''कुछ तो मजबूरियां रही होगीं, यूं कोई बेवफा नहीं होता; तुम मेरी ज़िन्दगी हो, ये सच है, ज़िन्दगी का मगर भरोसा क्या; जी बहुत चाहता है सच बोलें, क्या करें हौसला नहीं होता''...बशीर बद्र साहब की लिखी ये पंक्तियां हमें जिंदगी की कई सच्चाईयों से रूबरू कराती हैं, जिससे आए दिन हम दो-चार होते रहते हैं. बेवफाई की बुनियाद पर बुनी गई ऐसी ही एक कहानी पर एक नई फिल्म आने वाली है. इस फिल्म का नाम 'गहराइयां' है, जिसका ट्रेलर लॉन्च हुआ है. दिग्गज फिल्म मेकर करण जौहर के धर्मा प्रोडक्शन के बैनर तले बन रही इस फिल्म में दीपिका पादुकोण, सिद्धांत चतुर्वेदी और अनन्या पांडे लीड रोल में है. फिल्म को शकुन बत्रा निर्देशित कर रहे हैं, जो मूलत करण कैंप की फिल्में बनाने के लिए जाने जाते हैं. इससे पहले रोमांटिक कॉमेडी 'एक मैं और एक तू' और 'कपूर एंड संस' निर्देशित कर चुके हैं.
फिल्म 'गहराइयां' के 2 मिनट 42 सेकंड के ट्रेलर में पूरी फिल्म की एक झलक मिल गई है. फिल्म लव ट्राएंगल पर आधारित है. इसमें कजिन सिस्टर्स बनीं दीपिका पादुकोण और अनन्या पांडे की जिंदगी में तब उथल-पुथल मच जाती है, जब इन दोनों को सिद्धांत चतुर्वेदी के किरदार से प्यार हो जाता है. दरअसल, टिया (अनन्या पांडे) और जेन (सिद्धांत चतुर्वेदी) एक-दूसरे के साथ रिलेशनशिप में होते हैं. दोनों एक-दूसरे से बहुत प्यार करते हैं. जेन बहुत पैसे वाला होता है, इसलिए अपनी गर्लफ्रेंड टिया को हर ऐशो-आराम की चीज देता है. वे लग्जरी लाइफ जीते हैं. इधर दीपिका पादुकोण की किरदार एलिशा अपनी शादीशुदा जिंदगी से परेशान है. उसका पति करन जिसका किरदार धैर्य करवा ने निभाया है, उसे मीडिल क्लास फैमिली की जिंदगी देता है. दोनों अक्सर आपस में लड़ते रहते हैं. छोटी-छोटी बातों पर बहस करते हैं.
''कुछ तो मजबूरियां रही होगीं, यूं कोई बेवफा नहीं होता; तुम मेरी ज़िन्दगी हो, ये सच है, ज़िन्दगी का मगर भरोसा क्या; जी बहुत चाहता है सच बोलें, क्या करें हौसला नहीं होता''...बशीर बद्र साहब की लिखी ये पंक्तियां हमें जिंदगी की कई सच्चाईयों से रूबरू कराती हैं, जिससे आए दिन हम दो-चार होते रहते हैं. बेवफाई की बुनियाद पर बुनी गई ऐसी ही एक कहानी पर एक नई फिल्म आने वाली है. इस फिल्म का नाम 'गहराइयां' है, जिसका ट्रेलर लॉन्च हुआ है. दिग्गज फिल्म मेकर करण जौहर के धर्मा प्रोडक्शन के बैनर तले बन रही इस फिल्म में दीपिका पादुकोण, सिद्धांत चतुर्वेदी और अनन्या पांडे लीड रोल में है. फिल्म को शकुन बत्रा निर्देशित कर रहे हैं, जो मूलत करण कैंप की फिल्में बनाने के लिए जाने जाते हैं. इससे पहले रोमांटिक कॉमेडी 'एक मैं और एक तू' और 'कपूर एंड संस' निर्देशित कर चुके हैं.
