'Dads are most ordinary men turned by love into heroes, adventurers, story-tellers, and singers of song' 'पिता बहुत ही साधारण इंसान होता है, जिसे प्यार से नायक, साहसी, कहानीकार और गायक, किसी भी रूप में बदला जा सकता है'...ऑस्ट्रेलियाई कवि पाम ब्राउन का यह उद्धरण एक पिता पर बिल्कुल सटीक बैठता है, क्योंकि परिस्थितियों के अनुसार पिता अपने बच्चों के लिए कई रूप धारण कर सकता है. साहस, त्याग, बल और अनुशासन के लिहाफ में करुणा, वात्सल्य और प्रेम को यदि एक शब्द में लिखना हो तो पिता लफ्ज ही काफी है. उनके कंधे जितने मज़बूत, मन उतना ही कोमल होता है. हम उनकी अंगुली पकड़कर धरती को पहली बार अपने पैरों से स्पर्श करते हैं. उनकी बाजुओं में लिपटकर खुद को सुरक्षित महसूस करते हैं. उनका साथ हर पल हमें मजबूती का अहसास करता है.
वैसे तो पिता की संगति और सेलिब्रेशन के लिए किसी खास दिन की कोई जरूरत नहीं होती है, लेकिन दुनिया भर में हर साल लोग जून के तीसरे रविवार को फादर्स डे के रूप में मनाते हैं. यह दिन पिता और उनके प्यार और त्याग के प्रति सम्मान प्रकट करने के लिए समर्पित है. इस बार 20 जून को हम इस खास दिन को सेलिब्रेट कर रहे हैं. ऐसे खास मौके पर हम बॉलीवुड की कुछ ऐसी फिल्मों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिनमें पिता के अलग-अलग रूप दिखाए गए हैं.
10 फिल्में, जो दिखाती हैं पिता के 10 रूप, जिसमें उनका किरदार उल्लेखनीय लगता है...
1. फिल्म DDLJ: संस्कारी, सख्त, लेकिन समझदार पिता
शाहरुख खान और काजोल स्टारर फिल्म 'दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे' साल 1995 में रिलीज हुई थी. इसमें अमरीश पुरी, काजोल और अनुपम खेर, शाहरुख खान के पिता...
'Dads are most ordinary men turned by love into heroes, adventurers, story-tellers, and singers of song' 'पिता बहुत ही साधारण इंसान होता है, जिसे प्यार से नायक, साहसी, कहानीकार और गायक, किसी भी रूप में बदला जा सकता है'...ऑस्ट्रेलियाई कवि पाम ब्राउन का यह उद्धरण एक पिता पर बिल्कुल सटीक बैठता है, क्योंकि परिस्थितियों के अनुसार पिता अपने बच्चों के लिए कई रूप धारण कर सकता है. साहस, त्याग, बल और अनुशासन के लिहाफ में करुणा, वात्सल्य और प्रेम को यदि एक शब्द में लिखना हो तो पिता लफ्ज ही काफी है. उनके कंधे जितने मज़बूत, मन उतना ही कोमल होता है. हम उनकी अंगुली पकड़कर धरती को पहली बार अपने पैरों से स्पर्श करते हैं. उनकी बाजुओं में लिपटकर खुद को सुरक्षित महसूस करते हैं. उनका साथ हर पल हमें मजबूती का अहसास करता है.
वैसे तो पिता की संगति और सेलिब्रेशन के लिए किसी खास दिन की कोई जरूरत नहीं होती है, लेकिन दुनिया भर में हर साल लोग जून के तीसरे रविवार को फादर्स डे के रूप में मनाते हैं. यह दिन पिता और उनके प्यार और त्याग के प्रति सम्मान प्रकट करने के लिए समर्पित है. इस बार 20 जून को हम इस खास दिन को सेलिब्रेट कर रहे हैं. ऐसे खास मौके पर हम बॉलीवुड की कुछ ऐसी फिल्मों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिनमें पिता के अलग-अलग रूप दिखाए गए हैं.
10 फिल्में, जो दिखाती हैं पिता के 10 रूप, जिसमें उनका किरदार उल्लेखनीय लगता है...
