सिनेमा उद्योग पर कोरोना महामारी का सबसे बुरा असर पड़ा है. सिनेमाघरों में फिल्मों को पिछले कई महीनों से रिलीज का इंतज़ार करना पड़ा रहा है. 2021 में दीपावली के बाद हालात सामान्य थे तो कई फ़िल्में आईं. लेकिन बाद में फिर कोरोना के बढ़ते मामलों की वजह से मेकर्स ने प्रस्तावित फिल्मों की रिलीज टाल दी. हालात सामान्य होते ही धड़ाधड़ फ़िल्में रिलीज होंगी. महामारी ही सही लेकिन मनोरंजन के लिहाज से दर्शकों की चांदी रहेगी. आने वाले दिनों में साल 2022 बॉलीवुड के इतिहास में ऐसा पहला साल होगा जिसमें हर तरह की फ़िल्में देखने को मिलेंगी.
पीरियड ड्रामा, बायोपिक, एक्शन थ्रिलर, स्पाई थ्रिलर, कॉमेडी, रोमांस और ड्रामा का तड़का लगाने के लिए दर्जनों फ़िल्में कतार में है. बॉलीवुड के इतिहास में ऐसा भी पहली बार होगा जब लगभग सभी ए लिस्टर सितारों की फ़िल्में आएंगी. यानी शाहरुख, सलमान खान, आमिर, अजय देवगन, अक्षय कुमार, रितिक रोशन, शाहिद कपूर, रणवीर सिंह, संजय दत्त, रणबीर कपूर, सनी देओल, आयुष्मान खुराना, कार्तिक आर्यन, राजकुमार राव, सिद्धार्थ मल्होत्रा समेत दर्जनों सितारों में शायद ही कोई अभिनेता बचे जिसकी फिल्म टिकट पर बिकने के लिए टंगी ना होगी.
पीरियड ड्रामा में कौन कौन सी फ़िल्में हैं?
प्रभास की रामयण पर बनी फिल्म आदिपुरुष सबसे बड़ी फिल्म है. जबकि पीरियड ड्रामा फिल्मों में आरआरआर, पृथ्वीराज, शमशेरा और गंगूबाई काठियावाड़ी सबसे बड़ी फ़िल्में हैं. आरआरआर स्वतंत्रता संग्राम की सच्ची कहानी पर बनी फिल्म है. वैसे ये है तो साउथ के इंडस्ट्री की फिल्म मगर इसे हिंदी दर्शकों के लिहाज से बनाया गया है और आलिया भट्ट अजय देवगन के रूप में दो बड़े सितारे इसमें काम कर रहे हैं. अक्षय कुमार की पृथ्वीराज यशराज कैम्प की फिल्म है जिसकी ऐतिहासिक कहानी आख़िरी हिंदू सम्राट पृथ्वीराज चौहान पर आधारित है.
शमशेरा भी पीरियड ड्रामा है जिसे रणवीर सिंह को लेकर बनाया गया है जो डकैतों की कहानी है. जबकि संजय लीला भंसाली के निर्देशन में बनी गंगूबाई काठियावाड़ी भी पीरियड ड्रामा बायोपिक है जो...
सिनेमा उद्योग पर कोरोना महामारी का सबसे बुरा असर पड़ा है. सिनेमाघरों में फिल्मों को पिछले कई महीनों से रिलीज का इंतज़ार करना पड़ा रहा है. 2021 में दीपावली के बाद हालात सामान्य थे तो कई फ़िल्में आईं. लेकिन बाद में फिर कोरोना के बढ़ते मामलों की वजह से मेकर्स ने प्रस्तावित फिल्मों की रिलीज टाल दी. हालात सामान्य होते ही धड़ाधड़ फ़िल्में रिलीज होंगी. महामारी ही सही लेकिन मनोरंजन के लिहाज से दर्शकों की चांदी रहेगी. आने वाले दिनों में साल 2022 बॉलीवुड के इतिहास में ऐसा पहला साल होगा जिसमें हर तरह की फ़िल्में देखने को मिलेंगी.
पीरियड ड्रामा, बायोपिक, एक्शन थ्रिलर, स्पाई थ्रिलर, कॉमेडी, रोमांस और ड्रामा का तड़का लगाने के लिए दर्जनों फ़िल्में कतार में है. बॉलीवुड के इतिहास में ऐसा भी पहली बार होगा जब लगभग सभी ए लिस्टर सितारों की फ़िल्में आएंगी. यानी शाहरुख, सलमान खान, आमिर, अजय देवगन, अक्षय कुमार, रितिक रोशन, शाहिद कपूर, रणवीर सिंह, संजय दत्त, रणबीर कपूर, सनी देओल, आयुष्मान खुराना, कार्तिक आर्यन, राजकुमार राव, सिद्धार्थ मल्होत्रा समेत दर्जनों सितारों में शायद ही कोई अभिनेता बचे जिसकी फिल्म टिकट पर बिकने के लिए टंगी ना होगी.
पीरियड ड्रामा में कौन कौन सी फ़िल्में हैं?
प्रभास की रामयण पर बनी फिल्म आदिपुरुष सबसे बड़ी फिल्म है. जबकि पीरियड ड्रामा फिल्मों में आरआरआर, पृथ्वीराज, शमशेरा और गंगूबाई काठियावाड़ी सबसे बड़ी फ़िल्में हैं. आरआरआर स्वतंत्रता संग्राम की सच्ची कहानी पर बनी फिल्म है. वैसे ये है तो साउथ के इंडस्ट्री की फिल्म मगर इसे हिंदी दर्शकों के लिहाज से बनाया गया है और आलिया भट्ट अजय देवगन के रूप में दो बड़े सितारे इसमें काम कर रहे हैं. अक्षय कुमार की पृथ्वीराज यशराज कैम्प की फिल्म है जिसकी ऐतिहासिक कहानी आख़िरी हिंदू सम्राट पृथ्वीराज चौहान पर आधारित है.
