फिल्म 'गांधी गोडसे एक युद्ध' के लिए राजकुमार संतोषी लगातार माहौल बनाए हुए हैं. पहले मोशन पोस्टर रिलीज करने के महज एक हफ्ते के अंदर ही टीजर रिलीज करके उन्होंने बता दिया है कि फिल्म आने तक इसके प्रमोशन में वो कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाह रहे हैं. फिल्म का टीजर इसके मोशन पोस्टर का विस्तार है, जिसमें महात्मा गांधी और नाथूराम गोडसे की पहली झलक दिखाई जा चुकी है. लेकिन टीजर में फिल्म की कहानी का रहस्योघाटन किया गया है. इसमें बताया गया है कि गांधी की हत्या के बाद गोडसे की आवाज को दबा दिया गया. इस तरह समय ने उन दोनों को अपनी बात कहने का मौका नहीं दिया था. लेकिन ये फिल्म उन दोनों को मौका देने जा रही है. इसमें दिखाया जाएगा कि यदि गांधी और गोडसे जिंदा होते और एक-दूसरे के सामने होते तो उन दोनों के बीच किस तरह की बातें होती.
'गांधी गोडसे एक युद्ध' 26 जनवरी को सिनेमाघरों में रिलीज होने वाली है. इससे ठीक एक दिन पहले शाहरुख खान की फिल्म 'पठान' भी रिलीज हो रही है. इस तरह बॉक्स ऑफिस पर दोनों फिल्मों के बीच मुकाबला देखने को मिल सकता है. लगातार विवादों में रह रही फिल्म 'पठान' की मुसीबतें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. इसके जरिए पांच साल के बाद शाहरुख बतौर हीरो रूपहले पर्दे पर वापसी कर रहे हैं. लेकिन विवाद हैं कि उनका पीछा ही नहीं छोड़ रहे. पहले उनकी फिल्म के 'बेशर्म रंग' गाने पर अश्लीलता फैलाने और भगवा रंग के अपमान का आरोप लगा. उसके बाद एक पाकिस्तानी सिंगर सज्जाद अली ने यहां तक कह दिया कि उनके गाने से 'बेशर्म रंग' को कॉपी किया गया है. शाहरुख और उनकी टीम अभी इन तमाम विवादों से निपट ही रही थी कि ब़ॉक्स ऑफिस पर एक मजबूत फिल्म सामने आ गई है.
यहां शाहरुख खान की...
फिल्म 'गांधी गोडसे एक युद्ध' के लिए राजकुमार संतोषी लगातार माहौल बनाए हुए हैं. पहले मोशन पोस्टर रिलीज करने के महज एक हफ्ते के अंदर ही टीजर रिलीज करके उन्होंने बता दिया है कि फिल्म आने तक इसके प्रमोशन में वो कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाह रहे हैं. फिल्म का टीजर इसके मोशन पोस्टर का विस्तार है, जिसमें महात्मा गांधी और नाथूराम गोडसे की पहली झलक दिखाई जा चुकी है. लेकिन टीजर में फिल्म की कहानी का रहस्योघाटन किया गया है. इसमें बताया गया है कि गांधी की हत्या के बाद गोडसे की आवाज को दबा दिया गया. इस तरह समय ने उन दोनों को अपनी बात कहने का मौका नहीं दिया था. लेकिन ये फिल्म उन दोनों को मौका देने जा रही है. इसमें दिखाया जाएगा कि यदि गांधी और गोडसे जिंदा होते और एक-दूसरे के सामने होते तो उन दोनों के बीच किस तरह की बातें होती.
'गांधी गोडसे एक युद्ध' 26 जनवरी को सिनेमाघरों में रिलीज होने वाली है. इससे ठीक एक दिन पहले शाहरुख खान की फिल्म 'पठान' भी रिलीज हो रही है. इस तरह बॉक्स ऑफिस पर दोनों फिल्मों के बीच मुकाबला देखने को मिल सकता है. लगातार विवादों में रह रही फिल्म 'पठान' की मुसीबतें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. इसके जरिए पांच साल के बाद शाहरुख बतौर हीरो रूपहले पर्दे पर वापसी कर रहे हैं. लेकिन विवाद हैं कि उनका पीछा ही नहीं छोड़ रहे. पहले उनकी फिल्म के 'बेशर्म रंग' गाने पर अश्लीलता फैलाने और भगवा रंग के अपमान का आरोप लगा. उसके बाद एक पाकिस्तानी सिंगर सज्जाद अली ने यहां तक कह दिया कि उनके गाने से 'बेशर्म रंग' को कॉपी किया गया है. शाहरुख और उनकी टीम अभी इन तमाम विवादों से निपट ही रही थी कि ब़ॉक्स ऑफिस पर एक मजबूत फिल्म सामने आ गई है.
यहां शाहरुख खान की चिंता की कई वजहें हो सकती हैं. पहली ये कि उनकी फिल्म का चौतरफा विरोध हो रहा है. क्या हिंदू क्या मुस्लिम हर धर्म के संगठन उनकी फिल्म को बैन करने की मांग कर रहे हैं. सड़क से लेकर सोशल मीडिया तक फिल्म के खिलाफ बायकॉट मुहिम चलाई जा रही है. ऐसे में फिल्म की स्थिति पहले से ही कमजोर है. दूसरी तरफ 'गांधी गोडसे एक युद्ध' जैसी फिल्म का रिलीज होना भी उनके लिए मुसीबत का सबब बन रहा है. इस फिल्म का विषय लोगों को अभी से पसंद आ रहा है. जिस तरह से विवेक अग्निहोत्री की फिल्म 'द कश्मीर फाइल्स' अपने विषय की वजह से ब्लॉकबस्टर साबित हुई थी, उसी तरह ये फिल्म भी बॉक्स ऑफिस पर सफलता की नई इबारत लिख सकती है. इसकी एक वजह इसके निर्देशक राजकुमार संतोषी भी हैं. उनका ट्रैक रिकॉर्ड उनकी फिल्मों की सफलता की गवाही देता है.
