तापसी पन्नू की फिल्म 'दोबारा' सिनेमाघरों में रिलीज हो चुकी है. इसके जरिए लंबे समय बाद अनुराग कश्यप निर्देशन में लौटे हैं. 'दोबारा' स्पैनिश फिल्म 'मिराज' का ऑफिशियल हिंदी रीमेक है. इस पावर पैक्ड सस्पेंस-थ्रिलर में तापसी पन्नू के अलावा पवैल गुलाटी, राहुल भट्ट, स्वासता चटर्जी, नासर, हिमांशी चौधरी चौधरी और निधि सिंह जैसे कलाकार अहम किरदारों में हैं. फिल्म की कहानी अतीत और वर्तमान के बीच यात्रा करती है, इसलिए इसे टाइम ट्रैवल आधारित कहा जा सकता है. इसके विषय को रहस्य और रोमांच के बीच इस तरह से बुना गया है, जिसे देखते समय जरा भी निगाह हटी पकड़ ढीली हो जाएगी. यही वजह है कि खालिस मनोरंजन की चाहत में इस फिल्म को देखने गए लोगों को मजा नहीं आया, लेकिन दूसरी तरफ जिनको फिल्म समझ आई वो इसकी जमकर तारीफ कर रहे हैं.
फिल्म को देखने के बाद ट्विटर पर रोहित जायसवाल लिखते हैं, ''मेरे लिए दोबारा एक सफल फिल्म है. क्योंकि इसकी वजह से मैं थियेटर के अंदर सफलतापूर्वक आराम से सो पाया. यदि टाइम ट्रैवल के जरिए वापस जाने का मुझे मौका मिलता, तो मैं वापस जाकर अपने टिकट के पैसे ले आता. मेरी तरफ से फिल्म को 5 में से 1.5 स्टार.'' एक दूसरे यूजर सत्येंद्र रावत लिखते हैं, ''बॉलीवुड के पास न तो कहानियां है, न ही क्रिएटिविटी बची है, न ही इनके पास कोई नया आइडिया है. ये लोग रीमेक के सहारे कबतक अपनी दुकान चलाते रहेंगे. नकल के लिए अकल चाहिए होता है. वो इनके पास नहीं है. बेहद ही बेकार फिल्म बनाई है.''
दूसरी तरफ फिल्म की तारीफ करते हुए एक आईएफएस अफसर सुरेंद्र मेहरा लिखते हैं कि 'दोबारा' आकर्षक फिल्म है. इसमें तापसी पन्नू ने हमेशा की तरह बेहतरीन अभिनय प्रदर्शन किया है. सुपम...
तापसी पन्नू की फिल्म 'दोबारा' सिनेमाघरों में रिलीज हो चुकी है. इसके जरिए लंबे समय बाद अनुराग कश्यप निर्देशन में लौटे हैं. 'दोबारा' स्पैनिश फिल्म 'मिराज' का ऑफिशियल हिंदी रीमेक है. इस पावर पैक्ड सस्पेंस-थ्रिलर में तापसी पन्नू के अलावा पवैल गुलाटी, राहुल भट्ट, स्वासता चटर्जी, नासर, हिमांशी चौधरी चौधरी और निधि सिंह जैसे कलाकार अहम किरदारों में हैं. फिल्म की कहानी अतीत और वर्तमान के बीच यात्रा करती है, इसलिए इसे टाइम ट्रैवल आधारित कहा जा सकता है. इसके विषय को रहस्य और रोमांच के बीच इस तरह से बुना गया है, जिसे देखते समय जरा भी निगाह हटी पकड़ ढीली हो जाएगी. यही वजह है कि खालिस मनोरंजन की चाहत में इस फिल्म को देखने गए लोगों को मजा नहीं आया, लेकिन दूसरी तरफ जिनको फिल्म समझ आई वो इसकी जमकर तारीफ कर रहे हैं.
फिल्म को देखने के बाद ट्विटर पर रोहित जायसवाल लिखते हैं, ''मेरे लिए दोबारा एक सफल फिल्म है. क्योंकि इसकी वजह से मैं थियेटर के अंदर सफलतापूर्वक आराम से सो पाया. यदि टाइम ट्रैवल के जरिए वापस जाने का मुझे मौका मिलता, तो मैं वापस जाकर अपने टिकट के पैसे ले आता. मेरी तरफ से फिल्म को 5 में से 1.5 स्टार.'' एक दूसरे यूजर सत्येंद्र रावत लिखते हैं, ''बॉलीवुड के पास न तो कहानियां है, न ही क्रिएटिविटी बची है, न ही इनके पास कोई नया आइडिया है. ये लोग रीमेक के सहारे कबतक अपनी दुकान चलाते रहेंगे. नकल के लिए अकल चाहिए होता है. वो इनके पास नहीं है. बेहद ही बेकार फिल्म बनाई है.''
दूसरी तरफ फिल्म की तारीफ करते हुए एक आईएफएस अफसर सुरेंद्र मेहरा लिखते हैं कि 'दोबारा' आकर्षक फिल्म है. इसमें तापसी पन्नू ने हमेशा की तरह बेहतरीन अभिनय प्रदर्शन किया है. सुपम चांग लिखते हैं, ''दोबारा एक अनूठी फिल्म है (कम से कम बॉलीवुड में), जो कि टाइम लूप नैरेटिव के साथ बनाई गई है, जहां एक ही चरित्र और घटना अलग-अलग कालखंडों में एक ही कहानी को बताने के लिए बार-बार दिखाई देती है. अनुराग कश्यप ने बॉलीवुड में इस अवधारणा का उपयोग करने में एक शानदार, अद्भुत और उत्कृष्ट काम किया, जो बहुत दुर्लभ है. ये फिल्म अपने समय से बहुत आगे की है, जिसे लोग बहुत साल बाद समझ पाएंगे."
गूगल फिल्म रिव्यू में अर्नो मजूमदार लिखते हैं, ''फिल्म देखने लायक है. तापसी ने हमेशा की तरह अपनी बेहतरीन भूमिका निभाई है. अनुराग कश्यप ने अपने हिस्से (निर्देशन) का काम बहुत अच्छी तरह से किया है. तापसी और अनुराग का कॉम्बो बेहद परफेक्शन के साथ फिल्म में चार चांद लगा रहे हैं. तापसी के अलावा पावेल, सास्वता और अन्य कलाकारों ने अपने-अपने पात्रों के साथ न्याय किया है. यह टाइम ट्रैवल मूवी जरूर देखनी चाहिए. मैंने इसका पूरा आनंद लिया है.'' खाटिजा छतरीवाला लिखते हैं, ''कई सालों में यह पहली बार है जब मैंने इस शैली की बॉलीवुड फिल्म देखने का आनंद लिया है. बिल्कुल प्रतिभाशाली. मुझे पता है कि यह मिराज फिल्म की रीमेक है, लेकिन मुझे बहुत पसंद आई है. समझ में नहीं आ रहा है कि कुछ लोगों ने इसे एक स्टार रेटिंग क्यों दी है.''
फिल्म 'दोबारा' के बारे में सोशल मीडिया पर लोगों की प्रतिक्रिया कुछ इस तरह आ रही हैं...
इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.