1. फिल्म DDLJ: संस्कारी, सख्त, लेकिन समझदार पिता
शाहरुख खान और काजोल स्टारर फिल्म 'दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे' साल 1995 में रिलीज हुई थी. इसमें अमरीश पुरी, काजोल और अनुपम खेर, शाहरुख खान के पिता की भूमिका में थे. परंपरागत सोच वाले सिमरन (काजोल) के संस्कारी पिता बलदेव सिंह (अमरीश पुरी) को अपने देश से बेहद प्यार होता है. वहीं राज (शाहरुख खान) के पिता (अनुपम खेर) खुले विचारों वाले होते हैं. बलदेव को जब पता चलता है कि सिमरन राज से प्यार करती है, तो वो उसे लेकर अपने देश चले आते हैं, लेकिन वहां राज के भी आने के बाद उनको अहसास होता है कि दोनों बहुत प्रेम करते हैं. इसके बाद एक समझदार पिता की तरह सिमरन का हाथ राज को सौंप देते है.
2. फिल्म 'दंगल': बच्चों को उड़ने के लिए पंख देने वाला पिता
सुपरस्टार आमिर खान की फिल्म 'दंगल' साल 2016 में रिलीज हुई थी. इसमें महिला पहलवान गीता, बबीता और उनके पिता महावीर सिंह फोगाट के संघर्ष की दास्तान दिखाई गई है. इसमें महावीर फोगाट के किरदार में आमिर खान ने यह दिखाने की सफल कोशिश की है कि एक पिता ने अपनी दो बेटियों को ख्यातिप्राप्त पहलवान बनाने में कितना संघर्ष किया था. नारियल की तरह ऊपर से एकदम सख्त, लेकिन अंदर से बिल्कुल नरम वह पिता अपने बच्चों के सपनों की उड़ान के लिए मजबूत पंख देता है. उनके साथ दिन-रात मेहनत करता है. उनके दुख में शरीक तो होता है, लेकिन खुशियों को बांट नहीं पाता है. इस फिल्म का निर्देशन नितेश तिवारी ने किया था.
3. फिल्म 'शिवाय': सुपरहीरो पिता
फिल्म अभिनेता अजय देवगन की फिल्म 'शिवाय' साल 2016 में रिलीज हुई थी. बाप और बेटी के मजबूत रिश्ते पर आधारित इस फिल्म में अजय देवगन एक कुशल पर्वतारोही की भूमिका में हैं, जो मानव तस्करों के चंगुल से अपनी बेटी को छुड़ाने के लिए अपनी जान की बाजी लगा देता है. इस एक्शन-थ्रिलर फिल्म में दिखाया गया है कि कैसे एक आम आदमी अपनी बेटी को मुसीबत में देखकर एक सुपरहीरो में बदल जाता है. अपनी बेटी के लिए दुनिया के बड़े-बड़े अपराधियों से भिड़ जाता है. अंतत: अपनी बेटी को आजाद कराने में कामयाब होता है. अजय ने फिल्म का निर्देशन किया है. इसमें सायशा सहगल, वीर दास और गिरीश कर्नाड भी मुख्य भूमिकाओं में है.
4. फिल्म 'अंग्रेजी मीडियम': बेटी के लिए कुछ भी कर-गुजरने वाला पिता
बॉलीवुड के दिवंगत अभिनेता इरफान खान, करीना कपूर और राधिका मदान की फिल्म 'अंग्रेजी मीडियम' पिछले साल रिलीज हुई थी. इसमें इमरान खान पिता और राधिका मदान बेटी की भूमिका में हैं. होमी अदजानिया के निर्देशन में बनी इस फिल्म में बाप-बेटी के बीच की इमोशनल दास्तान को दर्शाया गया है. बेटी पढ़ाई के लिए लंदन जाना चाहती है, तो उसके सपने पूरा करने के लिए एक पिता को किस तरह संघर्ष करता है, उसके लिए उसे किस हद जाना पड़ता है और जब बेटी लंदन चली जाती है, वहां जाने के बाद पिता के साथ जैसा व्यवहार करती है, उसे कैसे झेलना पड़ता है, इसे फिल्म में बखूबी दिखाया गया है.
