गर्भवती (Pregnant) अभिनेत्रियों को सुपर वुमेन की बनने की क्या जरूरत है? प्रेगनेंसी में ना जाने ऐसी क्या मजबूरी होता है कि, अभिनेत्रियां खुद और होने वाले बच्चे के साथ इस हद तक का खतरा मोल लेती हैं. मां बनना बेहद खास एहसास होता है, लेकिन इस एहसास को और स्पेशल बनाने के चक्कर में आखिर किस हद तक का रिस्क लेना सही है?
क्या प्रेगनेंसी के 9वें महीने में सिर के बल खड़े होना सामान्य है? क्या प्रेगनेंसी में पहाड़ों के ढलान पर पोज देना आज आम बात है या फिर पानी के अंदर उल्टा होकर फोटोशूट कराना आजे के जामने की न्यू नॉर्मल प्रेगनेंसी है?
मां बनने की खुशी जितनी आम महिला को होती है, उतनी ही अभिनेत्रियों को भी होती है. आखिर एक महिला ही तो करियर के रूप में अभिनय क्षेत्र को चुनती है. प्रेगनेंसी किसी भी औरत का निजी मामला है और इस पर किसी और को कुछ बोलने का कोई अधिकार नहीं है. हम इस पक्ष में बिल्कुल भी नहीं है कि किसी महिला के पहनावे को लेकर उसे जज किया जाए. उसके लिए फूहड़ कमेंट करके उसे ट्रोल किया जाए.
हालांकि हम यह जानते हैं कि अभिनेत्रियों की जिंदगी में लोगों को कितनी रूचि होती है. लड़कियां एक्ट्रेस को फॉलो करती हैं. उन्हें कॉपी करती हैं और इस चक्कर में कई बार उनका नुकसान भी हो जाता है. इसके अनुष्का शर्मा ने भी पति विराट की मदद से गर्भ के 8वें महीने में शीर्षासन किया था. उन्होंने बाकी महिलाओं को इसे न करने की सलाह दी थी. शायद...
गर्भवती (Pregnant) अभिनेत्रियों को सुपर वुमेन की बनने की क्या जरूरत है? प्रेगनेंसी में ना जाने ऐसी क्या मजबूरी होता है कि, अभिनेत्रियां खुद और होने वाले बच्चे के साथ इस हद तक का खतरा मोल लेती हैं. मां बनना बेहद खास एहसास होता है, लेकिन इस एहसास को और स्पेशल बनाने के चक्कर में आखिर किस हद तक का रिस्क लेना सही है?
क्या प्रेगनेंसी के 9वें महीने में सिर के बल खड़े होना सामान्य है? क्या प्रेगनेंसी में पहाड़ों के ढलान पर पोज देना आज आम बात है या फिर पानी के अंदर उल्टा होकर फोटोशूट कराना आजे के जामने की न्यू नॉर्मल प्रेगनेंसी है?
मां बनने की खुशी जितनी आम महिला को होती है, उतनी ही अभिनेत्रियों को भी होती है. आखिर एक महिला ही तो करियर के रूप में अभिनय क्षेत्र को चुनती है. प्रेगनेंसी किसी भी औरत का निजी मामला है और इस पर किसी और को कुछ बोलने का कोई अधिकार नहीं है. हम इस पक्ष में बिल्कुल भी नहीं है कि किसी महिला के पहनावे को लेकर उसे जज किया जाए. उसके लिए फूहड़ कमेंट करके उसे ट्रोल किया जाए.
हालांकि हम यह जानते हैं कि अभिनेत्रियों की जिंदगी में लोगों को कितनी रूचि होती है. लड़कियां एक्ट्रेस को फॉलो करती हैं. उन्हें कॉपी करती हैं और इस चक्कर में कई बार उनका नुकसान भी हो जाता है. इसके अनुष्का शर्मा ने भी पति विराट की मदद से गर्भ के 8वें महीने में शीर्षासन किया था. उन्होंने बाकी महिलाओं को इसे न करने की सलाह दी थी. शायद अभिनेत्रियों की ऐसी कोई मजबूरी रहती होगी.