राजकुमार संतोषी 'पुकार', 'बरसात', 'दामिनी', 'घायल', 'अंदाज अपना अपना', 'लज्जा', 'खाकी', 'चाइना गेट' और 'अजब प्रेम की गजब कहानी' जैसी फिल्में बना चुके हैं. उनकी हर फिल्म अपने समय के समाज की आईना रही हैं. उनमें इतिहास या वर्तमान की एक मजबूत झलक दिखती रही है. उनको 6 नेशनल अवॉर्ड मिल चुका है. इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि उनकी फिल्म किसी भी कमर्शियल फिल्म के मुकाबले कमजोर नहीं होने वाली है. संतोषी 9 साल बाद बॉलीवुड में वापसी कर रहे हैं. अपने अनुभव से उन्होंने देश का मिजाज समझ लिया है. उनको पता है कि इस वक्त देश में गांधी और गोडसे दोनों को मानने वालों की संख्या बहुत ज्यादा है. पहले के मुकाबले लोग खुलकर गोडसे का समर्थन करने लगे हैं. ऐसे में उनकी फिल्म को दोनों ही पक्षों के लोग देखने आ सकते हैं. सोशल मीडिया पर तो अभी से माहौल बनने लगा है.
Gandhi Godse Ek Yudh फिल्म का टीजर देखिए...
आइए अब बात फिल्म 'गांधी गोडसे एक युद्ध' के टीजर की करते हैं. इसके 1 मिनट 31 सेकंड के टीजर में पूरा फोकस महात्मा गांधी और नाथूराम गोडसे पर रखा गया है. इसके साथ ही जवाहर लाल नेहरू, सरदार वल्लभ भाई पटेल और भीव राव आंबेडकर की झलक दिखाई गई है. गोडसे को गांधी को गोली मारते हुए भी दिखाया गया है. इसके साथ-साथ एक वॉयस ओवर चलता है, जिसमें कहा जाता है, ''गांधी और गोडसे पर लगाए गए हैं कई आरोप. गांधी की हत्या कर दी गई और गोडसे की आवाज को दबा दिया गया. समय ने उन्हें अपनी बात कहने का मौका नहीं दिया, लेकिन यह फिल्म दे रही है. आमने सामने हैं गांधी और गोडसे. उनके बीच होता है विचारों का युद्ध.'' इसके बाद दिखाया जाता है कि गांधी की हत्या के आरोप में गोडसे को गिरफ्तार कर लिया जाता है. आजादी से पहले हुए बंटवारे की वजह से पूरे देश में दंगे होते हैं.
इस दंगे में हिंदू और मुस्लिम आपस में लड़ते हुए और हिंसा करते हुए दिखाए गए हैं. इन दंगों की वजह से जवाहर लाल नेहरू, सरदार वल्लभ भाई पटेल और भीवराव आंबेडकर चितिंत नजर आते हैं, लेकिन कोई कुछ भी करने में असमर्थ दिखता है. इसके बाद जेल में बंद नाथूराम गोडसे के सामने महात्मा गांधी कहते हैं, ''अगर इस संसार को बचाना है, मानवता को बचाना है, तो हिंसा को, हर तरह की हिंसा को छोड़ना होगा.'' इस पर गोडसे कहते हैं, ''आपके पास एक बहुत खतरनाक हथियार है. आमरण अनशन, जिसका बार-बार इस्तेमाल करके आप लोगों से अपनी बात मनवाते हैं. ये भी एक तरह की हिंसा है, मानसिक हिंसा." इस तरह गांधी और गोडसे के बीच वैचारिक युद्ध को बहुत ही संतुलित तरीके से पेश करने की कोशिश की गई है. इसमें किसके प्रभाव को अधिक दिखाया जाएगा, ये तो फिल्म की रिलीज के बाद ही सामने आएगा.
इस फिल्म के जरिए राजकुमार संतोषी की बेटी तनीषा संतोषी अपना बॉलीवुड डेब्यू करने जा रही हैं. फिल्म में उनका किरदार क्या होगा, इस पर से पर्दा अभी तक तो नहीं उठा है, लेकिन टीजर में जो झलक दिखाई गई है, उसे देखकर यही लगता है कि वो नाथूराम गोडसे की किसी रिश्तेदार के किरदार में हैं. तनीषा का लुक अभिनेत्री कियारा आडवाणी से काफी मिलता जुलता है. उनके अलावा लीड रोल में अभिनेता चिन्मय मांडलेकर (नाथूराम गोडसे का किरदार) और दीपक अंतानी (महात्मा गांधी का किरदार) हैं. उनके साथ आरिफ जकारिया और पवन चोपड़ा को भी अहम किरदारों में देखा जाएगा. चिन्मय मांडलेकर इससे पहले फिल्म 'द कश्मीर फाइल्स' में आतंकी फारूक मलिक बिट्टा के किरदार में नजर आए थे. इसमें उनके अभिनय को खूब सराहा गया था. इस फिल्म की कहानी राजकुमार संतोषी ने मशहूर लेखक असगर वजाहत के साथ मिलकर लिखी है.
Gandhi Godse Ek Yudh का मोशन पोस्टर देखिए...
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