5. फिल्म 'गुंजन सक्सेना': प्रेरक और विचारशील पिता
पंकज त्रिपाठी, जाह्नवी कपूर और अंगद बेदी स्टारर फिल्म 'गुंजन सक्सेना: द कारगिल गर्ल' साल 2020 में रिलीज हुई थी. इस फिल्म के निर्देशक शरण शर्मा ने एक जांबाज महिला की कहानी के जरिए पिता-बेटी के रिश्ते से लेकर उस दौर में पुरुषों के कंधे से कंधा मिलाकर चलने वाली महिला को लेकर समाज की मानसिकता तक की कहानी कही है. इस फिल्म में पिता की भूमिका में पंकज त्रिपाठी और बेटी के किरदार में जाह्नवी कपूर हैं. बेटी के सपने बहुत बड़े और सोच समाज से परे है. फिल्म में दिखाया गया है कि कैसे एक विचारशील पिता अपनी बेटी की भावनाओं को समझते हुए उस पर भरोसा करता है और उसे पायलट बनने के लिए प्रेरित करता है.
6. फिल्म 'अकेले हम अकेले तुम': एकल पिता (Single Father)
आमिर खान और मनीषा कोइराला स्टारर फिल्म 'अकेले हम अकेले तुम' साल 1995 में रिलीज हुई थी. यह फिल्म ऐसे पिता की है जो अपने बेटे को बहुत प्यार करता है. महत्वाकांक्षी मां जब अपने बेटे को अकेला छोड़कर अपने सपने पूरे करने के लिए घर छोड़ देती है, तो पिता अकेले अपने बच्चे की देखभाल करता है. इस फिल्म में आदिल रिजवी ने आमिर खान के बेटे की भूमिका निभाई है. मनीषा कोइराला मां की भूमिका में हैं. इस फिल्म को मंसूर खान ने निर्देशित किया है.
7. फिल्म '102 नॉट आउट': शिष्ट और शांत पिता
उमेश शुक्ला के निर्देशन में बनी फिल्म '102 नॉट आउट' साल 2018 में रिलीज हुई थी. इसमें बॉलीवुड के दो दिग्गज कलाकार अमिताभ बच्चन और ऋषि कपूर मुख्य भूमिका में हैं. फिल्म में अमिताभ बच्चन ने 102 साल की उम्र के पिता को रोल निभाया है, जबकि ऋषि कपूर 75 साल के उनके बेटे के किरदार में हैं. फिल्म में बाप-बेटे की बेहतरीन केमिस्ट्री देखने को मिलती है. कैसे एक गुस्सैल और अपनी जिंदगी में अस्त-व्यस्त बुजुर्ग बेटे को 'शिष्ट और शांत' पिता अपने अंतिम वक्त तक संभालता है, इसे बहुत मार्मिकता के साथ फिल्म में दिखाया गया है.
8. फिल्म 'दृश्यम': रक्षक पिता
अजय देवगन और श्रिया सरन स्टारर फिल्म 'दृश्यम' साल 2015 में रिलीज हुई थी. फिल्म में अजय देवगन एक ऐसे आम आदमी (विजय सलगांवकर) की भूमिका में दिखाई देंगे, जो दो बेटियों का पिता है और अपने परिवार की छोटी-छोटी जरूरतें भी मुश्किल से पूरी कर पाता है. लेकिन अपने परिवार की रक्षा के लिए किसी भी हद से गुजर जाता है. अपनी 16 साल की बेटी से छेड़छाड़ करने वाले एक लड़के की हत्या के बाद जब उसके परिवार पर मुसीबत आती है, तो वो किसी पर्वत की तरह उनके लिए ढाल बनकर रक्षा करता है. इसके लिए दिमाग और तकनीकी का भी इस्तेमाल करता है. निर्देशक निशिकांत कामत ने इस थ्रिलर-ड्रामा फिल्म को निर्देशित किया है.