फिल्म 'गहराइयां' के 2 मिनट 42 सेकंड के ट्रेलर में पूरी फिल्म की एक झलक मिल गई है. फिल्म लव ट्राएंगल पर आधारित है. इसमें कजिन सिस्टर्स बनीं दीपिका पादुकोण और अनन्या पांडे की जिंदगी में तब उथल-पुथल मच जाती है, जब इन दोनों को सिद्धांत चतुर्वेदी के किरदार से प्यार हो जाता है. दरअसल, टिया (अनन्या पांडे) और जेन (सिद्धांत चतुर्वेदी) एक-दूसरे के साथ रिलेशनशिप में होते हैं. दोनों एक-दूसरे से बहुत प्यार करते हैं. जेन बहुत पैसे वाला होता है, इसलिए अपनी गर्लफ्रेंड टिया को हर ऐशो-आराम की चीज देता है. वे लग्जरी लाइफ जीते हैं. इधर दीपिका पादुकोण की किरदार एलिशा अपनी शादीशुदा जिंदगी से परेशान है. उसका पति करन जिसका किरदार धैर्य करवा ने निभाया है, उसे मीडिल क्लास फैमिली की जिंदगी देता है. दोनों अक्सर आपस में लड़ते रहते हैं. छोटी-छोटी बातों पर बहस करते हैं.
इसी बीच एक दिन एलिशा अपनी बहन टिया के बुलावे पर उसके घर जाती है. एलिशा और करन वहां टिया और जेन की जिंदगी की देखकर दंग रह जाते हैं. इधर एलिशा धीरे-धीरे जेन से आकर्षित होने लगती है. दोनों एक-दूसरे के करीब आ जाते हैं. यहां तक कि छुप-छुप कर जेन और एलिशा मिलने लगते हैं. दोनों के बीच शारीरिक संबंध भी बनने लगते हैं. जेन बिजनेस का बहाना बनाकर टिया से दूर रहने लगता है. इस पर टिया को शक होने लगता है. वो कई बार जेन से पूछती है कि क्या वो अब किसी दूसरे के साथ डेट करने लगा है? हालांकि, जेन इन बातों से इंकार करता है. लेकिन कहते हैं ना इश्क छुपाए नहीं छुपता. यदि आप किसी के साथ बहुत करीबी संबंध में हैं, तो उसका सच बाहर आ ही जाता है. एलिशा और जेन की रिश्ता भी उजागर हो जाता है. इसे जानने के बाद उन दोनों के परिजन हैरान रह जाते हैं.
देखिए फिल्म Gehraiyaan का ट्रेलर...
फिल्म के जरिए नए जमाने के ऐसे रिश्तों को धोखे की बजाए जायज ठहराने की कोशिश की गई है. इसके जरिए मेकर्स का मानना है कि किसी भी एक रिश्ते में घुटकर रहने से अच्छा है, जो मन को खुशी देने वाले रिश्ते में जिया जाए. शायद यही वजह है कि कहानी और इसके संवादों के जरिए बार-बार इस पर सवाल भी उठाया गया है. इसमें एलिशा एक जगह जेन से कहती है, ''आर वी जस्ट मेस्ड अप पीपल?'' क्या हमारा रिश्ता नाजायज है? इस पर जेन कहता है, ''हां शायद''. इसके बाद दोनों एक-दूसरे को किस करने लगते हैं. देखा जाए तो फिल्म में रिश्तों की गहराई पर बात करने की तरफ इशारा किया गया है. शायद यही वजह है कि इसका टाइटल 'गहराइयां' रखा गया है. लेकिन रिश्तों की गहराई दिखाने के लिए जो रास्ते अख्तियार किए गए हैं, वो जरूर खटकते हैं. इसमें दीपिका और सिद्धार्थ के किरदार एलिशा और जेन के बीच इतने किसिंग और इंटिमेट सीन फिल्माए और दिखाए गए हैं, जिसे देखकर लगता है कि वो रिश्ते कि तलाश में हैं या फिर बेड पार्टनर के.
वैसे फिल्म के टाइटल को लेकर उसके मेकर करण जौहर का भी मानना है कि ये बहुत कठिन काम रहा है. वो कहते हैं, ''फिल्म का नाम तलाशना ही इस फिल्म को बनाने में सबसे कठिन काम रहा. फिल्म का नाम महीने डेढ़ महीने पहले ही रखा गया. मैंने भी फिल्म के कुछ नाम प्रस्तावित किए थे, लेकिन दीपिका औऱ शकुन दोनों ने इस सबको अस्वीकार कर दिया था. हालांकि, बाद में इसका नाम तय किया जा सका. फिल्म 'गहराइयां' प्रेम, लालसा और तड़प की कहानी है.'' समय के साथ बदलते रिश्तों पर 'कभी अलविदा ना कहना' जैसी फिल्म बनाने वाले करण का यह भी कहना है कि यदि आज भी 'कभी अलविदा ना कहना' रिलीज होती है, तो भी लोग इस सवाल उठाते, क्योंकि हम एक जजमेंटल सोसाइटी में रहते हैं. रिश्ते काले और सफेद की तुलना में अधिक बार ग्रे एरिया में रहते हैं. हमें इसे स्वीकार करना चाहिए.
इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.