संजय लीला भंसाली की गंगूबाई काठियावाड़ी की कमाई अबतक जबरदस्त नुकसान झेल रहे सिनेमाघरों के लिए रेगिस्तानी इलाकों में ठंडे पानी के चश्मे की तरह है. गंगूबाई काठियावाड़ी पीरियड ड्रामा है जो पिछले महीने 25 फरवरी को भंसाली के जन्मदिन के ठीक एक दिन बाद रिलीज हुई थी. टिकट खिड़की पर फिल्म का सफ़र बेहद ही शानदार कहा जा सकता है. कोरोना महामारी में रिलीज हुई बॉलीवुड फिल्मों में अक्षय कुमार की सूर्यवंशी के बाद गंगूबाई का अबतक का सफ़र बहुत बढ़िया रहा है. टिकट खिड़की पर गंगूबाई के प्रदर्शन से निर्माता खासे उत्साहित नजर आ रहे हैं.
खबर है कि सिनेमाघरों में दिनोंदिन गंगूबाई का बेहतर होता कारोबार देखकर निर्माताओं कई अपेक्षाएं करने लगे हैं. निर्माताओं को लग रहा है कि गंगूबाई काठियावाड़ी बॉक्स ऑफिस पर 'लॉन्ग एज' फिल्म है. यानी इसके कंटेंट में कई हफ़्तों तक दर्शकों को सिनेमाघरों में आकर्षित करने की क्षमता है. इसे देखते हुए निर्माताओं ने ओटीटी स्ट्रीमिंग डिजिटल पार्टनर से डिजिटल प्रीमियर की डेट और आगे बढ़ाने की रिक्वेस्ट की थी. बॉलीवुड हंगामा की एक्सक्लूसिव खबर के मुताबिक़ गंगूबाई के निर्माताओं की रिक्वेस्ट मान ली गई है.
डिजिटल स्ट्रीमिंग के लिए गंगूबाई के निर्माताओं ने नेटफ्लिक्स के साथ समझौता किया था. आमतौर पर सिनेमाघरों में रिलीज होने वाली किसी फिल्म की डिजिटल स्ट्रीमिंग एक महीने बाद की जाती है. निर्माताओं और ओटीटी प्लेटफॉर्म के बीच कुछ इसी तरह का समझौता होता है. शायद गंगूबाई के लिए भी ऐसा ही समझौता किया गया हो. लेकिन निर्माताओं ने जब नेटफ्लिक्स से स्ट्रीमिंग डेट थोड़ा और आगे बढ़ाने का अनुरोध किया गया तो उसे मान लिया गया. हालांकि डिजिटल स्ट्रीमिंग की तारीखें तो सामने नहीं आई थीं, लेकिन यह माना...
संजय लीला भंसाली की गंगूबाई काठियावाड़ी की कमाई अबतक जबरदस्त नुकसान झेल रहे सिनेमाघरों के लिए रेगिस्तानी इलाकों में ठंडे पानी के चश्मे की तरह है. गंगूबाई काठियावाड़ी पीरियड ड्रामा है जो पिछले महीने 25 फरवरी को भंसाली के जन्मदिन के ठीक एक दिन बाद रिलीज हुई थी. टिकट खिड़की पर फिल्म का सफ़र बेहद ही शानदार कहा जा सकता है. कोरोना महामारी में रिलीज हुई बॉलीवुड फिल्मों में अक्षय कुमार की सूर्यवंशी के बाद गंगूबाई का अबतक का सफ़र बहुत बढ़िया रहा है. टिकट खिड़की पर गंगूबाई के प्रदर्शन से निर्माता खासे उत्साहित नजर आ रहे हैं.
खबर है कि सिनेमाघरों में दिनोंदिन गंगूबाई का बेहतर होता कारोबार देखकर निर्माताओं कई अपेक्षाएं करने लगे हैं. निर्माताओं को लग रहा है कि गंगूबाई काठियावाड़ी बॉक्स ऑफिस पर 'लॉन्ग एज' फिल्म है. यानी इसके कंटेंट में कई हफ़्तों तक दर्शकों को सिनेमाघरों में आकर्षित करने की क्षमता है. इसे देखते हुए निर्माताओं ने ओटीटी स्ट्रीमिंग डिजिटल पार्टनर से डिजिटल प्रीमियर की डेट और आगे बढ़ाने की रिक्वेस्ट की थी. बॉलीवुड हंगामा की एक्सक्लूसिव खबर के मुताबिक़ गंगूबाई के निर्माताओं की रिक्वेस्ट मान ली गई है.