9. फिल्म 'पीकू': हाइपोकॉन्ड्रिअक पिता
बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन और अभिनेत्री दीपिका पादुकोण की फिल्म पीकू साल 2015 में रिलीज हुई थी. इसमें इरफान खान भी हैं. बाप और बेटी के खूबसूरत रिश्ते को बयां करती इस फिल्म में बिगबी ने एक ऐसे पिता की भूमिका निभाई है, जो हाइपोकॉन्ड्रिअक का शिकार होता है. वह कई बार बच्चों की तरह व्यवहार करता है. उसे हर वक्त एक अनजानी बीमारी का डर सता रहा होता है. दीपिका उस बेटी की भूमिका में हैं, जो अपने बीमार पिता की हर छोटी-बड़ी चीजों को ख्याल रखती है. उनके लिए अपनी इच्छाओं के साथ समझौता तक करती है. रिश्तों के रहस्य को समझने के लिए इस फिल्म को एक बार जरूर देखा जाना चाहिए.
10. फिल्म 'छिछोरे': जिम्मेदार पिता
'मैंने उससे (अपने बेटे) ये तो कहा था कि तेरे सिलेक्ट हो जाने के बाद बाप-बेटे साथ मिलकर शैम्पेन पिएंगे. लेकिन मैंने उससे ये नहीं कहा कि सिलेक्ट नहीं होने पर क्या करेंगे!'...दिवंगत अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत और श्रद्धा कपूर की फिल्म छिछोरे के इस डायलॉग में फिल्म का सार है. आज की पीढ़ी के बच्चों और उनके पिता के बीच संबंधों को इस फिल्म में बहुत बारीकी से दिखाया गया है. माता-पिता के अलग होने के बाद एक बेटा कैसे अपने सपनों को पूरा करने की कोशिश करता है, उसमें पिता की क्या भूमिका होती है, जब बेटा खुदकुशी की कोशिश करता है, तो उस बचाने के लिए पिता क्या करता है, इन्हीं सवालों का जवाब फिल्म में दिया गया है. जिंदगी में जीत और हार के बीच में बहुत बड़ा स्पेस होता है. इस बीच के स्पेस में ही दुनिया की अधिसंख्य आबादी जी रही है. यही फिल्म का मैसेज है.
11. मोहब्बतें: प्यार का दुश्मन पिता
अमिताभ बच्चन, शाहरुख खान और ऐश्वर्या राय स्टारर फिल्म मोहब्बतें साल 2000 में रिलीज हुई थी. इसमें बिगबी ने पिता और ऐश ने बेटी की भूमिका निभाई थी. एक कॉलेज का बहुत सख्त प्रिंसिपल, जो अपने अनुशासन का पाबंद है, उसकी बेटी एक टीचर से प्यार कर बैठती है. पिता को यह बात नागवार गुजरती है. प्यार के दुश्मन पिता से बेटी इतना प्यार करती है कि अपने प्रेम के लिए उनको चोट नहीं पहुंचाना चाहती. ऐसे में वह अपनी जिंदगी को खत्म कर लेती है. पिता भी इतना सख्त कि बेटी की मौत के बाद भी उसके गम को जाहिर नहीं कर पाता. हालांकि, उसकी दिवंगत बेटी का प्रेमी एक दिन उसे प्यार का अर्थ समझाने में कामयाब हो जाता है.
12. फिल्म 'शक्ति': उसूलों वाला पिता
साल 1982 में रिलीज़ हुई फिल्म 'शक्ति' का निर्देशन रमेश सिप्पी ने किया है. इस फिल्म के जरिए पहली बार बॉलीवुड के दो महारथी एक साथ नजर आए थे. इसमें दिलीप कुमार ने पिता और अमिताभ बच्चन ने बेटे की भूमिका निभाई थी. फिल्म में दिखाया गया है कि कैसे अपने उसूलों का पक्का एक पिता एक नामी अपराधी के लिए अपने बच्चे की जान दांव पर लगा देता है, अपने आदर्शों के लिए बेटे को बलिदान करने के लिए तैयार हो जाता है, उसका बेटा उसकी आदत से नफरत करने लगता है, तो बाप-बेटे के बीच कैसा संबंध होता है. इतना ही नहीं जब बेटा जरायम की दुनिया का बादशाह बन जाता है, तो पुलिस अफसर पिता उसकी जान ले लेता है.
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