हो सकता है कि, अभिनेत्रियों के लिए यह सब करना सामान्य हो, क्योंकि उनके पास एक अच्छी-खासी पूरी टीम होती है जो उनका ख्याल रखती है. उन्हें क्या खाना है, कहां जाना है, क्या पहनना है, कब सोना है, कब जगना, कौन सा योग करना है, किससे बात करनी है? अभिनेत्रियों के ये सारे काम उनकी टीम ही करती है. इसके उलट एक आम महिला जब गर्भवती होती है तो उसे अपनी चिंता कम और घरवालों की टेंशन अधिक रहती है.
वे खाना भी बनाती हैं और पोछा भी खुद ही करती हैं. ऐसा माना भी जाता है कि प्रेगनेंसी के 3 महीने आराम करना चाहिए और इसके बाद घर के काम करते रहना चाहिए, जिससे डिलीवरी नॉर्मल होती है. हम ऐसी बातें क्यों कर रहे हैं, चलिए बताते हैं.
दरअसल, देबिना बनर्जी जल्द ही मां बनने वाली हैं. हम सभी उनकी प्रेगनेंसी के लिए काफी खुश हैं. हाल ही में देबिना ने अपनी प्रेगनेंसी के 9वें महीने में शीर्षासन किया है. वे इस योग को बिना किसी सहारे अकेले ही कर रही हैं, हालांकि उनके पति गुरमीत पास में ही खड़े होकर उनपर नजर बनाए हुए हैं. यह तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो गई. जिसे देखकर फैंस चौंक गए. उनकी हैरानी की वजह देबिना की यह एक्सरसाइज थी. फैंस ने कमेंट करके देबीना से पूछा कि, प्रेगनेंसी के 9वे महीने में उन्हें ऐसा खतरनाक स्टंट करने की क्या जरूरत थी?
एक फोटो के लिए इतना रिस्क?
फैंस का कहना है कि आप फिट हैंं, हम आपको पसंद करते हैं लेकिन इस समय यह करना बेहद रिस्की हो सकता है. यह बच्चे और मां दोनों के लिए सही नहीं है. हालांकि देबीना ने अपनी पोस्ट में यह बताया है कि 'मैं यह प्रेगनेंट होने के पहले से कर रही हूं, तब कुछ हुआ नहीं. जब लाइफ आपको उल्टा कर देती है तो आप अपना नजरिया एडजस्ट करिए. मुझे लगता है कि ऐसा करने से एक अच्छी फोटो आ सकती है.'
अब सोचिए ऐसा करने वाली अभिनेत्रियों को कितनी महिलाएं फॉलो करती हैं. इन महिलाओं के पास कोई स्पेशल टीम नहीं है. ना ही पति इतना साथ देते हैं कि साथ में योग करवाएं. अगर ये महिलाएं भी देबीना की कॉपी करने लगे तो.
इसमें कोई दो राय नहीं है कि आम महिलाएं अभिनेत्रियों की जिंदगी से काफी प्रभावित होती हैं. वे पहवाने से लेकर, मेकअप, प्रॉडक्ट और स्टाइल तक को कॉपी करती हैं.
एक्सरसाइज करने के बाद क्या इसे सोशल मीडिया पर डालना क्या सही है? इससे पहले भी देबिना बनर्जी ने एक वीडियो शेयर किया था, जिसमें उनके पति गुरमीत हील्स पहनाते हुए नजर आ रहे हैं. लोगों ने तब भी कहा था कि इस वक्त हाई हील पहनना सुरक्षित नहीं है...
यह ठीक है कि महिलाएं हर काम कर सकती हैं, वो किसी से कम नहीं लेकिन हर वक्त खुद को ताकतवर दिखाने की जरूरत नहीं है. जब आपको आराम करने की जरूरत है, तब आपको करना चाहिए. आप अपने शरीर को बेहतर समझती हैं, इसलिए महज दिखाने के लिए अभिनेत्रियों की कॉपी न करें, वरना यह आपके लिए घातक हो सकता है...
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