शमशेरा भी पीरियड ड्रामा है जिसे रणवीर सिंह को लेकर बनाया गया है जो डकैतों की कहानी है. जबकि संजय लीला भंसाली के निर्देशन में बनी गंगूबाई काठियावाड़ी भी पीरियड ड्रामा बायोपिक है जो मुंबई के कमाठीपुरा के रेड लाइट में एक सेक्स वर्कर की सच्ची कहानी है. गंगूबाई काठियावाड़ी असर में पीरियड ड्रामा है.
बायोपिक और स्पोर्ट्स में कौन-कौन सी फ़िल्में आ रही हैं
बायोपिक फ़िल्में पसंद करने वाले हिंदी दर्शकों के लिए भी वेरायटी की कमी नहीं रहने वाली. आर माधवन की रोकेट्री द नाम्बी इफेक्ट एक साइंटिस्ट की सच्ची कहानी है. इफेक्ट तापसी पन्नू की शाबास मिठू स्पोर्ट्स ड्रामा बायोपिक है जो टीम इंडिया की फीमेल क्रिकेटर मिताली राज की प्रेरक कहानी पर आधारित है. अजय देवगन की मैदान भी इसी कैटेगरी की फिल्म है जो फुटबाल कोच सईद अब्दुल रहीम के जीवन पर आधारित है. संजय दत्त और राजीव कपूर की तुलसीदास जूनियर बिलियर्ड्स पर आधारित हिंदी मूवी है जो दर्शकों के आकर्षण का केंद्र होगी.
अमिताभ बच्चन की झुंड भी स्पोर्ट्स कैटेगरी की बायोपिक मूवी है. इसकी कहानी स्लम के बच्चों को फुटबाल की ट्रेनिंग देने वाले कोच के जीवन से प्रेरित है. आनंद एल रॉय ने चेस के लीजेंड प्लेयर विश्वनाथन आनंद के जीवन पर भी फिल्म बनाने की घोषणा की है. हालांकि फिल्म अभी सही तरीके से मेकिंग प्रोसेस में भी नहीं जा पाई है इस वजह से इसके साल 2022 में आने की उम्मीद नहीं है.
अन्य प्रेरक फिक्शनल स्पोर्ट्स फिल्मों में शाहिद कपूर की जर्सी है जो एक उम्रदराज क्रिकेटर की दिलचस्प कहानी कोई दिखाएगी.
एक्शन-स्पाई और थ्रिल में भी जोरदार फ़िल्में
एक्शन स्पाई और थ्रिल में तो एक पर एक फ़िल्में नजर आने वाली हैं. सबसे बड़ी फिल्मों में शाहरुख खान जॉन अब्राहम और दीपिका पादुकोण की पठान है. शाहरुख एक और एक्शन ड्रामा में दिख सकते हैं जिसे एटली बना रहे हैं. जबकि सलमान खान- कटरीना कैफ एयर इमरान हाशमी के साथ टाइगर 3 में रंग जमाते नजर आएंगे.
इनके अलावा जॉन अब्राहम की अटैक, अमिताभ बच्चन अजय देवगन की रनवे 34, सिद्धार्थ मल्होत्रा की मिशन मंजू, सनी देओल की गदर 2, टाइगर श्रॉफ की गणपत, रितिक रोशन की क्रिश 4, रितिक सैफ की विक्रम वेदा जैसी दर्जनों फ़िल्में शामिल हैं.
कॉमेडी में देखने के लिए क्या मिलेगा?
आमिर खान की लाल सिंह चड्ढा असल में एक सटायर मूवी ही है जो इस कैटेगरी में साल का सबसे बड़ा आकर्षण हो सकती है. फिल्म में करीना कपूर भी हैं. जबकि कार्तिक आर्यन की भूल भुलैया 2, रणवीर सिंह की जयेश भिया जोरदार, आयुष्मान खुराना की डॉक्टर जी, सलमान खान की नो एंट्री में एंट्री जैसी दर्जनों फ़िल्में हैं.
हॉरर में भी लगेगा मनोरंजन का तड़का
हॉरर में सबसे बड़ा आकर्षण कार्तिक की सत्यनारायण की कथा, वरुण धवन की भेड़िया है. ईशान खट्टर-सिद्धांत चतुर्वेदी कटरीना कैफ की फोन बूथ बड़ी फ़िल्में हैं.
सुपर नेचुरल फिल्मों में क्या?
रणबीर कपूर आलिया भट्ट की ब्रह्मास्त्र सुपर नेचुरल कैटेगरी की सबसे बड़ी फिल्म है. जबकि रितिक की कृष 4 भी कुछ इसी तरह की फिल्म होगी. इन फिल्मों के अलावा फैमिली ड्रामा और रोमांस में भी ना जाने कितनी फ़िल्में हैं. रणवीर सिंह की रॉकी और रानी की प्रेम कहानी, प्रभाष की राधेश्याम, नवाजुद्दीन सिद्दीकी की जोगीरा सारा रा रा शामिल हैं. अक्षय कुमार की रक्षा बंधन, राम सेतु, दीपिका की गहराइयां, कंगना रनौत की धाकड़ जैसे ना जाने कितनी फ़िल्में कतार में हैं.
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