए. वे इसे जानते थे. बेशक, उन्हें एक पुरस्कार दिया जाना चाहिए. वह आजादी नहीं थी, वो भीख थी. हमें 2014 में असली आजादी मिली है.'' इस बयान के जरिए कंगना साबित करना चाहती थी कि साल 2014 में नरेंद्र मोदी की सरकार आने के बाद ही देश को कई समस्याओं से आजादी मिली है. उनका बयान सीधा बीजेपी और मोदी का समर्थन था. ऐसे में विपक्षी दल कांग्रेस की नाराजगी लाजमी है.
कंगना रनौत के बयान पर नाराजगी प्रकट करते हुए महिला कांग्रेस की कार्यकारी अध्यक्षा नेटा डिसूजा ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को चिट्ठी लिखकर कहा कि कंगना ने स्वतंत्रता सेनानियों का अपमान किया है. स्वतंत्रता आंदोलन का भी मजाक उड़ाया है. ऐसे में कंगना पर कार्रवाई करते हुए उनसे पद्मश्री वापस लिया जाए. इसके अलावा आम आदमी पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य प्रीति शर्मा मेनन ने मुंबई पुलिस से शिकायत करके कंगना के खिलाफ केस दर्ज करने की मांग की है. इतना ही नहीं कुछ सोशल मीडिया यूजर्स का कहना है कि कंगना को पद्मश्री भीख में मिला होगा. आजादी तो लहू के फुहारों से मिली थी. उसका सम्मान होना चाहिए.
विवादों के बीच कंगना को नजरअंदाज नहीं कर सकते
विवादों की भट्टी में कूदना और विवादों का तंदूर भड़काए रखना कंगना रनौत को भले ही पसंद हो, जिसकी वजह से एक बड़ा वर्ग उनकी आलोचना करता रहा हो, लेकिन उन्होंने अपनी दमदार अदाकारी के जरिए वो हर किसी का मुंह बंद करने की ताकत रखती हैं. ये हम नहीं कह रहे हैं, बल्कि उनकी फिल्में, उनमें उनका शानदार अभिनय और उसकी वजह से उनके मिले ढेरों अवॉर्ड इस बात की गवाही देते हैं. साल 2006 में रिलीज हुई भट्ट कैंप की फिल्म 'गैंगस्टर' के जरिए बॉलीवुड में डेब्यू करने वाली कंगना ने अपनी पहली फिल्म में यह साबित कर दिया था कि वो लंबे रेस का घोड़ा साबित होने वाली है. महज 17 साल की उम्र में उन्होंने 'सिमरन' के किरदार में ऐसी जान डाली कि हर किसी की नजर उन पर ठहर गई. इस फिल्म में बेहतरीन अभिनय करने के लिए उनको फिल्म फेयर अवॉर्ड बेस्ट फीमेल डेब्यू दिया गया.
17 साल के करियर में 9 अवॉर्ड, पद्मश्री सम्मान
इस तरह बॉलीवुड को वो लम्हे, मणिकर्णिका, कृष 3, फैशन, तनु वेड्स मनु, क्वीन, थलाइवी जैसी बेहतरीन फिल्में दे चुकीं कंगना रनौत ने करियर की शुरुआत में अपने अभिनय के जादू से टॉप एक्ट्रेस की लिस्ट में अपना नाम बना लिया. एक्ट्रेस की पर्सनल लाइफ और बयान भले ही विवादों से घिरे रहे हैं, हालांकि उनके हाथ लगे बड़े अवॉर्ड ये साबित करते हैं कि एक्टिंग के मामले में कंगना का कोई तोड़ नहीं है. महज 17 साल के करियर में कंगना रनौत ने 27 से अधिक फिल्में की हैं. इन फिल्मों में शानदार अभिनय की बदौलत उनको अबतक चार नेशनल फिल्म अवॉर्ड और पांच फिल्म फेयर अवॉर्ड मिल चुका है. इसके साथ ही इस साल भारत के चौथे सबसे बड़े सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार पद्मश्री से सम्मानित होने के बाद तो उनकी लोकप्रियता चरम पर पहुंच गई है. हालांकि, विवाद भी साथ ही बना हुआ है.
कंगना की बेहतरीन फिल्में और उनके लिए अवॉर्ड
1. फिल्म- गैंगस्टर
रिलीज डेट- 2006
अवॉर्ड्स- ग्लोबल इंडियन फिल्म अवॉर्ड्स, एशियन फेस्टिवल ऑफ फर्स्ट फिल्म्स, बॉलीवुड मूवी अवार्ड्स, फ़िल्मफ़ेयर पुरस्कार, अंतर्राष्ट्रीय भारतीय फ़िल्म अकादमी पुरस्कार, स्टार स्क्रीन, स्टारडस्ट और जी सिने अवॉर्ड
2. फिल्म- फैशन
रिलीज डेट- 2009
अवॉर्ड्स- फ़िल्मफ़ेयर पुरस्कार, अंतर्राष्ट्रीय भारतीय फ़िल्म अकादमी पुरस्कार, राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कार, स्टार स्क्रीन, प्रोड्यूसर्स गिल्ड फिल्म अवार्ड्स और स्टारडस्ट अवॉर्ड
3. फिल्म- वन्स अपॉन ए टाईम इन मुम्बई
रिलीज डेट- 2011
अवॉर्ड्स- स्टारडस्ट अवॉर्ड, ज़ी सिने अवॉर्ड, अंतर्राष्ट्रीय भारतीय फ़िल्म अकादमी पुरस्कार, स्टार स्क्रीन अवॉर्ड
4. फिल्म- क्वीन
रिलीज डेट- 2015
अवॉर्ड्स- नेशनल फिल्म अवॉर्ड, मेलबर्न का भारतीय फिल्म महोत्सव (सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री), जागरण फिल्म फेस्टिवल (सर्वश्रेष्ठ अभिनय), स्टारडस्ट अवॉर्ड, बिग स्टार एंटरटेनमेंट अवार्ड्स, प्रोड्यूसर्स गिल्ड फिल्म अवार्ड्स, स्टार स्क्रीन अवॉर्ड, फ़िल्मफ़ेयर अवॉर्ड, अरब इंडो बॉलीवुड अवार्ड्स, अंतर्राष्ट्रीय भारतीय फ़िल्म अकादमी पुरस्कार
5. फिल्म- तनु वेड्स मनु रिटर्न्स
रिलीज डेट- 201
अवॉर्ड्स- नेशनल फिल्म अवॉर्ड, स्टारडस्ट अवॉर्ड, बिग स्टार एंटरटेनमेंट अवार्ड्स, फ़िल्मफ़ेयर अवॉर्ड, टाइम्स ऑफ इंडिया फिल्म अवार्ड्स
6. फिल्म- मणिकर्णिका: झांसी की रानी और पंगा
रिलीज डेट- 2019
अवॉर्ड्स- नेशनल फिल्म अवॉर्ड, स्टार स्क्रीन अवॉर्ड
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