डिजिटल स्ट्रीमिंग के लिए गंगूबाई के निर्माताओं ने नेटफ्लिक्स के साथ समझौता किया था. आमतौर पर सिनेमाघरों में रिलीज होने वाली किसी फिल्म की डिजिटल स्ट्रीमिंग एक महीने बाद की जाती है. निर्माताओं और ओटीटी प्लेटफॉर्म के बीच कुछ इसी तरह का समझौता होता है. शायद गंगूबाई के लिए भी ऐसा ही समझौता किया गया हो. लेकिन निर्माताओं ने जब नेटफ्लिक्स से स्ट्रीमिंग डेट थोड़ा और आगे बढ़ाने का अनुरोध किया गया तो उसे मान लिया गया. हालांकि डिजिटल स्ट्रीमिंग की तारीखें तो सामने नहीं आई थीं, लेकिन यह माना गया था कि भंसाली की पीरियड ड्रामा मार्च के आख़िरी सप्ताह तक नेटफ्लिक्स पर स्ट्रीम होती. अब इसे अप्रैल के आख़िरी हफ्ते में स्ट्रीम किया जाएगा.
ऐसा होता है तो फिल्म को सिनेमाघरों में करीब दो महीने का लंबा चौड़ा वक्त मिलेगा. हो सकता है कि निर्माताओं ने थियेटर एग्जीबिटर्स की रिक्वेस्ट पर नेटफ्लिक्स से ऐसी मांग की हो. दरअसल, रिलीज के बाद गंगूबाई की डिमांड लगातार बढ़ती दिखी है. कुछ जगहों से रिपोर्ट आईं कि मांग की वजह से स्क्रीन्स और शोज की संख्या भी बढ़ाई गई. थियेटर एग्जीबिटर्स को लगता है कि नेटफ्लिक्स पर फिल्म की स्ट्रीमिंग के बाद दर्शक सिनेमाघर का रुख नहीं करेंगे. ओटीटी स्ट्रीमिंग को थोड़ा लेट करने से सिनेमाघरों को फायदा मिलेगा. अब सिनेमाघरों को कितना फायदा मिलेगा यह तो वक्त ही बताएगा. बावजूद अभी तक तो फिल्म का सफ़र बढ़िया है.
आलिया भट्ट, विजय राज, अजय देवगन, सीमा पाहवा और जिम सरभ स्टारर गंगूबाई दूसरे हफ्ते में है. फिल्म आसानी से 100 करोड़ के आंकड़े को पार करती नजर आ रही है. ट्रेड सर्किल की उम्मीदों से परे जबरदस्त ओपनिंग हासिल करने वाली फिल्म की रफ़्तार दूसरे हफ्ते में भी बनी हुई है. दूसरे हफ्ते में फिल्म ने शुक्रवार को जहां 5.01 करोड़ का कारोबार किया. वहीं शनिवार को कलेक्शन 8.20 करोड़ रहा. रविवार को इसके 10 करोड़ के पार रहने की संभावना है. साफ दिख रहा कि झुंड के आने के बावजूद गंगूबाई की कमाई पर बहुत असर नहीं पड़ा है. दूसरे हफ्ते में ही फिल्म 100 करोड़ के बेंचमार्क को पार कर जाएगी. कम से कम अगले हफ्ते प्रभास स्टारर 'राधेश्याम' के आने तक कोई फिल्म गंगूबाई का नुकसान करते नहीं दिख रही. ना ही झुंड, ना ही साउथ की फ़िल्में और ना ही हॉलीवुड की बैटमैन.
दर्शकों को गंगूबाई की कहानी मनोरंजक लगी
इसमें कोई शक नहीं कि गंगूबाई काठियावाड़ी की कहानी दर्शकों को भा रही है. यह फिल्म एस. हुसैन जैदी की किताब 'माफिया क्वींस ऑफ़ मुंबई' के एक चैप्टर पर आधारित है. यह चैप्टर असल में कमाठीपुरा रेडलाइट एरिया की सेक्स वर्कर गंगूबाई के जीवन की कहानी है. गंगूबाई धोखे से देहव्यापार के कारोबार में आ जाती हैं. शुरू-शुरू में उन्हें यहां हर तरह के उत्पीडन से दो-चार होना पड़ता है. लेकिन जब वे इसका हिस्सा बन ही जाती हैं तो इसे सुधारने की दिशा में भी प्रयास करती हैं. रेड लाइट एरिया में माफियाओं के नियंत्रण और सेक्स वर्कर्स के मानवीय अधिकारों के लिए आवाज उठाती हैं. उन्हें मुंबई के डॉन करीम लाला का भी साथ मिलता है. करीम लाला, गंगूबाई को मुंहबोली बहन मानता है. फिल्म में करीम लाला का किरदार रहीम लाला के रूप में है जिसे अजय देवगन ने निभाया है.
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