'आयरन मैन' से लेकर 'डॉक्टर स्ट्रेंज' तक जैसी सुपरहीरो वाली फिल्मों का निर्माण करने वाली मार्वल सिनेमैटिक यूनिवर्स की 28वीं फिल्म 'डॉक्टर स्ट्रेंज इन द मल्टीवर्स ऑफ मैडनेस' 6 मई को हिंदुस्तानी सिनेमाघरों में रिलीज हुई है. सैम राइमी द्वारा निर्देशित मार्वल कॉमिक्स के किरदार डॉक्टर स्ट्रेंज की कहानी पर आधारित इस फिल्म में फिल्म में बेनेडिक्ट कंबरबैच, एलिजाबेथ ओल्सन, चिवेटल एजियोफोर, बेनेडिक्ट वोंग, जोचिटल गोमेज, माइकल स्टुहलबर्ग और रेचेल मैकएडम्स जैसे हॉलीवुड के कलाकार अहम किरदारों में हैं. मार्वल सिनेमैटिक यूनिवर्स अपनी फिल्मों के जरिए एक अनोखी दुनिया का निर्माण करता रहा है. 'आयरन मैन' (2008), 'थॉर' (2011), 'कैप्टन अमेरिका: द फर्स्ट एवेंजर' (2011) और 'ब्लैक पैंथर' (2018) जैसी फिल्में इसकी गवाह हैं. अब 'डॉक्टर स्ट्रेंज' फिल्म के सीक्वल में एक बार फिर वैसी ही रोमांच पेश किया गया है.
हॉलीवुड फिल्मों का क्रेज अपने देश के दर्शकों के बीच बहुत ज्यादा देखने को मिलता है. उसमें मार्वल सिनेमैटिक यूनिवर्स की कोई फिल्म रिलीज हो जाए, तो समझिए कि लोगों को आनंद ही आ जाता है. हर बार की तरह इस बार भी एमसीयू की इस फिल्म ने लोगों का जबरदस्त मनोरंजन किया है. इस लेकर सोशल मीडिया पर सकारात्मक प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है. एक यूजर ने ट्विटर पर लिखा है, ''डॉक्टर स्ट्रेंज इन द मल्टीवर्स ऑफ मैडनेस फिल्म में स्कार्लेट विच को देखने क्रेजी है. एलिजाबेथ ओल्सन ने बेहतरीन अभिनय किया है. उनकी बहुमुखी प्रतिभा उनके अभिनय का कायल बनाती है. इमोशनल से लेकर एक्शन सीन तक, हर फ्रेम में वो शानदार लगी हैं.'' एक दूसरे यूजर ने लिखा है, "ओह माई गॉड! यह कितनी बढ़िया फिल्म है. यह फिल्म शुरू से अंत तक एक पागलपन को दर्शाती है. राइमी ने अब तक की सबसे क्रीपी एमसीयू फिल्म दर्शकों को दिखाई है.''
अमेरिकी सुपरहीरो फिल्म 'डॉक्टर स्ट्रेंज इन द मल्टीवर्स ऑफ मैडनेस' लोगों को बहुत पसंद आ रही है.
सोशल मीडिया पर फिल्म 'डॉक्टर स्ट्रेंज इन द मल्टीवर्स ऑफ मैडनेस' के तारीफों के पुल बांधते हुए लोग थक नहीं रहे हैं. एक दर्शक तो यहां तक कहते हैं कि जिसने ये फिल्म नहीं देखी, समझों उसने बहुत कुछ मिस कर दिया है. क्योंकि ये एमएसीयू की अबतक की सबसे बेस्ट फिल्म है. एक दर्शक ने लिखा है, ''मैं आपको इस फिल्म के बारे में बताकर आपका मजा किरकिरा नहीं करना चाहता हूं. बस इतना बताना चाहूंगा कि इस फिल्म को देखने के बाद ही आप समझ पाएंगे कि मैं क्या कहना चाहता हूं.'' दूसरे दर्शक लिखते हैं, "मैंने आज जो देखा उसे बताने की कोशिश भी नहीं करूंगा. बस इतना जान लीजिए कि वांडा मैक्सिमॉफ का किरदार निभाना आसान नहीं था और कोई भी इस कोशिश में सफल नहीं हो सकता. सबसे बड़ी बात यह थी कि पूरी फिल्म में वह बहुत ही बढ़िया तरह से एक्टिव थीं." लोगों की इन बातों से इतना तो साबित होता है कि हर किरदार बेहतरीन है.
आइए कुछ अन्य दर्शकों की पोस्ट पर एक नजर डालते हैं...
बताते चलें कि डॉ. स्टीफन स्ट्रेंज ने साल 2016 में आई अपनी सोलो फिल्म 'डॉक्टर स्ट्रेंज' से अपना एमसीयू सफर शुरू किया था. इस फिल्म ने हमें इस शानदार न्यूरोसर्जन से मिलवाया था, जो एक कार एक्सिडेंट के बाद अपने हाथों का इस्तेमाल नहीं कर पाता है. अपनी नॉर्मल जिंदगी को वापस पाने के दृढ़ संकल्प के साथ वो तिब्बत जाता है. वह खुद को ठीक करने के लिए मिस्टिक आर्ट्स का मास्टर बन जाता. फिल्म के अंत तक स्ट्रेंज अपनी जरूरतों से ऊपर बढ़कर दुनिया को बचाने का जिम्मा उठा लेता है. इसके बाद डॉक्टर एमसीयू की कई फिल्मों में नजर आते हैं, लेकिन इस बार एक बार फिर अपनी सोलो फिल्म में नजर आ रहे हैं. फिल्म 'डॉक्टर स्ट्रेंज 2' में डॉ स्ट्रेंज को बाद की परिस्थितियों से लड़ते हुए दिखाया गया है. उन्होंने साल 2021 की फिल्म "स्पाइडर मैन: नो वे होम" में यह स्पेल किया था, जिससे मल्टीवर्स में बहुत सारे विलेन की एंट्री हो जाती है.
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